Haryana Board (HBSE) Class 11 Physical Education Question Paper 2024 Answer Key. HBSE Class 11 Physical Education Question Paper 2024. Haryana Board Class 11th Physical Education Solved Question Paper 2024. HBSE Class 11 Question Paper 2024 PDF Download. HBSE Physical Education Solved Question Paper 2024 Class 11. HBSE 11th Physical Education Solved Question Paper 2024. HBSE Class 11 Physical Education Question Paper Download 2024. HBSE Class 11 Physical Education Solved Question Paper 2024.
HBSE Class 11 Physical Education Question Paper 2024 Answer Key
Note: Q1-15 (1 Mark), Q16-21 (2 Marks), Q22-27 (3 Marks), Q28-30 (5 Marks)
1. रक्त परिवहन संस्थान क्या है?
उत्तर – इस तंत्र का काम शरीर के प्रत्येक भाग में रक्त को पहुँचाना है, जिससे उसे पोषण और ऑक्सीजन प्राप्त हो सकें। इस तंत्र का केंद्र हृदय है, जो रक्त को निरंतर पंप करता रहता है और धमनियाँ वे वाहिकाएँ हैं जिनमें होकर रक्त अंगों में पहुँचता है तथा केशिकाओं द्वारा वितरित होता है।
2. भारतीय ओलम्पिक संघ की स्थापना कब हुई?
उत्तर – 1927
3. शरीर के कितने प्रकार हैं?
उत्तर – तीन
4. मनोविज्ञान क्या है?
उत्तर – मनोविज्ञान (Psychology) वह विज्ञान है जो मानव मस्तिष्क, मानसिक प्रक्रियाओं और व्यवहार का अध्ययन करता है।
5. योग क्या है?
उत्तर – योग प्राचीन भारतीय परंपरा का एक शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है, जिसका उद्देश्य शरीर, मन और आत्मा को संतुलित और शुद्ध करना है। योग का अर्थ “जुड़ना” या “मिलन” है, और इसका लक्ष्य व्यक्ति को आत्मज्ञान और आध्यात्मिक शांति प्राप्त करने में सहायता करना है।
6. पैरालम्पिक खेल क्या हैं?
उत्तर – पैरालम्पिक खेल (Paralympic Games) अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित एक प्रमुख खेल आयोजन है, जिसमें शारीरिक अक्षमता वाले एथलीट भाग लेते हैं। इन खेलों का उद्देश्य विकलांग खिलाड़ियों को समान अवसर प्रदान करना और उनके उत्कृष्ट खेल कौशल को पहचानना है।
7. हॉकी टीम में कितने खिलाड़ी होते हैं?
उत्तर – 11
8. भारत का राष्ट्रीय खेल ………….. है।
उत्तर – हॉकी
9. वजन वृद्धि विकास का संकेत है। (हाँ / नहीं)
उत्तर – हाँ
10. क्या डोपिंग खेलों के लिए लाभकारी है?
उत्तर – नहीं
11. ऐनाटॉमी क्या है?
उत्तर – ऐनाटॉमी शरीर की संरचना और उसके अंगों का अध्ययन है। यह विज्ञान की एक शाखा है जो जीवित प्राणियों, विशेषकर मनुष्यों, के शारीरिक संगठन और संरचनात्मक विशेषताओं को समझने पर केंद्रित है।
12. क्या किनसिओलॉजी शरीर से सम्बन्धित है?
उत्तर – हाँ
13. विश्व योग दिवस कब मनाया जाता है?
उत्तर – 21 जून
14. क्या खेल स्पर्धा में प्रशिक्षण लाभकारी है?
उत्तर – हाँ
15. जॉगिंग क्या है?
उत्तर – जॉगिंग दौड़ का ही एक रूप है जिसमें व्यक्ति धीमी गति से और इत्मीनान से लगातार दौड़ता रहता है। इसका मुख्य उद्देश्य शरीर की फिटनेस को बढ़ाना है। इससे शरीर पर वह तनाव उत्पन्न नहीं होता है जो तेज गति से दौड़ने के कारण पैदा होता है।
16. ओलम्पिक ध्वज में कितने छल्ले होते हैं?
(a) पांच
(b) चार
(c) छः
(d) आठ
उत्तर – (a) पांच
17. निम्न में से कौन-सा विकास का संकेत नहीं है?
(a) ऊँचाई में वृद्धि
(b) बालों की वृद्धि
(c) वजन में वृद्धि
(d) बोलने की वृद्धि
उत्तर – (d) बोलने की वृद्धि
18. प्राणायाम क्या है?
उत्तर – प्राणायाम दो शब्दों से मिलकर बना है – प्राण व आयाम। प्राण का अर्थ है श्वास और आयाम का अर्थ है नियंत्रण व नियमन। इस प्रकार जिसके द्वारा श्वास के नियम व नियंत्रण का अभ्यास किया जाता है, उसे प्राणायाम कहते हैं।
19. खेलों में डोपिंग का क्या प्रभाव है?
उत्तर – डोपिंग से खिलाड़ियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। स्टेरॉयड्स, हार्मोन्स और अन्य प्रतिबंधित पदार्थों का उपयोग शरीर के अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है, हृदय रोग, लीवर और किडनी की समस्याएं और मानसिक समस्याएं पैदा कर सकता है। डोपिंग से खेल की निष्पक्षता और अखंडता प्रभावित होती है। डोपिंग करने वाले खिलाड़ियों को अक्सर निलंबित या आजीवन प्रतिबंधित कर दिया जाता है।
20. ‘खेलो इंडिया’ पर एक टिप्पणी लिखिए।
उत्तर – ‘खेलो इंडिया’ भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है जिसका उद्देश्य देश में खेलों के विकास को प्रोत्साहित करना है। इस कार्यक्रम की शुरुआत 2018 में हुई थी और इसका मुख्य लक्ष्य है जमीनी स्तर पर खेल प्रतिभाओं की पहचान करना और उन्हें पोषित करना। ‘खेलो इंडिया’ एक समग्र और समावेशी कार्यक्रम है जो न केवल खेल प्रतिभाओं को विकसित करने में मदद करता है, बल्कि देश में खेल संस्कृति को भी प्रोत्साहित करता है।
21. कूल डाउन क्या है?
उत्तर – कूल डाउन किसी भी शारीरिक व्यायाम या खेल गतिविधि के बाद की जाने वाली प्रक्रिया है, जिसका मुख्य उद्देश्य शरीर को धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लाना होता है। यह अभ्यास के बाद की अवधि है जब व्यायाम की तीव्रता को धीरे-धीरे कम किया जाता है।
22. सकारात्मक जीवन-शैली के बारे में लिखिए।
उत्तर – सकारात्मक जीवन-शैली एक ऐसा जीवन जीने का तरीका है जिसमें मानसिक, शारीरिक, और भावनात्मक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जाती है। यह जीवन को संतुलित, खुशहाल और उद्देश्यपूर्ण बनाने की दिशा में उठाया गया एक कदम है।
अथवा
योग को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – योग का शाब्दिक अर्थ है- जोड़ना। योग केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है, बल्कि यह एक समग्र जीवनशैली है जो शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक शांति और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देती है। नियमित योग अभ्यास से व्यक्ति को शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक शांति, और जीवन में संतुलन प्राप्त करने में मदद मिलती है। यह एक स्वस्थ, खुशहाल और पूर्ण जीवन जीने का मार्ग प्रदान करता है। यह शारीरिक आसनों, प्राणायाम, ध्यान, और नैतिक जीवनशैली के सिद्धांतों के समन्वय से किया जाता है।
23. अस्थि संस्थान के बारे में लिखिए।
उत्तर – अस्थि संस्थान (Skeletal System) हमारे शरीर का संरचनात्मक फ्रेमवर्क है, जो विभिन्न अंगों और संरचनाओं को सहारा देता है और उनकी रक्षा करता है। यह प्रणाली हड्डियों, उपास्थि, और जोड़ से मिलकर बनी होती है। अस्थि संस्थान का प्रमुख कार्य शरीर को संरचना, सुरक्षा, और गति प्रदान करना है। यह प्रणाली शरीर के समुचित कार्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसलिए इसका ध्यान रखना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना आवश्यक है।
अथवा
शरीर रचना विज्ञान क्या है?
उत्तर – शरीर रचना विज्ञान (Anatomy) मानव शरीर के संरचना और संघटन का अध्ययन है। यह विज्ञान शरीर के अंगों, ऊतकों, कोशिकाओं, और उनकी आपसी संरचना और स्थान को समझने पर केंद्रित है। शरीर रचना विज्ञान को मुख्य रूप से दो प्रमुख भागों में विभाजित किया जा सकता है: ग्रॉस एनाटॉमी और माइक्रोस्कोपिक एनाटॉमी।
ग्रॉस एनाटॉमी में शरीर के अंगों और संरचनाओं का अध्ययन नग्न आँखों से किया जाता है। माइक्रोस्कोपिक एनाटॉमी में शरीर की उन संरचनाओं का अध्ययन किया जाता है जो नग्न आँखों से दिखाई नहीं देतीं, जैसे कि ऊतक और कोशिकाएँ।
24. शारीरिक पुष्टि को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – शारीरिक पुष्टि का अर्थ है एक व्यक्ति का शारीरिक स्वास्थ्य, सहनशक्ति, और शारीरिक कार्यों को प्रभावी ढंग से और कुशलता से करने की क्षमता। शारीरिक पुष्टि को प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को नियमित व्यायाम, उचित आहार, पर्याप्त नींद, और स्वस्थ जीवनशैली का पालन करना चाहिए। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ाता है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक कल्याण में भी सुधार करता है।
25. श्वसन संस्थान क्या है?
उत्तर – श्वसन संस्थान शरीर की वह प्रणाली है जो श्वसन प्रक्रिया के माध्यम से ऑक्सीजन को शरीर के अंदर लाने और कार्बन डाइऑक्साइड को बाहर निकालने का कार्य करता है। यह प्रक्रिया शरीर की कोशिकाओं के लिए आवश्यक ऊर्जा उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है। इसका सही ढंग से कार्य करना पूरे शरीर के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। श्वसन संस्थान की देखभाल करके हम न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रख सकते हैं, बल्कि जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार कर सकते हैं।
26. सुयोग्यता का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – सुयोग्यता का अर्थ है किसी विशेष कार्य या गतिविधि को प्रभावी ढंग से और कुशलता के साथ करने की क्षमता। यह न केवल संबंधित ज्ञान और कौशल को संदर्भित करता है, बल्कि व्यावहारिक अनुभव, निर्णय लेने की क्षमता, और समस्याओं को हल करने की दक्षता को भी शामिल करता है। सुयोग्यता को विभिन्न संदर्भों में समझा जा सकता है, जैसे व्यक्तिगत, पेशेवर, शैक्षिक आदि।
27. किशोरावस्था के बारे में संक्षेप में वर्णन कीजिए।
उत्तर – किशोरावस्था एक महत्वपूर्ण जीवनायु है जब बच्चे बड़े होने और पूर्ण वयस्कता की ओर अग्रसर होते हैं। इस अवधि में शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, और भावनात्मक बदलावों का अनुभव होता है। आमतौर पर, किशोरावस्था 8 से 12 वर्षों के बीच कहा जाता है, लेकिन इस अवधि की अंतिम सीमा भिन्न-भिन्न संस्कृतियों और समाजों में विभिन्न हो सकती है। किशोरावस्था में ये बदलाव अक्सर संघर्षपूर्ण हो सकते हैं, लेकिन सही मार्गदर्शन, समर्थन, और शिक्षा के माध्यम से यह अवधि व्यक्ति के लिए स्वस्थ और समर्थक हो सकती है।
28. खेल प्रशिक्षण के बारे में विस्तार से लिखिए।
उत्तर – खेल प्रशिक्षण एक महत्वपूर्ण और व्यापक गतिविधि है जो खिलाड़ियों को खेल में कौशल, तकनीक, और शारीरिक क्षमता का विकास करने के लिए प्रदान किया जाता है। यह एक प्रक्रिया है जिसमें विभिन्न खेलों में व्यायाम, प्रशिक्षण, मैचों, और रणनीतियों का उपयोग किया जाता है ताकि खिलाड़ी अपनी कौशलता को सुधार सकें और अधिक सफल हो सकें।
खेल प्रशिक्षण के महत्वपूर्ण उद्देश्य/तत्व :
(i) फिजिकल फिटनेस और शारीरिक क्षमता – खेल प्रशिक्षण शारीरिक क्षमता को बढ़ाता है, जैसे कि लचीलापन, शक्ति, स्थिरता, और लचीलापन। इससे खिलाड़ियों की फिजिकल फिटनेस बढ़ती है और उनकी स्वास्थ्य को सुधारता है।
(ii) कौशल और तकनीक का विकास – खेल प्रशिक्षण खिलाड़ियों के लिए खेल के कौशल और तकनीक का विकास करता है, जैसे कि पासिंग, शॉटिंग, रनिंग, और ड्रिबलिंग। इससे खिलाड़ियों की प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता में सुधार होता है और उन्हें अधिक सफल बनाता है।
(iii) मानसिक विकास – खेल प्रशिक्षण खिलाड़ियों की मानसिक स्थिति को सुधारता है, जैसे कि संयम, धैर्य, और सहनशीलता। इससे खिलाड़ियों की मानसिक सामर्थ्य बढ़ती है और वे अधिक स्थिर और सकुशल होते हैं।
(iv) टीम वर्क और सामूहिकता – खेल प्रशिक्षण टीम वर्क और सामूहिकता को बढ़ाता है, जिससे खिलाड़ियों का संयुक्त प्रयास और सहयोग बढ़ता है। इससे खिलाड़ियों की सामूहिक क्षमता बढ़ती है और उन्हें अधिक सफलता प्राप्त होती है।
(v) सामग्री समझ – खेल प्रशिक्षण खिलाड़ियों को खेल की रणनीतियों, नियमों, और महत्वपूर्ण अवधारणाओं की समझ प्रदान करता है। इससे उनकी खेल में विवेकपूर्ण निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है।
अथवा
रक्त प्रवाह संस्थान क्या है?
उत्तर – रक्त प्रवाह संस्थान शारीरिक प्रणाली है जो रक्त को प्रेषित करने और प्राप्त करने के लिए जिम्मेदार है। यह एक संघटित नेटवर्क है जो रक्त को शरीर के अंदर ले जाता है, जहां वह ऊर्जा, ऑक्सीजन, पोषण और अन्य आवश्यक तत्वों की आपूर्ति करता है और अवशिष्ट पदार्थों को निकालता है।
• मुख्य घटक :
1. ह्रदय – ह्रदय एक मांसपेशीय अंग होता है जो रक्त को पंप करने के लिए जिम्मेदार होता है। यह रक्त को शरीर के अगले हिस्सों तक पहुंचाता है।
2. रक्तवाहिकाएं –
• धमनियाँ : ये ह्रदय से निकलकर शरीर के विभिन्न अंगों तक ऑक्सीजन-युक्त रक्त पहुंचाती हैं।
• शिराएँ : ये अवशिष्ट रक्त को ह्रदय की ओर वापस ले जाती हैं।
• कपिले : ये धमनियों और शिराओं को जोड़ते हैं और ऊतकों तक रक्त की संचालन करते हैं।
3. रक्त – रक्त शारीरिक प्रणाली का मुख्य अंग है, जो ऊर्जा, ऑक्सीजन, पोषण, और अन्य पदार्थों को ऊतकों तक पहुंचाता है।
रक्त प्रवाह सिस्टम शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके माध्यम से ऊर्जा और पोषण की आपूर्ति होती है और अवशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकाला जाता है।
29. आधुनिक ओलम्पिक खेलों का वर्णन विस्तार से लिखिए।
उत्तर – आधुनिक ओलम्पिक खेल एक बहुत बड़ी अंतर्राष्ट्रीय खेल कार्यक्रम है जो हर चार साल में आयोजित होता है। इसमें अधिकांश देशों के खिलाड़ी भाग लेते हैं और विभिन्न खेल क्रियाओं में प्रतिस्पर्धा करते हैं।
• महत्वपूर्ण विशेषताएँ :
(i) खेल क्रियाएं – आधुनिक ओलम्पिक में विभिन्न खेल क्रियाएं शामिल होती हैं जैसे कि दौड़, तीरंदाज़ी, स्विमिंग, बास्केटबॉल, गोल्फ, ग्रीक-रोमन कुश्ती, और अन्य।
(ii) अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा – ओलम्पिक में सभी राष्ट्रों के खिलाड़ी एक साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं, जो एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है।
(iii) आयोजन तंत्र – ओलम्पिक का आयोजन भिन्न-भिन्न शहरों और देशों में किया जाता है, जिससे खिलाड़ियों को विभिन्न संस्कृतियों का अनुभव करने का मौका मिलता है।
(iv) ओलम्पिक गोल मेडल – प्रतिस्पर्धा के तीन प्रमुख विजेता को ओलम्पिक स्वर्ण, रजत, और कांस्य पदक मिलता है।
(v) खेलों की श्रेणी – ओलम्पिक में विभिन्न श्रेणियों में अलग-अलग खेलों की क्रियाएँ शामिल होती हैं, जैसे कि गतिविधि, संघर्ष, और सांस्कृतिक खेल।
(vi) एकत्रिति – ओलम्पिक खेल विभिन्न देशों के खिलाड़ियों को एक साथ आने का अवसर प्रदान करते हैं और उनके बीच मित्रता और सहयोग की भावना को बढ़ाते हैं।
(vii) ओलम्पिक गोष्ठियां – ओलम्पिक में खिलाड़ियों को विभिन्न गोष्ठियों में रहने के लिए आवंटित किया जाता है, जिससे उन्हें अधिक अनुभव प्राप्त होता है।
आधुनिक ओलम्पिक खेल एक महत्वपूर्ण आयोजन हैं जो सामरिकता, सहयोग, और खेलों के प्रति उत्साह को बढ़ावा देते हैं। यह खेल कार्यक्रम विश्वभर में लोकप्रियता हासिल करता है और खिलाड़ियों को उनके खेली कौशलों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करता है।
अथवा
शरीर रचना विज्ञान के मूल सिद्धान्त स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – शरीर रचना विज्ञान शरीर के संरचना, उसके अंगों, तंत्रों, और उनके कार्यों का अध्ययन करने का शाखा है। यह विज्ञान शरीर के विभिन्न स्तरों पर, जैसे कि सेल, ऊतक, अंग, और उनके प्रायोजकों का अध्ययन करता है, और उनके संबंधित कार्यों को समझने का प्रयास करता है।
मूल सिद्धांतों में शामिल होते हैं :
(i) सेल बुनियादी इकाई हैं – सेल शरीर की कोशिकाएँ होती हैं जो उसकी सभी बुनियादी संरचनाओं को नियंत्रित करती हैं।
(ii) तंत्र संरचना – ऊतक और अंग विभिन्न प्रकार की सेलों से मिलकर बने होते हैं, जिनका संगठन और कार्य शरीर की संरचना और कार्यों को संचालित करते हैं।
(iii) जीवन क्रियाएं – शरीर रचना विज्ञान जीवन के प्रमुख कार्यों का अध्ययन करता है, जैसे कि श्वसन, खाद्य प्रक्रिया, मस्तिष्क की क्रियाएँ, और अन्य जीवन क्रियाएँ।
(iv) रक्त संबंधित अंग – शरीर रचना विज्ञान रक्त, नस्या संबंधित अंग, और अन्य महत्वपूर्ण प्रणालियों का अध्ययन करता है, जो ऊतकों को आवश्यक तत्वों और ऊर्जा की आपूर्ति करती हैं।
(v) अंग संरचना – शरीर के विभिन्न अंगों की संरचना का अध्ययन, जैसे कि अंगों के संरचनात्मक विवरण, कार्य, और संरचनात्मक अंगों के संबंध में विशेषज्ञता।
30. शारीरिक शिक्षा में मनोविज्ञान का क्या महत्व है?
उत्तर – शारीरिक शिक्षा में मनोविज्ञान का महत्वपूर्ण योगदान है। यह उन विभिन्न प्रक्रियाओं का अध्ययन करता है जो मन और शारीरिक स्वास्थ्य के बीच संबंध हैं।
कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं :
(i) अध्ययन संबंधित धारणाओं को समझना – मनोविज्ञान शारीरिक शिक्षा में छात्रों के धारणाओं को समझने में मदद करता है, जैसे कि मोटिवेशन, संवेदनशीलता, और शारीरिक सक्रियता के प्रेरणात्मक कारण।
(ii) अधिगम और सीखने की प्रक्रिया – मनोविज्ञान के अध्ययन से हम शारीरिक शिक्षा की प्रक्रिया को समझते हैं, जिसमें मानव विकास, शिक्षा के प्रक्रियाओं, और शिक्षा में समस्याओं का समाधान शामिल होता है।
(iii) शारीरिक क्रियाओं को प्रभावित करने वाले कारकों की समझ – मनोविज्ञान के अध्ययन से हम यह समझते हैं कि शारीरिक शिक्षा कैसे मानसिक स्तिथि, भावनाएं, और विचारों को प्रभावित कर सकती हैं।
(iv) शारीरिक क्रियाओं को बेहतर बनाने के लिए समर्थन – मनोविज्ञानी तकनीकों का उपयोग करके, शारीरिक शिक्षा के प्रोफेशनल्स के लिए अधिक उत्तेजित, प्रेरित, और सक्षम शिक्षा प्रोग्राम तैयार किया जा सकता है।
(v) स्वास्थ्य और शारीरिक कार्यक्षमता में सुधार – मनोविज्ञान के अध्ययन से हम यह समझते हैं कि शारीरिक शिक्षा कैसे स्वास्थ्य और कार्यक्षमता में सुधार ला सकती है, जिससे लोग अपने शारीरिक क्षमताओं को बेहतर बना सकते हैं।
अथवा
खेल प्रशिक्षण के सिद्धान्त विस्तार से लिखिए।
उत्तर – खेल प्रशिक्षण के सिद्धांत खेल को एक व्यापक तथा सजीव प्रक्रिया के रूप में देखते हैं जो छात्रों को शारीरिक, मानसिक, और सामाजिक विकास के लिए संबोधित करता है। इसमें विभिन्न मानक, सिद्धांत, और शैलियों का अध्ययन शामिल होता है जो छात्रों को खेल और शारीरिक गतिविधियों के माध्यम से सीखने में मदद करते हैं।
खेल प्रशिक्षण के महत्वपूर्ण सिद्धांत :
(i) विशिष्टता – यह सिद्धांत कहता है कि प्रशिक्षण को खिलाड़ियों के खेल के विशेष आवश्यकताओं और मांगों के अनुसार डिज़ाइन किया जाना चाहिए।
(ii) प्रगति – यह सिद्धांत कहता है कि प्रशिक्षण के कार्यक्रम को समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ाया जाना चाहिए ताकि खिलाड़ियों के स्तर में सुधार हो सके।
(iii) अधिकता – इस सिद्धांत के अनुसार, खिलाड़ियों को अधिक योग्यता का लक्ष्य रखना चाहिए जो उनके सामर्थ्य को परीक्षण करे।
(iv) प्रतिस्थापन – यह सिद्धांत कहता है कि यदि प्रशिक्षण बंद कर दिया जाता है, तो खिलाड़ियों को प्राप्त योग्यताओं को खोने का खतरा हो सकता है।
(v) व्यक्तित्वीकरण – यह सिद्धांत कहता है कि प्रशिक्षण को खिलाड़ियों के व्यक्तिगत आवश्यकताओं और क्षमताओं के अनुसार अनुकूलित किया जाना चाहिए।