Haryana Board (HBSE) Class 9 Social Science Question Paper 2023 Answer Key. Haryana Board Solved Question Paper Class 9 Social Science 2023. HBSE 9th Question Paper Download 2023. HBSE Class 9 Social Science Paper Solution 2023. Haryana Board Class 9th Social Science Question Paper 2023 Pdf Download with Answer. HBSE Class 9 Social Science Previous Year Question Paper with Answer.
HBSE Class 9 Social Science Question Paper 2023 Answer Key
(History)
Q1. ‘ब्रह्म समाज’ के संस्थापक कौन थे ?
(A) राजा राममोहन राय
(B) स्वामी दयानन्द
(C) स्वामी विवेकानन्द
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (A) राजा राममोहन राय
Q2. जलियाँवाला बाग नरसंहार कब हुआ ?
(A) 17 दिसंबर, 1928
(B) 7 मई, 1929
(C) 13 अप्रैल, 1919
(D) 9 अगस्त, 1925
उत्तर – (C) 13 अप्रैल, 1919
Q3. ‘दि इंडियन वार ऑफ इंडिपेंडेन्स – 1857’ के लेखक कौन थे ?
(A) वीर सावरकर
(B) बंकिम चन्द्र
(C) दीनबंधु मित्र
(D) हरिशचंद्र
उत्तर – (A) वीर सावरकर
Q4. शहीद उधम सिंह की अस्थियाँ भारत में कब लाई गई ?
(A) 1940
(B) 1974
(C) 1990
(D) 2005
उत्तर – (B) 1974
Q5. बंगाल को विभाजित करने के पीछे अंग्रेजों के दो प्रमुख उद्देश्य क्या थे ?
उत्तर – (i) जनता में फूट डालना
(ii) राष्ट्रीयता के वेग को कम करना
(iii) बंगाल की संगठित राजनीतिक भावना को समाप्त करना
Q6. भारतीय क्रांतिकारियों के दो प्रमुख उद्देश्य क्या थे ?
उत्तर – (i) अंग्रेजो को देश से निकालना
(ii) भारत को स्वाधीन कराना
Q7. असहयोग आन्दोलन के महत्त्व पर संक्षिप्त नोट लिखिए।
उत्तर – महात्मा गांधी ने अगस्त 1920 को असहयोग आंदोलन शुरू किया था। अंग्रेजों द्वारा प्रस्तावित अन्यायपूर्ण कानूनों और कार्यों के विरोध में देशव्यापी अहिंसक आंदोलन था। इस आंदोलन के दौरान विद्यार्थियों ने सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में जाना बंद कर दिया था, वकीलों ने अदालत में जाने से मना कर दिया, कई कस्बों और नगरों में श्रमिक हड़ताल पर चले गए। असहयोग आंदोलन की विशेषता यह थी कि अंग्रेजों की क्रूरताओं के खिलाफ लड़ने के लिए अहिंसक साधनों को अपनाया गया था।
Q8. गाँधीजी और नेताजी के विचारों में क्या भेद थे ?
उत्तर – भारत की स्वतन्त्रता के सम्बन्ध में सुभाष चन्द्र बोस का विचार था कि भारत को पूर्ण स्वतन्त्रता मिले और शीघ्र मिले। इसके विपरीत कांग्रेस कमेटी के अधिकांश सदस्यों का विचार था कि भारत को पहले डोमिनियन का दर्जा मिले और फिर स्वतन्त्रता कई चरणों में मिले। सुभाषचन्द्र बोस और महात्मा गांधी के विचार अलग-अलग थे। दोनों भारत को स्वतन्त्र देखना चाहते थे किन्तु स्वतन्त्रता की प्राप्ति किस मार्ग पर चलकर हो, इस बात पर दोनों बिल्कुल अलग-अलग राय रखते थे। सुभाष चन्द्र बोस ने साफ कह दिया था कि यदि हमे स्वतन्त्रता चाहिए तो हमे खून बहाना पड़ेगा, जो गांधी के अहिंसा के सिद्धान्त से मेल नहीं खाता था। इसी प्रकार गांधीजी औद्योगीकरण के विरुद्ध थे जबकि सुभाष बाबू भारत के मजबूत एवं आत्मनिर्भर बनने की दिशा में औद्योगीकरण को ही एकमात्र रास्ता मानते थे।
Q9. संविधान निर्माण में डॉ० अम्बेडकर की भूमिका पर विस्तार से चर्चा कीजिए।
उत्तर – भारत के संविधान को अन्य देशों से अलग बनाता है। यह संविधान ही है जो हर नागरिक के अधिकारों की रक्षा करता है तो वहीं एक नागरिक के तौर पर उनके कर्तव्यों को सुनिश्चित करता है। इसी भारतीय संविधान के निर्माता के तौर पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर मशहूर हैं। बाबा साहेब अंबेडकर की संविधान के निर्माण में भूमिका अतुल्य है। कई लोगों ने इस बाबत तमाम दलीलें दीं लेकिन डाॅ. अंबेडकर के योगदान और भूमिका को भारतीय संविधान में नकारा नहीं जा सकता है। 14 अप्रैल 1891 को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का जन्म हुआ था। भीमराव अंबेडकर को बचपन से भेदभाव का सामना करना पड़ा। हालांकि उन्होंने कठिनाइयों से हार नहीं मानी और 32 डिग्री हासिल की। समाज मे स्वयं अंबेडकर को समाज में कई बार अपमानजनक व्यवहार का सामना करना पड़ा था, इन सब का सामना करते हुए उन्होंने न केवल अछूत मानी जाने वाली जातियों के उत्थान के लिये और उन्हें समाज मे सम्मानजनक स्थान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है बल्कि संविधान में उनके लिए प्रावधान किए जाने में भी अहम भूमिका निभाई। भारत की स्वतंत्रता के पश्चात जब कैबिनेट मिशन योजना के तहत भारतीय संविधान सभा और संविधान का निर्माण हुआ तो उसमें भी उनका अमूल्य योगदान रहा है। उनके योगदान को देखते हुए ही डॉक्टर अंबेडकर को भारतीय संविधान का सृजनकर्त्ता, निर्माता और जनक कहा जाता हैं। भारतीय संविधान का निर्माण 2 वर्ष 11 माह और 18 दिन में पूरा हुआ था।
अथवा
भारत के विभाजन के प्रमुख कारणों पर विस्तार से चर्चा कीजिए।
उत्तर – 1947 में भारत के विभाजन का सबसे मुख्य कारण अंग्रेजों के षडयंत्रो तथा मुस्लिम लीग की साम्प्रदायिकता की नीति थी। ब्रिटिश सरकार काफी समय से कांग्रेस को एक हिन्दू संस्था का नाम देकर मुस्लिम लीग को भड़का रही थी। ब्रिटिश सरकार के द्वारा पारित किये गयें सभी एक्ट साम्प्रदायिकता पर आधारित रहे थे। सन् 1947 का भारत विभाजन भारत के लिए अत्यंत ही दुःख पूर्ण घटना थी। सदियों तक साथ-साथ रहने के बाद भी हिन्दू और मुसलमान अपने धार्मिक मतभेदों को मिटा न सके। अंग्रेजी शासन ने इस सांप्रदायिकता की भावना को निरंतर प्रोत्साहन दिया। अंग्रेजों ने फुट डालों और शासन करो की नीति को अपनाया। अंग्रेजों ने मुसलमानों की सहानुभूति प्राप्त करने के लिए हिन्दू और मुसलमानों मे अंतर करना प्रारंभ कर दिया। जैसे की मुसलमानों को सुरक्षा प्रदान करना, हिन्दुओं की राष्ट्रीयता की भावना के विरूद्ध उन्हे प्रयोग में लाने का प्रयास करना आदि।
1947 के भारत विभाजन के प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं –
(i) मुस्लिम लीग की स्थापना एवं मुस्लिम साम्प्रदायिकता
(ii) कांग्रेस की तुष्टीकरण नीति
(iii) साम्प्रदायिक हिंसा
(iv) पाकिस्तान की माँग
Q10. हरियाणा के मानचित्र में 1857 की महान क्रांति के हरियाणा के तीन प्रमुख केन्द्र दर्शाइए।
उत्तर – हिसार, सिरसा और अंबाला
(Political Science)
Q11. इनमें से किससे लोकतंत्र के विस्तार में मदद नहीं मिलती है ?
(A) लोगों का संघर्ष
(B) विदेशी शासन द्वारा आक्रमण
(C) उपनिवेशवाद का अंत
(D) लोगों की स्वतन्त्रता की चाह
उत्तर – (B) विदेशी शासन द्वारा आक्रमण
Q12. भारतीय संविधान सभा में कितने सदस्य थे ?
(A) 299
(B) 399
(C) 250
(D) 350
उत्तर – (A) 299
Q13. कांग्रेस पार्टी ने 1971 के लोकसभा चुनावों में क्या नारा दिया था ?
(A) तेलुगु स्वाभिमान
(B) लोकतन्त्र बचाओ
(C) गरीबी हटाओ
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (C) गरीबी हटाओ
Q14. कौन-सी संस्था देश के मौजूदा कानून में संशोधन कर सकती है ?
(A) सर्वोच्च न्यायालय
(B) राष्ट्रपति
(C) प्रधानमंत्री
(D) संसद
उत्तर – (D) संसद
Q15. कौन-सी शासन व्यवस्था सबसे बेहतर है ?
(A) राजतन्त्र
(B) लोकतन्त्र
(C) सैन्य शासन
(D) तानाशाही
उत्तर – (B) लोकतन्त्र
Q16. लोकतंत्र के खिलाफ दो तर्क लिखिए।
उत्तर – (i) लोकतंत्र में नेता बदलते रहते हैं इससे अस्थिरता पैदा होती है।
(ii) लोकतंत्र में चुनावी लड़ाई महत्वपूर्ण और खर्चीली होती है इसलिये इसमें भ्रष्टाचार होता है।
(iii) लोकतांत्रिक व्यवस्था में इतने सारे लोगों से बहस और चर्चा करनी पड़ती है कि हर फैसले में देरी होती है।
Q17. ‘जनमत संग्रह’ से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – जनमत संग्रह, जिसे मत-संग्रह या सिर्फ जनमत भी कहते हैं, एक ऐसा प्रत्यक्ष मतदान है जिसमें किसी क्षेत्र विशेष के सभी मतदाताओं को मतदान के द्वारा किसी एक विशेष प्रस्ताव को स्वीकार अथवा अस्वीकार करने के लिए कहा जाता है।
दूसरे शब्दों में जनमत-संग्रह के माध्यम से सरकार की नीतियों या किसी प्रस्तावित कानून के बारे में जनता की राय मालूम की जाती है। जनमत-संग्रह नये संविधान के निर्माण, वर्तमान संविधान में संशोधन, किसी नए कानून, किसी निर्वाचित सदस्य का निर्वाचन रद्द करने या केवल सरकार की किसी विशिष्ट नीति को स्वीकार या अस्वीकार करने से संबंधित हो सकता है। यह प्रत्यक्ष लोकतंत्र का एक रूप है।
Q18. चुनाव आयोग के कोई तीन कार्य बताइए।
उत्तर – (i) निर्वाचक नामावली की तैयारी और अद्यतन
(ii) चुनावी फोटो पहचान पत्र तैयार करना
(iii) चुनाव का संचालन
(iv) चुनाव के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग और मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय द्वारा सौंपा गया कोई अन्य कार्य।
Q19. संविधान सभा किसे कहते हैं? भारतीय संविधान सभा ने अपना काम कब पूरा कर लिया था ?
उत्तर – संविधान सभा’ वो संस्था थी, जो भारत के संविधान की रचना के लिए स्थापित की गई थी, जिसका कार्य भारत के लिये संविधान की रचना करना था। एक संविधान सभा प्रतिनिधियों का एक निकाय है जो अपने देश के संविधान को बनाने या बदलने के लिए चुना जाता है।
भारतीय संविधान लिखने वाली सभा में 299 सदस्य थे जिसके अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद थे और इसकी प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ भीमराव अंबेडकर थे। संविधान सभा ने 3 वर्षों के विचार विमर्श और अथक परिश्रम के बाद, 26 नवम्बर 1949 में अपना काम पूरा कर लिया और 26 जनवरी 1950 को यह संविधान लागू हुआ। इसी दिन कि याद में भारत में हर वर्ष 26 जनवरी को ‘गणतंत्र दिवस’ के रूप में मनाते हैं।
Q20. भारतीय संविधान में प्राप्त ‘स्वतन्त्रता के अधिकार’ की व्याख्या कीजिए।
उत्तर – भारतीय संविधान का उद्देश्य, विचार अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वाधीनता सुनिश्चित करना है। इसलिए भारतीय संविधान में अनुच्छेद 19 से लेकर 22 तक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लेख किया गया है। जिसमें देश के सभी वर्ग के लोगों को ध्यान में रखते हुए प्रावधान दिए गए हैं, जिससे कोई भी व्यक्ति अपने मन से कोई भी कार्य कर सके, किन्तु वह कार्य गैर क़ानूनी और असंवैधानिक नहीं होना चाहिए और न ही उस कार्य से किसी अन्य व्यक्ति के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होना चाहिए।
भारत के नागरिकों को निम्नलिखित छ: स्वतंत्रताएँ दी गई हैं :
(i) विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता – भारत के सभी नागरिकों को विचार प्रकट करने, भाषण देने और अपने तथा अन्य व्यक्तियों के विचारों के प्रचार की स्वतंत्रता प्राप्त है। इस स्वतंत्रता में प्रेस की स्वतंत्रता भी सम्मिलित है।
(ii) अस्त्र-शस्त्र रहित तथा शान्तिपूर्वक सम्मलेन की स्वतंत्रता – शांतिपूर्ण और बिना किसी शस्त्रों के सभा, जुलूस या प्रदर्शन आयोजित किए जा सकते हैं।
(iii) समुदाय और संघ निर्माण की स्वतंत्रता – संविधान ने सभी नागरिकों को समुदायों और संघ के निर्माण की स्वतंत्रता दी है, परन्तु यदि ये जनहित के विरुद्ध हों, तो इन पर प्रतिबन्ध लगाया जा सकता है। ऐसे समुदायों के निर्माण की स्वतंत्रता नहीं दी जाती, जिनसे शान्ति और व्यवस्था को खतरा उत्पन्न हो जाए या जो राष्ट्र विरोधी हों।
(iv) भ्रमण की स्वतंत्रता – भारत के सभी नागरिक बिना किसी प्रतिबन्ध या अधिकार पत्र के समस्त देश में घूम-फिर सकते हैं। देश की सुरक्षा की दृष्टि से इस स्वतंत्रता पर कुछ प्रतिबन्ध लगाये जा सकते हैं, जैसे जो स्थान सैनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हों वहाँ बिना अधिकार-पत्र के प्रवेश की आज्ञा नहीं दी जाती।
(v) व्यवसाय की स्वतंत्रता – संविधान ने सभी नागरिकों को अपनी नौकरी, व्यवसाय आदि चुनने की स्वतंत्रता प्रदान की है। इस स्वतंत्रता पर कुछ प्रतिबन्ध हैं, जैसे किन्हीं व्यवसायों के लिये राज्य द्वारा न्यूनतम योग्यताएँ निर्धारित करना, किसी व्यवसाय को पूर्ण या आंशिक रूप से सरकार द्वारा अपने हाथ में लेना आदि।
(vi) निवास की स्वतंत्रता – भारत के सभी नागरिक अपनी इच्छानुसार स्थायी या अस्थायी रूप से भारत के किसी भी स्थान पर बस सकते हैं। इस स्वतंत्रता पर भी जनहित तथा अनुसूचित जातियों के हित में प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं।
अथवा
संसद क्या है ? इसकी शक्तियों का वर्णन कीजिए।
उत्तर – संसद लोगों के निर्वाचित प्रतिनिधियों की एक राष्ट्रीय सभा है। राज्य स्तर पर जनता के निर्वाचित प्रतिनिधियों की सभा को विधायिका या विधानसभा कहा जाता है। संसद को कानून बनाने का अधिकार है। यह नए कानूनों को जोड़ सकता है और मौजूदा कानूनों को बदल या समाप्त कर सकता है। संसद में राष्ट्रीय नीति और महत्वपूर्ण सार्वजनिक मुद्दों पर चर्चा और बहस की जाती है। भारत में, संसद एक सर्वोच्च विधायी निकाय है और यह एक द्विसदनीय विधायिका है। भारत की संसद दो सदनों – लोक सभा और राज्य सभा एवं राष्ट्रपति से मिलकर बनी होती है।
भारतीय संसद के अधिकार निम्नलिखित हैं –
(i) कानून निर्माण सम्बन्धी कार्य
(ii) नीति-निर्धारण सम्बन्धी अधिकार
(iii) कार्यपालिका पर नियन्त्रण
(iv) वित्तीय अधिकार
(v) न्याय सम्बन्धी अधिकार
(vi) संविधान में संशोधन का अधिकार
(vii) निर्वाचन सम्बन्धी अधिकार
(Geography)
Q21. पूर्वी घाट का सर्वोच्च शिखर कौन-सा है ?
(A) खासी
(B) महेन्द्रगिरि
(C) कंचनजंघा
(D) अनाइमुडी
उत्तर – (B) महेन्द्रगिरि
Q22. निम्नलिखित में से कौन-सी लवणीय जल वाली झील है ?
(A) सांभर
(B) वूलर
(C) डल
(D) गोबिंद सागर
उत्तर – (A) सांभर
Q23. कवरती किस केन्द्र शासित प्रदेश में है ?
(A) पांडिचेरी
(B) लक्षद्वीप
(C) चण्डीगढ़
(D) दीव और दमन
उत्तर – (B) लक्षद्वीप
Q24. ग्रीष्म ऋतु में उत्तरी मैदानों में बहने वाली पवन को क्या कहा जाता है ?
(A) आम्र वर्षा
(B) व्यापारिक पवनें
(C) स्थानीय ठण्डी पवनें
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (D) इनमें से कोई नहीं
Right Answer – लू
Q25. दक्षिण में समुद्र पार हमारे पड़ोसी दो द्वीप समूह राष्ट्रों के नाम बताइए।
उत्तर – श्रीलंका और मालदीव
Q26. ‘जीवोम’ किसे कहते हैं ?
उत्तर – जीवोम (जैवक्षेत्र) धरती या समुद्र के किसी ऐसे बड़े क्षेत्र को बोलते हैं जिसके सभी भागों में मौसम, भूगोल और निवासी जीवों (विशेषकर पौधों और प्राणी) की समानता हो। जीवोम को मुख्यतः दो भागों में बांटा जा सकता है – स्थलीय तथा जलीय जीवोम।
Q27. जलवायु क्या है? जलवायु के मुख्य तत्त्व कौन-से हैं ?
उत्तर – किसी इलाके का किसी एक तरह का औसत मौसम अगर लम्बे समय से बना रहता है तो उसे उस इलाके की जलवायु कहा जाता है। जलवायु को प्रभावित करने वाले कारक: तापमान, वायुदाब, आर्द्रता, पर्वत, ऊष्मा, हवाएँ, बादल आदि हैं।
Q28. वनस्पति जगत तथा प्राणी जगत में अन्तर लिखिए।
उत्तर : वनस्पति जगत – वनस्पति जगत शब्द किसी प्रदेश या समय विशेष के पेड़-पौधों के लिए प्रयोग किया जाता है। वनस्पति (पेड़ पौधे) अपना भोजन स्वयं बनाते हैं। इसमें पेड़-पौधे, जंगल, घास के मैदान आदि शामिल हैं।
प्राणी जगत – प्राणी जगत शब्द जीव-जंतुओं की प्रजातियों के लिए प्रयोग किया जाता है। जीव जंतु अपने भोजन के लिए वनस्पति पर निर्भर रहते हैं। इनमें पक्षियों, मछली, जानवर, कीड़े आदि शामिल हैं।
Q29. जनसंख्या में होने वाले परिवर्तन की मुख्य प्रक्रियाएँ कौन-सी हैं ? व्याख्या कीजिए।
उत्तर – जनसंख्या परिवर्तन के मुख्य घटक जन्म, मृत्यु और प्रवास हैं।
(i) जन्म दर– यह वृद्धि का एक प्रमुख घटक है एक वर्ष में प्रति हजार व्यक्तियों में जितने जीवित बच्चों का जन्म होता है। उसे ‘जन्म दर’ कहते हैं भारत में हमेशा जन्म दर मृत्यु दर से अधिक रही है।
(ii) मृत्यु दर– एक वर्ष में प्रति हजार व्यक्तियों में मरने वालों की संख्या को ‘मृत्यु दर’ कहते हैं। मृत्यु दर में तेज गिरावट भारत की जनसंख्या में वृद्धि का एक प्रमुख कारण है।
(iii) प्रवास– प्रवास जनसंख्या परिवर्तन का एक प्रमुख घटक है लोगों का एक क्षेत्र से दूसरी क्षेत्र में चले जाने को प्रवास कहते हैं। यह केवल जनसंख्या के आकार को प्रभावित नहीं करता बल्कि उम्र एवं लिंग के दृष्टिकोण से ग्रामीण और नगरीय जनसंख्या की संरचना को प्रभावित करता है।
Q30. भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित को दिखाइए :
(i) कोरोमंडल तट
(ii) छोटा नागपुर का पठार
(iii) गंगा नदी
(iv) वुलर झील
उत्तर –
(Economics)
Q31. एक वर्ष में किसी भूमि पर एक से ज्यादा फसल पैदा करने को ………….. कहते हैं ?
उत्तर – बहु विध फसल प्रणाली
Q32. …………… कौशल और उनमें निहित उत्पादन के ज्ञान का स्टॉक है।
(A) भूमि
(B) श्रम
(C) मानव पूँजी
(D) भौतिक पूँजी
उत्तर – (C) मानव पूँजी
Q33. अन्नपूर्णा योजना कब प्रारंभ की गई ?
(A) 2000
(B) 1997
(C) 1992
(D) 2013
उत्तर – (A) 2000
Q34. सार्वजनिक वितरण प्रणाली क्या है ?
उत्तर – सार्वजनिक वितरण प्रणाली से आशय उस प्रणाली से है जिसके अन्तर्गत सार्वजनिक रूप से उपभोक्ताओं विशेषकर कमजोर वर्ग के उपभोक्ताओं को निर्धारित कीमतों पर उचित मात्रा में विभिन्न उपभोक्ता वस्तुएँ बेची जाती हैं। इस प्रणाली में विभिन्न वस्तुओं (गेहूँ, चावल, चीनी, आयातित खाद्य तेल, कोयला, मिट्टी का तेल आदि) का विक्रय राशन की दुकान व सहकारी उपभोक्ता भण्डारों के माध्यम से कराया जाता है।
Q35. उत्पादन के कारक कौन-कौन से हैं ?
उत्तर – भूमि, श्रम, पूँजी और उद्यमिता
Q36. ‘संसाधन के रूप में लोग’ से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर – ‘संसाधन के रूप में लोग’ से अभिप्राय वर्तमान उत्पादन कौशल और क्षमताओं के संदर्भ में किसी देश के कार्यरत लोगों के वर्णन करने की एक विधि से है। दूसरे उत्पादन संसाधनों की भाँति, जनसंख्या भी एक संसाधन है जिसे मानव संसाधन कहते हैं।
Q37. भारत में निर्धनता की भावी चुनौतियों का वर्णन कीजिए।
उत्तर – निर्धनता या गरीबी एक अवस्था है जिसमें जीवन जीने के लिए न्युनतम उपयोग रोटी, कपड़ा, मकान, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मानवीय आवश्यकताओं को प्राप्त करने में असमर्थता या आभाव को निर्धनता कहते हैं।
निर्धनता की चुनौतियां निम्नलिखित हैं –
(i) लैंगिक समता तथा निर्धनों में सम्मान
(ii) शिक्षा व रोजगार सुरक्षा उपलब्ध कराना
(iii) न्यूनतम आवश्यक आय की उपलब्धता
(iv) सभी को स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराना।