Haryana Board (HBSE) Class 9 Hindi SAT-1 Question Paper 2024 PDF Download. SAT (Students Assessment Test). HBSE Class 9 Hindi SAT Question Paper 2024. Haryana Board Class 9 Hindi Students Assessment Test 2024. HBSE Class 9th Hindi SAT 2024 Answer. Haryana Board Class 9 Students Assessment Test. Haryana Board Class 9 Hindi SAT Paper 2024 Solution. हरियाणा बोर्ड कक्षा 9 हिन्दी SAT पेपर 2024.
HBSE Class 9 Hindi SAT-1 Question Paper 2024 Answer Key
1. निम्नलिखित प्रश्नों के यथानिर्दिष्ट उत्तर दीजिए :
(i) हिंदी भाषा की लिपि क्या हैं? (1 अंक)
(क) गुरमुखी
(ख) रोमन
(ग) देवनागरी
(घ) ब्राह्मी
उत्तर – (ग) देवनागरी
(ii) हिन्दी में कुल कितने व्यंजन हैं? (1 अंक)
(क) 36
(ख) 44
(ग) 33
(घ) 11
उत्तर – (ग) 33
(iii) विकारी शब्द किसे कहते है? सोदाहरण परिभाषा दीजिए। (2 अंक)
उत्तर – जिन शब्दों का रूप लिंग, वचन और कारक के कारण परिवर्तित हो जाता है वे विकारी शब्द कहलाते हैं। जैसे- बूढ़ा से बुढ़ापा, बुढ़िया आदि शब्द बन सकते हैं।
(iv) वर्ण किसे कहते है? इसके कितने भेद होते है? (2 अंक)
उत्तर – हिंदी भाषा की वह छोटी से छोटी ध्वनि जिसके और अधिक टुकड़े न किए जा सके, वर्ण कहलाती हैं। वर्ण के दो भेद होते हैं – स्वर और व्यंजन।
(v) भाषा किसे कहते हैं? उदाहरण सहित समझाइए। (2 अंक)
उत्तर – भाषा शब्द संस्कृत की ‘भाष्’ धातु से बना है जिसका अर्थ है- बोलना या कहना। भाषा वह साधन है जिसके द्वारा व्यक्ति अपने विचारों को बोलकर या लिखकर व्यक्त करता है और दूसरों के विचारों को सुनकर या पढ़कर समझ लेता है। दूसरे शब्दों में- जिसके द्वारा हम अपने भावों को लिखित अथवा कथित रूप से दूसरों को समझा सके और दूसरों के भावों को समझ सके उसे भाषा कहते है। जैसे- हिन्दी, अंग्रेजी।
2. निबंध या पत्र लिखे। (5 अंक)
उत्तर – विवेकानुसार खुद करे।
3. क्षितिज भाग-1 (काव्य-खण्ड) के आधार पर निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर अपनी उत्तर-पुस्तिका में लिखिए : (1 × 2 = 2 अंक)
(i) कबीरदास के अनुसार व्यक्ति की पहचान किससे होती है?
(क) कुल से
(ख) धन से
(ग) वंश से
(घ) कर्म से
उत्तर – (घ) कर्म से
(ii) कविवर रसखान पशु की योनि में होने पर कहाँ चरना चाहते हैं ?
(क) नंद की गायों के बीच
(ख) घास के मैदान में
(ग) चरागाह में
(घ) किसान के खेत में
उत्तर – (क) नंद की गायों के बीच
4. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (1 × 5 = 5 अंक)
मोको कहाँ ढूँढ़ें बंदे, मैं तो तेरे पास में।
ना मैं देवल ना मै मसजिद, ना काबा कैलास में
ना तो कोने क्रिया-कर्म में, नहीं योग बैराग में
खोजी होय तुरतै, मिलिहों, पल भर की तालास में
कहैं कबीर सुनो भई साधो, सब स्वाँसों की स्वाँस में।
प्रश्न :
(क) प्रस्तुत काव्यांश के कवि एवं कविता का नाम लिखिए।
उत्तर : कवि – कबीरदास, कविता – साखियाँ एवं सबद
(ख) कबीरदास के अनुसार ईश्वर कहाँ निवास करता है?
उत्तर – कण-कण में
(ग) खोजने वाले को ईश्वर कब मिलता है?
उत्तर – पल भर की तलाश में
(घ) ईश्वर किस प्रकार के क्रिया-कर्म करने से प्राप्त होता है?
उत्तर – निस्वार्थ भाव से कर्म करने से
(ङ) ‘देवल’ शब्द का क्या अर्थ है?
उत्तर – मंदिर
5. निम्नलिखित काव्यांश में निहित भाव एवं शिल्प सौन्दर्य को स्पष्ट कीजिए : (3 अंक)
या मुरली मुरलीधर की अधरन धरी अधरा न धरौंगी।
उत्तर : भाव सौंदर्य – गोपी अपनी सखी के कहने पर कृष्ण के समान वस्त्राभूषण तो धारण कर लेगीं परन्तु कृष्ण की मुरली को अधरों पर नहीं रखेगीं। उसके अनुसार उसे यह मुरली सौत की तरह प्रतीत होती है अत:वह सौत रूपी मुरली को अपने होठों से नहीं लगाना चाहती है।
• शिल्प सौंदर्य – काव्य में ब्रज भाषा तथा सवैया का सुन्दर प्रयोग हुआ है। ‘ल’ और ‘म’ वर्ण की आवृत्ति होने के कारण यहाँ पर अनुप्रास अलंकार है।
6. क्षितिज भाग-1 (गद्य-खण्ड) के आधार पर निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर अपनी उत्तर-पुस्तिका में लिखिए : (1 × 3 = 3 अंक)
(i) गया के घर में दूसरी बार बैलों की रस्सियाँ किसने खोली ?
(क) गया की पत्नी ने
(ख) गया के नौकर ने
(ग) गया की बेटी ने
(घ) स्वयं गया ने
उत्तर – (ग) गया की बेटी ने
(ii) तिब्बत में भिखमंगे भीख माँगने के लिए क्या कहते?
(क) जमीन पर माथा टेकते
(ख) जीभ निकाल कर ‘दया-दया’ कहते हैं
(ग) झोली फैलाते हैं
(घ) गिड़गिड़ाते हैं
उत्तर – (ख) जीभ निकाल कर ‘दया-दया’ कहते हैं
(iii) उपभोक्तावाद की संस्कृति में किसका घोर अपव्यय हो रहा है?
(क) सीमित साधनों का
(ख) भावनाओं का
(ग) धर्म का
(घ) पारस्परिक सम्बन्धों का
उत्तर – (घ) पारस्परिक सम्बन्धों का
7. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (1 × 5 = 5 अंक)
सरकार खुफिया विभाग और पुलिस पर उतना खर्च नहीं करती और वहाँ गवाह भी तो कोई नहीं मिल सकता। डकैत पहिले आदमी को मार डालते हैं, उसके बाद देखते हैं कि कुछ पैसा है कि नहीं। हथियार का कानून ना रहने के कारण यहाँ लाठी की तरह लोग पिस्तौल, बंदूक लिए फिरते हैं। डाकू यदि जान से ना मारे तो खुद उसे अपने प्राणों का खतरा है।
(क) पाठ का नाम व लेखक का नाम बताइए।
उत्तर : पाठ – ल्हासा की ओर, लेखक – राहुल सांकृत्यायन
(ख) तिब्बत में लोग लाठी की बजाए पिस्तौल या बंदूक क्यों रखते हैं ?
उत्तर – हथियार का कानून ना रहने के कारण।
(ग) आदमी को लूटने से पहले क्यों मार देते हैं ?
उत्तर – अपने प्राणों का खतरा समझ कर।
(घ) तिब्बत में लोगों की सुरक्षा का क्या प्रबन्ध है ?
उत्तर – कोई उचित प्रबंध नही है। सरकार खुफिया विभाग और पुलिस पर उतना खर्च नहीं करती।
(ङ) प्रस्तुत गंद्याश का आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – गंद्याश के अनुसार तिब्बत मे कानून व्यवस्था अच्छी नहीं है। डाकूओ के लिए लूटपाट करके या खून करके बच निकलना आसान है। निर्जन स्थान होने के कारण कोई गवाह नही मिलता।
अथवा
लेखक का साहित्यिक जीवन परिचय लिखिए।
8. लेखक लङ्कोर के मार्ग में अपने साथियों से किस कारण पिछड़ गया? (2 अंक)
उत्तर – लङ्कोर जाते समय लेखक को जो घोड़ा मिला था वह बहुत धीरे-धीरे चल रहा था। उनका घोड़ा बहुत सुस्त था। एक जगह पर दो रास्ते निकल रहे थे, वे रास्ता भटककर एक-डेढ़ मील ग़लत रास्ते पर चले गए थे। उन्हें वहाँ से वापस आना पड़ा। यही कारण है कि लङ्कोर के मार्ग में लेखक अपने साथियों से पिछड़ गया।
9. कृतिका भाग-1 के आधार पर प्रश्न का उत्तर दीजिए : (3 अंक)
‘मृत्यु का तरल दूत’ किसे कहा गया है और क्यों ?
उत्तर – मोटी डोरी की शक्ल में गेरुआ-झाग-फेन में उलझे बाढ़ के पानी को लेखक ने तरल दूत कहा है। क्योंकि ये वो पानी था जिसका स्वरुप तरल था पर मौत का संदेश लेकर तेज़ी से बढ़ रहा था। जो अपने में शहरों, गाँवों को मृत्यु के विकराल दूत की भाँति निगल रहा था। इसलिए इसे मृत्यु का तरल दूत कहा गया है।
10. नैतिक शिक्षा (पाठ्य पुस्तक) के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए : (2 × 2 = 4 अंक)
(क) अर्जुन को ही श्रीकृष्ण का आश्रय क्यों मिला?
उत्तर – अर्जुन को ही श्रीकृष्ण का आश्रय इसलिए मिला, क्योंकि अर्जुन सत्य के मार्ग पर चलने वाले थे। उन्होंने कभी भी अधर्म का साथ नहीं दिया, आजीवन धर्म के साथ रहे। वे अपने आराध्य भगवान् श्रीकृष्ण के प्रति अटूट श्रद्धा, पूरी निष्ठा, समर्पण और विश्वास के कर्म करते रहे। उनमें अहंकार नहीं था।
(ख) बुद्धि पर संगति का क्या प्रभाव पड़ता है?
उत्तर – बुद्धि संगति के प्रभाव से ही बनती या बिगड़ती है। संगति अच्छी होगी तो बिगड़ी हुई बुद्धि भी सँवर जाएगी और सही निर्णय करने लगेगी। लेकिन यदि संगति ही बिगड़ी हुई होगी तो अच्छी-भली बुद्धि को भी बिगाड़ देगी।