HBSE Class 9 Hindi SAT-2 Question Paper 2025 Answer Key

Haryana Board (HBSE) Class 9 Hindi SAT-2 Question Paper 2025 Answer Key

खण्ड – क

1. व्याकरण पर आधारित निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (1 × 4 = 4 अंक)
(i) भाषा की सबसे छोटी इकाई क्या है?
(क) शब्द
(ख) व्यंजन
(ग) वर्ण
(घ) स्वर
उत्तर – (ग) वर्ण

(ii) निम्नलिखित में से कौन एक स्पर्श व्यंजन है ?
(क) श
(ख) छ
(ग) ह
(घ) ल
उत्तर – (ख) छ

(iii) शुद्ध वर्तनी शब्द है :
(क) उज्जवल
(ख) उजजवल
(ग) उज्ज्वल
(घ) उत्जवल
उत्तर – (ग) उज्ज्वल

(iv) नीलांबर में कौन-सा समास है?
(क) कर्मधारय
(ख) द्विगु
(ग) अव्ययीभाव
(घ) बहुव्रीहि
उत्तर – (क) कर्मधारय

खण्ड – ख

2. क्षितिज भाग-1 (काव्य खण्ड) पर आधारित निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (1 × 2 = 2 अंक)
(i) मेघ आए कविता के कवि कौन हैं?
(क) महादेवी वर्मा
(ख) सर्वेश्वर दयाल सक्सेना
(ग) राजेश जोशी
(घ) मुंशी प्रेमचंद
उत्तर – (ख) सर्वेश्वर दयाल सक्सेना

(ii) बिजली की तुलना किससे की गई है?
(क) नदी से
(ख) वर्षा से
(ग) अटारी से
(घ) नायिका से
उत्तर – (घ) नायिका से

3. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (1 × 3 = 3 अंक)
मेघ आए बड़े बन-ठन के सवर के।
आगे-आगे नाचती-गाती बयार चली,
दरवाजे-खिड़कियां खुलने लगी गली-गली,
पाहुन ज्यों आए हो गांव में शहर के।
मेघ आए बड़े बन-ठन के सवर के॥
प्रश्न :
(क) गाँव में कौन आया था?
उत्तर – गाँव में मेघ (बादल) आए थे।

(ख) गांव में बादलों का कैसा स्वागत होता है?
उत्तर – गाँव में बादलों का स्वागत एक प्रिय मेहमान की तरह किया जाता है।

(ग) मेघ किस प्रकार से आते हैं ?
उत्तर – मेघ बड़े बन-ठन कर सजे-संवरे हुए आते हैं।

अथवा

मेघ रूपी मेहमान के आने वातावरण में क्या परिवर्तन हुए?
उत्तर – मेघ रूपी मेहमान के आने से वातावरण में अनेक परिवर्तन हो गए। बयार नाचने-गाने लगी, हवा चलने लगी। पेड़-पौधे मानो गर्दन उठाकर बादलों को देखने लगे। नदी भी क्षणभर ठहरकर घूँघट डाल तिरछी नजरों से उन्हें देखने लगी। तालाब प्रसन्न होकर अपने जल से मेघों का स्वागत करने को तत्पर हो गए।

खण्ड – ग

4. क्षितिज भाग-1 (गद्य खण्ड) पर आधारित निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (1 × 2 = 2 अंक)
(i) प्रेमचंद के कौन-से पैर का जूता ठीक था?
(क) दाएँ
(ख) बाएँ
(ग) दोनों
(घ) दोनों खराब थे
उत्तर – (क) दाएँ

(ii) महादेवी वर्मा पहले किस भाषा में कविता लिखती थी?
(क) अवधी
(ख) बुंदेली
(ग) ब्रज
(घ) मैथिली
उत्तर – (ग) ब्रज

5. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (1 × 5 = 5 अंक)
बाबा कहते थे इसको हम विदुषी बनाएंगे। मेरे संबंध में उनका विचार बहुत ऊंचा रहा। इसलिए पंचतंत्र भी पढ़ा मैंने संस्कृत भी पढ़ी। ये अवश्य चाहते थे कि मैं उर्दू-फारसी सीख लूं लेकिन वह मेरे बस की नहीं थी। मैने जब एक दिन मौलवी साहब को देखा तो बस दूसरे दिन में चारपाई के नीचे जा छिपी। तब पंडित जी आए संस्कृत पढ़ाने। मां थोड़ी संस्कृत जानती थी गीता में उन्हें विशेष रूचि थी। पूजा पाठ के समय में मैं भी बैठ जाती थी और संस्कृत सुनती थी। उसके उपरांत उन्होंने मिशन स्कूल में रख दिया मुझको। मिशन स्कूल में वातावरण दूसरा था प्रार्थना दूसरी थी मेरा मन नहीं लगा।
प्रश्न :
(क) पाठ और रचनाकार का नाम लिखिए ।
उत्तर – पाठ : मेरे बचपन के दिन, रचनाकार : महादेवी वर्मा

(ख) विदुषी किसे कहते हैं?
उत्तर – विद्वान एवं शिक्षित स्त्री को विदुषी कहते हैं।

(ग) लेखिका उर्दू-फारसी क्यों नहीं सीख सकी?
उत्तर – लेखिका को उर्दू-फारसी सीखने में डर और असहजता थी, इसलिए वे उसे नहीं सीख सकीं।

(घ) लेखिका ने क्या-क्या पढ़ा और सीखा?
उत्तर – लेखिका ने पंचतंत्र तथा संस्कृत का अध्ययन किया।

(ङ) लेखिका को किस विद्यालय में प्रवेश दिलाया गया?
उत्तर – लेखिका को मिशन स्कूल में प्रवेश दिलाया गया।

अथवा

महादेवी वर्मा अथवा हरिशंकर परसाई का जीवन परिचय देते हुए, उनकी रचनाओं, साहित्यिक विशेषताओं एवं भाषा-शैली पर प्रकाश डालिए।
उत्तर –

महादेवी वर्मा

• जन्म – महादेवी वर्मा का जन्म सन् 1907 में उत्तर प्रदेश के फ़र्रुखाबाद शहर में हुआ था।
• शिक्षा – उनकी शिक्षा-दीक्षा प्रयाग में हुई। प्रयाग महिला विद्यापीठ में प्राचार्या पद पर लंबे समय तक कार्य करते हुए उन्होंने लड़कियों की शिक्षा के लिए काफ़ी प्रयत्न किए।
• रचनाएं – महादेवी जी छायावाद के प्रमुख कवियों में से एक थीं। नीहार, रश्मि, नीरजा, यामा, दीपशिखा उनके प्रमुख काव्य संग्रह हैं। कविता के साथ-साथ उन्होंने सशक्त गद्य रचनाएँ भी लिखी हैं जिनमें रेखाचित्र तथा संस्मरण प्रमुख हैं। अतीत के चलचित्र, स्मृति की रेखाएँ, पथ के साथी, श्रृंखला की कड़ियाँ उनकी महत्वपूर्ण गद्य रचनाएँ हैं।
• साहित्यिक विशेषताएं – महादेवी वर्मा को साहित्य अकादमी एवं ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। भारत सरकार ने उन्हें पद्मभूषण से अलंकृत किया।
• भाषा शैली – उनकी भाषा शैली सरल एवं स्पष्ट है तथा शब्द चयन प्रभावपूर्ण और चित्रात्मक है।
• देहांत – सन् 1987 में महादेवी वर्मा का निधन हो गया।

खण्ड – घ

6. कृतिका भाग-1 के आधार पर किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए : (2 अंक)
(क) रीढ़ की हड्डी शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – ‘रीढ़ की हड्डी’ एकांकी में रीढ़ की हड्डी मानव के आत्मसम्मान, स्वाभिमान और आत्मबल का प्रतीक है। जिस प्रकार शरीर बिना रीढ़ के खड़ा नहीं रह सकता, उसी प्रकार मनुष्य बिना आत्मसम्मान के जीवन नहीं जी सकता। इसलिए शीर्षक पूर्णतः सार्थक है।

(ख) रीढ़ की हड्डी एकांकी की भाषा शैली पर प्रकाश डालिए।
उत्तर – इस एकांकी की भाषा सरल, स्वाभाविक और संवादात्मक है। शैली व्यंग्यात्मक होते हुए भी प्रभावशाली है। पात्रों की भाषा उनके चरित्र के अनुरूप है, जिससे कथ्य स्पष्ट और रोचक बनता है।

खण्ड – ङ

7. आदर्श जीवन मूल्य (मध्यमा) के आधार पर किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए : (2 अंक)
(क) शिवाजी के जीवन से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?
उत्तर – शिवाजी के जीवन से हमें वीरता, साहस और निर्भीकता की प्रेरणा मिलती है। वे हमें सिखाते हैं कि हमें अपने माता-पिता का सम्मान करना चाहिए, चरित्र उज्ज्वल रखना चाहिए तथा साहस के साथ-साथ बुद्धिबल का भी प्रयोग करना चाहिए।

(ख) महात्मा बुद्ध की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक कैसे हैं?
उत्तर – महात्मा बुद्ध की शिक्षाएँ आज भी प्रासंगिक हैं क्योंकि उन्होंने अहिंसा, करुणा और परोपकार का मार्ग दिखाया। उन्होंने बताया कि दूसरों की सहायता और निस्वार्थ सेवा से ही दुःख दूर किए जा सकते हैं, जो आज के समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है।