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HBSE Class 12 History Important Question Answer 2024-2025
Objective Questions
1. हड़प्पा किस नदी के तट पर स्थित है?
(a) रावी नदी
(b) सिन्धु नदी
(c) झेलम नदी
(d) सतलुज नदी
उत्तर – (a) रावी नदी
2. मोहनजोदड़ो किस नदी पर स्थित है?
(a) रावी नदी
(b) सिंधु नदी
(c) घग्गर नदी
(d) सरस्वती नदी
उत्तर – (b) सिंधु नदी
3. हड़प्पा सभ्यता में एक उन्नत जलप्रबंधन व्यवस्था का साक्ष्य कहां से प्राप्त हुआ है?
(a) आलमगीरपुर
(b) धोलावीरा
(c) कालीबंगा
(d) लोथल
उत्तर – (b) धोलावीरा
4. मौर्य वंश का संस्थापक कौन था?
(a) बिंदुसार
(b) अशोक
(c) चंद्रगुप्त मौर्य
(d) ब्रहदृथ
उत्तर – (c) चंद्रगुप्त मौर्य
5. पांचवी रिपोर्ट ब्रिटिश संसद में कब पारित की गई?
(a) 1817 में
(b) 1820 में
(c) 1831 में
(d) 1813 में
उत्तर – (d) 1813 में
6. अंग्रेजों ने सती प्रथा को कब समाप्त किया था?
(a) 1829 में
(b) 1793 में
(c) 1813 में
(d) 1822 में
उत्तर – (a) 1829 में
7. बिहार के जगदीशपुर (आरां) में किसने क्रांति का नेतृत्व किया था?
(a) मौलवी अहमदुल्ला
(b) कुंवर सिंह
(c) रानी लक्ष्मीबाई
(d) तात्या टोपे
उत्तर – (b) कुंवर सिंह
8. खिलाफत आंदोलन का नेतृत्व किसने किया था?
(a) मोहम्मद अली
(b) महात्मा गांधी
(c) जवाहरलाल नेहरू
(d) वल्लभभाई पटेल
उत्तर – (a) मोहम्मद अली
9. संविधान सभा के सामने जवाहरलाल नेहरू ने उद्देश्य प्रस्ताव कब पारित किया?
(a) 13 दिसंबर 1945
(b) 13 दिसंबर 1946
(c) 16 अगस्त 1945
(d) 16 अगस्त 1946
उत्तर – (b) 13 दिसंबर 1946
10. किस स्थान पर हड़प्पा सभ्यता विशाल स्नानागार प्राप्त हुए हैं?
(a) हड़प्पा
(b) मोहनजोदड़ो
(c) बनावली
(d) चंहुदड़ो
उत्तर – (b) मोहनजोदड़ो
11. महाभारत की रचना किसने की थी?
(a) महर्षि वेदव्यास
(b) महर्षि वाल्मीकि
(c) मनु
(d) याज्ञवल्क्य
उत्तर – (a) महर्षि वेदव्यास
12. इब्नबतूता कहां का निवासी था?
(a) फ्रांस
(b) इटली
(c) मोरक्को
(d) उज़्बेकिस्तान
उत्तर – (c) मोरक्को
13. अबुल फजल द्वारा रचित पुस्तक का नाम क्या है?
(a) आईने अकबरी
(b) बाबरनामा
(c) हुमायूंनामा
(d) बादशाहनामा
उत्तर – (a) आईने अकबरी
14.18वीं सदी के उत्तरार्ध में जमीदार के राजस्व अधिकारी क्या कहलाते थे?
(a) गुमास्ता
(b) अमला
(c) चौकीदार
(d) मुंशी
उत्तर – (b) अमला
15. भारतीय संविधान किस वर्ष अस्तित्व में आया?
(a) 26 जनवरी 1950
(b) 15 अगस्त 1950
(c) 15 अगस्त 1947
(d) 26 जनवरी 1947
उत्तर – (a) 26 जनवरी 1950
16. एशियाटिक सोसाइटी ऑफ़ बंगाल की स्थापना कब हुई?
(a) 15 जनवरी 1850
(b) 16 अगस्त 1842
(c) 15 जनवरी 1784
(d) 16 अगस्त 1784
उत्तर – (c) 15 जनवरी 1784
17. महात्मा बुद्ध को निर्वाण किस स्थान पर प्राप्त हुआ?
(a) कुशीनगर
(b) पावापुरी
(c) बोधगया
(d) सारनाथ
उत्तर – (c) बोधगया
18. निम्नलिखित में से कौन ‘द स्टोरी ऑफ इंडियन आर्कियोलॉजी’ पुस्तक के लेखक थे?
(a) मार्टिनव्हीलर
(b) जॉन मार्शल
(c) एस. एन. रॉय
(d) राखल दास बनर्जी
उत्तर – (c) एस. एन. रॉय
19. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के प्रथम महानिदेशक कौन थे?
(a) अलेक्जेंडर कनिंघम
(b) हेरोल्ड हरग्रीव्स
(c) दयाराम साहनी
(d) जान मार्शल
उत्तर – (a) अलेक्जेंडर कनिंघम
20. निम्नलिखित में से कौन-सी धार्मिक प्रथा हड़प्पा संस्कृति से अपरिचित और असामान्य प्रतीत होती थी?
(a) एक देवी माँ
(b) पुजारी राजा
(c) योग मुद्रा सील
(d) संस्कृत यज्ञ
उत्तर – (d) संस्कृत यज्ञ
21. निम्नलिखित में से कौन-सा भारत का सबसे पुराना स्तूप है जिसका निर्माण मौर्य राजा अशोक के द्वारा करवाया गया था?
(a) शांति स्तूप
(b) अमरावती स्तूप
(c) सांची स्तूप
(d) नागार्जुन कौंडा स्तूप
उत्तर – (c) सांची स्तूप
22. निम्नलिखित में से कौन-सा पहलू जैन धर्म में तीर्थंकरों के अर्थ का वर्णन करता है?
(a) एक सर्वोच्च प्राणी जो ईश्वर का अवतार है।
(b) जो पुरुषों और महिलाओं को अस्तित्व की नदी के पार ले जाते हैं।
(c) जो वेदांत तपस्या के मार्ग पर चलते हैं।
(d) जो परम सत्य और धर्म को जानते हैं।
उत्तर – (b) जो पुरुषों और महिलाओं को अस्तित्व की नदी के पार ले जाते हैं।
23. निम्नलिखित में से किस साम्राज्य ने सबसे पहले सोने के सिक्के जारी किये?
(a) गुप्त साम्राज्य
(b) मौर्य साम्राज्य
(c) कुषाण साम्राज्य
(d) यौधेय साम्राज्य
उत्तर – (c) कुषाण साम्राज्य
24. हड़प्पा सभ्यता का निम्नलिखित में से कौन-सा शहर विशेष रूप से शैल वस्तुओं के शिल्प उत्पादन के लिए समर्पित था?
(a) कोटदीजी
(b) मनोरंजन
(c) मांडा
(d) चन्हुदड़ो
उत्तर – (d) चन्हुदड़ो
25. निम्नलिखित में से प्रयाग प्रशस्ति के रचयिता कौन थे?
(a) कालिदास
(b) कल्हण
(c) हरिषेण
(d) बाणभट्ट
उत्तर – (c) हरिषेण
26. हडप्पा सभ्यता में मिट्टी के हल के अवशेष कहां से मिले?
(a) धोलावीरा
(b) कालीबंगा
(c) बनावली
(d) लोथल
उत्तर – (c) बनावली
27. हर्यक वंश का संस्थापक कौन था?
(a) बिंबिसार
(b) अजातशत्रु
(c) उदयिन
(d) कालाशोक
उत्तर – (a) बिंबिसार
28. कुषाण काल में कला का प्रमुख केंद्र कौन-सा था?
(a) मथुरा
(b) तक्षशिला
(c) वाराणसी
(d) पेशावर
उत्तर – (a) मथुरा
29. महरौली का लौह स्तम्भ किसने बनवाया?
(a) समुंद्रगुप्त
(b) कुमार गुप्त
(c) रामगुप्त
(d) चंद्रगुप्त द्वितीय
उत्तर – (d) चंद्रगुप्त द्वितीय
30. बर्नियर ने किस शासक के दरबार में एक चिकित्सक के रूप में कार्य किया?
(a) औरंगजेब
(b) शाहजहाँ
(c) दारा शिकोह
(d) शाह शुजा
उत्तर – (c) दारा शिकोह
31. तमिलनाडु में शिव भक्तों को क्या कहा जाता था?
(a) अलवार
(b) नयनार
(c) शिव उपासक
(d) नाथ
उत्तर – (b) नयनार
32. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय का उद्घाटन कब हुआ?
(a) 1916
(b) 1918
(c) 1917
(d) 1921
उत्तर – (a) 1916
33. मौर्य साम्राज्य के संस्थापक कौन थे?
(a) बिम्बिसार
(b) चन्द्रगुप्त मौर्य
(c) बिन्दुसार
(d) अशोक
उत्तर – (b) चन्द्रगुप्त मौर्य
34. मनु स्मृति का रचनाकाल क्या था?
(a) 2000 ई.पू. से 50 ई.पू.
(b) 200 ई. से 300 ई.
(c) 200 ई.पू. से 200 ई.
(d) 100 ई.पू. से 100 ई.
उत्तर – (c) 200 ई.पू. से 200 ई.
35. जातकों की भाषा क्या थी?
(a) संस्कृत
(b) पालि
(c) हिन्दी
(d) प्राकृत
उत्तर – (b) पालि
36. इब्न बतूता ने भारत में कौन सी वस्तु विचित्र लगी?
(a) नारियल
(b) पान
(c) (क) और (ख) दोनो
(d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (c) (क) और (ख) दोनो
37. भारत में सूफी आन्दोलन का कौन-सा सिलसिला अधिक लोकप्रिय हुआ?
(a) कादरी
(b) नक्सबंदी
(c) सुहरावर्दी
(d) चिश्ती
उत्तर – (d) चिश्ती
38. गजपति की उपाधि कहां के शासक धारण करते थे?
(a) बहमनी
(b) विजय नगर
(c) उड़ीसा
(d) महाराष्ट्र
उत्तर – (c) उड़ीसा
39. शाह नहर की मुरम्मत किसने करवाई थी?
(a) बाबर
(b) हुमायूँ
(c) शाहजहाँ
(d) अकबर
उत्तर – (c) शाहजहाँ
40. ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ महात्मा गांधी के द्वारा कब शुरू किया गया था?
उत्तर – 1942 में
41. त्रिरत्न किस धर्म से संबंधित ग्रंथ है?
उत्तर – बुद्ध, धम्म, संघ
42. वर्णव्यवस्था में प्रथम वर्ग कौन-सा था?
उत्तर – ब्राह्मण
43. संत कबीर के गुरु का नाम क्या था?
उत्तर – रामानंद
44. कौटिल्य (चाणक्य) ने कौन-सा प्रसिद्ध ग्रंथ लिखा था?
उत्तर – अर्थशास्त्र
45. अशोक के अधिकांश अभिलेख कोन-सी लिपियों में लिखे गए हैं?
उत्तर – ब्राह्मी लिपि और खरोष्ठी लिपि
46. विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब हुई थी?
उत्तर – 1336 ईo
47. हंपी नगर किस नदी के तट पर स्थित है?
उत्तर – तुंगभद्रा नदी
48. विजयनगर साम्राज्य का अंतिम राजवंश कौन था?
उत्तर – अराविडु
49. सिक्कों के अध्ययन को क्या कहा जाता है?
उत्तर – मुद्राशास्त्र
50. जैन धर्म के 24वें तीर्थकर कौन थे?
उत्तर – महावीर स्वामी
51. ब्रिटिश पार्लियामेंट में पांचवी रिपोर्ट कब प्रस्तुत की गई?
उत्तर – 1813 ईo
52. झांसी में 1857 की क्रांति का नेतृत्व किसने किया?
उत्तर – रानी लक्ष्मीबाई
53. संविधान सभा के समक्ष उद्देश्य प्रस्ताव किसने पेश किया?
उत्तर – पंडित जवाहरलाल नेहरू
54. हाजा पक्षी किसे कहा जाता था?
उत्तर – मोर
55. लिंगायत संप्रदाय का जन्म किस राज्य में हुआ?
उत्तर – कर्नाटक
56. महात्मा बुद्ध की शिक्षाएँ किस में दी गई हैं?
उत्तर – त्रिपिटक
57. किताब-उल-हिन्द कौन-सी भाषा में लिखी गई थी?
उत्तर – अरबी
58. महात्मा गाँधी दक्षिण अफ्रीका से भारत वापस कब आए?
उत्तर – 9 जनवरी 1915
59. सुदर्शन झील की मरम्मत किसने कराई थी?
उत्तर – शक शासक रुद्रदमन प्रथम
60. भारत में तंबाकू की कृषि किस सदी के आरंभिक दशक में शुरू हुई थी?
उत्तर – 17 वीं सदी
61. क्रिप्स मिशन भारत में कब आया?
उत्तर – 22 मार्च 1942
62. फ्रांसिस बुकाकन कौन था?
उत्तर – एक चिकित्सक था जो बंगाल में (1794-1815) चिकित्सा सेवा में रहा।
63. कृष्ण देव राय द्वारा रचित पुस्तक का नाम बताएं?
उत्तर – अमुक्तमाल्यद
64. कालिन मैकेन्ज़ी भारत के सर्वेयर जनरल कब बने थे?
उत्तर – 1815
65. ‘द रिलीफ आफ लखनऊ’ नामक चित्र किस ने बनाया था?
उत्तर – थॉमस जॉन्स बार्कर
66. कुरान की रचना कौन-सी भाषा में की गई थी?
उत्तर – अरबी
67. सिखों के नवें गुरु कौन थे?
उत्तर – गुरु तेग बहादुर
68. अष्टाध्यायी का लेखक कौन था?
उत्तर – पाणिनि
69. अमरावती का स्तूप कहां स्थित है?
उत्तर – आंध्र प्रदेश
70. यूनेस्को द्वारा हंपी को कब विश्व पुरातत्व स्थल घोषित किया गया?
उत्तर – 1986 में
71. 16वीं-17वीं सदी में कितने प्रतिशत लोग गांव में रहते थे?
उत्तर – 85%
72. स्वराज दल की स्थापना कब और किसने की थी?
उत्तर – 1923 में, चितरंजन दास ने
73. हिंद स्वराज पुस्तक के लेखक कौन थे?
उत्तर – महात्मा गाँधी
74. संविधान सभा की प्रारूप समिति के अध्यक्ष कौन थे?
उत्तर – भीमराव अंबेडकर
75. गजपति वंश का शासन किस राज्य में था?
उत्तर – उड़ीसा
76. पैदल डाक व्यवस्था को क्या कहा जाता था?
उत्तर – दावा
77. इंडिया ऑफिस की स्थापना कहा पर हुई थी?
उत्तर – मद्रास
78. मोहन जोदड़ो का शब्दिक अर्थ क्या है?
उत्तर – मृतकों का टीला
79. ‘कुन्ती ओ निशादी’ किसकी रचना है?
उत्तर – महाश्वेता देवी
80. जैन धर्म के प्रथम तीर्थकर कौन थे?
उत्तर – ऋषभदेव
81. इब्नबतूता नारियल की तुलना किससे करता है?
उत्तर – मानव सिर से
82. सूफी संत के निवास स्थान को क्या कहा जाता है?
उत्तर – खानकाह
83. दामिन-इ-कोह नामक भू-भाग पर किस को बसाया गया?
उत्तर – संथाल
84. किसको बंगाल आर्मी की पौधशाला कहा जाता था?
उत्तर – अवध
85. गांधी जी द्वारा कौन-से दो समाचार पत्र निकाले गये?
उत्तर – यंग इण्डिया और हरिजन
86. किसको आधुनिक मनु एवं भारतीय संविधान का पिता कहा जाता है?
उत्तर – डॉ. बी. आर. अम्बेडकर
Assertion-Reason Based Questions (अभिकथन-कारण आधारित प्रश्न)
नीचे दो कथन दिए गए हैं जिनमें एक को अभिकथन (A) और दूसरे को कारण (R) द्वारा अंकित किया गया है। इन दोनों कथनों को ध्यान से पढ़िए और नीचे दिए गए विकल्पों (a), (b), (c) एवं (d) में से उत्तर के रूप में सही विकल्प चुनिए।
1. अभिकथन (A) : सिंधुघाटी सभ्यता को हड़प्पा संस्कृति भी कहा जाता है।
कारण (R) : इस सभ्यता का सबसे पहला खोजा गया स्थल हड़प्पा था।
(a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) अभिकथन (A) सही है परंतु कारण (R) सही नहीं है।
(d) कारण (R) सही है परंतु अभिकथन (A) सही नहीं है।
उत्तर – (a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
2. अभिकथन (A) : गुरु नानक देवजी ने अपने अनुयायी अर्जुनदेव जी को अपने बाद गुरुपद पर आसीन किया।
कारण (R) : बाबा गुरु नानक ने अपने अनुयायियों को एक समुदाय में संगठित करके संघ के नियम निर्धारित किये।
(a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) अभिकथन (A) औ रकारण (R) दोनों सही है परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) अभिकथन (A) सही है परंतु कारण (R) सही नहीं है।
(d) कारण (R) सही है परंतु अभिकथन (A) सही नहीं है।
उत्तर – (d) कारण (R) सही है परंतु अभिकथन (A) सही नहीं है।
3. अभिकथन (A) : जमीदारों की शक्ति जोतदारों की ताकत की अपेक्षा अधिक प्रभावशाली होती थी।
कारण (R) : जमींदार शहर में रहते थे जबकि जोतदार गांव में ही रहते थे।
(a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) अभिकथन (A) सही है परंतुकारण (R) सही नहीं है।
(d) कारण (R) सही है परंतु अभिकथन (A) सही नहीं है।
उत्तर – (d) कारण (R) सही है परंतु अभिकथन (A) सही नहीं है।
4. अभिकथन (A) : महाभारत का युद्ध कौरव और पांडवों के बीच हुआ था।
कारण (R) : यह युद्ध सत्ता संसाधन प्राप्त करने के लिए लड़ा गया।
(a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) अभिकथन (A) सही है परंतु कारण (R) सही नहीं है ।
(d) कारण (R) सही है परंतु अभिकथन (A) सही नहीं है।
उत्तर – (a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
5. अभिकथन (A) : इब्नबतूता की पुस्तक का नाम रिहला है।
कारण (R) : यह अरबी भाषा में लिखी गई है।
(a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) अभिकथन (A) सही है परंतु कारण (R) सही नहीं है।
(d) कारण (R) सही है परंतु अभिकथन (A) सही नहीं है।
उत्तर – (b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
6. अभिकथन (A) : 1857 ईस्वी में ब्रिटेन में कपास आपूर्ति संघ की स्थापना हुई और 1859 ईस्वी में मैनचेस्टर कॉटन कंपनी बनाई गई।
कारण (R) : इनकी स्थापना कपास के नियमित निर्यात के लिए की गई थी।
(a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है परंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) अभिकथन (A) सही है परंतु कारण (R) सही नहीं है।
(d) कारण (R) सही है परंतु अभिकथन (A) सही नहीं है।
उत्तर – (c) अभिकथन (A) सही है परंतु कारण (R) सही नहीं है ।
7. अभिकथन (A) : महानवमी डिब्बा एक विशालकाय जलाशय था।
कारण (R) : महानवमी डिब्बा को डोमिंगो पेस ‘विजय का भवन’ की संज्ञा देता है।
(a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) अभिकथन (A) सही है परन्तु कारण (R) सही नहीं है।
(d) कारण (R) सही है परन्तु अभिकथन (A) सही नहीं है।
उत्तर – (d) कारण (R) सही है परन्तु अभिकथन (A) सही नहीं है।
8. अभिकथन (A) : 1857 में, ब्रिटेन में कपास आपूर्ति संघ की स्थापना हुई और 1859 में मैनचेस्टर कॉटन कंपनी बनाई गई।
कारण (R) : इनकी स्थापना कपास के नियमित निर्यात के लिए की गई थी।
(a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) अभिकथन (A) सही है परन्तु कारण (R) सही नहीं है।
(d) कारण (R) सही है परन्तु अभिकथन (A) सही नहीं है।
उत्तर – (c) अभिकथन (A) सही है परन्तु कारण (R) सही नहीं है।
9. अभिकथन (A) : क्रिप्स मिशन की विफलता के बाद महात्मा गाँधी ने 1942 ई. में सविनय अवज्ञा आंदोलन चलाया।
कारण (R) : ‘भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान पश्चिम में सतारा और पूर्व में मेदिनीपुर जैसे कई जिलों में ‘स्वतंत्र’ सरकार (प्रतिसरकार) की स्थापना की गई।
(a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करताहै।
(c) अभिकथन (A) सही है परन्तु कारण (R) सही नहीं है।
(d) कारण (R) सही है परन्तु अभिकथन (A) सही नहीं है।
उत्तर – (d) कारण (R) सही है परन्तु अभिकथन (A) सही नहीं है।
10. अभिकथन (A) : सांची में जातकों से जानवरों की कई कहानियाँ ली गई हैं।
कारण (R) : लोगों को बौद्ध धर्म की तरफ आकर्षित करने के लिए जानवरों का उत्कीर्णन किया गया था।
(a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) अभिकथन (A) सही है परन्तु कारण (R) सही नहीं है।
(d) कारण (R) सही है परन्तु अभिकथन (A) सही नहीं है।
उत्तर – (a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
11. अभिकथन (A) : 12वीं शताब्दी में भक्ति आंदोलन बासवन्ना के नेतृत्व में चलाया गया था।
कारण (R) : बासवन्ना के अनुयायी वीरशैव और लिंगायत कहलाए।
(a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) अभिकथन (A) सही है परन्तु कारण (R) सही नहीं है।
(d) कारण (R) सही है परन्तु अभिकथन (A) सही नहीं है।
उत्तर – (b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
12. अभिकथन (A) : 13 दिसंबर 1946 को डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने संविधान सभा के सामने उद्देश्य प्रस्ताव पेश किया।
कारण (R) : यह एक ऐतिहासिक प्रस्ताव था जिसमें स्वतंत्र भारत के संविधान के मूल आदशों की रूपरेखा प्रस्तुत की गई थी?
(a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं और (R), (A) की सही व्याख्या करता है।
(b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही हैं परन्तु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं करता है।
(c) अभिकथन (A) सही है परन्तु कारण (R) सही नहीं है।
(d) कारण (R) सही है परन्तु अभिकथन (A) सही नहीं है।
उत्तर – (d) कारण (R) सही है परन्तु अभिकथन (A) सही नहीं है।
13. निम्नलिखित कथनों पर विचार करेंगे, एक को अभिकथन (A) और दूसरे को कारण (R) के रूप में लेबल किया गया है। कथन को पढ़िये उपयुक्त विकल्प का चयन कीजिए।
अभिकथन (A) : 10 मई 1857 की दोपहर बाद मेरठ छावनी में सिपाहियों ने विद्रोह कर दिया।
कारण (R) : फिरंगियों का सफाया करने के लिए हिन्दी, उर्दू और फारसी में अपीले जारी होने लगे।
(a) A और R दोनो सही हैं। और R, A की सही व्याख्या है।
(b) A और R दोनो सही हैं। और R, A की सही व्याख्या नहीं है।
(c) A सही हैं, R सही नहीं है।
(d) R सही हैं, A सही नहीं है।
उत्तर – (a) A और R दोनो सही हैं। और R, A की सही व्याख्या है।
14. अभिकथन (A) : 12 मार्च, 1930 को गांधी जी ने अपने साबरमती आश्रम से दांडी यात्रा की शुरूआत की।
कारण (R) : नमक सत्याग्रह के सिलसिले में लगभग 60 हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें गांधी जी भी थे।
(a) A और R दोनो सही हैं। और R, A की सही व्याख्या है।
(b) A और R दोनो सही हैं। और R, A की सही व्याख्या नहीं है।
(c) A सही हैं, R सही नहीं है ।
(d) R सही हैं, A सही नहीं है।
उत्तर – (a) A और R दोनो सही हैं। और R, A की सही व्याख्या है।
15. अभिकथन (A) : 16 अगस्त, 1946 के दिन को मुस्लिम-लीग ने एक प्रत्यक्ष कार्यवाही दिवस के रूप में मनाने का आह्वान किया।
कारण (R) : कांग्रेस ने दो राष्ट्र के सिद्धान्त को स्वीकार किया।
(क) A और R दोनो सही हैं। और R, A की सही व्याख्या है।
(ख) A और R दोनो सही हैं। और R, A की सही व्याख्या नहीं है।
(ग) A सही हैं, R सही नहीं है।
(घ) R सही हैं, A सही नहीं है।
उत्तर – (c) A सही हैं, R सही नहीं है।
Subjective Questions
1. जाति प्रथा के कोई तीन दोष या बुराई बताइए?
उत्तर – (i) जाति प्रथा समाज को कई हिस्सों में विभाजित कर देती है।
(ii) इससे देश की राष्ट्रीय एकता एवं अखण्डता को हानि पहुँचती है।
(iii) इससे छुआछूत की प्रथा का प्रसार होता है।
2. अल-बिरूनी का जन्म कब और कहां हुआ था?
उत्तर – अल-बिरुनी उज्बेकिस्तान के ख्वारिज्म शहर का निवासी था। उसका जन्म 973 ई० में हुआ था। वह महमूद गजनवी के साथ भारत आया था। उसकी पुस्तक का नाम किताब-उल-हिंद है जिसे अरबी भाषा में लिखा गया है।
3. धर्मनिरपेक्ष राज्य से आप क्या समझते है? विस्तार से बताएं?
उत्तर – धर्म निरपेक्ष राज्य से अभिप्राय उस राज्य से है, जिसमें लोगों को धार्मिक स्वतन्त्रता प्राप्त हो। राज्य का अपना कोई धर्म नहीं होता है। धर्म के आधार पर लोगों के साथ कोई भेदभाव नहीं होता है। भारत एक धर्म निरपेक्ष राज्य की श्रेणी में आता है।
4. भारतीय संविधान में कौन-कौन से मौलिक अधिकार दिए गए हैं?
उत्तर – भारतीय संविधान में निम्न मौलिक अधिकार दिए गए है :
(i) समानता का अधिकार
(ii) स्वतंत्रता का अधिकार
(iii) धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार
(iv) शोषण के विरुद्ध अधिकार
(v) सांस्कृतिक तथा शैक्षणिक अधिकार
(vi) संवैधानिक उपचारों का अधिकार
5. बी. आर. अंबेडकर कौन थे?
उत्तर – डॉ० बी० आर० अम्बेडकर भारत के एक प्रसिद्ध विधिवेत्ता एवं अर्थशास्त्री थे। उन्हें दलितों के मसीहा के रूप में याद किया जाता है। वह संविधान सभा की प्रारूपः समीति के अध्यक्ष थे। भारत के संविधान निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका थी।
6. किन्हीं तीन यात्रियों के बारे में बताइए जिन्होंने मध्यकाल (11वीं से 17वीं शताब्दी) में भारत की यात्रा की?
उत्तर – (i) अल बिरूनी, ग्यारहवी शताब्दी में उज्बेकिस्तान से आया था।
(ii) इब्नबतूता चौदहवी शताब्दी में मोरक्कों से आया था।
(iii) फ्रांस्वा बर्नियर, सत्रहवीं शताब्दी में फ्रांस से आया था।
7. स्पष्ट कीजिए कि विशिष्ट परिवारों में पितृवंशिका क्यो महत्वपूर्ण रही होगी।
उत्तर – पितृवंशिकता वह पारिवारिक परम्परा है जिसमें वंश परम्परा पिता से पुत्र फिर पौत्र, परपोत्र आदि की और चलती है, इसमें परिवार की सम्पत्ति के उत्तराधिकारी पुत्र ही होते है। राजाओं के संदर्भ में सिंहासन के उत्तराधिकारी पुत्र ही थे। महाभारत काल तक यह परम्परा एक आदर्श के रूप में स्थापित हो चुकी थी। यदाकदा इसके अपवाद भी मिलते है। जैसकि पुत्र के न होने पर भाई राजा बन जाता था। कुछ परिस्थितियों में औरत भी सत्ता की उत्तराधिकारी बनी।
8. अलेक्जेन्डर कनिंघम कौन थे?
उत्तर – जनरल कनिंघम ब्रिटिश भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना में इंजीनियरिंग सेवा के अधिकारी थे। जो सेना से सेवानिवृत्ति के उपरांत भारत के पहले सर्वेयर जनरल के रूप में सन् 1871 में नियुक्त हुए थे और उस पद पर सन् 1885 तक कार्यरत रहे।
9. संविधान सभा ने भाषा के विवाद को हल करने के लिए क्या रास्ता निकाला।
उत्तर – संविधान सभा ने भाषा के विवाद को हल करने के लिए एक फार्मूला विकसित किया। समिति ने सुझाव दिया था कि देवनागरी में लिखी हिन्दी भाषा भारत की राजकीय भाषा होगी। हिन्दी को राष्ट्रीय भाषा बनाने के लिए धीरे-धीरे आगे बढ़ना चाहिए। आगामी 15 वर्षों के लिए सरकारी कार्यों में अंग्रेजी भाषा का प्रयोग जारी रहेगा। प्रत्येक प्रांत को अपने कार्य के लिए एक क्षेत्रीय भाषा चुनने का अधिकार होगा।
10. महात्मा गांधी को ऐसा क्यों लगता था कि हिन्दुस्तानी राष्ट्रीय भाषा होनी चाहिए।
उत्तर – हिन्दुस्तानी हिन्दी और उर्दू के मेल से बनी भाषा थी। हिन्दुस्तानी भारतीय जनता के एक बड़े भाग की भाषा थी। गांधी जी को लगता था कि यह भाषा हिन्दू और मुसलमानों की एकता के लिए सही है। इससे राष्ट्र निर्माण का कार्य भी आगे बढ़ेगा। इसलिए गांधी जी को ऐसा लगता था कि हिन्दुस्तानी राष्ट्रीय भाषा होनी चाहिए।
11. क्या यह संभव है कि महाभारत का एक ही रचयिता था? चर्चा कीजिए।
उत्तर – जनश्रुतियों के अनुसार महर्षि वेदव्यास को महाभारत का रचनाकार माना गया है। लेकिन आधुनिक विद्वान इससे सहमत नहीं है। इतिहासकार मानते हैं कि इसकी रचना भाट सार्थियों ने की जिन्हें सूत कहा जाता था और ये सूत राजाओं के साथ युद्ध के मैदानों में जाते थे। आगे चलकर यह कथा ब्राह्मण लेखकों के हाथों में चली गई।
12. महाभारत के महत्व पर प्रकाश डालिए?
उत्तर – (i) भारतीय संस्कृति तथा हिन्दू धर्म के विकास का लेखा जोखा है।
(ii) यह एक बहुआयामी ग्रंथ है।
(iii) समाज के सभी अंग जैसे राजनीति, धर्म, दर्शन तथा आदर्श की झलक मिलती है।
(iv) इसमें युद्ध व शांति, सदगुण व दुर्गुण की व्याख्या की गई है।
(v) भारतीय इतिहास का महत्वपूर्ण स्त्रोत है। रूपक कथाएँ संभवतः काल्पनिक है।
13. मनुस्मृति ग्रंथ के तीन महत्वों पर प्रकाश डालिए?
उत्तर – (i) यह तत्कालीन समाज के नियमों तथा प्रथाओं का वर्णन करता है।
(ii) इसका प्रभाव आज भी हिंदुओं की जीवन शैली में दिखाई देता है।
(iii) मनुस्मृति ने समकालीन समाज के लोगों के दृष्टिकोण के बारे में बताया है।
14. धर्म चक्र प्रवर्तन से आप क्या समझते हैं?
उत्तर – धर्म चक्र प्रवर्तन का अर्थ है, धर्म के चक्र को घुमाना। ज्ञान प्राप्ति के बाद महात्मा बुद्ध ने वाराणसी के पास सारनाथ के मृगदाव में मृगदाद में आषाढ़ पूर्णिमा को अपना जो प्रथम धर्मोपदेश दिया, उसे ‘धर्म चक्र प्रवर्तन’ के नाम से जाना जाता है।
15. आईने अकबरी का वर्णन कीजिए?
उत्तर – (i) अकबर के साम्राज्य का झलक दर्शाना।
(ii) सैनिक संगठन का वर्णन करना।
(iii) सरकार के विभागों और प्रांन्तों के बारे में विस्तार से जानकारी देना।
(iv) राजस्व के स्त्रोत तथा हिसाब रखना।
(v) खेतिहर समाज का वर्णन करना।
16. स्थाई बंदोबस्त से आप क्या समझते हैं?
उत्तर – भूमिकर या लगान इकट्ठा करने की प्रथा जो 1793 में अंग्रेजी गवर्नर जनरल लार्ड कार्नवालिस (1786-1793) ने चलाई उसे स्थायी बंदोबस्त कहते है। इस व्यवस्था के अंतर्गत भूमि जमीदारों को स्थायी रूप से दे दी गई इस भूमि कर व्यवस्था को स्थायी बंदोबस्त का नाम दिया गया।
17. भक्ति परम्परा के दो मुख्य वर्ग कौन-कौन से थे?
उत्तर – भक्ति परम्परा की एक और विशेषता इसकी विविधता है। दूसरे स्तर पर, धर्म के इतिहासकार भक्ति परंपरा को दो मुख्य वर्गों में बाँटते हैं : सगुण (विशेषण सहित) और निर्गुण (विशेषण विहीन)
18. इस्लाम धर्म स्वीकार करने वालों को कौन-सी पांच बातें माननी पड़ती थी?
उत्तर – इस्लाम धर्म स्वीकार करने वालों को निम्नलिखित पांच बातें माननी पड़ती थी :
(i) अल्लाह एक मात्र ईश्वर है।
(ii) पैगम्बर मोहम्मद अल्लाह के दूत है।
(iii) प्रत्येक मुसलमान को दिन में पाँच बार नमाज़ पढ़नी चाहिए।
(iv) खैरात बांटनी चाहिए।
(v) जीवन में कम से कम एक बार हज की यात्रा करना तथा रमजान के महीने में रोजे रखना।
19. पम्पा देवी कौन थीं?
उत्तर – पम्पा देवी विजयनगर साम्राज्य की देवी हैं। हम्पी विजयनगर साम्राज्य की राजधानी है। हम्पी नाम का विकास पम्पा से हुआ है जो तुंगभद्रा नदी का प्राचीन नाम है। पम्पा का अर्थ ब्रह्मा की बेटी, पार्वती से भी है। ऐसा कहा जाता है कि पार्वती ने यहां पर एक शक्तिशाली ध्यान लगाया और शिव की पूजा की।
20. विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब और किसने की थी?
उत्तर – विजयनगर वंश की स्थापना हरिहर एवं बुक्का ने 1336 ईस्वी में की थी। हरिहर और बुक्का के पिता का नाम संगम था। उन्हीं के नाम पर इस वंश का नाम संगम वंश पड़ा। इस वंश का प्रथम शासक हरिहर प्रथम (1336-1356 ईस्वी) हुआ, जिसने 1336 ईस्वी में विजयनगर साम्राज्य की स्थापना की और हम्पी को अपनी राजधानी बनाया।
21. भक्ति आंदोलन क्या था?
उत्तर – मध्यकालीन भारत में सल्तनत काल में अनेक हिंदू संतो और सुधारकों ने समाज में फैली बुराइयों को दूर करने के लिए एवं हिन्दू-मुस्लिम द्वेष को कम करने के लिए जो आंदोलन चला उसे भक्ति आंदोलन कहा जाता है। इस आंदोलन में संतों ने अपने-अपने तरीकों से अपने आराध्य की स्तुति की है। कुछ भक्ति संत अपने आराध्य का भजन करते हुए घूमते थे तथा मंदिरों में उनकी पूजा करते थे।
22. अवध में विद्रोह इतना व्यापक क्यों था?
उत्तर – अवध में विद्रोह अपेक्षाकृत सबसे व्यापक था। इस प्रांत में आठ डिविजन थे उन सभी में विद्रोह हुआ। यहाँ किसान और दस्तकार से लेकर ताल्लुकदार और नवाबी परिवार के सदस्यों सहित सभी लोगों ने इसमें भाग लिया। हरेक गाँव से लोग विद्रोह में शामिल हुए। यहाँ विदेशी शासन के विरुद्ध यह विद्रोह लोक-प्रतिरोध का रूप धारण कर चुका था। लोग फिरंगी राज के आने से अत्यधिक आहत थे। उन्हें लग रहा था कि उनकी दुनिया लुट गई है, वो सब कुछ बिखर गया है जिन्हें वो प्यार करते थे।
23. इब्नबतूता ने नारियल तथा पान का वर्णन किस प्रकार किया था?
उत्तर – इब्नबतूता ने नारियल तथा पान को भारत की दो ऐसी वानस्पतिक उपज बताया जिनसे उसके पाठक पूरी तरह अपरिचित थे। उसके अनुसार पान एक ऐसा वृक्ष था जिसे अंगूर लता की तरह उगाया जाता था। पान कोई फल नहीं होता था और इसे केवल पत्तियों के लिए उगाया जाता था। नारियल को इब्नबतूता ने विस्मयकारी वृक्ष बताया जो बिल्कुल खजूर के वृक्ष जैसा था।
24. भारत में परिवार व्यवस्था की कोई तीन विशेषताएँ लिखिए?
उत्तर – भारत में परिवार व्यवस्था की विशेषताएँ निम्नलिखित है :
(i) भारत में संयुक्त परिवार व्यवस्था प्रचलित थी।
(ii) परिवार का सर्वाधिक बुजुर्ग व्यक्ति घर का मुखिया होता है।
(iii) परिवार के सभी सदस्यों के उत्तरदायित्व निर्धारित होते हैं।
(iv) परिवार मुख्यतः पुरुष प्रधान होते है।
25. गांधार शैली की मूर्तिकला की कोई तीन विशेषताएं लिखिए?
उत्तर – गांधार शैली की मूर्तिकला की विशेषताएँ इस प्रकार है :
(i) गांधार शैली में बुद्ध के जीवन की घटनाएँ मुख्य विषय रहे हैं।
(ii) इस शैली में महात्मा बुद्ध तथ बोधिसत्व की मूर्तियाँ बनाई गई थी।
(iii) इस शैली की मूर्तियों में यूनानी और भारतीय शैली का मिश्रित प्रभाव देखा जाता है।
(iv) इनमें जातक कथाओं का चित्रण किया गया है।
26. ‘जिन्स-ए-कामिल’ से क्या अभिप्राय है? मुगल राज्य इन्हे बढ़ावा क्यों देते थे?
उत्तर – मुगलकाल में सबसे अच्छी फसलों को ‘जिन्स-ए-कामिल’ कहा जाता था। कपास और गन्ना इस प्रकार की फसलों के उदाहरण थे। मुगल राज्य किसानों को ऐसी फसलों की खेती करने के लिए बढ़ावा देता था क्योंकि इनमें राज्य को ज्यादा कर मिलता था।
27. महायान और हीनयान में तीन अंतर बताएं?
उत्तर – (i) महायान सम्प्रदाय के ग्रन्थ संस्कृत भाषा में है जबकि हीनयान सम्प्रदाय के ग्रन्थ पालि भाषा में है।
(ii) महायान सम्प्रदाय में मूर्ति पूजा आरम्भ हो गई जबकि हीनयान सम्प्रदाय में गौतम बुद्ध को आदर्श और पवित्रता का प्रतीक पुरुष माना गया।
(iii) महायान बौद्ध धर्म का नूतन सम्प्रदाय है जबकि हीनयान बौद्ध धर्म का प्राचीन सम्प्रदाय है।
28. त्रिरत्न से आपका क्या अभिप्राय है?
उत्तर – त्रिरत्न एक संस्कृत शब्द है, जिसका शब्दिक अर्थ है- तीन रत्न। जैन धर्म में सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान तथा सम्यक चरित्र को त्रिरत्न कहा जाता है। जैन धर्म में निर्वाण त्रिरत्न की सहायता से प्राप्त किया जा सकता है।
इनके अर्थ का वर्णन इस प्रकार है :
(i) सम्यक दर्शन यथार्थ ज्ञान के प्रति श्रद्धा रखना।
(ii) सम्यक ज्ञान सत्यत था असत्य का ज्ञान ही सम्यक ज्ञान है।
(iii) सम्यक चरित्र हितकारी कार्यों का आचरण ही सम्यक चरित्र है।
29. स्थाई बंदोबस्त या इस्तमरारी बंदोबस्त के बारे में बताएं?
उत्तर – स्थायी बंदोबस्त अथवा इस्तमरारी व्यवस्था 1793 ई. में लॉर्ड कार्नवालिस द्वारा बंगाल में लागू किया गया था। आरम्भ में यह बंगाल के राजाओं तथा ताल्लुकदारों के साथ किया गया जिन्हें बाद में जमींदार के रूप में जाना गया। इस व्यवस्था में जमींदारों को कंपनी को एक निश्चित भूमिकर एक निश्चित समय में देना होता था। यदि कोई जमींदार अपना भूमिकर समय पर जमा नहीं करा पाता था तो उसकी जमींदारी नीलाम कर दी जाती थी। यह व्यवस्था बंगाल, बिहार, उड़ीसा आदि क्षेत्रों में लागू हुई थी। यह औपनिवेशिक शासन की 19 प्रतिशत भूमि पर लागू होता था।
30. अहमदाबाद मिल हड़ताल पर एक संक्षिप्त नोट लिखिए?
उत्तर – 1918 ई. में अहमदाबाद की एक सूती कपड़ा मिल के मजदूरों ने बोनस को लेकर एक हड़ताल का आयोजन किया। महात्मा गाँधी जी द्वारा इस हड़ताल का नेतृत्व किया गया। गाँधी जी ने खुद भी इस हड़ताल में पहली बार अनशन रखा। मजबूर होकर मिल मालिक मजदूरों से समझौता करने के लिए तैयार हो गए तथा मजदूरों को 35 प्रतिशत भत्ता देने की घोषणा कर दी जिससे हड़ताल समाप्त हो गई। चम्पारण के बाद यह गांधी जी का भारत में दूसरा सफल सत्याग्रह था।
31. किताब-उल-हिन्द के बारे में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर – किताब-उल-हिन्द अलबिरूनी द्वारा रचित एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है जो अरबी भाषा में लिखा गया। इस पुस्तक के 80 अध्याय हैं, जिनमें भारत के धर्म दर्शन, समाज, परम्पराओं, चिकित्सा, ज्योतिष आदि विषयों को विस्तृत ढंग से लिखा है।
32. कृषि उत्पादन में महिलाओं की भूमिका का विवरण दीजिए।
उत्तर – महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करती थी। पुरुष खेत जोतने व हल चलाने का कार्य करते थे जबकि महिलाएं निराई, कटाई व फसल से अनाज निकालने के कार्य में हाथ बटाती थी। कृषक और मजदूर के लिए भोजन इत्यादि पहुँचाने की व्यवस्था प्रायः महिलाओं के द्वारा की जाती थी।
33. संथालों ने ब्रिटिश शासन के विरूद्ध विद्रोह क्यों किया ?
उत्तर – संथालों में निम्न कारणों से विद्रोह किया :
• उनकी जमीने धीरे-धीरे जमीदारों और साहूकारों के हाथों में जाने लगी थी। लगान अदा न करने की स्थिति में संथाल लोग साहूकारों से ऋण आदि लेते थे और साहुकार उनसे 50-500 प्रतिशत सूद वसूल करते थे।
• सरकारी अधिकारी पुलिस सभी संथालों का शोषण करते थे। यहां तक कि उनकी स्त्रियों की इज्जत भी सुरक्षित नहीं थी।
• अंत में संथालों ने बाहरी लोगों के विरुद्ध विद्रोह कर दिया।
34. सिन्धु सभ्यता के पतन के दो कारण लिखिए।
उत्तर – हड़प्पा सभ्यता अथवा सिन्धु घाटी की सभ्यता भारत की महत्वपूर्ण प्राचीन सभ्यता थी। परन्तु समय के साथ-साथ यह सभ्यता पतन की तरफ अग्रसर हो गई। इसके पतन के विषय पर विद्वान एकमत नहीं है। संक्षेप में इस सभ्यता के पतन के निम्न कारण माने जाते हैं :
(i) बाढ़ – सिन्धु घाटी सभ्यता के पतन का प्रमुख कारण बाढ़ को माना जाता है। मार्शल ने मोहनजोदड़ो, मैके ने चन्हूदड़ो तथा एस. आर. राव ने लोथल के पतन का प्रमुख कारण बाढ़ माना है। परन्तु इससे उन नगरों के पतन के कारणों पर प्रकाश नहीं पड़ता जो नदियों के किनारे स्थित नहीं थे।
(ii) महामारी – अमेरिकी इतिहासकार के.यू.आर. केनेडी का विचार है कि मलेरिया जैसी किसी महामारी से हड़प्पा सभ्यता का पतन हो गया था।
(iii) जलवायु परिवर्तन – आरेल स्टाइन और अमलानन्द घोष आदि विद्वानों के अनुसार जंगलों की अति कटाई के कारण जलवायु में परिवर्तन आया। राजस्थान के क्षेत्र में जहाँ पहले बहुत वर्षा होती थी वहाँ वर्षा कम होने लगी। अतः सभ्यता धीरे-धीरे नष्ट हो गई।
35. उद्देश्य प्रस्तावों में किन आदर्शों पर जोर दिया गया था?
उत्तर – (i) प्रभुता सम्पन्न स्वतंत्र भारत की स्थापना और उसके सभी भागों और सरकार के अंगो को सभी प्रकार की शक्ति और अधिकार जनता से प्राप्त होना।
(ii) भारत के सभी लोगों को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, पद, अवसर और कानून के समक्ष समानता, कानून औरसार्वजनिक नैतिकता के अंतर्गत विचार अभिव्यक्ति, विश्वास, निष्ठा, पूजा, व्यवसाय, संगठन और कार्य की स्वतंत्रता की गारंटी देना।
(iii) अल्पसंख्यकों, पिछड़े और जनजाति वाले क्षेत्रों, दलित और अन्य वर्गों के लिए सुरक्षा के समुचित उपाय करना।
36. तमिलनाडू के अलवार और नयनार संत परम्परा पर एक लेख लिखें।
उत्तर – तमिलनाडू क्षेत्र में भक्ति परम्परा की शुरूआत 6वी शताब्दी में अलवार और नयनार संतों द्वारा की गई थी। अलवार संत विष्णु के भक्त थे और नयनार भगवान शिव के भक्त थे। ये सब एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमते थे और अपने ईष्ट देव की स्तुति में भजन आदि गाते थे। कुछ स्थानों को इन्होंने अपने ईष्ट देव का निवास स्थान घोषित कर दिया, जहां बड़े-बड़े मंदिरों का निर्माण किया गया। इन संतो ने जाति प्रथा का खण्डन किया और ब्राह्मणों की प्रभुसता को अस्वीकार किया। उन्होंने कहा कि सभी ईश्वर की संतान हैं। इनमें पुरुष ही नहीं बल्कि स्त्रियाँ भी शामिल थी। अण्डाल नामक स्त्री के भक्तिगीत उस समय लोकप्रिय हुए। इसी प्रकार से नयनार परम्परा में कराईक्काल अम्मइयार नामक महिला का नाम भी सम्मान के साथ लिया जाता है।
37. हड़प्पाई लोगों की कृषि प्रौद्योगिकी पर एक लेख लिखें?
उत्तर – हड़प्पाई लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि था। उत्खनन के दौरान अनाज के दानों का पाया जाना इस ओर संकेत करता है। किंतु कृषि की विधियों का स्पष्ट जानकारी नही मिली है। खेतों के जोतने के संकेत कालीबंगन से मिले है मुहरों पर वृषभ का चित्र पाया जाना भी इस ओर ही संकेत करता है। इस आधार पर पुरातत्वविद अनुमान लगाते हैं कि खेत जोतने के लिए बैलों का प्रयोग होता था कई स्थलों से मिट्टी के बने हल भी मिले हैं। ऐसे भी प्रमाण मिले हैं, जिससे यह पता चलता है कि दो फसलें एक साथ भी उगाया जाती थीं। मुख्य कृषि उपकरण कुदाल थी तथा फसल काटने के लिए लकड़ी के हत्थों पर पत्थर या धातु के फलक लगाए जाते थे। अधिकांश हड़प्पा क्षेत्रों में सिंचाई के साधनों को विकसित किया गया था क्योंकि यह क्षेत्र अर्ध शुष्क प्रवृत्ति का है। सिंचाई के मुख्य साधन नहर और कुएँ थे। अफगानिस्तान में नहरों के अवशेष मिले हैं। प्रायः सभी जगह कुएँ मिले हैं और धौलावीरा में जलाशय मिला है। संभवतः सिंचाई हेतु इसमें जल संचय किया जाता होगा।
38. भारत की यात्रा करने से पूर्व इब्नबतूता किन-किन देशों की यात्राएं कर चुका था?
उत्तर – इब्नबतूता एक विश्व यात्री था जिसका जन्म मोरक्को के तैजियार में हुआ था। उसे यात्रा करने का बहुत शौक था। भारत आने से पहले वह मक्का, सीरिया, इराक, फारस, यमन, ओमान की भी यात्रा कर चुका था।
मध्य एशिया के रास्ते होकर इब्नबतूता 1333 में सिंध पहुंचा। उस समय दिल्ली का सुल्तान मुहम्मद बिन तुगलक था। तुगलक की ख्याति से आकर्षित होकर इब्नबतूता दिल्ली पहुंच गया। सुल्तान भी उसकी विद्वता से प्रभावित हुआ और उसे दिल्ली का काजी या न्यायाधीश बना देता है। 1342 में सुल्तान ने इब्नबतूता को अपना दूत बनाकर मंगोल शासक के पास भी भेजा था। चीन जाने से पहले इब्नबतूता मध्य भारत, बंगाल, असम, श्रीलंका, सुमात्रा होते हुए चीन पहुंचा। अपनी रोचक यात्राओं का वर्णन उसने अपनी किताब रिहला में किया है।
39. भक्ति आंदोलन के उदय के तीन कारण स्पष्ट कीजिए?
उत्तर – मध्यकालीन भारत में भक्ति आंदोलन के उदय के कारण :
(i) जाति व्यवस्था का जटिल होना – मध्यकालीन भारत में जाति व्यवस्था का स्वरूप बहुत जटिल हो गया था। समाज में उच्च जातियों का निम्न जातियों पर अत्याचार बढ़ गए थे जिससे उनमें व्यापक असतोष पैदा हुआ। ऐसी स्थिति में भक्ति मार्ग ने सबके लिए मार्ग खोल दिए। यह आंदोलन मानव की समानता पर बल देता था।
(ii) हिन्दू धर्म की त्रुटियाँ – मध्यकाल में हिन्दू धर्म अपनी पवित्रता खो बैठा तथा इसमें अनेक बुराइयों उत्पन्न हो गई थी। हिन्दू धर्म में व्यर्थ के कर्मकांड शामिल हो गए थे। इसलिए भक्ति आंदोलन के संतों ने हिन्दू धर्म में सुधार हेतू यह आंदोलन चलाया।
(iii) इस्लाम का भय – भारत में इस्लाम के प्रसार से भारत में भक्ति आंदोलन को बल मिला। मुसलमान शासको द्वारा हिन्दुओं को बलपूर्वक इस्लाम में लाने का प्रयत्न किया गया। हिन्दू धर्म को पतन से बचाने के लिए भक्ति आंदोलन का उदय हुआ।
40. भारतीय संविधान की मुख्य विशेषताएं लिखिए?
उत्तर – भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 से लागू हुआ।
इसकी मुख्य विशेषताएँ इस प्रकार हैं :
(i) लिखित एवं विस्तृत संविधान – भारतीय संविधान एक लिखित संविधान है। इसमें कुल 395 अनुच्छेद तथा 12 अनुसूचियाँ हैं। भारत का संविधान विश्व का सबसे विस्तृत संविधान है।
(ii) मौलिक अधिकार – भारतीय संविधान में लोगों को अपने सर्वांगीण विकास के लिए छः मौलिक अधिकार प्रदान किए गए हैं।
(iii) धर्म निरपेक्ष राज्य – संविधान की प्रस्तावना में भारत को धर्म निरपेक्ष गणराज्य घोषित किया गया है। संविधान ने किसी विशेष धर्म को राज्य-धर्म का दर्जा नहीं दिया है तथा सभी धर्मों के लोगों को समान माना है।
(iv) व्यस्क मताधिकार – भारतीय संविधान में प्रत्येक भारतीय नागरिक को जिसकी आयु 18 वर्ष अथवा इससे अधिक है, बिना किसी भेदभाव के मताधिकार दिया गया है।
41. हड़प्पाई समाज में शासकों द्वारा किये जाने वाले संभावित कार्यों की चर्चा कीजिए।
उत्तर – उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला जाता है कि हड़प्पा सभ्यता में एक शासक वर्ग अवश्य था। यहां की उत्तम व्यवस्था के लिए किसी शासक वर्ग का होना जरूरी था। कुछ विद्वान मानते हैं कि यहां धर्म शासित संघवाद था। इन सभी साक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए हड़प्पा के शासकों द्वारा किये जाने वाले संभावित कार्यों का विवरण इस प्रकार से कर सकते है :
• एक सुनियोजित नगर योजना जैसे महत्वपूर्ण कार्य शासकों द्वारा किये जाते थे।
• कुछ विद्वानों का मानना है कि यहां एक राजा नहीं बल्कि कई शासक थे। जो अपने-अपने क्षेत्र की देखभाल करते थे।
• कुछ विद्वानों का मानना है कि ये शासक पुरोहित शासक रहे होगें जो धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन करते थे। विशाल स्नानागार जैसी महत्वपूर्ण संस्थाए धार्मिक अनुष्ठानों की और इशारा करती है।
• ये शासक व्यापार पर भी अपना नियंत्रण रखते थे। वस्तुओं के आयात निर्यात और कय तथा विक्रय इन शासकों की देखरेख में ही होता था।
42. हडप्पा सभ्यता में शिल्प उत्पादन के लिए आवश्यक कच्चे माल की सूची बनाईए और चर्चा कीजिए कि ये किस प्रकार प्राप्त किये जाते होंगे ?
उत्तर – हड़प्पा सभ्यता अपने हस्तशिल्प उत्पादों के लिए प्रसिद्ध थी। इन उत्पादों के लिए जो कच्चा माल प्रयुक्त होता था उसकी सूची निम्न है – चिकनी मिट्टी, पत्थर, तांबा, जस्ता, कांसा, सोना, शंख तथा कार्नीलियन स्फटिक, क्वार्टज, सेलखड़ी, लाजवर्द मणि, कीमती लकड़ी, कपास ऊन, सुईया फर्यान्स जैस्पर आदि। इनमें से कुछ माल स्थानीय स्तर पर प्राप्त हो जाता था। बाकी अभियानों के द्वारा राजा दूरस्थ स्थानों से कच्चा माल मंगवाते थे जैसे- खेतडी राजस्थान से तांबा और दक्षिण भारत से सोना आदि मंगवाते थे।
43. भक्ति आन्दोलन की प्रमुख विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर – भक्ति आन्दोलन एक सरल और साधारण आन्दोलन था। जिसकी विशेषताएं निम्नलिखित थी –
• भक्ति आन्दोलन में एकेश्वरवाद पर बल दिया और यह कहा गया कि ईश्वर सर्वव्यापी है और यह प्रत्येक व्यक्ति के हृदय में निवास करता है।
• भक्ति काल के संत ईश्वर के चरणों में पूर्ण सम्पर्ण और प्रेम के भाव को महत्व देते थे।
• यहां पर गुरु की महिमा पर बल दिया गया है। गुरू को भगवान से ऊँचा पद दिया है। भक्तिकाल के लगभग सभी संतों ने गुरु की महत्ता को स्वीकार किया है।
• इन संतों ने मानव की समानता पर बल दिया है। मौलिक समानता के सिद्धान्त को स्वीकार करते हुए किसी भी प्रकार के भेदभाव को अस्वीकार कर दिया है।
44. हड़प्पा सभ्यता के प्रमुख स्थलों का संक्षेप में वर्णन कीजिए?
उत्तर – हड़प्पा सभ्यता एक विशाल सभ्यता थी। यह एक नगरीय सभ्यता थी। इसमें अनेक नगरों का विकास हुआ था। इस सभ्यता के कुछ अति महत्वपूर्ण स्थलों का वर्णन इस प्रकार है:
(i) हड़प्पा – इस सभ्यता का खोजा गया सबसे प्रथम स्थल हड़प्पा था जो वर्तमान में पाकिस्तान के मोटेगुमरी नामक जिले में स्थित है। यह रावी नदी के तट पर स्थित है। इसकी खोज सन् 1921 ई० में दयाराम साहनी ने की थी।
(ii) मोहनजोदड़ो – इस सभ्यता का दूसरा अति महत्वपूर्ण स्थल मोहनजोदड़ो है। इसकी खोज 1922 ई. में राखल दास बनर्जी ने की थी। मोहनजोदड़ों का शाब्दिक अर्थ ‘मृतकों का टीला’ है। यह स्थल सिंधु नदी के किनारे स्थित है। इस स्थल से कांसे की बनी नृतंकी की मूर्ति, विशाल स्नानागार, अन्नागार के साक्ष्य मिले हैं।
(iii) लोथल – यह हड़प्पा स्थल वर्तमान में गुजरात में भोगवा नदी के तट पर स्थित है। इस स्थल से बंदरगाह के प्रमाण प्राप्त हुए है जिसे समुद्री व्यापार के लिए प्रयोग किया जाता था।
(iv) कालीबंगा – यह स्थल राजस्थान में स्थित है। इस स्थल से काले रंग की चूड़ियों के साक्ष्य प्राप्त हुए हैं अतः इस स्थल का नाम कालीबंगा रखा गया। इस स्थल से जुते हुए खेत का साक्ष्यभी प्राप्त हुआ है।
(v) बनावली – यह स्थल हरियाणा राज्य में स्थित है। इस स्थान से मिट्टी से बने हल के प्रतिरूप प्राप्त हुए हैजिससे इस सभ्यता की कृषि प्रणाली का पता लगता है।
(vi) शोर्तुघई – यह स्थल अफगानिस्तान में स्थित है। इस स्थल के नहरों के कुछ अवशेष मिले है।
(vii) धौलावीरा – यह स्थल गुजरात में स्थित है। इसका शाब्दिक अर्थ सफेद कुआं होता है। इस स्थान से जलाशय के प्रमाण प्राप्त हुए हैं।
इसके अतिरिक्त राखीगढ़ी, नागेश्वर, बालाकोट आदि भी इस सभ्यता के महत्वपूर्ण स्थल थे।
45. 1857 के विद्रोह के कारणों की व्याख्या कीजिए।
उत्तर – जैसा कि हमें पता है भारतीयों ने सबसे पहले संगठित होकर अंग्रेजी सरकार के विरूद्ध 1857 में विद्रोह किया था। यह विद्रोह किसी एक कारण से न होकर अनेक कारणों का सामूहिक परिणाम था। इस विद्रोह के उत्पत्ति के कारणों का वर्णन हम निम्न प्रकार से कर सकते हैं –
(i) सामाजिक कारण – अंग्रेजी सरकार ने भारतीय समाज में फैली कुरीतियों का उन्नमूलन करने के लिए कुछ सुधार कानून बनाये। जिनमें सती प्रथा कानून, बाल विवाह कानून, कन्या वध को रोकने का कानून आदि प्रमुख थे। समाज के रूढ़िवादी लोगों ने उनके इन सुधारों को अपने धर्म और सामाजिक परम्परा में एक दखलअन्दाजी के रूप में लिया।
(ii) धार्मिक कारण – अंग्रेज लोग इसाई धर्म और इसाई मिशनरियों को प्रोत्साहन दे रहे थे। इससे भारत के लोग अंग्रेजों के विरूद्ध हो गये और यह कारण आगे चलकर विद्रोह का रूप धारण कर लिया।
(iii) राजनैतिक कारण – अंग्रेजों ने सहायक सन्धि प्रथा और लैप्स की नीति अपनाई जिसके अन्तर्गत लगभग सभी भारतीय राज्य अंग्रेजों के अधीन हो गये। लैप्स नीति में यह प्रावधान था कि जिस राजा के यहां कोई पुत्र नहीं होगा, उसके राज्य को अंग्रेजी साम्राज्य में शामिल कर लिया जायेगा। अतः भारतीय शासकों में भय और डर का माहौल बना हुआ था।
(iv) आर्थिक कारण – अंग्रेजी सरकार भारत का दोहरा शोषण कर रही थी। यहां से कच्चा माल सस्ते रेट में खरीद कर इग्लैंड भेजते थे और वहां से कम्पनियों के द्वारा निर्मित सामान को ऊँचे दामों पर भारतीय बाजारों में बेचते थे। इस व्यवस्था में भारतीय कारीगर बिल्कुल समाप्त हो गये जो आगे चलकर विद्रोह का कारण बना।
(v) तत्कालीन कारण – इस विद्रोह का तत्कालीन कारण चर्बी वाले कारतूस माने गये है। उस समय यह अफवाह फैल गई कि जो नये कारतूस आये है उन पर सूअर और गाय की चर्बी लागी हुई है। सैनिक इस बात से खफा थे कि सरकार उनका धर्म भ्रष्ट करना चाहती थी।
46. अवध में विद्रोह इतना व्यापक क्यों था? किसान, ताल्लुकदार और जमींदार इसमें क्यों शामिल हुए।
उत्तर – जैसा कि हमें पता है कि 1857 में एक व्यापक जन विद्रोह हुआ। जहां तक अवध का सम्बन्ध है यहां किसान दस्तकार से लेकर ताल्लुकदार और नवाबी परिवार के सदस्यों सहित सभी लोगों ने भाग लिया। अवध में इस विद्रोह की व्यापकता के निम्नलिखित कारण थे –
• अवध का विलय – सरकार ने 1856 ई.वी. में अवध प्रान्त का विलय कुशासन के आधार पर ब्रिटिश साम्राज्य में कर लिया। अवधवासी इस विलय को न्याय संगत नहीं मानते थे। उनकी नयायवाजिद अली शाह के प्रति काफी गहरी सहानुभूति थी। अतः लोग विद्रोह करने के लिए बाध्य हुए।
• ताल्लुकदारों का अपमान – अवध में ताल्लुकदार एक छोटे राजा की तरह रहते थे। उनकी अपनी सेनाएं थी और वे महलनुमा घरों में रहते थे। जब अवध का विलय ब्रिटिश साम्राज्य ने किया तो उनकी जमीन छीन ली गई और उनकी सेनाएं भंग कर दी गई। अत: इस अपमान का बदला उन्होंने विद्रोह में शामिल होकर लिया।
• किसानों में असंतोष – किसान भी अंग्रेजी सरकार के विरुद्ध थे। वे ताल्लुकदारों में अपने अभिभावक की छवि देखते थे। जब कभी फसल खराब हो जाती थी तो ये ताल्लुकदार उनसे कर वसूल आदि नहीं करते थे लेकिन अब अंग्रेजी सरकार ने भूराजस्य की मांग को बढ़ा दिया और उसे वसूल करने का ढंग भी अपमानित करने जैसा था। अतः किसान लोग भी इस विद्रोह में सम्मिलित हुए।
47. क्या आप इस तथ्य से सहमत हैं कि हड़प्पा सभ्यता के शहरों की जल निकास प्रणाली, नगर योजना की ओर संकेत करती है? अपने उत्तर को कारण सहित बताएं?
उत्तर – इसमें कोई संदेह नहीं है कि हड़प्पा सभ्यता के शहरों की जल निकास प्रणाली एक अनूठी विशेषता है। यह वहाँ की नगर योजना की ओर संकेत करती है। जल निकास व्यवस्था नगर योजना का अभिन्न अंग होती है। नगर को सुथरा बनाए रखने के लिए इस व्यवस्था का समुचित होना अनिवार्य है। इस दृष्टि से हड़प्पा सभ्यता के शहरों की जल निकास प्रणाली अपने आप में संपूर्ण थी। शहर के प्रत्येक आवास को गली की नालियों से जोड़ा गया था। ऐसा लगता है कि पहले नालियों के साथ गलियों को बनाया गया था और फिर उनके साथ-साथ आवासों का निर्माण किया गया था। फिर घर की कम-से-कम एक दीवार गली से सटाकर बनाई जाती थी, ताकि घरों के गंदे पानी को गलियों के नालियों से आसानी से जोड़ा जा सके। मुख्य नाले गारे में जमाई गई ईंटों से बने थे। उन्हें ऐसी ईंटों से ढँका गया था जिन्हें सफाई के समय हटाया जा सके। घरों की नालियाँ पहले एक हौदी अथवा मलकुंड में गिरती थीं। पानी का ठोस पदार्थ वहाँ जमा हो जाता था और गंदा पानी गली की नालियों में बह जाता था। इस प्रकार गंदा पानी नगर से बाहर निकल जाता था। मैके के अनुसार, यह निश्चित रूप से अब तक खोजी गई सबसे अधिक सुविधाजनक प्राचीन प्रणाली थी।
48. मीराबाई की जीवनी को अपने शब्दों में लिखिए?
उत्तर : भूमिका –मीराबाई भक्ति परंपरा की सबसे सुप्रसिद्ध कवयित्री हैं। उनकी जीवनी उनके लिखे भजनों के आधार पर संकलित की गई है जो शताब्दियों तक मौखिक रूप से संप्रेषित होते रहे।
• जन्म – मीराबाई मारवाड़ के मेड़ता जिले की एक राजपूत राजकुमारी थी जिनका विवाह उनकी इच्छा के विरुद्ध मेवाड़ के सिसोदिया कुल में कर दिया गया। उन्होंने अपने पति की आज्ञा की अवहेलना करते हुए पत्नी और माँ के परंपरागत दायित्वों को निभाने से मना कर दिया।
• भक्तिमय मीरा – मीरा ने विष्णु के अवतार कृष्ण को अपना एकमात्र पति स्वीकर किया। उनके सुसराल वालों ने उसे जहर देने का प्रयत्न किया किन्तु वह राजभवन से निकलकर एक घुमक्कड़ संत बन गई। उसने अनेक कृष्ण भक्ति के भावपूर्ण गीतों की रचना की तथा इन गीतों के द्वारा उसने अपने कृष्ण के प्रति प्रेम को प्रचारित किया।
• जातिवाद का विरोध – कुछ परंपराओं के अनुसार मीरा के गुरु रैदास थे जो एक चर्मकार थे। इससे पता चलता है कि मीरा ने जातिवादी समाज की रुढ़ियों का उल्लंघन किया। ऐसा माना जाता है कि अपने पति के राजमहल के ऐश्वर्य को त्याग कर उन्होंने विधवा के सफेद वस्त्र अथवा संन्यासिनी के जोगिया वस्त्र धारण किए। यद्यपि मीराबाई के आसपास अनुयायियों का जमघट नहीं लगा और उन्होंने किसी निजी मंडलो की नींव नहीं डाली किंतु फिर भी वह शताब्दियों से प्रेरणा का स्रोत रही है। उनके रचित पद आज भी स्त्रियों और पुरुषों द्वारा गाए जाते हैं।
49. अंग्रेजों ने विद्रोह को कुचलने के लिए क्या कदम उठाए?
उत्तर – अंग्रेजों के विरुद्ध भारतीयों का यह एक साहसिक विद्रोह था। विद्रोह को कुचलने के लिए अंग्रेजों ने निम्नलिखित कदम उठाए :
(i) लॉर्ड केनिंग की समुचित योजना – गवर्नर जनरल लॉर्ड कैनिंग ने कंपनी के समस्त ब्रिटिश साधनों को संगठित कर के विद्रोह को कुचलने के लिए एक समुचित योजना बनाई। लॉर्ड केनिंग की कुशल योजना द्वारा कंपनी इस विद्रोह को दबाने में सफल हो गई।
(ii) मार्शल लॉ लागू करना – उत्तर भारत को दोबारा जीतने के लिए टुकड़ियों को रवाना करने से पहले अंग्रेजों ने उपद्रव को शांत करने के लिए सैनिकों की आसानी के लिए कई कानून पारित कर दिए थे। मई और जून 1857 में पारित किए गए कई कानूनों के माध्यम से समूचे उत्तर भारत में मार्शल लॉ लागू कर दिया। इस कानून के माध्यम से अंग्रेजी सरकार विद्रोह को दबाने में सफल हुई।
(iii) सैनिक अधिकारियों को व्यापक अधिकार देना – विद्रोह को कुचलने के लिए अंग्रेज सरकार ने अपने सैनिक अधिकारियों को व्यापक अधिकार प्रदान किए। एक आम अंग्रेज अधिकारी को भी ऐसे भारतीयों पर मुकदमा चलाने और उनको सजा देने का अधिकार दे दिया गया जिन पर विद्रोह में शामिल होने का शक था। कानून और मुकदमें की सामान्य प्रक्रिया रद्द कर दी गई थी और यह स्पष्ट कर दिया गया था कि विद्रोह की केवल एक ही सजा हो सकती है सजा-ए-मौत।
(iv) दिल्ली पर कब्जा करने के लिए विशेष कदम उठाना – विद्रोहियों की तरह अंग्रेज सरकार भी दिल्ली के सांकेतिक महत्त्व को अच्छी तरह समझती थी। दिल्ली को अधिकार में लेने की अंग्रेजों की कोशिश जून 1857 ई. में बड़े पैमाने पर शुरू हुई। ब्रिटेन से मँगाई गई नयी सैनिक टुकड़ियों के साथ दिल्ली पर दोतरफा हमला बोला गया तथा सितम्बर 1857 ई. में दिल्ली पर अधिकार कर लिया गया।
(iv) जमींदारों को आश्वासन – अंग्रेजों ने भू-स्वामियों और काश्तकारों की एकता को तोड़ने के लिए बड़े जमींदारों को आश्वासन दिया कि उन्हें उनकी जागीरें लौटा दी जाएँगी। विद्रोह का रास्ता अपनाने वाले जमींदारों को जमीन से बेदखल कर दिया गया और जो वफादार थे उन्हें ईनाम दिए गए।
(v) हिंदू-मुस्लिम में फूट डालने की कोशिश – इस विद्रोह को कुचलने के लिए अंग्रेजों ने हिंदू-मुस्लिम एकता में फूट डालने की भी कोशिशें भी की। परन्तु इसमें अंग्रेजों को विशेष सफलता नहीं मिली।
50. विद्रोहियों के बीच एकता स्थापित करने के लिए क्या तरीके अपनाए गए?
उत्तर – विद्रोहियों के बीच एकता स्थापित करने के लिए निम्न तरीके अपनाए गए :
(i) 1857 के विद्रोह के लिए जारी की गई घोषणाओं में धर्मों के भेदभाव के बिना समाज के सभी वर्गों का आह्वान किया गया था।
(ii) बहादुरशाह के नाम से जारी की गई घोषणाओं में मुहम्मद और महावीर के नाम पर लड़ाई में शामिल होने की अपील की गई थी।
(iii) लोगों में एकता स्थापित करने के लिए मुगल साम्राज्य और हिन्दू राजाओं का गुणगान किया जाता था ।
(iv) मुस्लिम राजकुमारों या नवाबों द्वारा जारी की गई घोषणाओं में हिन्दूओं की भावनाओं का ध्यान रखा जाता था।
(vi) नाना साहब ने अपनी घोषणाओं में स्वयं को पेशवा तथा बहादुरशाह को भारत का मुगल सम्राट घोषित किया। जिससे हिन्दू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा मिला।
(vii) विद्रोह को ऐसे रूप में पेश किया गया कि इससे हिन्दू और मुसलमान दोनों के हितों को खतरा है।
(viii) विज्ञापनों में भारत में ब्रिटिश शासन की स्थापना से पहले के गौरवपूर्ण हिन्दू-मुस्लिम अतीत की ओर संकेत किया जाता था। विज्ञापनों में इस बात पर बल दिया जाता था कि मुगल सम्राटों के द्वारा सभी धर्मों का आदर किया जाता था और उस समय सभी लोग मिल-जुलकर रहते थे।
51. मोहनजोदड़ो की विशेषताओं का वर्णन कीजिए?
उत्तर – मोहनजोदड़ो, हड़प्पा सभ्यता अथवा सिंधु घाटी की सभ्यता का सबसे महत्वपूर्ण नगर था। इस नगर की कुछ विशेषताओं का वर्णन इस प्रकार है :
(i) एक नियोजित नगर – मोहनजोदड़ो हड़प्पा सभ्यता का एक नियोजित नगर था। नगर को एक योजना के द्वारा बसाया गया था। इसमें जल निकासी की उत्तम व्यवस्था स्थापित की गई थी। सड़कें एक दूसरे को समकोण पर काटती थीं।
(ii) नगर का दो भागों में विभाजन – मोहनजोदड़ो नगर को दो भागों में विभाजित किया गया था। इसके ऊपरी भाग को दुर्ग तथा निचले भाग को निचला शहर कहा जाता था। सम्भवतः दुर्ग में कुलीन वर्ग तथा शासकों का निवास होता था तथा जन सामान्य निचले शहर में रहते थे ।
(iii) गृह स्थापत्य – मोहनजोदड़ों का निचला शहर आवासीय भवनों के उदाहरण प्रस्तुत करता है। लगभग हर घर में एक आँगन होता था जिसके चारों ओर कमरे बने होते थे। घर के निर्माण के समय एकांतता का विशेष ध्यान रखा जाता था। भूमितल पर बनी दीवारों में खिड़कियाँ नहीं होती थी। हर घर में एक स्नानघर होता था जिसकी नालियाँ दीवार के माध्यम से सड़क की नालियों से जुडी हुई थी। विद्वानों ने अनुमान लगाया है कि मोहनजोदड़ो में 700 कुओं के होने के प्रमाण मिलते है जिन से पानी की आवश्यकता की पूर्ति होती थी।
(iv) सड़कों तथा नालियों की व्यवस्था – इस नगर की अनूठी विशेषता इसकी नियोजित जल निकास प्रणाली थी। ऐसा प्रतीत होता है कि पहले नालियों के साथ गलियों को बनाया गया था और फिर आवासों का निर्माण किया गया था। यदि घरों के गन्दे पानी की गलियों की नालियों से जोड़ना था तो प्रत्येक घर की कम से कम एक दीवार का गली से सटा होना आवश्यक था।
(v) माल गोदाम व विशाल स्नानागार – मोहनजोदड़ो में दुर्ग में कुछ विशेष संरचनाएँ भी मिली है जिनका प्रयोग सार्वजनिक प्रयोजनों के लिए किया जाता था। इनमें एक मालगोदाम एक ऐसी विशाल संरचना थी जिसके ईटों से बने केवल निचले हिस्से शेष है और एक विशाल स्नानागार सम्मिलित है। विशाल स्नानागार आँगन में बना एक आयताकार जलाशय है चारों ओर से एक गलियारे से घिरा है। जलाशय के तल तक जाने के लिए इसके उत्तरी और दक्षिणी भाग में दो सीढ़ियाँ बनी थी। सम्भवतः इसका प्रयोग किसी प्रकार के विशेष आनुष्ठानिक स्नान के लिए किया जाता था।
Sourse Based Questions (स्रोत आधारित प्रश्न)
1. जिस प्रकार बुद्ध की शिक्षाओं को उनके अनुयायियों द्वारा संकलित किया गया था, उसी प्रकार महावीर की शिक्षाओं को भी उनके शिष्यों द्वारा लिपिबद्ध किया गया था। ये अक्सर कहानियों के रूप में होते थे, जो आम लोगों को पसंद आ सकते थे। यहां उत्तराध्ययन सुत्त नामक प्राकृत पाठ से एक उदाहरण दिया गया है, जिसमें बताया गया है कि कैसे कमलावती नाम की एक रानी ने अपने पति को दुनिया छोड़ने के लिए मनाने की कोशिश की।
यदि सारा संसार और उसके सारे खजाने आपके होते, तो आप संतुष्ट नहीं होते और न ही ये सब आपको बचा पाते। जब आप मरेंगे, हे राजा, और सब कुछ पीछे छोड़ देंगे, केवल धम्म, और कुछ नहीं, तो आप बच जायेंगे। जैसे पक्षी को पिंजरा नापसंद है, वैसे ही मुझे (संसार) नापसंद है। मैं बिना संतान, बिना इच्छा, बिना लाभ के प्यार और बिना नफरत के एक नन के रूप में रहूंगी… जिन्होंने सुखों का आनंद लिया हैऔर उन्हें त्याग कर हवा की नाईं इधर-उधर घूमते रहो, और जहां कहीं वे हों वहीं चले जाओ
कृपया, अपनी उड़ान में पक्षियों की तरह अनियंत्रित रहें… अपना बड़ा राज्य छोड़ दें… जो इंद्रियों को प्रसन्न करता है उसका त्याग करें, आसक्ति और संपत्ति से रहित हो जाएं, फिर ऊर्जा के प्रति दृढ़ रहकर कठोर तपस्या करें…
प्रश्न :
(i) उस व्यक्ति की पहचान करें जिसने राजा को संसार त्यागने के लिए प्रेरित किया?
उत्तर – रानी कमलावती ने राजा को संसार त्यागने के लिए समझाया।
(ii) “हे राजा, केवल धम्म और कुछ भी तुम्हें नहीं बचाएगा”। “धम्म” शब्द का क्या अर्थ है और शिष्य किसकी शिक्षाओं का पालन करता है?
उत्तर – धम्म का तात्पर्य “सत्य” से है, जो किसी को बचा सकता है, और कुछ नहीं। शिष्य महावीर के उपदेशों का पालन कर रहा था।
(iii) निम्नलिखित कथन “अपनी उड़ान में पक्षियों की तरह अनियंत्रित…” किस सन्दर्भ में महावीर के शिष्य द्वारा कहा गया था?
उत्तर – जिसने सांसारिक सुखों को त्याग दिया है, वह हवा की तरह बहेगा और पक्षी की तरह बिना किसी चिंता के उड़ेगा। वह चाहते थे कि लोग हर चीज़ से अलग हो जाएं, जो सुख देता है और इच्छा पैदा करता है उसे छोड़ दें।
2. एक राक्षस?
यह कराइक्कल अम्मैयार की एक कविता का एक अंश है जिसमें वह खुद का वर्णन करती है: मादा पे (राक्षस)… उभरी हुई नसें, उभरी हुई आंखें, सफेद दांत और सिकुड़ा हुआ पेट, लाल बाल और निकले हुए दांत, लंबी पिंडली टखनों तक फैली हुई, वन में विचरण करते हुए चिल्लाते और विलाप करते हैं। यह अलंकातु का जंगल है, जो हमारे पिता (शिव) का घर है, जो अपने उलझे हुए बालों को आठों दिशाओं में फैलाकर और शांत अंगों के साथ नृत्य करते हैं।
प्रश्न :
(i) कराईकल अम्मैयार ने सुंदरता को किस प्रकार चित्रित किया है?
उत्तर – कराईकल अम्मैयार ने सुंदरता को ‘पे’ या ‘डेमोनेस’ के रूप में व्यक्त किया।
(ii) “उभरी हुई नसें, उभरी हुई आंखें, सफेद दांत और सिकुड़ा हुआ पेट”, “चिल्लाता और चिल्लाता है”। दिए गए अंश में कवि की इस स्थिति का कारण बताइए।
उत्तर – कवि पागल हो गया था क्योंकि वह भगवान शिव की भक्ति में चिल्ला रही थी और विलाप कर रही थी और वह उसे अलंकाडु में बेसब्री से खोज रही थी और इसलिए उसकी उपस्थिति “उभरी हुई नसें, उभरी हुई आंखें, सफेद दांत और सिकुड़ा हुआ पेट” बन गई थी।
(iii) वाक्यांश का परीक्षण करें “उसके उलझे हुए बाल सभी आठ दिशाओं में फैले हुए थे”?
उत्तर – इस वाक्यांश से यह अनुमान लगाया जाता है कि भगवान शिव अलंकाडु में नृत्य कर रहे थे, जहां उनके उलझे हुए बाल हवा में स्वतंत्र रूप से घूमते हुए उनके अंगों के साथ नृत्य करते हुए सभी आठ दिशाओं में फेंके गए थे।
3. “ब्रिटिश तत्व चला गया है, लेकिन उन्होंने शरारतें पीछे छोड़ दी हैं”
सरदार वल्लभ भाई पटेल ने कहा: यह कहने का कोई फायदा नहीं है कि हम अलग निर्वाचन क्षेत्रों की मांग करते हैं, क्योंकि यह हमारे लिए अच्छा है। हमने इसे काफी समय से सुना है। हमने इसे वर्षों से सुना है, और इस आंदोलन के परिणामस्वरूप अब हम एक अलग राष्ट्र हैं… क्या आप मुझे एक स्वतंत्र देश दिखा सकते हैं जहां अलग निर्वाचन क्षेत्र हों? यदि हां, तो मैं इसे स्वीकार करने के लिए तैयार रहूंगा। लेकिन इस दुर्भाग्यपूर्ण देश में अगर देश के विभाजन के बाद भी यह पृथक निर्वाचन क्षेत्र कायम रहेगा, तो यह देश के लिए दुर्भाग्य है; यह रहने लायक नहीं है। इसलिए, मैं कहता हूं, यह केवल मेरे भले के लिए नहीं है, यह आपके अपने भले के लिए है कि मैं यह कहता हूं, अतीत को भूल जाओ। एक दिन, हम एकजुट हो सकते हैं… ब्रिटिश तत्व चला गया है, लेकिन उन्होंने शरारतें पीछे छोड़ दी हैं। हम उस शरारत को कायम नहीं रखना चाहते
(सुन सुन)। जब अंग्रेज़ों ने यह तत्व लागू किया तो उन्हें यह उम्मीद नहीं थी कि उन्हें इतनी जल्दी जाना पड़ेगा। वे इसे अपने आसान प्रशासन के लिए चाहते थे। वह सब ठीक है। लेकिन वे विरासत को पीछे छोड़ गये हैं. क्या हमें इससे बाहर निकलना है या नहीं?
प्रश्न :
(i) इस कथन में “जिन्हें ‘वे” कहा गया है, उन्होंने अपने पीछे एक विरासत छोड़ी है।
उत्तर – ब्रिटिश
(ii) ‘उन्होंने विरासत को पीछे छोड़ दिया है’ इस कथन से आप क्या निष्कर्ष निकालते हैं?
उत्तर – अंग्रेज नहीं चाहते थे कि भारतीय एकजुट हों, उन्होंने अपने आसान प्रशासन के लिए फूट डालो और राज करो की नीति लागू की और उन्होंने एक विभाजन पैदा किया जिसने लोगों / पूरे राष्ट्र के जीवन को प्रभावित किया और इसलिए इससे बाहर निकलने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
(iii) सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा अपने भाषण में दिए गए अंतिम संदेश को पहचानें।
उत्तर – वह हमारे देश के लोगों से आग्रह कर रहे थे कि वे अंग्रेजों द्वारा छोड़ी गई अलगाव/फूट डालो और राज करो की नीति को न अपनाएं।
4. गुजरात की सुदर्शन झील :
सुदर्शन झील एक कृत्रिम जलाशय था। हमें इसका ज्ञान लगभग दूसरी शताब्दी ई. के संस्कृत के एक पाषाण अभिलेख से होता है। इस अभिलेख को शक शासक रुद्रदमन की उपलब्धियों का उल्लेख करने के लिए बनवाया गया था। इस अभिलेख में कहा गया है कि जलद्वारों और तटबंधों वाली इस झील का निर्माण मौर्य काल में एक स्थानीय राज्यपाल द्वारा किया गया था। लेकिन एक भीषण तूफान के कारण इसके तटबंध टूट गए और सारा पानी बह गया। बताया जाता है कि तत्कालीन शासक रुद्रदमन ने इस झील की मरम्मत अपने खर्च से करवाई थी, और इसके लिए अपनी प्रजा से कर भी नहीं लिया था। इसी पाषाण खंड पर एक और अभिलेख (लगभग पाँचवीं सदी) है जिसमें कहा गया है कि गुप्त वंश के एक शासक ने एक बार फिर इस झील की मरम्मत करवाई थी।
प्रश्न :
(i) सुदर्शन झील कैसी झील थी?
उत्तर – सुदर्शन झील एक कृत्रिम जलाशय था।
(ii) सुदर्शन झील का निर्माण किसने करवाया था?
उत्तर – दूसरी शताब्दी ई. के एक अभिलेख अनुसार इस झील का निर्माण मौर्य काल में एक स्थानीय राज्यपाल द्वारा कराया गया था।
(iii) इस झील की मरम्मत किसने और क्यों कराई थी?
उत्तर – इस झील की मरम्मत अपने खर्चे से शक शासक रुद्रदमन द्वारा करवाई गई थी।
5. राजा और व्यापारी :
विजयनगर के सबसे प्रसिद्ध शासक कृष्णदेव राय (शासनकाल 1509-29) ने शासनकला के विषय में अमुक्तमल्पदनामक तेलुगु भाषा में एक कृति लिखी। व्यापारियों के विषय में उसने लिखा:
एक राजा को अपने बन्दरगाहों को सुधारना चाहिए और वाणिज्य को इस प्रकार प्रोत्साहित करना चाहिए कि घोड़ों, हाथियों, रत्नों, चंदन, मोती तथा अन्य वस्तुओं का खुले तौर पर आयात किया जा सके… उसे प्रबंध करना चाहिए कि उन विदेशी नाविकों जिन्हें तूफानों, बीमारी या थकान के कारण उनके देश में उत्तरना पड़ता है, की भली-भाँति देखभाल की जा सके… सुदूर देशों के व्यापारियों, जो हाथियों और अच्छे घोड़ों का आयात करते हैं, को रोज बैठक में बुलाकर, तोहफे देकर तथा उचित मुनाफे की स्वीकृति देकर अपने साथ संबद्ध करना चाहिए। ऐसा करने पर ये वस्तुएँ कभी भी तुम्हारे दुश्मनों तक नहीं पहुंचेंगी।
प्रश्न :
(i) विजयनगर का प्रसिद्ध शासक कौन था?
उत्तर – विजयनगर का प्रसिद्ध शासक कृष्णदेव राय था। उसने 1509 ई. से 1529 ई. तक शासन किया था।
(ii) अमुक्तमल्यद नामक पुस्तक के लेखक कौन थे?
उत्तर – ‘अमुक्तमल्यद’ नामक पुस्तक के लेखक कृष्णदेव राय थे। इसकी भाषा तेलुगु थी।
(iii) कृष्णदेव राय ने अपनी पुस्तक में व्यापारियों के विषय में क्या लिखा था?
उत्तर – कृष्णदेव राय ने अपनी पुस्तक में लिखा कि एक राजा को अपनी बंदरगाहों को सुधारना चाहिए तथा वाणिज्य को प्रोत्साहित करना चाहिए। उसे विदेशी नाविकों की देखभाल का उचित प्रबंध करना चाहिए। उसे सुदुर देशों के व्यापारियों को उपहार देकर अपने साथ संबद्ध करना चाहिए।
6. महात्मा गाँधी आधुनिक युग, जिसमें मशीनों ने मानव को गुलाम बनाकर श्रम को हटा दिया था. के घोर आलोचक थे। उन्होंने चरखा को एक ऐसे मानव समाज के प्रतीक रूप में देखा, जिसमें मशीनों और प्रौद्योगिकी को बहुत महिमामंडित नहीं किया जाएगा। इससे भी अधिक चरखा गरीबों को पूरक आमदनी प्रदान कर सकता था तथा उन्हें स्वावलम्बी बना सकता था।
मेरी आपत्ति मशीन के प्रति सनक से है। यह सनक श्रम बचाने वाली मशीनरी के लिए है। ये तब तक ‘श्रम बचाते’ रहेंगे जब तक कि हजारों लोग बिना काम के और भूख से मरने के लिए सड़कों पर न फेंक दिए जाएँ। मैं मानव समुदाय के किसी एक हिस्से के लिए नहीं बल्कि सभी के लिए समय और श्रम बचाना चाहता हूँ मैं धन का केंद्रीकरण कुछ ही लोगों के हाथों में नहीं बल्कि सभी के हाथों में करना चाहता हूँ। यंग इंडिया, 13 नवंबर 1924 खद्दर मशीनरी को नष्ट नहीं करना चाहता बल्कि यह इसके प्रयोग को नियमित करता है और इसके विकास को नियंत्रित करता है। यह मशीनरी का प्रयोग सर्वाधिक गरीब लोगों के लिए उनकी अपनी झोपड़ियों में करता है। पहिया अपने आप में ही मशीनरी का एक उत्कृष्ट नमूना है।
प्रश्न :
(i) महात्मा गांधी मशीनों के घोर आलोचक क्यों थे?
उत्तर – महात्मा गाँधी मशीनों के घोर आलोचक थे क्योंकि मशीनों ने मनुष्य को अपना गुलाम बना लिया है तथा श्रम के महत्व को समाप्त किया है।
(ii) महात्मा गांधी ने मशीनों के स्थान पर किसे महत्त्वपूर्ण माना और क्यों महत्त्वपूर्ण माना?
उत्तर – महात्मा गांधी ने मशीनों के स्थान पर चरखे को महत्त्वपूर्ण माना क्योंकि चरखा मानव समाज का प्रतीक है तथा मशीनों के ऊपर निर्भरता को कम करता है। चरखा गरीबों को पूरक आमदनी प्रदान कर सकता था तथा उन्हें स्वावलम्बी बना सकता था।
(iii) मशीन के प्रति सनक से गाँधी को आपत्ति क्यों थी?
उत्तर – मशीन के प्रति सनक से गाँधी को आपत्ति थी क्योंकि इससे बेरोजगारी बढ़ती है तथा श्रम का महत्व कम होता है। मशीन धन का केंद्रीकरण करके समाज में आर्थिक असमानता पैदा करती है।
7. सेना के लिए हाथी पकड़ना :
अर्थशास्त्र में सैनिक और प्रशासनिक संगठन के बारे में विस्तृत विवरण मिलते हैं। मिसाल के तौर पर हाथी को पकड़ने के उपाय के बारे में उसमें यह लिखा है :
हाथी वनों के संरक्षक, हाथियों को पालने वाले लोगों, हाथी के पैरों में जंजीर बाँधने वाले लोगों, सीमा रक्षकों, वनवासियों और महावतों के साथ मिलकर पाँच से सात हथिनियों की मदद से, जंगली हाथियों द्वारा गिराए गए मलमूत्र को पहचानते हुए उन्हें पकड़ने का काम करते थे।
यूनानी स्रोतों के अनुसार, मौर्य सम्राट के पास छः लाख पैदल सैनिक, तीस हजार घुड़सवार तथा नौ हजार हाथी थे। कुछ इतिहासकार इस विवरण को अतिशयोक्तिपूर्ण मानते हैं।
प्रश्न :
(i) अर्थशास्त्र के विषय में आप क्या जानते है?
उत्तर – अर्थशास्त्र राजनीतिक सिद्धान्तों पर आधारित एक महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ है जिसकी रचना कौटिल्य ने की थी।
(ii) अर्थशास्त्र से किस के बारे में विस्तृत विवरण मिलते हैं?
उत्तर – अर्थशास्त्र में सैनिक और प्रशासनिक संगठन के बारे में विस्तृत विवरण मिलते हैं।
(iii) हाथियों को क्यों और कैसे पकड़ा जाता था?
उत्तर – हाथियों को सेना के लिए पकड़ा जाता था। इन्हें वनों के संरक्षकों, सीमारक्षकों, वनवासियों और महावतों की सहायता से पकड़ा जाता था।
8. बाजारपेस बाजार का एक सजीव विवरण देता है :
आगे जाने पर एक चौड़ी और सुंदर गली पाते हैं… इस गली में कई व्यापारी रहते हैं और वहाँ आप सभी प्रकार के माणिक्य और हीरे, और पन्ने, और मोती और छोटे मोती, और वस्त्र, और पृथ्वी पर होने वाली हर वस्तु जिसे आप खरीदना चाहेंगे, पाएँगे। फिर हर शाम को आप एक मेला देख सकते हैं जहाँ से कई सामान्य घोड़े तथा टट्टू और कई तुरंज और नींबू और संतरे और अंगूर और उद्यान में उगने वाली हर प्रकार की वस्तुएँ और लकड़ी मिलती है: इस गली में आप हर वस्तु पा सकते हैं। और सामान्य रूप से वह शहर का वर्णन विश्व के सबसे अच्छे संभरण वाले शहर के रूप में करता है जहाँ बाजार चावल, गेहूँ, अनाज, भारतीय मकई और कुछ मात्रा में जी तथा सेम, मूंग दालें, काला चना जैसे खाद्य पदार्थों से भरे रहते थे जो सभी सस्ते दामों पर तथा प्रचुर मात्रा में उपलब्ध रहते थे। फर्नाओ नूनिज के अनुसार विजयनगर के बाजार प्रचुर मात्रा में फलों, अंगूरों और संतरों, नींबू, अनार, कटहल तथा आम से भरे रहते थे और सभी बहुत सस्ते बाजारों में मांस भी बड़ी मात्रा में बिकता था। नूनिज उल्लेख करता है कि भेड़-बकरी का मांस, सूअर, मृगमांस, तीतर-मांस, खरगोश, कबूतर, बटेर और सभी प्रकार के पक्षी, चिड़ियाँ, चूहे तथा बिल्लियाँ और छिपकलियाँ बिसनग (विजयनगर) के बाजारों में बिकती थीं।
प्रश्न :
(i) डोमिंगो पेस किस बाजार का संजीव विवरण देता है?
उत्तर – डोमिंगो पेस विजयनगर शहर के बाजार का सजीव विवरण देता है।
(ii) डोमिंगो पेस विजयनगर शहर का वर्णन विश्व के सबसे अच्छे संभरण वाले शहर के रूप में क्यो करता है?
उत्तर – डोमिंगो पेस इस शहर का वर्णन ‘विश्व के सबसे अच्छे संभरण वाले शहर’ के रूप में इसलिए करता है क्योंकि इस बाजार में प्रत्येक प्रकार के अनाज तथा दाले उपलब्ध थी।
(iii) फर्नाओ नूनिज कौन था?
उत्तर – फर्नाओ नूनिज एक पुर्तगाली यात्री था जिसने विजयनगर शहर की यात्रा की थी।
9. नमक विरोध का प्रतीक क्यों था? इसके बारे में महात्मा गाँधी ने लिखा है: प्रतिदिन प्राप्त होने वाली सूचनाओं से पता चलता है कि कैसे अन्यायपूर्ण तरीके से नमक कर को तैयार किया गया है। बिना कर (जो कभी-कभी नमक के मूल्य का चौदह गुना तक होता था) अदा किए गए नमक के प्रयोग को रोकने के लिए सरकार उस नमक को जिससे वह लाभ पर नहीं बेच पाती थी, नष्ट कर देती थी। अतः यह राष्ट्र की अत्यधिक महत्त्वपूर्ण आवश्यकता पर कर लगाती है; यह जनता को इसके उत्पादन से रोकती है और प्रकृति ने जिसे बिना किसी श्रम के उत्पादित किया है उसे नष्ट कर देती है। अतः किसी भी वजह से किसी चीज को स्वयं प्रयोग न कर पाने तथा अन्य को भी उसका प्रयोग न करने देने तथा ऐसे में उस चीज को नष्ट कर देने की इस अन्यायपूर्ण नीति को किसी भी विशेषण द्वारा नहीं बताया जा सकता है। विभिन्न स्रोतों से मैं भारत के सभी भागों में इस राष्ट्र संपति को बेलगाम ढंग से नष्ट किए जाने की कहानियाँ सुन रहा हूँ। टनों न सही पर कई मन नमक कोंकण तट पर नष्ट कर दिया गया बताया गया है। दाण्डी से भी इस तरह की बातें पता चली हैं। जहाँ कहीं भी ऐसे क्षेत्रों के आस-पास रहने वाले लोगों द्वारा अपने व्यक्तिगत प्रयोग हेतु प्राकृतिक नमक उठा ले जाने की संभावना दिखती है वहाँ तुरंत अधिकारी नियुक्त कर दिए जाते हैं जिनका एकमात्र कार्य विनाश करना होता है। इस प्रकार बहुमूल्य राष्ट्रीय संपदा को राष्ट्रीय खर्च से ही नष्ट किया जाता है और लोगों के मुँह से नमक छीन लिया जाता है।
नमक एकाधिकार एक तरह से चौतरफा अभिशाप है। यह लोगों को बहुमूल्य सुलभ ग्राम उद्योग से वंचित करता है. प्रकृति द्वारा बहुतायत में उत्पादित संपदा का यह अतिशय विनाश करता है। इस विनाश का मतलब ही है और अधिक राष्ट्रीय खर्च चौथा और इस मूर्खता का चरमोत्कर्ष भूखे लोगों से हजार प्रतिशत से अधिक की उगाही है। सामान्य जन की उदासीनता की वजह से ही लम्बे समय से यह कर अस्तित्व में बना रहा है। आज जनता पर्याप्त रूप से जग चुकी है अतः इस कर को समाप्त करना होगा। कितनी जल्दी इसे खत्म कर दिया जाएगा यह लोगों की क्षमता पर निर्भर करता है।
प्रश्न :
(i) नमक विरोध का प्रतीक क्यों था?
उत्तर – नमक हर व्यक्ति की मूल आवश्यकता थी परन्तु सरकार ने अन्यायपूर्ण नमक कर तैयार करके बिना कर अदा किए नमक के प्रयोग पर रोक लगा दी थी तथा सरकार उस नमक को नष्ट कर देती थी जिससे वह उचित लाभ नहीं कमा पाती थी। इस प्रकार सरकार बहुमूल्य राष्ट्रीय सम्पदा को नष्ट कर रही थी। इसलिए गाँधी जी ने नमक को सरकार के विरोध के प्रतीक के रूप में चुना।
(ii) नमक पर अंग्रेजी सरकार का एकाधिकार अभिशाप कैसे था?
उत्तर – नमक पर अंग्रेजी सरकार का एकाधिकार एक अभिशाप था क्योंकि यह लोगों को बहुमूल्य सुलभ ग्राम उद्योग से वंचित करता था। यह एकाधिकार बहुमूल्य राष्ट्रीय सम्पदा का विनाश करता था तथा यह विनाश राष्ट्रीय खर्च पर ही किया जाता था।
(iii) नमक कर अस्तित्व में क्यों बना रहा?
उत्तर – सामान्य लोगों की उदासीनता के कारण ही नमक कर अस्तित्व में बना रहा था।
10. 1920 के दशक में जवाहरलाल नेहरू समाजवाद से लगातार प्रभावित होते जा रहे थे और 1928 में जब वे यूरोप की यात्रा से लौटे तो सोवियत संघ के प्रयोगों से गहरे तौर से प्रभावित थे। जब उन्होंने समाजवादियों (जयप्रकाश नारायण, नरेन्द्र देव, एन.जी. रंगा एवं अन्य) के साथ घनिष्ठतापूर्वक काम करना शुरू किया तो कांग्रेस के भीतर समाजवादियों और रूढ़िवादियों के बीच एक खाई पैदा हो गई। 1936 में कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद नेहरू ने फासीवाद के खिलाफ जमकर बयान दिए और मजदूरों व किसानों की माँगों का समर्थन किया।
नेहरू के समाजवादी वक्तव्यों से चिंतित रूढ़िवादियों ने राजेन्द्र प्रसाद और सरदार पटेल के नेतृत्व में कांग्रेस वर्किंग कमेटी से इस्तीफे को धमकी दे डाली। दूसरी ओर, बम्बई के कुछ प्रसिद्ध उद्योगपतियों ने नेहरू की आलोचना करते हुए बयान जारी कर दिया। इसके बाद प्रसाद और नेहरू, दोनों महात्मा गाँधी के पास गए और वर्धा स्थित उनके आश्रम में उनसे मिले। गाँधी जी ने एक बार फिर मध्यस्थ की भूमिका अदा करते हुए नेहरू के रेडिकल तेवरों पर अंकुश लगाने तथा प्रसाद एवं अन्य नेताओं को नेहरू के नेतृत्व की अहमियत पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया।
प्रश्न :
(i) जवाहर लाल नेहरू समाजवाद के विषय में किस देश के प्रयोगों से प्रभावित हुए?
उत्तर – सोवियत संघ
(ii) जवाहर लाल नेहरू कांग्रेस के अध्यक्ष कब बने थे?
उत्तर – 1936 ईo
(iii) दो समाजवादी नेताओं के नाम बताइए।
उत्तर – जयप्रकाश नारायण और नरेन्द्र देव
11. विशाल, फैला हुआ शहर :
यह डोमिंगो पेस द्वारा लिखे गए विजयनगर शहर के वर्णन से लिया गया। एक उद्धरण है:
इस शहर का परिमाप मैं यहाँ नहीं लिख रहा हूँ क्योंकि यह एक स्थान से पूरी तरह नहीं देखा जा सकता, पर मैं एक पहाड़ पर चढ़ा जहाँ से मैं इसका एक बड़ा भाग देख पाया। मैं इसे पूरी तरह से नहीं देख पाया क्योंकि यह कई पर्वत श्रृंखलाओं के बीच स्थित है। वहाँ से मैंने जो देखा वह मुझे रोम जितना विशाल प्रतीत हुआ, और देखने में अत्यंत सुन्दरः इसमें पेड़ों के कई उपवन हैं, आवासों के बगीचों में तथा पानी की कई नालियाँ जो इसमें आती हैं, तथा कई स्थानों पर झीलें हैं तथा राजा के महल के समीप ही खजूर के पेड़ों का बगीचा तथा अन्य फल प्रदान करने वाले वृक्ष थे।
प्रश्न :
(i) डोमिंगो पेस कौन था?
उत्तर – डोमिंगो पेस पुर्तगाल का एक यात्री था जिसने 1520 के आसपास विजयनगर साम्राज्य की यात्रा की थी।
(ii) उपर्युक्त अनुच्छेद में डोमिंगो पेस किस शहर का वर्णन करता है?
उत्तर – विजयनगर शहर का
(iii) डोमिंगो पेस विजयनगर शहर के बारे में क्या वर्णन करता है?
उत्तर – डोमिंगो पेस के अनुसार विजयनगर शहर कई पर्वत श्रृंखलाओं बीच स्थित है। इसमें अत्यंत सुंदर उपवन हैं एवं कई स्थानों पर झीलें है तथा राजा के महल के पास ही खजूर के पेड़ों का बगीचा है।
12. प्रभावती गुप्त और बगुन गाँव :
प्रभावती गुप्त ने अपने अभिलेख में यह कहा है: प्रभावती ग्राम कुटुबिनों (गाँव के गृहस्थ और कृषक), ब्राह्मणों, और दंगुन गाँव के अन्य वासियों को आदेश देती है। ‘आपको ज्ञात हो कि कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को धार्मिक पुण्य प्राप्ति के लिए इस ग्राम को जल अर्पण के साथ आचार्य चनालस्वामी को दान किया गया है। आपको इनके सभी आदेशों का पालन करना चाहिए।
एक अग्रहार के लिए उपयुक्त निम्नलिखित रियायतों का निर्देश भी देती हूँ। इस गाँव में पुलिस या सैनिक प्रवेश नहीं करेंगे। दौरे पर आने वाले शासकीय अधिकारियों को यह गाँव घास देने और आसन में प्रयुक्त होने वाली जानवरों की खाल और कोयला देने के दायित्व से मुक्त हैं। साथ ही वे मदिरा खरीदने और नमक हेतु खुदाई करने के राजसी अधिकार को कार्यान्वित किए जाने से मुक्त हैं। इस गाँव को खनिज पदार्थ और खदिर वृक्ष के उत्पाद देने से भी छूट है। फूल और दूध देने से भी छूट है। इस गाँव का दान इसके भीतर की संपत्ति और बड़े-छोटे सभी करों सहित किया गया है। इस राज्यादेश को 13वें राज्य वर्ष में लिखा गया है और इसे चक्रदास ने उत्कीर्ण किया है।
प्रश्न :
(i) प्रभावती गुप्त कौन थी?
उत्तर – प्रभावतीगुप्त गुप्त शासक चन्द्रगुप्त द्वितीय की पुत्री थी।
(ii) प्रभावती गुप्त किसे और क्या आदेश देती है?
उत्तर – प्रभावती गुप्त ने गाँव के वासियों, कृषकों एवं ब्राह्मणों को आचार्य चनालस्वामी के सभी आदेशों का पालन करने का आदेश दिया था।
(iii) ‘अग्रहार’ का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – ‘अग्रहार’ धार्मिक कार्यों हेतू दान में दी गई भूमि होती थी। यह भूमिकर मुक्त होती थी।
13. पाटलिपुत्र का इतिहास :
प्रत्येक नगर का अपना इतिहास था। उदाहरण के तौर पर पाटलिपुत्र का विकास पाटलिग्राम नाम के एक गाँव से हुआ। फिर पाँचवी सदी ई.पू. में मगध शासकों ने अपनी राजधानी राजगाह को हटाकर इसे बस्ती में लाने का निर्णय किया और इसका नाम बदल दिया ……। जब चीनी यात्री श्वैन त्सांग सातवी सदी ई. में यहां आया तो इसे यह नगर खण्डर में बदला मिला ……।
(i) मगध की प्रथम राजधानी कौन सी थी ?
उत्तर – राजगाह
(ii) पाटलिपुत्र को मगध की राजधानी कब बनाया गया ?
उत्तर – 5वी सदी ई.पू. में
(iii) किस चीनी यात्री ने सातवी सदी में भारत की यात्रा की ?
उत्तर – श्वैन त्सांग
14. विजय नगर के सबसे प्रसिद्ध शासक कृष्ण देव राय (शासनकाल 1509-29) में शासन कला के विषय में अमुक्तमल्यद नामक तेलुगु भाषा में कृति लिखी। व्यापारियों के विषय में उसने लिखा: एक राजा को अपने बन्दरगाहों को सुधारना चाहिए ……। सुदूर देशों के व्यापारियों जो हाथियों और अच्छे घोड़ों का आयात करते हैं, को रोज बैठक में बुलाकर तोफे देकर और उचित मुनाफे की स्वीकृति देकर ……..।
(i) विजय नगर का सबसे प्रतापी शासक किसे माना जाता है ?
उत्तर – कृष्ण देव राय
(ii) अमुक्तमल्यद की रचना किसने की ?
उत्तर – कृष्ण देव राय
(iii) अमुक्तमल्यद के लेखन ने राजा को किससे अच्छे सम्बन्ध स्थापित करने की सलाह दी है ?
उत्तर – व्यापारियों से
15. 1920 के दशक में जवाहरलाल नेहरू ने समाजवाद से लगातार प्रभावित होते जा रहे थे और 1928 में जब वे यूरोप की यात्रा से लोटे तो सोवियत संघ के प्रयोगों के गहरे तौर से प्रभावित थे। जब उन्होंने समाजवादियों (जयप्रकाश नारायण, नरेन्द्र देव, एन. जी. रंगा एवं अन्य) के साथ घनिष्ठता पूर्वक काम करना शुरू किया। 1936 में कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद नेहरू ने मजदूरों व किसानों की मांगों का समर्थन किया।
(i) 1920 के दशक में जवाहर लाल नेहरू किस विचारधारा से प्रभावित होते जा रहे थे ?
उत्तर – समाजवाद
(ii) प्रमुख समाजवादी नेताओं के नाम बताओ।
उत्तर – जयप्रकाश नारायण, नरेन्द्र देव, एन. जी. रंगा
(iii) 1936 में नेहरू ने किनकी मांगों का समर्थन किया ?
उत्तर – किसानों की