HBSE Class 12 History SAT-1 Question Paper 2024 Answer Key

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HBSE Class 12 History SAT-1 Question Paper 2024 Answer Key

Instructions :
• All questions are compulsory.
• Questions (1-10) carry 1 mark each.
• Questions (11-15) carry 3 marks each.
• Question (16) source based, carry 4 marks.
• Question (17) carry 6 marks.
• Question (18) map, carry 5 marks.

1. हडप्पा सभ्यता की खोज किसने की थी?
(a) दया राम साहिनी
(b) आर डी बेनेर्जी
(c) सर जॉन मार्शल
(d) आर.एस. बिष्ट
उत्तर – (a) दया राम साहिनी

2. मौर्य साम्राज्य के संस्थापक कौन थे?
(a) बिम्बिसार
(b) चन्द्रगुप्त मौर्य
(c) बिन्दुसार
(d) अशोक
उत्तर – (b) चन्द्रगुप्त मौर्य

3. महाभारत की रचना किसने की थी?
(a) महर्षि वेदव्यास
(b) महर्षि वाल्मीकि
(c) मनु
(d) याज्ञवल्क्य
उत्तर – (a) महर्षि वेदव्यास

4. निम्नलिखित में से कौन ‘द स्टोरी ऑफ इंडियन आर्कियोलॉजी’ पुस्तक के लेखक थे?
(a) मार्टिनव्हीलर
(b) जॉन मार्शल
(c) एस. एन. राव
(d) राखल दास बनर्जी
उत्तर – (c) एस. एन. राव

5. निम्नलिखित में से कौन-सा भारत का सबसे पुराना स्तूप है जिसका निर्माण मौर्य राजा अशोक के द्वारा करवाया गया था?
(a) शांति स्तूप
(b) अमरावती स्तूप
(c) सांची स्तूप
(d) नागार्जुन कौंडा स्तूप
उत्तर – (c) सांची स्तूप

6. धर्मशास्त्र के अनुसार विवाह ………….. प्रकार के होते हैं।
उत्तर – आठ

7. सिक्कों के अध्ययन को ……….… कहा जाता है।
उत्तर – मुद्राशास्त्र

8. मोहनजोदड़ो का शाब्दिक अर्थ क्या है?
उत्तर – मृतकों का टीला

9. अशोक के अधिकांश अभिलेख कौन-सी लिपियों में लिखे गए हैं?
उत्तर – ब्राह्मी लिपि और खरोष्ठी लिपि

10. अभिकथन (A) : सिंधुघाटी सभ्यता को हड़प्पा संस्कृति भी कहा जाता है।
कारण (R) : इस सभ्यता का सबसे पहला खोजा गया स्थल हड़प्पा था।
उत्तर – अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है और कारण (R), अभिकथन (A) की सही व्याख्या करता है।

11. हड़प्पा सभ्यता के विनाश के कोई दो कारण लिखिए?
उत्तर – बाढ़, महामारी, जलवायु परिवर्तन

12. स्तूप क्यों बनाए जाते थे? चर्चा कीजिए।
उत्तर – स्तूप, बौद्ध धर्म से जुड़ा एक स्मारक है। स्तूप को बौध्य धर्मावलंबी एक पवित्र स्थान मानते है। जिन स्थानों पर बौधिसत्वों एवं बुद्ध से जुड़े कुछ अवशेष जैसे उनकी अस्थियाँ या उनके द्वारा प्रयुक्त सामान गाड़ दिये गये थे। इन टीलो को स्तूप कहते थे। स्तूप बनाने की परंपरा बुद्ध से पहले की रही होगी लेकिन वह बौद्ध धर्म से जुड़ गई।

13. जाति प्रथा के कोई तीन दोष या बुराई बताइए?
उत्तर – जाति प्रथा समाज को कई हिस्सों में विभाजित कर देती है।
• इससे देश की राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता को हानि पहुँचती है।
• इससे छुआछूत की प्रथा का प्रसार होता है।

14. महायान और हीनयान में तीन अंतर बताएं?
उत्तर – महायान सम्प्रदाय के ग्रन्थ संस्कृत भाषा में है जबकि हीनयान सम्प्रदाय के ग्रन्थ पालि भाषा में है।
• महायान सम्प्रदाय में मूर्ति पूजा आरम्भ हो गई जबकि हीनयान सम्प्रदाय में गौतम बुद्ध को आदर्श और पवित्रता का प्रतीक पुरुष माना गया।
• महायान बौद्ध धर्म का नूतन सम्प्रदाय है जबकि हीनयान बौद्ध धर्म का प्राचीन सम्प्रदाय है।

15. महाभारत के महत्व पर प्रकाश डालिए?
उत्तर – भारतीय संस्कृति तथा हिन्दू धर्म के विकास का लेखा जोखा है।
• यह एक बहुआयामी ग्रंथ है।
• समाज के सभी अंग जैसे राजनीति, धर्म, दर्शन तथा आदर्श की झलक मिलती है।
• इसमें युद्ध व शांति, सदगुण व दुर्गुण की व्याख्या की गई है।
• भारतीय इतिहास का महत्वपूर्ण स्त्रोत है। रूपक कथाएँ संभवतः काल्पनिक है।

16. CASE STUDY : पाटलिपुत्र का इतिहास – प्रत्येक नगर का अपना इतिहास था। उदाहरण के तौर पर पाटलिपुत्र का विकास पाटलिग्राम नाम के एक गाँव से हुआ। फिर पाँचवी सदी ई.पू. में मगध शासकों ने अपनी राजधानी राजगाह को हटाकर इसे बस्ती में लाने का निर्णय किया और इसका नाम बदल दिया ……। जब चीनी यात्री श्वैन त्सांग सातवी सदी ई. में यहां आया तो इसे यह नगर खण्डर में बदला मिला ……।
(i) मगध की प्रथम राजधानी कौन सी थी?
उत्तर – राजगाह

(ii) पाटलिपुत्र को मगध की राजधानी कब बनाया गया?
उत्तर – 5वी सदी ई.पू. में

(iii) किस चीनी यात्री ने सातवी सदी में भारत की यात्रा की?
उत्तर – श्वैन त्सांग

(iv) पाटलिपुत्र का विकास किस नाम के एक गाँव से हुआ।
उत्तर – पाटलिग्राम

17. हड़प्पा सभ्यता के शहरी केंद्रों की अनूठी विशेषताओं का वर्णन करें।
उत्तर – हड़प्पा सभ्यता, जिसे सिंधु घाटी सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है, का उद्भव लगभग 3300-1300 ईसा पूर्व हुआ था। इसके शहरी केंद्रों की कई अनूठी विशेषताएं थीं, जो इसे अपने समय की अन्य सभ्यताओं से अलग करती थीं। यहाँ कुछ प्रमुख विशेषताओं का वर्णन किया गया है :
• नगर नियोजन – हड़प्पा सभ्यता के शहरों का योजनाबद्ध ढंग से निर्माण किया गया था। शहरों की सड़कों को ग्रिड प्रणाली में बसाया गया था, जिसमें चौड़ी मुख्य सड़कें और उनसे जुड़ी संकरी गलियाँ होती थीं। यह नियोजन व्यवस्था आज की शहरी योजना की तरह थी।
• जल निकासी प्रणाली – हड़प्पा सभ्यता की जल निकासी प्रणाली अत्यंत उन्नत थी। प्रत्येक घर के साथ एक निजी स्नानगृह और पानी निकालने के लिए एक नाली होती थी, जो मुख्य जल निकासी नालियों से जुड़ी होती थी। यह नालियाँ ईंटों से बनी होती थीं और बहुत सुव्यवस्थित तरीके से बनाई जाती थीं।
• किलेबंदी और सुरक्षा – हड़प्पा के शहरों में प्रायः एक किला होता था, जिसे एक ऊँचे प्लेटफार्म पर बनाया जाता था। किले में सार्वजनिक भवन, गोदाम और कभी-कभी स्नानागृह भी होते थे। इससे शहरी केंद्रों की सुरक्षा और प्रशासनिक कार्यों का संचालन सुनिश्चित होता था।
• भवन निर्माण और वास्तुकला – हड़प्पा के लोग पकी हुई ईंटों का उपयोग करके अपने घर बनाते थे। घरों में कई कमरे, आँगन, और कभी-कभी कुएं भी होते थे। घरों की छतें सपाट होती थीं और अक्सर वे एक-दूसरे से जुड़े होते थे।
• सार्वजनिक स्नानगृह – मोहनजोदड़ो में मिला ‘महान स्नानागार’ एक प्रमुख उदाहरण है। यह एक बड़ा आयताकार ढांचा था, जिसमें एक गहरा स्नान कुंड था। इसके चारों ओर गलियारे और कमरे थे, जो सार्वजनिक स्नान के लिए उपयोग होते थे।
• भंडारण और गोदाम – अनाज और अन्य वस्तुओं के संग्रहण के लिए बड़े गोदाम बनाए गए थे। मोहनजोदड़ो और हड़प्पा दोनों में अनाज रखने के लिए विशाल गोदाम पाए गए हैं, जो यह दर्शाते हैं कि वहां के लोग कृषि उत्पादों को संग्रहित करने की अच्छी व्यवस्था रखते थे।
• व्यापार और वाणिज्य – हड़प्पा सभ्यता के लोग व्यापार के लिए भी प्रसिद्ध थे। उनके द्वारा उपयोग की गई माप और तौल की इकाइयाँ बहुत सटीक थीं। सभ्यता के विभिन्न स्थलों पर मिले मोहरें और मुहरें व्यापारिक गतिविधियों का प्रमाण देती हैं।
• कला और शिल्प – हड़प्पा के लोग शिल्पकला में भी निपुण थे। वहां से मिले टेराकोटा, पत्थर और धातु की मूर्तियाँ, बर्तन, गहने और अन्य शिल्पकृतियाँ उनकी उत्कृष्ट कला को दर्शाते हैं।
इन सभी विशेषताओं के कारण हड़प्पा सभ्यता अपने समय की सबसे उन्नत और संगठित शहरी सभ्यताओं में से एक मानी जाती है।

18. दिए गए भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित को दर्शाएँ :

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