Haryana Board (HBSE) Class 10 Social Science Half Yearly Question Paper 2024 PDF Download. HBSE Class 10 Social Science Half Yearly Question Paper 2024. Haryana Board Class 10 Social Science Half Yearly Exam 2024. HBSE Class 10th Social Science Half Yearly Paper 2024 Answer. Haryana Board Class 10 Half Yearly Paper PDF Download. Haryana Board Class 10 Social Science Half Yearly Paper 2024 Solution. हरियाणा बोर्ड कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान अर्धवार्षिक पेपर 2024.
HBSE Class 10 Social Science Half Yearly Question Paper 2024 Answer Key
Instructions :
• All questions are compulsory.
• Questions (1-10) carry 1 mark each.
• Questions (11-14) carry 2 marks each.
• Questions (15-16) carry 3 marks each
• Questions (17-18) case study, carry 3 marks.
• Question (19) carry 5 marks each.
• Question (20) map, carry 5 marks each.
1. श्रीलंका की आबादी में सबसे बड़ा हिस्सा किस प्रमुख सामाजिक समुह का है?
(a) भारतीय तमिल
(b) मुस्लिम
(c) श्रीलंकाई तमिल
(d) सिहंली
उत्तर – (d) सिहंली
2. सत्ता की साझेदारी वांछनीय है क्योंकि इससे मदद मिलती है :
(a) सरकार पर दबाव बढ़ाना
(b) संघर्षों की संभावनाओं को कम करना
(c) लोगों में जागरूकता पैदा करना
(d) मतदाताओं का प्रतिशत बढ़ाना
उत्तर – (b) संघर्षों की संभावनाओं को कम करना
3. किसी देश का विकास सामान्तया किसके द्वारा निर्धारित किया जा सकता है?
(a) प्रति व्यक्ति आय
(b) औसत साक्षरता स्तर
(c) लोगों की स्वास्थ्य स्थिति
(d) ये सभी
उत्तर – (d) ये सभी
4. निम्नलिखित में से कौन-सा विषय संघ सूची का है?
(a) विदेशी मामले
(b) विवाह
(c) कृषि
(d) शिक्षा
उत्तर – (a) विदेशी मामले
5. तृतीयक क्षेत्र को किस अन्य नाम से जाना जाता है?
(a) सार्वजनिक क्षेत्र
(b) निजी क्षेत्र
(c) सेवा क्षेत्र
(d) संगठित क्षेत्र
उत्तर – (c) सेवा क्षेत्र
6. सुनहरा रेशा किसे कहा जाता है?
उत्तर – जूट
7. PCI का पूरा नाम क्या है?
उत्तर – Per Capita Income
8. मोहन जोदड़ो की खोज ……….. में हुई थी।
उत्तर – 1922 ई.
9. मेसोपोटामिया का आधुनिक नाम ………….. है।
उत्तर – इराक
10. अभिकथन (A) : सिंचाई ने फसल पैटर्न को भी बदल दिया है।
कारण (R) : फसलें अब पानी की मात्रा और उपलब्धता के अनुसार बोई जाती हैं।
उत्तर – अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सही है और कारण (R), अभिकथन (A) की सही व्याख्या है।
11. रोम को सात पहाड़ियों का नगर क्यों कहा जाता है ?
उत्तर – यह शहर सात पहाड़ियों से घिरा हुआ होने के कारण सात पहाड़ियों का नगर कहलाता है ।
12. सरस्वती-सिंधु सभ्यता की नगर योजना में सड़कों व गलियों की व्यवस्था कैसी थी?
उत्तर – सड़कों तथा गलियों को ग्रिड पद्धति (जालनुमा) में बनाया गया था अर्थात सुनिश्चित योजना के अनुसार निर्मित थी। सड़कें सीधी, चौड़ी और एक-दूसरे को समकोण पर काटती थी।
13. ईसाइयत और इस्लाम के बीच टकराव के क्या परिणाम हुए?
उत्तर – (i) सामंतवाद का अन्त शुरू हो गया।
(ii) राष्ट्रीय राज्यों की स्थापना का मार्ग प्रशस्त हुआ।
(iii) पोप की शक्ति में वृद्धि।
(iv) चर्च सुधार आन्दोलन चले।
14. सत्ता की साझेदारी क्या है?
उत्तर – सत्ता की साझेदारी ऐसी शासन व्यवस्था होती है जिसमें समाज के प्रत्येक समूह और समुदाय की भागीदारी होती है। सत्ता की साझेदारी ही लोकतंत्र का मूलमंत्र है। लोकतांत्रिक सरकार में प्रत्येक नागरिक की हिस्सेदारी होती है, जो भागीदारी के द्वारा संभव हो पाती है।
15. प्रच्छन्न बेरोजगारी से आप क्या समझते हैं?
उत्तर – प्रच्छन्न बेरोजगारी अर्थात छुपी हुई बेरोजगारी, यह वह स्थिति है, जब एक श्रमिक काम तो कर रहा होता है लेकिन उसकी क्षमता का पूरा उपयोग नहीं हो पाता है। इसमें कुछ लोगों की उत्पादकता शून्य होती है अर्थात यदि इन लोगों को उस काम में से हटा भी लिया जाये तो भी उत्पादन में कोई अंतर नही आएगा।
16. मिस्र सभ्यता का विश्व को क्या योगदान है?
उत्तर – (i) मिस्र ने विश्व को 365 दिन का एक वर्ष का कलेण्डर प्रदान किया।
(ii) मिस्र ने विश्व को सूर्य घड़ी व जल घड़ी दी।
(iii) औषधि विज्ञान के क्षेत्र में मिस्र ने विश्व को ऐसा रासायनिक लेप तैयार करके दिया जिससे मृतक शरीर को शताब्दियों तक सुरक्षित रखा जा सकता था।
17. CASE STUDY : वैदिक दर्शन में मनुष्य के जीवन को आध्यात्मिक व भौतिक दृष्टि से उन्नत करने के लिए चार पुरुषार्थ (धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष) की व्यवस्था का उल्लेख है। इन पुरुषार्थों में धर्म मुख्य है। किसी वस्तु के स्वाभाविक गुणों को उसका धर्म कहते है, जैसे विद्यार्थी का धर्म पढ़ना, अध्यापक का धर्म पढ़ाना, सूर्य का धर्म प्रकाश करना है। इसी प्रकार मानव का स्वाभाविक धर्म मानवता है अतः धर्म का अर्थ है ‘कर्तव्य बोध’। मनुष्य का नैतिक कर्तव्य ही उसका धर्म है। धर्म ‘धृ’ धातु से बना है जिसका अर्थ है ‘धारण करना’। शास्त्रों में धर्म के 10 लक्षण बताये गए हैं।
प्रश्न :
17.1 वैदिक दर्शन में मनुष्य के जीवन को उन्नत बनाने के लिए कितने पुरुषार्थ का उल्लेख है?
उत्तर – चार पुरुषार्थ (धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष)
17.2 धर्म का अर्थ क्या है?
उत्तर – धर्म ‘धृ’ धातु से बना है जिसका अर्थ है-धारण करना।
17.3 शास्त्रों के अनुसार धर्म के कितने लक्षण बताये गए है?
उतर – 10 लक्षण
18. CASE STUDY : इसी तरह, विकास के लिए लोग मिले जुले लक्ष्यों को देखते हैं। यह सत्य है कि यदि महिलाएं वेतनभोगी कार्य करती हैं, तो घर और समाज में उनका आदर बढ़ता है। तथापि यह भी सच है कि अगर महिलाओं के प्रति सम्मान है तो घर के काम में उनका ज्यादा हाथ बंटाया जायेगा और बाहर काम करने वाली महिलाओं को अधिक स्वीकार किया जायेगा। सुरक्षित और संरक्षित वातावरण के कारण अधिक महिलायें विभिन्न प्रकार की नौकरियाँ या व्यापार कर सकती है। इसलिए, लोगों के विकासात्मक लक्ष्य न केवल बेहतर आय के बारे में हैं, बल्कि जीवन में अन्य महत्वपूर्ण चीजों के बारे में भी होते हैं।
प्रश्न :
18.1 विकासात्मक लक्ष्य का क्या अर्थ है?
उत्तर – समाज के सभी वर्गों के लक्ष्य
18.2 यदि महिलाएँ वैतनिक कार्यों में लगें तो समाज में उनकी …………. बढ़ेगी।
उत्तर – गरिमा, सम्मान, प्रतिष्ठा
18.3 राष्ट्रीय विकास का अर्थ केवल महिलाओं के लक्ष्यों के बारे में सोचना है, न कि समाज के अन्य सदस्यों के बारे में। (सही / गलत)
उत्तर – गलत
19. मृदा अपरदन क्या है? भारत में प्रचलित मृदा अपरदन के प्रमुख प्रकारों की व्याख्या करें।
उतर – भूमि की सबसे ऊपरी परत को मृदा कहते है। जब तेज हवा तथा पानी मृदा की ऊपरी परत को अपने साथ बहाकर ले जाते हैं तो इसे मृदा अपरदन या मिट्टी का कटाव कहते हैं। इससे मिट्टी के उपजाऊ तत्व नष्ट हो जाते है जिसके कारण मिट्टी कृषि योग्य नही रहती है।
मृदा अपरदन के प्रमुख प्रकार :
• खनन – खनन के बाद खानों वाले स्थान पर जो गहरे गड्डे बनते है उन्हे खुला छोड़ दिया जाता है। इसके बाद यहां की जमीन कृषि योग्य नही रहती है।
• वनों की अत्यधिक कटाई – वर्तमान समय में मानवीय आवश्कताओं को पूरा करने के लिए वनों को बड़े पैमाने पर काटा जा रहा है। वनों की कटाई से भूमि की ऊपरी परत खाली हो जाती है जिसके कारण यह परत आसानी से हवा और पानी के साथ बह जाती है। ऐसी भूमि भी कृषि योग्य नही रहती।
• अत्यधिक सिंचाई – अत्यधिक सिंचाई से जलभराव की समस्या पैदा होती है जिससे भूमि में लवणीयता तथा क्षारीयता की मात्रा बढ़ जाती है। ऐसी भूमि भी कृषि योग्य नही रहती
• अत्यधिक पशुचारण – अत्यधिक पशु चराने से पशुओं के पैर भूमि की ऊपरी परत को छिल देते है। यह परत आसानी से हवा के साथ उड़ जाती है या पानी के साथ बह जाती है। इससे मिट्टी के उपजाऊ तत्व नष्ट हो जाते है जिसके कारण मिट्टी कृषि योग्य नही रहती है।
20. भारत के मानचित्र पर निम्नलिखित को दर्शाए :
भाग-अ (इतिहास)
सरस्वती सिंधु सभ्यता के स्थल :
(i) बनावली
(ii) कालीबंगा
(iii) लोथल
भाग-ब (भूगोल)
(iii) चिपको आन्दोलन
(iv) सरिस्का टाइगर रिजर्व
उत्तर –