HBSE Class 10th Social Science Solved Question Paper 2019
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SET-A
Q1. जर्मन महासंघ की स्थापना किसने की ?
Ans. 1834 ई0 में प्रशा की पहल पर शुल्क संघ जाॅल बेराईन।
Q2. फ्रेंच इण्डो-चाइना का गठन हुआ :
(A) 1897
(B) 1887
(C) 1858
(D) 1867
Ans. (B) 1887
Q3. ‘होम चार्जेज’ (देशी खर्च) क्या था ?
Ans. ब्रिटेन के व्यापार से जो अधिशेष हासिल होता था उससे तथाकथित ‘होम चार्जेज’ (देशी खर्च) का निबटारा होता था।
Q4. वैश्विक (विश्वव्यापी) कृषि अर्थ व्यवस्था कब सामने आई ?
Ans. 1890 ई0 तक
Q5. वर्नाकुलर या देशी प्रेस एक्ट का वर्णन कीजिए।
Ans. 1857 के विद्रोह के बाद प्रेस की स्वतन्त्रता के प्रति रवैया बदल गया। कुछ अंग्रेजों ने ‘देशी’ प्रेस का मुँह बंद करने की माँग की ज्यों-ज्यों भाषाई समाचार पत्र राष्ट्रवाद से समर्थन में मुखर होते गए, त्यों-त्यों औपनिवेशिक सरकार में कड़े नियन्त्रण के प्रस्ताव पर बहस तेज होने लगी। आइरिश प्रेस के तर्ज पर 1878 में वर्नाक्युलर प्रेस ऐक्ट लागू कर दिया गया। इससे सरकार को भाषाई प्रेस में छपी रपट और संपादकीय को सेंसर करने का व्यापक हक मिल गया।
Q6. जापान में मुद्रण तकनीक का वर्णन कीजिए।
Ans. चीनी बौद्ध प्रचारक 768-770 ई0 के आस-पास छपाई की तकनीक लेकर जापान आए। जापान को सबसे पुरानी, 868 ई0 में छपी पुस्तक डायमंड सूत्र है, जिसमें पाठ के साथ-साथ काठ पर खुदे चित्रे तस्वीरें अक्सर कपड़ों, ताश के पत्तों और कागज के नोटों पर बनाई जाती थी। मध्यकालीन जापान में कवि भी छपते और गद्यकार भी, और किताबें सस्ती और सुलभ थी।
Q7. 19वीं सदी के आरम्भिक धार्मिक सुधारों का वर्णन कीजिए।
Ans. यह वह समय था जब समाज और धर्म सुधारकों तथा हिन्दू रुढ़िवादियों के बीच, विधवा-दाह, एकेश्वरवाद, ब्राह्मण पुजारी वर्ग और मूर्ति-पूजा जैसे मुद्दों को लेकर तेज बहस हुई थी। बंगाल में जैसे-जैसे बहस चली, लगातार बढ़ती तादाद में पुस्तिकाओं और अखबारों के जरिए तरह-तरह के तर्क समाज के बीच आने लगे। ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचने के ख़्याल से इन्हें आम बोलचाल की भाषा में छापा गया। राम मोहन राय ने 1821 से संवाद कौमुदी प्रकाशित किया, और रूढ़िवादियों ने उनके विचारों टक्कर लेने के लिए समाचार चंद्रिक का सहारा लिया। दो फारसी अखबार – जाम-ए-जहाँनामा और शम्सुल अखबार – भी में प्रकाशित किए। उत्तर भारत में उलमा-मुस्लिम राजवंशों के पतन को लेकर चिंतित थे। उन्हें डर था कि कहीं औपनिवेशिक शासक धर्मांतरण को बढ़ावा न दें या मुस्लिम कानून न बदल डालें। इससे निपटने के लिए उन्होंने सस्ते लिथोग्राफी प्रेस का इस्तेमाल करते हुए धर्म ग्रन्थों के फारसी या उर्दू अनुवाद छापे और धार्मिक तथा गुटके निकाले। सन् 1867 में स्थापित देवबन्द से मिनारी ने मुसलमान पाठकों को रोजमर्रा का जीवन जीने का सलीका और इस्लामी सिद्धान्तों के मायने समझाते हुए हजारों फतवे जारी किए। पूरी 19वीं सदी के दौरान कई इस्लामी सम्प्रदाय और सेमिनरी पैदा हुए, धर्म को लेकर सबको अपनी-अपनी व्याख्याएँ थी।
अथवा
लन्दन में आए सामाजिक परिवर्तनों की व्याख्या करें, जिनके कारण भूमिगत रेलवे की जरूरत पैदा हुई।
Ans. दुनियाँ की सबसे पहली भूमि रेल के पहले खण्ड का उद्घाटन 10 जनवरी, 1863 को किया गया। यह लन्दन की पैडिंग्टन और फैरिंग्टन के बीच स्थित थी। पहले ही दिन 10000 यात्रियों ने इसमें यात्रा की। इस लाईन पर हर 10 मिनट में अगली गाड़ी आ रही थी। 1880 तक भूमिगत रेल नेटवर्क का विस्तार हो चुका था और इसमें सालाना चार करोड़ लोग यात्रा करने लगे। शुरू में भूमिगत यात्रा की कल्पना से लोग डर जाते थे। मैं जिस डिब्बे में बैठा था वह पाईप पीते मुसाफिरों से भरा था। डिब्बे का माहौल सल्फर, कोयले की धूल और ऊपर लगे गैस के लैप से निकलती गंध से अटा था। हालत ये थी कि जब हम मूरगेट स्टेशन पहुँचे तब तक मैं श्वासावरोधन और गर्मी के कारण अधमरा हो चुका था। मेरा मानना है कि इन भूमिगत रेलगाड़ियों को फौरन बन्द कर दिया जाना चाहिए। ये स्वास्थ्य के लिए भयानक खतरा है। लोगों का मानना था कि इन ‘‘लौह दैत्य’’ ने शहर में अफरा-तफरी और अस्वास्थ्यकर माहौल को और बढ़ा दिया। इसने शहर की आबादी और बिखरने लगी। सुनियोजित उपनगरीय इलाकों और अच्छे रेल नेटवर्क की बदौलत बहुत सारे लोगों के लिए मध्य लन्दन से बाहर रहते हुए रोज काम पर आना आसान हो गया। इन नयी सुविधाओं ने सामाजिक ऊँच-नीच को कमजोर किया तो नए किस्म के विभेद भी पैदाकर दिये।
Q8. दिए गए भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित स्थानों को दर्शाइए :
(i) वह स्थान जहाँ गाँधीजी ने प्रथम सत्याग्रह भारत में चलाया (चम्पारन)
(ii) वह स्थान जहाँ मार्च 1919 में खिलाफत समिति का गठन किया गया (बम्बई)
(iii) वह स्थान जहाँ सितम्बर 1920 में कांग्रेस अधिवेशन हुआ (कलकत्ता)
(iv) वह स्थान जहाँ दिसम्बर 1929 में ‘पूर्ण स्वराज’ की माँग की गई (लाहौर)
Q9. सिंहली को राजभाषा का दर्जा दिया गया:
(A) 1947 में
(B) 1956 में
(C) 1950 में
(D) 1949 में
Ans. (B) 1956 में
Q10. हिन्दी भाषा बोलने वालों की संख्या का क्या प्रतिशत है :
(A) 40.2%
(B) 39.2%
(C) 45.2%
(D) 49.5%
Ans. (A) 40.2%
Q11. फेडेकोर नामक संगठन किस देश का है ?
Ans. ‘फेडेकोर’ बोलिबिया देश का संगठन है।
Q12. ‘योर्दान्का’ कौन थी ?
Ans. योर्दान्का बुल्गारिया में नर्स थी।
Q13. ‘एथनीक’ या जातीय से आपका क्या अभिप्राय है ?
Ans. ऐसा सामाजिक जिसमें हर समूह अपनी-अपनी संस्कृति को अलग मानता है यानी यह सांझी संस्कृति पर आधारित सामाजिक विभाजन है। किसी जातीय समूह के सभी सदस्य मानते हैं कि उनकी उत्पत्ति समान पूर्वजों से हुई और इसी कारण उनकी शारीरिक बनावट और संस्कृति एक जैसी है। जरूरी नहीं कि ऐसे समूह के सदस्य किसी एक धर्म के मानने वाले हों या उनकी राष्ट्रीयता एक हो।
Q14. नेपाल में उठे लोकतंत्र के आन्दोलन का विशिष्ट उद्देश्य क्या था ?
Ans. नेपाल में उठे लोकतन्त्र के आन्दोलन का विशिष्ट उद्देश्य था राजा को अपने आदेशों को वापस लेने के लिए बाध्य करना। इन आदेशों के द्वारा राजा ने लोकतन्त्र को समाप्त कर दिया था। भारत में नर्मदा बचाओ आन्दोलन ऐसे आन्दोलन का अच्छा उदाहरण है।
Q15. राजनीतिक दलों द्वारा चन्दा सम्बन्धी दो सुधारों को लिखिए।
Ans. चुनाव का खर्च सरकार उठाए, सरकार दलों को चुनाव लड़ने के लिए धन दें। यह मदद पेट्रोल, कागज, फोन वगैरह के रूप में भी हो सकती है। या फिर पिछले चुनाव में मिले मतों के अनुपात में नकद पैसा दिया जा सकता है।
Q16. पानी के निजीकरण के खिलाफ बोलिविया में जो आन्दोलन चला उसकी अगुवाई किसने की ?
Ans. पानी के निजीकरण के खिलाफ बोलिविया में जन आन्दोलन चला उसकी अगुवाई किसी राजनीतिक दल ने नहीं की। इस आन्दोलन का नेतृत्व ‘फेडेकोर’ (FEDECOR), नामक संगठन ने किया। इस संगठन में इंजीनियर और पर्यावरणवादी समेत स्थानीय कामगाजी लोग शामिल थे। इस संगठन को सिंचाई पर निर्भर किसानों के एक संघ, कारखाना-मजदूरों के संगठन के परिसंघ, को चंबबा विश्वविद्यालयों के छात्रों तथा शहर में बढ़ती बेघर-बार बच्चों की आबादी का समर्थन मिला। इस आन्दोलन को सोशलिस्ट पार्टी ने भी समर्थन दिया।
Q17. प्रान्तीय दल का वर्णन कीजिए।
Ans. सात राष्ट्रीय पार्टियों के अलावा अन्य सभी प्रमुख दलों को चुनाव आयोग ने ‘प्रान्तीय दल’ के रूप में मान्यता दी है। आमतौर पर इन्हें क्षेत्रीय दल कहा जाता है पर यह जरूरी नहीं कि अपनी विचारधारा या नजरिए में ये पार्टियाँ क्षेत्रीय ही हों। इनमें से कुछ अखिल भारतीय दल हैं पर उन्हें कुछ प्रान्तों में ही सफलता मिल पाई है। समाजवादी पार्टी, समता पार्टी और राष्ट्रीय जनता दल का राष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक संगठन है। इनकी कई राज्यों में इकाईयाँ हैं। बीजू जनता दल, सिक्किम लोकतान्त्रिक मोर्चा, मिजो नेशनल फ्रंट जैसी पार्टियाँ अपनी क्षेत्रीय पहचान को लेकर सचेत हैं।
Q18. अलोकतान्त्रिक व्यवस्था में आजादी और गरिमा न तो वैधानिक रूप से मान्य है न नैतिक रूप से। व्याख्या करें।
Ans. दुनिया के अधिकांश समाज पुरुष-प्रधान समाज रहे हैं। महिलाओं के लम्बे संघर्ष के बाद अब जाकर यह माना जाने लगा है कि महिलाओं के साथ गरिमा और समानता का व्यवहार लोकतन्त्र की शर्त है और आज अगर कहीं यह हालत है तो उसका यह मतलब नहीं कि औरतों के साथ सदा से सम्मान का व्यवहार हुआ है। बहरहाल, एक बार जब सिद्धान्त रूप में इस बात को स्वीकार कर लिया गया है तो अब औरतों के लिए वैधानिक और नैतिक रूप से अपने प्रति गलत मान्यताओं और व्यवहारों के खिलाफ संघर्ष करना आसान हो गया है। अलोकतान्त्रिक व्यवस्था में यह बात संभव न थी क्योंकि व्यक्तिगत आजादी और गरिमा न तो वैधानिक रूप से मान्य है, न नैतिक रूप से।
Q19. भारतीय संघीय व्यवस्था के प्रमुख लक्षणों का उल्लेख करें।
Ans. यहाँ सरकारें दो या अधिक स्तरों वाली होती है। अलग-अलग स्तर की सरकारें एक ही नागरिक समूह पर शासन करती हैं। विभिन्न स्तरों की सरकारों के अधिकार क्षेत्र संविधान में स्पष्ट रूप से वर्णित होते हैं। इसलिए संविधान सरकार के हर क्षेत्र के अस्तित्व और प्राधिकार की गारंटी और सुरक्षा देता है। संविधान के मौलिक प्रावधानों को किसी एक स्तर की सरकार अकेले नहीं बदल सकती है। अदालतों को संविधान और विभिन्न स्तर की सरकारों के अधिकारों की व्याख्या करने का अधिकार है। वित्तीय स्वायत्ता निश्चित करने के लिए विभिन्न स्तर की सरकारों के लिए राजस्व के अलग-अलग स्त्रोत निर्धारित हैं। संघीय शासन व्यवस्था के दोहरे उद्देश्य है, देश की सुरक्षा करना और उसे बढ़ावा देना तथा इसके साथ ही क्षेत्रीय विविधताओं को पूरा सम्मान करना।
अथवा
लोकतन्त्र में राजनीतिक दलों की विभिन्न भूमिकाओं का वर्णन कीजिए।
Ans. दल चुनाव लड़ते हैं। दल अलग-अलग नीतियों और कार्यक्रमों को मतदाताओं के सामने रखते हैं। पार्टियाँ देश के कानून निर्माण में निर्णायक भूमिका निभाती हैं, कानूनों पर औपचारिक बहस होती है। नीतियों और बड़े फैसलों के मामले में निर्णय राजनेता ही लेते हैं और ये नेता विभिन्न दलों के होते हैं। चुनाव हारने वाले दल शासक दल के विरोधी दल की भूमिका निभाते हैं। विपक्षी दल सरकार के खिलाफ आम जनता को गोलबन्द करते हैं। जनमत निर्माण के दल महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दल ही सरकारी मशीनरी और सरकार द्वारा चलाए जाने वाले कल्याण कार्यक्रमों तक लोगों को पहुँचाते हैं।
Q20. भारत के किस राज्य में काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान स्थित है ?
(A) असम
(B) केरल
(C) उत्तराखण्ड
(D) पश्चिम बंगाल
Ans. (A) असम
Q21. निम्नलिखित में कौन-सी रबी की फसल है ?
(A) चावल
(B) बाजरा
(C) चना
(D) कपास
Ans. (C) चना
Q22. खनिज क्या है ?
Ans. खनिज एक प्राकृतिक रूप से विद्यमान समरूप तत्त्व है जिसकी एक निश्चित आंतरिक संरचना है और अनेक रूपों में पाये जाते हैं।
Q23. भौमजल या भूमिगत जल किसे कहते हैं ?
Ans. धरातल पर बहने वाले जल का वह भाग जो रिस-रिस कर भूमि के अन्दर चला जाता है वह भौमजल या भूमिगत जल कहलाता है।
Q24. कृषि पर आधारित उद्योगों से आप क्या समझते हैं ? इनके कोई दो उदाहरण दीजिए।
Ans. सभी उद्योग जिन्हें कच्चा माल कृषि से मिलता है उन्हें कृषि पर आधारित उद्योग कहते हैं जैसे वस्त्र, चीनी, वनस्पति तेल, जूट इत्यादि।
Q25. संभाव्य संसाधन किसे कहते हैं ? इसके कोई दो उदाहरण दीजिए।
Ans. वे संसाधन जो किसी प्रदेश में विद्यमान होते हैं परन्तु उपयोग नहीं किये गये हैं सम्भाव्य संसाधन कहलाते हैं जैसे गुजरात व राजस्थान की पवन व सौर ऊर्जा जिसका पूर्ण उपयोग न हो सका।
Q26. बहुउद्देशीय परियोजना किसे कहते हैं ? इसके कोई तीन लाभ लिखें।
Ans. नदियों पर बाँध बनाकर एक साथ कई उद्देश्यों की पूर्ति की जाती है। इस प्रकार की परियोजनाओं को बहुउद्देशीय परियोजना कहते हैं।
लाभ– जल आपूर्ति, बाढ़ नियंत्रण, मछली पालन, कृषि के लिए सिंचाई, नौकायन इत्यादि।
Q27. संचार के कौन-कौन-से मुख्य साधन हैं ? इनका भारतीय अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक भूमिका का संक्षेप में वर्णन करें।
Ans. वे सभी संसाधन जिनके माध्यम से सूचना लोगों तक पहुँचाई जाती है उन्हें संचार साधन कहते हैं। ये साधन मुख्यत: चार प्रकार के होते हैं : रेडियो, टेलीविजन, इन्टरनेट तथा समाचार पत्र एवं पत्रिकाएँ।
आज के आधुनिक युग में संचार के साधनों का बहुत महत्त्व है चाहे वह कृषि क्षेत्र हो या उद्योग, व्यापार या शिक्षा एवं संस्कृति। सभी क्षेत्रों पर संचार का बहुत अधिक प्रभाव है तथा व्यापारिक दृष्टिकोण से संचार के बिना देश का व्यापार व आर्थिक प्रगति सम्भव नहीं है। संचार के माध्यम से हम दूसरे देशों के नजदीक जाते हैं, कृषि के नये उपकरणों की जानकारी प्राप्त होती है। नये उत्पादनों का पता चलता है, नई तकनीकी की जानकारी मिलती है, शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति होती है। फलस्वरूप देश का आर्थिक विकास होता है।
Q28. निम्नलिखित को भारत के मानचित्र में दर्शाएँ :
(i) पेरियार बाघ रिजर्व (केरल)
(ii) कैगा (कर्नाटक)
(iii) डिगबोई (असम)
Q29. प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करके एक वस्तु का उत्पादन, …………. क्षेत्रक की गतिविधि है।
(A) प्राथमिक
(B) द्वितीयक
(C) तृतीयक
(D) सूचना प्रौद्योगिकी
Ans. (A) प्राथमिक
Q30. सामान्यतः किसी देश का विकास किस आधार पर निर्धारित किया जा सकता है ?
(A) प्रति व्यक्ति आय
(B) औसत साक्षरता दर
(C) लोगों की स्वास्थ्य स्थिति
(D) उपरोक्त सभी
Ans. (A) प्रति व्यक्ति आय
Q31. भारत की केन्द्रीय सरकार की ओर से करेंसी नोट कौन जारी करता है ?
Ans. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI)
Q32. डब्ल्यू0 टी0 ओ0 (W.T.O.) का पूर्ण रूप लिखिए।
Ans. World Trade Organisation
Q33. महात्मा गाँधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम, 2005 का क्या उद्देश्य है ?
Ans. इस अधिनियम के तहत उन सभी लोगों को जो काम करने में सक्षम है और जिन्हें काम की आवश्यकता है को सरकार द्वारा वर्ष में 100 दिन के रोजगार की गारंटी दी गई है। अगर सरकार रोजगार देने में असफल रहती है तो वह लोगों को बेरोजगारी भत्ता देगी।
Q34. गरीबों के लिए स्वयं सहायता समूह के किन्हीं तीन फायदों का वर्णन करें।
Ans. गरीबों के लिए स्वयं सहायता समूहों के संगठनों के पीछे मूल विचार गरीबों को अपना रोज़गार बनाने का मौका देना है। आत्मनिर्भर गुट कर्जदारों को ऋणाधार की कमी की समस्या से उबारने में मदद करते हैं । उन्हें समय अनुसार विभिन्न प्रकार के लक्ष्यों के लिए एक यथोचित ब्याज दर पर ऋण मिल जाता है। इसके अतिरिक्त यह गुट ग्रामीण क्षेत्रों के गरीबों को संघबद्ध करने में मदद करते हैं। इससे न केवल महिलाएं स्वावलंबी हो जाती हैं, गुट के नियमित बैठकों के ज़रिए लोगों को एक माध्यम मिलता है जहां वे तरह तरह के सामाजिक विषयों जैसे- स्वास्थ्य ,पोषण और हिंसा इत्यादि में चर्चा कर पाती है।
Q35. उपभोक्ताओं के छः अधिकार कौन-से हैं ? संक्षेप में लिखिए।
Ans. सुरक्षा का अधिकार– सुरक्षा का अधिकार का अर्थ है माल और सेवाओं के विपणन के खिलाफ सुरक्षा का अधिकार, जो जीवन और संपत्ति के लिए खतरनाक हैं। यह अधिनियम स्वास्थ्य सेवा, फार्मास्यूटिकल्स और खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में लागू है, उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य या भलाई पर एक गंभीर प्रभाव डालने वाले डोमेन हैं। इस अधिकार को प्रत्येक उत्पाद की आवश्यकता है जो संभावित रूप से पर्याप्त और पूर्ण सत्यापन के साथ-साथ सत्यापन के बाद हमारे जीवन के लिए खतरा हो सकता है।
सूचना का अधिकार– सूचना का अधिकार का अर्थ है, अनुचित व्यवहार प्रथाओं के खिलाफ उपभोक्ता की रक्षा के लिए माल की गुणवत्ता, मात्रा, शक्ति, शुद्धता, मानक और कीमत के बारे में सूचित किया जाना।एक उपभोक्ता को खरीदारी करने से पहले उत्पाद या सेवा के बारे में सभी जानकारी प्राप्त करने पर जोर देना चाहिए, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि उपभोक्ता उच्च दबाव वाली बिक्री तकनीकों का शिकार न हो।
चुनने का अधिकार– चुनने का अधिकार का मतलब है कि किसी भी प्रतिस्पर्धी मूल्य पर विभिन्न प्रकार की वस्तुओं और सेवाओं तक पहुंच का आश्वासन दिया जाना चाहिए। एकाधिकार के मामले में, इसका मतलब उचित मात्रा में संतोषजनक गुणवत्ता और सेवा की गारंटी का अधिकार है। दूसरे शब्दों में, कोई भी विक्रेता ग्राहक की पसंद को गलत तरीके से प्रभावित नहीं कर सकता है, और यदि कोई भी विक्रेता ऐसा करता है, तो उसे चुनने के अधिकार के साथ हस्तक्षेप माना जाएगा।
सुने जाने का अधिकार– सही सुने जाने का अर्थ है कि उपभोक्ता के हितों को उचित मंचों पर उचित विचार प्राप्त होगा। उपभोक्ताओं को उपभोक्ता के कल्याण पर विचार करने के लिए स्थापित विभिन्न मंचों में प्रतिनिधित्व करने का भी अधिकार है। उपभोक्ताओं को अपनी शिकायतों और चिंताओं को उत्पादों या यहां तक कि कंपनियों के खिलाफ यह सुनिश्चित करने के लिए सक्षम करने का अधिकार प्रदान किया जाता है कि वे अपने हितों को ध्यान में रखते हुए और शीघ्रता से निपटें।
निवारण का अधिकार– निवारण अधिकार का अर्थ है अनुचित व्यापार प्रथाओं या उपभोक्ताओं के बेईमान शोषण के विरुद्ध निवारण का अधिकार। साथ ही उपभोक्ता की वैध शिकायतों के उचित निपटान का अधिकार सुनिश्चित करना। यह सही विक्रेता के अनैतिक व्यापार अभ्यास के खिलाफ उपभोक्ताओं को मुआवजा देता है। उदाहरण के लिए, यदि उत्पाद की मात्रा और गुणवत्ता विक्रेता द्वारा गारंटीकृत नहीं है, तो खरीदार को मुआवजे का दावा करने का अधिकार है।
उपभोक्ता शिक्षा का अधिकार– उपभोक्ता शिक्षा का अधिकार का अर्थ है जीवन भर एक सूचित उपभोक्ता बनने के लिए ज्ञान और कौशल प्राप्त करने का अधिकार। यह सुनिश्चित करना है कि उपभोक्ता सभी उपभोक्ता अधिकारों को समझें और उन्हें व्यायाम करना चाहिए। उपभोक्ता शिक्षा कॉलेज और स्कूल के पाठ्यक्रम के साथ-साथ गैर-सरकारी और सरकारी एजेंसियों दोनों द्वारा चलाए जा रहे उपभोक्ता जागरूकता अभियानों के माध्यम से औपचारिक शिक्षा का उल्लेख कर सकती है।
अथवा
धारणीयता का विषय विकास के लिए क्यों महत्त्वपूर्ण है ?
Ans. पर्यावरण को हानि पहुँचाए बिना किया जाने वाला विकास। जिसमें साधनाे का प्रयोग करते समय वर्तमान पीढ़ी को ही नहीं भावी पीढ़ी को भी ध्यान में रखा जाता है। सतत विकास अर्थव्यवस्था की स्थिर वृद्धि की कुंजी है। इससे न केवल वर्तमान अर्थव्यवस्था का विकास होगा, बल्कि भविष्य में इसके विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। इसका अर्थ है कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना विकास होना चाहिए, और वर्तमान में विकास भविष्य की पीढ़ियों की जरूरतों के साथ समझौता नहीं करना चाहिए। यह अवधारणा पर्यावरण की पूँजी की भूमिका पर जोर देती है, जिसे यदि समाप्त कर दिया जाए तो उसे प्रतिस्थापित नहीं किया जा सकता है। इसके लिए मानव पूंजी, भौतिक पूंजी और प्राकृतिक पूंजी का संरक्षण आवश्यक है। विकास का मतलब केवल वर्तमान को खुशहाल बनाना ही नहीं है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर भविष्य बनाना भी है। धारणीयता का मतलब होता है ऐसा विकास करना जो आने वाले कई वर्षों तक सतत चलता रहे। यह तभी संभव होता है जब हम संसाधन का दोहन करने की बजाय उनका विवेकपूर्ण इस्तेमाल करते हैं। पिछली सदी में दुनिया के तेजी से औद्योगिकीकरण से स्थायी विकास का मुद्दा उभरा है। यह महसूस किया जाता है कि आर्थिक विकास और औद्योगिकीकरण ने प्राकृतिक संसाधनों का बहुत शोषण किया है। स्थिरता प्राकृतिक संसाधनों का तर्कसंगत उपयोग को बढ़ावा देती है। यदि हम उन्हें आर्थिक रूप से इस्तेमाल करते हैं तो विकास के लिए हमारे वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए धरती में पर्याप्त संसाधन हैं। लेकिन, यदि हम तेजी से आर्थिक विकास के लालच में उनका उपयोग करते हैं, तो हमारी दुनिया एक विशाल बर्बाद भूमि बन सकती है।
SET-B
Q1. एक जर्मन पंचांग (या तिथिपत्र) का मुख पृष्ठ किसने डिजाइन किया ?
Ans. पत्रकार ऐड्रियास रेबमान ने 1798 में डिजाइन किया।
Q2. ‘द हिस्ट्री ऑफ द लाॅस ऑफ वियतनाम’ लिखी गई :
(A) फान बोई चाऊ के द्वारा
(B) लियांग किचाओ के द्वारा
(C) राजकुमार कुआंग के द्वारा
(D) कन्फ्यूशियस के द्वारा
Ans. (A) फान बोई चाऊ के द्वारा
Q3. इन्दुलेखा (1889) नामक उपन्यास का लेखक कौन था ?
Ans. मालाबार के उप-न्यायाधीश, ओ0 चन्दू मेनन
Q4. होआ-हाओ आन्दोलन कब शुरू हुआ ?
Ans. 1934 में
Q5. ‘जाबर’ से आपका क्या अभिप्राय है ?
Ans. संयुक्त प्रान्त के लोग बम्बई के कपड़ा मिलों और कलकत्ता के जूट मिलों में काम करने के लिए पहुँच रहे थे। नौकरी पाना हमेशा मुश्किल था। हालांकि मिलों की संख्या बढ़ती जा रही थी और मजदूरों की माँग बढ़ रही थी लेकिन रोजगार चाहने वालों की संख्या रोजगारों के मुकाबले हमेशा ज्यादा रहती थी। मिलों में प्रवेश भी निषिद्ध था। उद्योगपति नए मजदूरों की भर्ती के लिए प्रायः एक जाबर रखते थे। जाबर कोई पुराना और विश्वस्त कर्मचारी होता था। वह अपने गाँव से लोगों को लाता था, उन्हें काम का भरोसा देता था, उन्हें शहर में जमने के लिए मदद देता था और मुसीबत में पैसे से मदद करता था।
Q6. ‘बिब्लियोथीक ब्लीयू’ से आपका क्या अभिप्राय है ?
Ans. फ्रांस में बिब्लियोथीक ब्लीयू का चलन था, जो सस्ते कागज़ पर छापों और नीली जिल्द में बंधी छोटी किताबें हुआ करती थी। इसके अलावा चार-पाँच पन्ने की प्रेम-कहानियाँ थी, और अतीत की थोड़ी गाथाएँ थीं, जिन्हें इतिहास कहते थे। छोटी किताबों की अलग-अलग उद्देश्य और दिलचस्पी के हिसाब से किताबों के आकार-प्रकार थे।
Q7. आधुनिक शहरीकरण की प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।
Ans. क्या शहर हमेशा ऐसे ही थे ? यद्यपि शहरीकरण की प्रक्रिया बहुत लम्बी रही है लेकिन आधुनिक शहर के उदय का इतिहास 200 साल से ज्यादा पुराना नहीं है। औद्योगिक पूँजीवाद का उदय, दुनियाँ के बहुत बड़े भाग पर औपनिवेशिक शासन की स्थापना और लोकतान्त्रिक आदर्शों का विकास, इन तीन ऐतिहासिक प्रक्रियाओं ने आधुनिक शहरों की शक्ल-सूरत तय करने में निर्णायक भूमिका निभाई है। उर, निप्पुर और मोहनजोदड़ो जैसे शुरुआती कस्बे, शहर नदी घाटियों के आस-पास विकसित हुए और वे अपने समय की इनसानी बस्तियों या आबादियों से बड़े थे। प्राचीन शहर केवल तभी बस सकते थे जब बहुत सारे ऐसे लोगों के लिए भी भोजन का प्रबन्ध किया जा सके जो खाद्य उत्पादन के अलावा अन्य काम करते हैं। राजनीतिक सत्ता, प्रशासकीय नेटवर्क, व्यापार और उद्योग, धार्मिक संस्थानों और बौद्धिक गतिविधियों के केन्द्र आमतौर पर शहर ही होते थे।
अथवा
भाषा ने राष्ट्रीय भावनाओं के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। व्याख्या करें।
Ans. भाषा ने भी राष्ट्रीय भावनाओं के विकास में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। रूसी कब्जे के बाद पोलिश भाषा को स्कूलों से बलपूर्वक हटाकर रूसी भाषा को हर जगह जबरन लादा गया। 1831 में रूस के विरूद्ध एक सशस्त्र विद्रोह हुआ जिसे आखिरकार कुचल दिया गया। इसके अनेक सदस्यों ने राष्ट्रवादी विरोध के लिए भाषा को हथियार बनाया। चर्च के आयोजनों और सम्पूर्ण धार्मिक शिक्षा में पोलिश का इस्तेमाल हुआ। इसका नतीजा यह हुआ कि बड़ी संख्या में पादरियों और विशपों को जेल में डाल दिया गया। रूसी अधिकारियों ने उन्हें सजा देते हुए साइबेरिया भेज दिया क्योंकि उन्होंने रूसी भाषा का प्रचार करने से इन्कार कर दिया था। पोलिश भाषा रूसी प्रभुत्व के विरूद्ध संघर्ष के प्रतीक के रूप में देखी जाने लगी।
Q8. दिए गए भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित स्थानों को दर्शाइए :
(i) वह स्थान जहाँ जनरल डायर के आदेश पर गोली चलाई गई (अमृतसर)
(ii) वह स्थान जहाँ 6 जनवरी 1921 को पुलिस ने किसानों पर गोली चलाई (रायबरेली)
(iii) वह स्थान जहाँ 1922 में असहयोग आन्दोलन हिंसक रूप में बदल गया (गोरखपुर स्थित चौरी-चौरा)
(iv) वह स्थान जहाँ सितम्बर 1932 में पैक्ट पर हस्ताक्षर हुए (सितम्बर, 1932 में पूना पैक्ट पर हस्ताक्षर हुए बेल्जियम की)
Q9. ब्रुसेल्स राजधानी है :
(A) बेल्जियम की
(B) जर्मनी की
(C) बोलिविया की
(D) रोमानिया की
Ans. (A) बेल्जियम की
Q10. आयरलैंड में कितनी प्रतिशत आबादी प्रोटेस्टेंट है ?
(A) 49%
(B) 44%
(C) 53%
(D) 63%
Ans. (C) 53%
Q11. बर्लुस्कोनी कौन था ?
Ans. बर्लस्कोनी इटली के प्रधानमन्त्री थे।
Q12. कित्तिको-हक्चिको (अर्थात् तोड़ो और जोड़ो) नामक आन्दोलन किस वर्ष शुरू हुआ ?
Ans. 1987 में
Q13. बेल्जियम के माॅडल की मुख्य बातें लिखिए।
Ans. संविधान में इस बात का स्पष्ट प्रावधान है कि केन्द्रीय सरकार में डच और फ्रेंच भाषी मन्त्रियों की संख्या समान रहेगी। केन्द्र सरकार की अनेक शक्तियों को दो इलाकों की क्षेत्रीय सरकारों को सुपुर्द कर दी गई। ब्रुसेल्स में अलग सरकार है और इसमें दोनों समुदायों का समान प्रतिनिधित्व है। केन्द्रीय और राज्य सरकारों के अलावा यहाँ तीसरे स्तर की सरकार भी काम करती हैं यानि सामुदायिक सरकार।
Q14. नेपाल में अंतरिम सरकार के कार्यों का वर्णन कीजिए।
Ans. 24 अप्रैल, 2004 अल्टीमेटम का अन्तिम दिन था। इस दिन राजा तीनों माँगों को मानने के लिए बाध्य हुआ। एस0पी0ए0 ने गिरिजा प्रसाद कोइराला को अंतरिम सरकार का प्रधानमन्त्री चुना। संसद फिर बहाल हुई और इसने अपनी बैठक में कानून पारित किए। इन कानूनों के सहारे राजा की अधिकांश शक्तियाँ वापस ले ली गई। नयी सुविधा – सभा के निर्वाचन के तौर-तरीकों पर एस0पी0ए0 और माओवादियों के बीच सहमति बनी।
Q15. दबाव समूह तथा राजनीतिक दल में क्या अन्तर है ?
Ans. राजनीतिक दल एक विचारधारा पर आधारित लोगों का समूह होता है जबकि दबाव-समूह एक समान हितों वाले लोगों का समूह होता है। राजनीतिक दलों का उद्देश्य सत्ता प्राप्ति होता है, जबकि दबाव-समूह का उद्देश्य अपने हितों की पूर्ति करना होता है। राजनीतिक दल साधारणतया जनता के प्रति उत्तरदायी होते हैं जबकि दबाव-समूह अपने समूह के प्रति उत्तरदायी होते हैं।
Q16. नेपाली जनसंघर्ष का वर्णन कीजिए।
Ans. नेपाल के जन संघर्ष में राजनीतिक दलों के अलावा अनेक संगठन शामिल थे। सभी बड़े संगठन और उनके परिसंघों ने इस आन्दोलन में भाग लिया। अन्य अनेक संगठनों मसलन मूलवासी लोगों के संगठन तथा शिक्षक, वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के समूह ने इस आन्दोलन को अपना समर्थन दिया।
Q17. राजनीतिक दल की जरूरत क्यों है ?
Ans. अगर दल न हो तो सारे उम्मीदवार स्वतन्त्र या निर्दलीय होंगे तो कोई भी चुनौती वायदे करने की स्थिति में नहीं होगा। सरकार बन जाएगी पर उपयोगिता संदिग्ध होगी। देश कैसे चले इसके लिए कोई उत्तरदायी नहीं होगा। दलों की इसलिए जरूरत है ताकि एक जिम्मेदार सरकार का गठन हो सके। उन्हें सरकार का समर्थन करने या उस पर अंकुश रखने, नीतियाँ बनवाने और नीतियों का समर्थन अथवा विरोध करने के लिए उपकरणों की जरूरत होती है।
Q18. लोकतन्त्र किन स्थितियों में सामाजिक विविधता को संभालता है और उनके बीच सामंजस्य बैठाता है ?
Ans. लोकतान्त्रिक व्यवस्था से यह उम्मीद करना उचित है कि यह सदभाव पूर्ण सामाजिक जीवन उपलब्ध कराएगी। लोकतान्त्रिक व्यवस्थाएँ अनेक तरह के सामाजिक विभाजनों को संभालती है। किस तरह बेल्जियम ने अपने यहाँ के विभिन्न जातीय समूहों की आकांक्षाओं के बीच सफलतापूर्वक सामंजस्य स्थापित किया। लोकतान्त्रिक व्यवस्थाएँ आमतौर पर अपने अन्दर की प्रतिद्वंद्विताओं को संभालने की प्रक्रिया विकसित कर लेती है। इससे इन टकरावों के विस्फोट या हिंसक लेने का आदेश कम हो जाता है।
Q19. श्रीलंका में बहुसंख्यकवाद का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
Ans. सन् 1948 में श्रीलंका स्वतन्त्र राष्ट्र बना। सिंहली समुदाय के नेताओं ने अपनी बहुसंख्या के बल पर शासन पर प्रभुत्व जमाना चाहा। इस वजह से लोकतान्त्रिक रूप से निर्वाचित सरकार ने सिंहली समुदाय की प्रभुता कायम करने के लिए अपनी बहुसंख्यक-परस्ती के तहत कई कदम उठाए। 1956 में एक कानून बनाया गया जिसके तहत तमिल को दरकिनार करके सिंहली को एकमात्र राजभाषा घोषित कर दिया। नए संविधान में यह प्रावधान भी किया गया कि सरकार बौद्धमत को संरक्षण और बढ़ावा देगी। सरकारी फैसलों ने श्रीलंकाई तमिलों की नाराजगी और शासन को लेकर उनमें बेगानापन बढ़ाया। नौकरियों में उनके साथ भेद-भाव और उनके हितों की अनदेखी की जा रही है। इससे तमिल और सिंहली समुदायों के सम्बन्ध बिगड़ते चले गए।
अथवा
आर्थिक विकास किन कारकों पर निर्भर करता है ?
Ans. लोकतांत्रिक शासन में अच्छी सरकार की उम्मीद की जा सकती है तो उसमें विकास की उम्मीद करना क्या उचित नहीं है। अगर हम 1950 से 2000 के बीच सभी लोकतान्त्रिक और तानाशाहियों के कामकाज की तुलना करें तो पाएँगे कि आर्थिक संवृद्धि के मामले में तानाशाहियों का रिकार्ड थोड़ा बेहतर है। उच्चतर आर्थिक संवृद्धि हासिल करने में लोकतान्त्रिक शासन की अक्षमता हमारे लिए चिंता का कारण है, पर अकेले इसी कारण से लोकतन्त्र को खारिज नहीं किया जा सकता। अर्थशास्त्र में पढ़ा है, आर्थिक विकास कई कारकों मसलन देश की जनसंख्या के आकार, वैश्विक स्थिति अन्य देशों से सहयोग और देश द्वारा तय की गई आर्थिक प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। तानाशाही वाले कम विकसित देशों और लोकतान्त्रिक व्यवस्था वाले कम विकसित देशों के बीच का अन्तर नगण्य सा है। पर हम उम्मीद कर सकते हैं कि इस मामले में लोकतान्त्रिक व्यवस्था तानाशाही से नहीं पिछड़े। तानाशाही और लोकतान्त्रिक शासन वाले देशों के आर्थिक विकास दर में अन्तर भले ज्यादा हो लेकिन इसके बावजूद लोकतान्त्रिक व्यवस्था का चुनाव ही बेहतर है क्योंकि इसके अनेक सकारात्मक फायदे हैं।
Q20. ज्वारीय ऊर्जा निम्नलिखित में से किस प्रकार का संसाधन है ?
(A) पुनः पूर्तियोग्य
(B) अजैव
(C) मानवकृत
(D) अचक्रीय
Ans. (A) पुनः पूर्तियोग्य
Q21. हीराकुड बाँध निम्न नदी पर बना हुआ है :
(A) कृष्णा
(B) महानदी
(C) कावेरी
(D) गोदावरी
Ans. (B) महानदी
Q22. प्राकृतिक संसाधन किसे कहते हैं ? इसके कोई दो उदाहरण लिखिए।
Ans. वे सभी संसाधन जो हमें प्रकृति से प्राप्त होते हैं जैसे भूमि, जल, वायु, सौर एवं पेड़ इत्यादि।
Q23. वनों के कोई चार लाभ लिखें।
Ans. उद्योगों के लिए कच्चा माल प्राप्त होता है। वन्य जीवों को आश्रय। वर्षा लाने में सहायक। विभिन्न औषधि का अच्छा स्त्रोत।
Q24. किस फसल को ‘सुनहरी रेशा’ कहा जाता है ? इसका क्या उपयोग है ?
Ans. जूट की फसल को ‘सुनहरी रेशा’ कहा जाता है। इसका प्रयोग बोरियाँ, चटाईयाँ, रस्सियाँ, सुतली, दरियाँ एवं गलीचे व अन्य शो-पीस।
Q25. खनिज क्या है ? परिभाषित कीजिए।
Ans. खनिज एक प्राकृतिक रूप से विद्यमान समरूप तत्व है जिसकी एक निश्चित आंतरिक संरचना है तथा अनेक रूपों में पाए जाते हैं।
Q26. उद्योग पर्यावरण को कैसे प्रदूषित करते है ? संक्षिप्त में लिखें।
Ans. उद्योग भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है जिसने देश की अर्थव्यवस्था की वृद्धि एवं विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की है। परन्तु इसके द्वारा उत्सर्जित कचरे ने वायु, ध्वनि, जल, ताप के माध्यम से पर्यावरण को दूषित किया है।
Q27. कृषि के वैश्वीकरण से आप क्या समझते हैं ? कोई चार चार लाभ लिखें।
Ans. देश की कृषि व्यवस्था को विश्व की कृषि व्यवस्था से जोड़ना ही कृषि का वैश्वीकरण कहलाता है। इसमें बाजार की माँग के अनुसार ही उत्पादन करना तथा विश्व पटल पर बाजार में उत्पादन बेचकर आर्थिक विकास करना है। इसके लाभ निम्न हैं: उत्पादकता बढ़ाना, HYV बीज की उपलब्धता एवं विकास, नये औजार एवं तकनीक का ज्ञान, आर्थिक विकास।
Q28. निम्नलिखित को भारत के मानचित्र में दर्शाएँ :
(i) काॅर्बेट राष्ट्रीय उद्यान (उत्तराखंड)
(ii) पारादीप बन्दरगाह (उड़ीसा)
(iii) कोरबा तापीय विद्युत केन्द्र (छत्तीसगढ़)
Q29. सार्वजनिक और निजी क्षेत्रक आधार पर विभाजित है :
(A) रोजगार की शर्तों पर
(B) आर्थिक गतिविधि के स्वभाव पर
(C) उद्यमों के स्वामित्व पर
(D) उद्यम में नियोजित श्रमिकों की संख्या पर
Ans. (C) उद्यमों के स्वामित्व पर
Q30. ऋण के अनौपचारिक स्त्रोतो में शामिल नहीं है :
(A) व्यापारी
(B) सहकारी समिति
(C) मित्र
(D) साहूकार
Ans. (B) सहकारी समिति
Q31. एक बड़ी भारतीय कम्पनी का नाम लिखें जो वैश्वीकरण की वजह से बहुराष्ट्रीय कम्पनी के रूप में उभरी है।
Ans. टाटा मोटर्स
Q32. COPRA का पूर्ण रूप लिखिए।
Ans. Consumer Protection Act, 1986 (उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम)
Q33. विदेश व्यापार और विदेशी निवेश में अंतर स्पष्ट करें।
Ans. विदेश व्यापार– विदेशी व्यापार का तात्पर्य दुनिया के दो देशों के बीच माल, सेवाओं और पूंजी के व्यापार से है। विभिन्न देशों के बाजारों का एकीकरण। यह उत्पादकों के लिए अंतर्राष्ट्रीय बाजारों को कवर करने का अवसर पैदा करता है। लाभ कमाने के लिए और वैश्विक बाजार में उत्कृष्टता हासिल करने के लिए।
विदेशी निवेश– विदेशी निवेश से तात्पर्य देश के बाहर स्रोत से किसी कंपनी में किए गए निवेश से है। पूंजी, प्रौद्योगिकी और अन्य संसाधनों के रूप में अतिरिक्त निवेश। लॉन्ग टर्म में रिटर्न जेनरेट करने के लिए।
Q34. उपभोक्ताओं के कोई तीन अधिकार बताएँ और प्रत्येक पर कुछ पक्तियाँ लिखें।
Ans. सुरक्षा का अधिकार– उपभोक्ताओं को अधिकार हैं कि वे उन वस्तुओं की बिक्री से अपना बचाव कर सकें जो उनके जीवन और संपत्ति के लिए खतरनाक हैं ।
सूचना का अधिकार– इसके अंतर्गत गुणवत्ता, मात्रा शुद्धता, स्तर और मूल्य आते हैं।
सुनवाई का अधिकार– उपभोक्ता के हितों से जुड़ी उपयुक्त संस्थाएँ/संगठन उपभोक्ताओं की समस्याओं पर पूरा ध्यान दें।
चुनने का अधिकार– विभिन्न वस्तुओं को देख-परख के चुनाव करने का आश्वासन। यदि माल की श्रतिपूर्ति करने वाले एक ही हों तो? इसका अर्थ हैं संतोषजनक गुणवत्ता व सही मूल्य का आश्वासन।
शिकायते निपटाने का अधिकार– उपभोक्ताओं के शोषण व अनुचित व्यापारिक क्रियाओं के विरुद्ध निदान और शिकायतों का सही प्रकार से निपटाना।
Q35. पर्यावरण में गिरावट के कुछ उदाहरण लिखें जो आपने अपने आसपास देखें हों।
Ans. हम अपने आसपास कई ऐसे उदाहरण देखते हैं जो पर्यावरण को दूषित कर रहे हैं। जैसे कूड़ा करकट , तालाबों पर पशुओं को नहलाना, लकड़ी का प्रयोग करने से धुंआ निकलना, वनों का अत्यधिक कटाव, गाड़ियों का धुआं , उद्योगों की चिमनियों से निकला धुआं आदि बहुत से उदाहरण है जो पर्यावरण के अवक्रमण के कारण है। इसके अतिरिक्त अधिक वाहनों की संख्या, उद्योगों द्वारा अपने अवशेषों को भूमि के ऊपर फेंकना, विभिन्न उद्योगों के चलने से उड़ने वाली धूल का वातावरण में फैलाव तथा वनस्पति का नाश इत्यादि कारणों से वैश्विक जलन बढ़ रही है जिससे पर्यावरण में दिन-प्रतिदिन गिरावट आ रही है। भूजल के स्तर में गिरावट। ओजोन परत की कमी। वनों में कटौती की जा रही है, जंगली जानवरों और पशुओं का शिकार किया जा रहा है। यहाँ की हवा इतनी प्रदूषित है कि मेरे आस पड़ोस में रहने वाले अधिकतर लोगों को सांस की बीमारी है।
अथवा
उदाहरण देते हुए प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रकों के अन्तर की व्याख्या करें।
Ans. प्राथमिक क्षेत्र– प्राथमिक क्षेत्र का संबंध पृथ्वी से प्राकृतिक संसाधनों या कच्चे माल के निष्कर्षण से है। प्राथमिक क्षेत्र के आर्थिक संचालन आमतौर पर उस विशेष स्थान की प्रकृति पर निर्भर होते हैं। ये उद्योग ऐसे उत्पाद बनाते हैं, जिन्हें आम जनता को बेचा या आपूर्ति किया जाएगा। एक प्राथमिक उद्योग का आर्थिक संचालन ग्रह के प्राकृतिक संसाधनों, जैसे वनस्पति, पृथ्वी जल और खनिजों का उपयोग करने के इर्द-गिर्द घूमता है। खनन, खेती और मछली पकड़ना प्राथमिक उद्योगों के उदाहरण हैं। इस निष्कर्षण से कच्चे माल और मुख्य खाद्य पदार्थ, कोयला, लकड़ी, लोहा और मकई का उत्पादन होता है।
द्वितीयक क्षेत्र– प्राथमिक उद्योगों के कच्चे माल जमा होने के बाद, द्वितीयक उद्योग चित्र में प्रवेश करते हैं। निर्माण और विनिर्माण उद्योग मुख्य रूप से द्वितीयक उद्योग में शामिल हैं। कच्चे माल का तैयार वस्तुओं में परिवर्तन द्वितीयक क्षेत्र का हिस्सा है। उदाहरण के लिए, फर्नीचर बनाने के लिए लकड़ी का उपयोग किया जाता है, ऑटोमोबाइल बनाने के लिए स्टील का उपयोग किया जाता है, और वस्त्रों का उपयोग कपड़े बनाने के लिए किया जाता है।
तृतीयक क्षेत्र– तृतीयक क्षेत्र उपभोक्ताओं को द्वितीयक क्षेत्र के उत्पादों का विपणन करते हैं। वे आम तौर पर उत्पाद बनाने में नहीं बल्कि आम जनता और अन्य उद्योगों को सेवाएं प्रदान करने में शामिल होते हैं। विभिन्न प्रकृति सेवाओं का निर्माण, जैसे अनुभव, चर्चा, पहुंच, तृतीयक क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है। तृतीयक क्षेत्र के उद्योगों में निवेश, वित्त, बीमा, बैंकिंग, थोक, खुदरा, परिवहन, अचल संपत्ति सेवाएं शामिल हैं; पुनर्विक्रय व्यापार; पेशेवर, कानूनी, होटल, व्यक्तिगत सेवाएं; पर्यटन, रेस्तरां, मरम्मत और रखरखाव सेवाएं, पुलिस, सुरक्षा, रक्षा सेवाएं, प्रशासनिक, परामर्श, मनोरंजन, मीडिया, सूचना प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, सामाजिक कल्याण आदि।
SET-C
Q1. 1834 में प्रशा की पहल पर किस संघ की स्थापना हुई ?
Ans. शुल्क संघ जाल वे राईन
Q2. आयरलैंड में आलू अकाल कब पड़ा ?
(A) 1844-49
(B) 1845-49
(C) 1840-49
(D) 1849-55
Ans. (B) 1845-49
Q3. ‘डाम्बी एंड सन’ (1848) किसने लिखी ?
Ans. चार्ल्स डिकेन्स ने
Q4. ‘जनभाषा’ से क्या अभिप्राय है ?
Ans. औपचारिक, साहित्यिक शैली के बजाय सामान्य बोलचाल की भाषा।
Q5. सूरत बन्दरगाह 18वीं सदी के अन्त तक हाशिये पर क्यों पहुँचा ?
Ans. गुजरात के तट पर स्थित सूरत बन्दरगाह के जरिए भारत खाड़ी और लाल सागर के बन्दरगाहों से जुड़ा हुआ था। निर्यात व्यापार के इस नेटवर्क में बहुत सारे भारतीय व्यापारी और बैंकर सक्रिय थे। 1750 के दशक तक भारतीय सौदागरों के नियन्त्रण वाला यह नेटवर्क टूटने लगा था। यूरोपीय कम्पनियों की ताकत बढ़ती जा रही थी। उन्होंने स्थानीय दरबारियों कई तरह की रियायतें हासिल की उन्होंने व्यापार पर इजारेदारी अधिकार प्राप्त कर लिए इससे सूरत व हुगली दोनों पुराने बन्दरगाह कमजोर पड़ गए।
Q6. बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय का वर्णन कीजिए।
Ans. बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय अपने घर में जात्रा, (बंगाल का लोक नाटक) का आयोजन करते थे। जिसमें पूरा परिवार शरीक होता था। लेकिन उनके अपने कमरे में साहित्यिक मित्र इकट्ठा होकर साहित्यिक कृतियों को पढ़कर उनका मूल्यांकन करते थे। उन पर बहस-मुबाहिसा करते थे। बंकिम ने अपने पहले उपन्यास, दुर्गेश नंदिनी (1865) का ऐसे ही समूह में पाठ किया सभी ने दांतों तले उंगली दबा ली कि बंगाली गद्य ने कितनी जल्दी ऐसी उत्कृष्टता हासिल कर ली थी। इसकी गद्य-शैली अपने आप में आनंद का स्त्रोत बन गई। बंकिम की भाषा संस्कृत निष्ठ थी पर उसमें बोलियों का भी पुट था। बीसवीं सदी तक आते-आते सरल कहानी कहने की उनकी काबिलियत ने शरद चन्द्र चट्टोपाध्याय (1876-1938) को बंगाल या शायद पूरे भारत का सबसे लोकप्रिय उपन्यासकार बना दिया।
Q7. मुद्रण की सबसे पहली तकनीक का वर्णन कीजिए।
Ans. मुद्रण की सबसे पहली तकनीक चीन, जापान और कोरिया में विकसित हुई। यह छपाई हाथ से होती थी। तकरीबन 594 ई0 से चीन में स्याही लगे काठ या ब्लाॅक या तख्ती पर कागज को रगड़ कर किताबें छापी जाने लगी। चूंकि पतले, छिद्रित कागज के दोनों तरफ छपाई संभव नहीं थी, इसलिए पारम्परिक चीनी किताब ‘एकार्डियन’ शैली में किनारों को मोड़ने के बाद सिल कर बनाई जाती थी। किताबों का सुलेखपन या खुशनवीसी करने वाले लोग दक्ष सुलेखक या खुशरबत होते थे, जो हाथ से बड़े सुन्दर-सुडौल अक्षरों में सही-सही कलात्मक लिखाई करते थे। एक लम्बे अरसे तक मुद्रित सामग्री का सबसे बड़ा उत्पादक चीनी राजतन्त्र था। 17वीं सदी तक आते-आते चीन में शहरी संस्कृति के फलने-फूलने से छपाई के इस्तेमाल में विविधता आई।
अथवा
फ्रांसीसी क्रान्ति के दौरान कलाकारों की भूमिका का वर्णन कीजिए।
Ans. फ्रांसीसी क्रान्ति के दौरान कलाकारों ने स्वतन्त्रता, न्याय और गणतन्त्र जैसे विचारों को व्यक्त करने के नारी रूपक का प्रयोग किया। इन आदर्शों को विशेष वस्तुओं या प्रतीकों से व्यक्त किया गया था। स्वतन्त्रता का प्रतीक लाल टोपी या टूटी जंजीर है और इंसाफ को आमतौर पर एक ऐसी महिला के प्रतीकात्मक रूप से किया जाता है जिसकी आंखों पर पट्टी बन्धी हुई है। और तराजू लिए हुए है। इसी प्रकार के नारी रूपकों का आविष्कार कलाकारों ने 19वीं सदी में किया। फ्रांस में उसे लोकप्रिय इसाई नाम मारीआन दिया गया जिसने जनराष्ट्र के विचार को रेखांकित किया। उसके चिन्ह भी स्वतन्त्रता और गणतन्त्र के थे – लाल टोपी, तिरंगा और कलणी, मारीआन की प्रतिमाएँ सार्वजनिक चैकों पर लगाई गई ताकि जनता को एकता के राष्ट्रीय प्रतीक की याद आती रहे। मारीआन की छवि सिक्कों और डाक टिकटों पर अंकित की गई। इसी तरह जर्मेनिया, जर्मन राष्ट्र का रूपक बन गई। अभिव्यक्तियों में जर्मेनिया बलूत वृक्ष के पत्तों का मुकुट पहनती है। क्योंकि जर्मन बलूत वीरता का प्रतीक है।
Q8. दिए गए भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित स्थानों को दर्शाइए :
(i) भारत का सबसे महत्त्वपूर्ण शहर (मुम्बई)
(ii) वह स्थान जहाँ 1860 में एल्गिन मिल स्थापित हुई (कानपुर में)
(iii) वह स्थान जहाँ 1918 में सूती कपड़ा कारखाना मजदूरों ने आन्दोलन किया (अहमदाबाद)
(iv) वह स्थान जहाँ जून, 1920 में जवाहरलाल नेहरू ने दौरा किया (अवध के गांव का)
Q9. भारत ने अपने परमाणु परीक्षण किये :
(A) राजस्थान में (पोखरण)
(B) गुजरात में
(C) महाराष्ट्र में
(D) हरियाणा में
Ans. (A) राजस्थान में (पोखरण)
Q10. 2011में भारत में हिन्दुओं की आबादी थी ?
(A) 80.5%
(B) 79.8%
(C) 68.8%
(D) 85.5%
Ans. (A) 80.5%
Q11. बोलिविया में सोशलिस्ट पार्टी को सत्ता कब प्राप्त हुई ?
Ans. 2006 में
Q12. ऐसी तीन भाषाओं के नाम बताइए जो भारत में बोली तो जाती हैं पर जो सूची में नहीं हैं।
Ans. भोजपुरी, मगही, बुन्देलखंडी, छत्तीसगढ़ी, राजस्थानी, भीली।
Q13. आधुनिक लोकतान्त्रिक व्यवस्थाओं में सत्ता की साझेदारी के उदाहरण दीजिए।
Ans. शासन के विभिन्न अंग, जैसे विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच सत्ता का बंटवारा। सरकार के बीच भी विभिन्न स्तरों पर सत्ता का बंटवारा। सत्ता का बंटवारा विभिन्न सामाजिक समूहों, मसलन भाषायी और धार्मिक समूहों के बीच भी हो सकता है। सत्ता के बंटवारे का एक रूप हम विभिन्न प्रकार के दबाव-समूह और आन्दोलनों द्वारा शासन को प्रभावित और नियंत्रित करने के तरीके में भी लक्ष्य कर सकते हैं।
Q14. बोलिविया के जलयुद्ध का वर्णन कीजिए।
Ans. बोलिविया में लोगों ने पानी के निजीकरण के खिलाफ एक सफल संघर्ष चलाया इससे पता चलता है कि लोकतन्त्र की जीवंतता से जन-संघर्ष का अन्दरूनी रिस्ता है। विश्व बैंक ने यहाँ सरकार पर नगरपालिका द्वारा की जा रही जलापूर्ति से अपना नियन्त्रण छोड़ने के लिए दबाव डाला। सरकार ने कोंचबंबा शहर में जलापूर्ति के अधिकार एक बहुराष्ट्रीय कम्पनी को बेच दिए इस कम्पनी ने आनन-फानन में पानी की कीमत में चार गुणा इजाफा कर दिया मासिक बिल 1000 तक पहुँच गया। इसके फलस्वरूप स्वत-स्फूर्त जनसंघर्ष भड़क उठा।
Q15. भारत की विधायिकाओं में महिलाओं के प्रतिनिधित्व की स्थिति क्या है ?
Ans. भारत की विधायिका में महिला प्रतिनिधियों का अनुपात बहुत ही कम है। जैसे – लोकसभा में महिला सांसदों की संख्या कभी कुल सदस्यों की दस फीसदी तक भी नहीं पहुँची है। राज्यों की विधान सभाओं में उनका प्रतिनिधित्व 5% से भी कम है। इस मामले में भारत का नंबर दुनियाँ के देशों में काफी नीचे है। भारत इस मामले में अफ्रीका और लातिन अमेरीका के कई विकासशील देशों से पीछे है।
Q16. दबाव समूह के निर्माण का वर्णन कीजिए।
Ans. बतौर संगठन दबाव-समूह सरकार की नीतियों को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। लेकिन, राजनीतिक पार्टियों के समान दबाव-समूह का लक्ष्य सत्ता पर प्रत्यक्ष नियन्त्रण करने अथवा उसमें हिस्सेदारी करने का नहीं होता, दबाव-समूह का निर्माण तब होता है जब समान पेशे, हित, आकांक्षा अथवा मत के लोग एक समान उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए एकजुट होते हैं।
Q17. लोकतान्त्रिक व्यवस्थाओं की गम्भीर चुनौतियों का वर्णन कीजिए।
Ans. लोकतन्त्र का बुनियादी आधार बनाने की चुनौती, लोकतन्त्र का विस्तार करने की चुनौती, लोकतन्त्र को मजबूत बनाने की चुनौती।
Q18. भारत में ‘राजनीतिक सुधारों’ या ‘लोकतान्त्रिक सुधारों’ का वर्णन कीजिए।
Ans. कानून बनाकर राजनीति को सुधारने की बात सोचना बहुत लुभावना लग सकता है। सुधारों के मामले में कानून की एक महत्त्वपूर्ण भूमिका है। कानूनी बदलाव करते हुए इस बात पर गम्भीरता से विचार करना होगा कि राजनीति पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। लोकतान्त्रिक सुधार तो मुख्यतः राजनीतिक दल ही करते हैं, इसलिए राजनीतिक सुधारों का जोर मुख्यतः लोकतान्त्रिक काम-काज को ज्यादा मजबूत बनाने पर होना चाहिए। राजनीतिक सुधार के किसी भी प्रस्ताव में अच्छे समाधान की चिंता होने के साथ-साथ यह सोच भी होनी चाहिए कि इन्हें कौन और क्यों लागू करेगा।
Q19. बेल्जियम के संविधान में 1970 और 1993 के बीच हुए संशोधनों का वर्णन कीजिए।
Ans. संविधान में इस बात का स्पष्ट प्रावधान है कि केन्द्रीय सरकार में डच और फ्रेंच-भाषी मन्त्रियों की संख्या समान रहेगी। केन्द्र सरकार की अनेक शक्तियाँ देश के दो इलाकों की क्षेत्रीय सरकारों को सुपुर्द कर दी गई हैं। यानि राज्य सरकारें केन्द्र के अधीन नहीं हैं। ब्रूसेल्स में अलग सरकार है और इसमें दोनों समुदायों का समान प्रतिनिधत्व है। केन्द्रीय और राज्य सरकारों के अलावा यहाँ एक तीसरे स्तर की सरकार भी काम करती है। यानि सामुदायिक सरकार।
अथवा
राजनीतिक दलों को कैसे सुधारा जा सकता है ?
Ans. विधायकों और सांसदों को दल-बदल करने से रोकने के लिए संविधान संशोधन किया गया। चुनाव लड़ने वाले हर उम्मीदवार को अपनी सम्पत्ति का और अपने खिलाफ चल रहे आपराधिक मामलों का ब्यौरा एक शपथ पत्र के माध्यम से देना अनिवार्य कर दिया। चुनाव आयोग ने एक आदेश के जरिए सभी दलों के सांगठनिक चुनाव कराना और आयकर रिटर्न भरना जरूरी कर दिया। राजनीतिक दलों के कामकाज को व्यवहारिक करने के लिए कानून बनाया जाए। राजनीतिक दल महिलाओं को एक खास न्यूनतम अनुपात (करीब एक तिहाई) जरूर टिकट दें। चुनाव का खर्च सरकार उठाए।
Q20. रियो-डि जेनेरो पृथ्वी सम्मेलन कहाँ हुआ था ?
(A) अमेरिका
(B) ब्राजील
(C) चीन
(D) जापान
Ans. (B) ब्राजील
Q21. हिमालय यव से कौन-सा रसायन कैंसर उपचार के लिए प्रयोग होता है ?
(A) टकसोल
(B) वारनिस
(C) हिमोग्लोबीन
(D) टोरेंटो
Ans. (A) टकसोल
Q22. परती भूमि से क्या अभिप्राय है ?
Ans. वह भूमि जिसमें लगातार फसल नहीं ली जाती बल्कि उसकी उर्वरक शक्ति बढ़ाने के लिए कुछ समय के लिए खाली छोड़ दी जाती है।
Q23. आरक्षित वन किसे कहते हैं ? परिभाषित कीजिए।
Ans. वह वन क्षेत्र आरक्षित वन कहलाता है जिसमें पशु चराना व लकड़ी काटना सख्त मना हो।
Q24. चट्टाने कितने प्रकार की हैं ? उनके नाम लिखें।
Ans. चट्टानें तीन प्रकार की होती है – अवसादी चट्टान, कायान्तरित चट्टान, आग्नेय चट्टान।
Q25. स्वर्णिम चतुर्भुज महाराजमार्ग के कोई दो मुख्य उद्देश्य लिखें।
Ans. देश के महानगरों को जोड़ना, परिवहन के समय को कम करना, आर्थिक विकास।
Q26. राजस्थान के अर्ध शुष्क क्षेत्रों में वर्षा जल संग्रहण किस प्रकार किया जाता है ? व्याख्या कीजिए।
Ans. राजस्थान में वर्षा की कमी के कारण प्रायः जल आवश्यकतानुसार कम उपलब्ध होता है अतः जल का संग्रहण वर्षा के समय ही किया जाता है। शुष्क एवं अर्द्ध शुष्क क्षेत्रों में खेतों में गड्ढे बनाकर तथा भूमिगत टैंक बनाकर पानी इकट्ठा किया जाता है।
Q27. भारतीय कृषि पर वैश्वीकरण के प्रभाव पर संक्षिप्त नोट लिखें।
Ans. वैश्वीकरण का अर्थ है कि अपनी अर्थव्यवस्था को विश्व की अर्थव्यवस्था से जोड़ना। इस अर्थव्यवस्था में कृषि भी मुख्य है क्योंकि भारत एक कृषि प्रधान देश है तथा राष्ट्रीय आय में एक महत्त्वपूर्ण योगदान है। अतः वैश्वीकरण से कृषि का स्वरूप भी बदल गया जो इस प्रकार है – निर्वाह कृषि का व्यापारिक कृषि में परिवर्तन अच्छी तकनीकी का प्रयोग, अच्छे खाद व उत्तम बीज, कृषि उत्पादन में बढ़ौत्तरी, किसानों की दशा में सुधार, प्रतिस्पर्धा के कारण उत्तम श्रेणी की खेती को बढ़ावा।
Q28. दिये गये स्थानों को भारत के मानचित्र में दर्शाएँ :
(i) सेलम इस्पात संयंत्र (तमिलनाडु)
(ii) उकाई ऊर्जा केन्द्र (गुजरात)
(iii) कोलार सोने की खदान (कर्नाटक)
Q29. निम्नलिखित पड़ोसी देशों में से मानव विकास के लिहाज से किस देश की स्थिति भारत से बेहतर है ?
(A) बांग्लादेश
(B) पाकिस्तान
(C) नेपाल
(D) श्रीलंका
Ans. (D) श्रीलंका
Q30. निम्नलिखित में से कौन-सा व्यापार अवरोधक (व्यापार में बाधक) का एक उदाहरण है ?
(A) निर्यात पर कर
(B) आयात पर कर
(C) मुक्त व्यापार
(D) निर्यात पर प्रतिबन्ध
Ans. B) आयात पर कर
Q31. एक आदर्श स्वयं सहायता समूह में कितने सदस्य होने चाहिए ?
Ans. 15 से 20 सदस्य
Q32. किस क्षेत्रक में श्रमिक वस्तुएँ उत्पादित नहीं करते ?
Ans. तृतीयक क्षेत्रक
Q33. प्रति व्यक्ति आय की गणना कैसे करते हैं ?
Ans. कुल आय ÷ कुल जनसंख्या
Q34. बहुराष्ट्रीय कम्पनी क्या हैं ? दूसरे देशों में बहुराष्ट्रीय कम्पनियों द्वारा उत्पादन स्थापित करने के लिए निर्धारण करने वाली परिस्थितियाँ बताएँ।
Ans. बहुराष्ट्रीय कंपनी से आशय ऐसी कम्पनी से है, जिसके कार्य क्षेत्र का विस्तार एक से अधिक देशों में होता है जिसकी उत्पादन एवं सेवा सुविधाएं उस देश से बाहर हैं। ये कम्पनियाँ ऐसी होती है जिसका प्रधान कार्यालय एक देश में स्थित होता है परन्तु वे अपनी व्यापारिक क्रियाएं मौलिक देश में आरम्भ होने के पश्चात उसके सीमाओं के बाहर भी फैली होती है।
बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ उसी स्थान पर उत्पादन इकाई स्थापित करती हैं जो बाज़ार के नज़दीक हो, जहाँ कम लागत पर कुशल और अकुशल श्रम उपलब्ध हो और जहाँ उत्पादन के अन्य कारकों की उपलब्धता सुनिचित हो। साथ ही, बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ सरकारी नीतियों पर भी नज़र रखती हैं, जो उनके हितों का देखभाल करती हैं। बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ इन देशों की स्थानीय कम्पनियों के साथ सयुंक्त रूप से उत्पादन करती हैं। लेकिन बहुराष्ट्रीय कंपनियों के निवेश का सबसे आम रास्ता स्थानीय कंपनियों को खरदीना और उसके बाद उत्पादन का प्रसार करना हैं। विकसित देशों की बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ छोटे उत्पादकों को उत्पादन का ऑर्डर देती हैं। वस्त्र, जूते-चप्पल एवं खेल के सामान ऐसे उद्योग हैं, जहाँ विश्वभर में बड़ी संख्या में छोटे उत्पादकों द्वारा उत्पादन किया जाता हैं। बहुराष्ट्रीय कंपनियों को इन उत्पादों की आपूर्ति की जाती है। फिर इन्हें अपने ब्राण्ड नाम से ग्राहकों को बेचती हैं। सस्ते मजदूर भी बहुत जरूरी है काम के लिए।
Q35. ऋण के औपचारिक एवं अनौपचारिक स्त्रोतों में क्या अंतर है ? संक्षेप में लिखिए।
Ans. ऋण के औपचारिक स्रोत– ये सरकार द्वारा पंजीकृत होते है जैसे बैंक और सहकारी समितियाँ। इनका ब्याज दर निश्चित होती है। औपचारिक ऋण के स्रोतों से ऋण लेने पर शोषण नहीं होता है। इसकी निगरानी RBI करती है और इनका उद्देश्य सामाजिक कल्याण के लिए ऋण प्रदान करना है ।
ऋण के अनौपचारिक स्रोत– ये सरकार द्वारा पंजीकृत नहीं होते है जैसे – साहूकार, व्यापारी और रिश्तेदार आदि। इनका ब्याज दर निश्चित नहीं होता है । अनौपचारिक ऋण के स्रोतों से ऋण लेने पर शोषणहोता है । इनकी निगरानी RBI नहीं करती है और इनका उद्देश्य केवल लाभ कमाने के लिए होता है।
अथवा
उपभोक्ताओं के छः अधिकार क्या हैं ? संक्षेप में लिखें।
Ans. सुरक्षा का अधिकार– सुरक्षा का अधिकार का अर्थ है माल और सेवाओं के विपणन के खिलाफ सुरक्षा का अधिकार, जो जीवन और संपत्ति के लिए खतरनाक हैं। यह अधिनियम स्वास्थ्य सेवा, फार्मास्यूटिकल्स और खाद्य प्रसंस्करण जैसे क्षेत्रों में लागू है, उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य या भलाई पर एक गंभीर प्रभाव डालने वाले डोमेन हैं। इस अधिकार को प्रत्येक उत्पाद की आवश्यकता है जो संभावित रूप से पर्याप्त और पूर्ण सत्यापन के साथ-साथ सत्यापन के बाद हमारे जीवन के लिए खतरा हो सकता है।
सूचना का अधिकार– सूचना का अधिकार का अर्थ है, अनुचित व्यवहार प्रथाओं के खिलाफ उपभोक्ता की रक्षा के लिए माल की गुणवत्ता, मात्रा, शक्ति, शुद्धता, मानक और कीमत के बारे में सूचित किया जाना।एक उपभोक्ता को खरीदारी करने से पहले उत्पाद या सेवा के बारे में सभी जानकारी प्राप्त करने पर जोर देना चाहिए, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि उपभोक्ता उच्च दबाव वाली बिक्री तकनीकों का शिकार न हो।
चुनने का अधिकार– चुनने का अधिकार का मतलब है कि किसी भी प्रतिस्पर्धी मूल्य पर विभिन्न प्रकार की वस्तुओं और सेवाओं तक पहुंच का आश्वासन दिया जाना चाहिए। एकाधिकार के मामले में, इसका मतलब उचित मात्रा में संतोषजनक गुणवत्ता और सेवा की गारंटी का अधिकार है। दूसरे शब्दों में, कोई भी विक्रेता ग्राहक की पसंद को गलत तरीके से प्रभावित नहीं कर सकता है, और यदि कोई भी विक्रेता ऐसा करता है, तो उसे चुनने के अधिकार के साथ हस्तक्षेप माना जाएगा।
सुने जाने का अधिकार– सही सुने जाने का अर्थ है कि उपभोक्ता के हितों को उचित मंचों पर उचित विचार प्राप्त होगा। उपभोक्ताओं को उपभोक्ता के कल्याण पर विचार करने के लिए स्थापित विभिन्न मंचों में प्रतिनिधित्व करने का भी अधिकार है। उपभोक्ताओं को अपनी शिकायतों और चिंताओं को उत्पादों या यहां तक कि कंपनियों के खिलाफ यह सुनिश्चित करने के लिए सक्षम करने का अधिकार प्रदान किया जाता है कि वे अपने हितों को ध्यान में रखते हुए और शीघ्रता से निपटें।
निवारण का अधिकार– निवारण अधिकार का अर्थ है अनुचित व्यापार प्रथाओं या उपभोक्ताओं के बेईमान शोषण के विरुद्ध निवारण का अधिकार। साथ ही उपभोक्ता की वैध शिकायतों के उचित निपटान का अधिकार सुनिश्चित करना। यह सही विक्रेता के अनैतिक व्यापार अभ्यास के खिलाफ उपभोक्ताओं को मुआवजा देता है। उदाहरण के लिए, यदि उत्पाद की मात्रा और गुणवत्ता विक्रेता द्वारा गारंटीकृत नहीं है, तो खरीदार को मुआवजे का दावा करने का अधिकार है।
उपभोक्ता शिक्षा का अधिकार– उपभोक्ता शिक्षा का अधिकार का अर्थ है जीवन भर एक सूचित उपभोक्ता बनने के लिए ज्ञान और कौशल प्राप्त करने का अधिकार। यह सुनिश्चित करना है कि उपभोक्ता सभी उपभोक्ता अधिकारों को समझें और उन्हें व्यायाम करना चाहिए। उपभोक्ता शिक्षा कॉलेज और स्कूल के पाठ्यक्रम के साथ-साथ गैर-सरकारी और सरकारी एजेंसियों दोनों द्वारा चलाए जा रहे उपभोक्ता जागरूकता अभियानों के माध्यम से औपचारिक शिक्षा का उल्लेख कर सकती है।
SET-D
Q1. यूजीन देला क्रोआ कौन था ?
Ans. फ्रांसीसी चित्रकार देला क्रोआ सबसे महत्त्वपूर्ण फ्रेंच रूमानी चित्रकारों में से एक थे।
Q2. अफ्रीका में रिंडरपेस्ट नामक बिमारी कब फैली ?
(A) 1890 के दशक में
(B) 1880 के दशक में
(C) 1910 के दशक में
(D) 1900 के दशक में
Ans. (B) 1880 के दशक में
Q3. ‘हार्ड टाइम्स’ (1854) उपन्यास किसने लिखा ?
Ans. चार्ल्स डिकेन्स ने
Q4. ‘पामेला’ उपन्यास का लेखक कौन था ?
Ans. सैमुएल रिचर्डसन
Q5. इंग्लैण्ड में आधुनिक शहर का उदय कैसे हुआ ?
Ans. आधुनिक काल में औद्योगीकरण ने शहरीकरण के स्वरूप पर गहरा असर डाला है। इसके बावजूद, 1850 के दशक तक भी, यानी औद्योगिक क्रान्ति की शुरुआत होने के कई दशक तक भी ज्यादातर पश्चिमी शहर मोटे तौर पर ग्रामीण किस्म के शहर ही थे। लीड्स और मैनचेस्टर जैसे प्रारम्भिक औद्योगिक शहर 18वीं सदी के आखिर में स्थापित किए गए कपड़ा मिलों के कारण प्रवासी मजदूरों को बड़ी संख्या में आकर्षित कर रहे थे। 1851 में मैनचेस्टर में रहने वाले तीन चैथाई से ज्यादा लोग ग्रामीण इलाके से प्रवासी मजदूर थे।
Q6. यूरोप में मुद्रण के आगमन का वर्णन कीजिए।
Ans. सदियों तक चीन से रेशम और मसाले रेशम मार्ग से यूरोप आते रहे थे। ग्यारहवीं सदी में चीनी कागज भी उसी रास्ते वहाँ पहुँचा। कागज ने कालिकों या मुंशियों द्वारा सावधानीपूर्वक लिखी गई पांडुलिपियों के उत्पादन को मुमकिन बनाया। फिर 1295 में मार्को पोलो नामक महान खोजी यात्री चीन में काफी साल तक खोज करने के बाद इटली वापस लौटा। चीन के पास वुड ब्लाॅक (काठ की तख्ती) वाली छपाई की तकनीक पहले से मौजूद थी। मार्कों पोलो यह ज्ञान अपने लेकर लौटा फिर क्या था, इतालवी भी तख्ती की छपाई से किताबें निकालने लगे और जल्द ही यह तकनीक बाकी यूरोप में फैल गई।
Q7. भारत आने के बाद गाँधीजी के सत्याग्रह आन्दोलनों का वर्णन कीजिए।
Ans. महात्मा गाधी जनवरी, 1915 में भारत लौटे। इससे पहले वे दक्षिण अफ्रीका में थे। उन्होंने एक नए तरह के जनांदोलन के रास्ते पर चलते हुए यहाँ नस्लभेदी सरकार से सफलतापूर्वक लोहा लिया था। इस पद्धति को वे सत्याग्रह कहते थे। सत्याग्रह के विचार में सत्य की शक्ति पर आग्रह और सत्य की खोज पर जोर दिया जाता था। इसका अर्थ यह था कि अगर आपका उद्देश्य सच्चा है, यदि आपका संघर्ष अन्याय के खिलाफ है तो उत्पीड़क से मुकाबला करने के लिए आपको शारीरिक बल की आवश्यकता नहीं है। प्रतिशोध की भावना या आक्रामकता का सहारा लिए बिना सत्याग्रही केवल अहिंसा के सहारे भी अपने संघर्ष में सफल हो सकता है। इसके लिए दमनकारी शत्रु की चेतना को झिंझोड़ना चाहिए। उत्पीड़क शत्रु को ही नहीं बल्कि सभी लोगों को हिसा के सत्य को स्वीकार करने पर विचार करने की बजाए सच्चाई को देखने और सहज भाव से स्वीकार करने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। इस संघर्ष में अन्ततः सत्य की ही जीत होती है। गाँधी जी का विश्वास था कि अहिंसा का यह धर्म सभी भारतीयों को एकता के सूत्र में बांध सकता है। भारत में आने के बाद गाँधी जी ने कई स्थानों पर सत्याग्रह आन्दोलन चलाया। 1916 में उन्होंने बिहार के चम्पारन का दौरा किया और दमनकारी बागान व्यवस्था के खिलाफ किसानों को संघर्ष के लिए प्रेरित किया।
OR
कारखानों में कोयले के बड़े पैमाने पर इस्तेमाल से कौन-कौन-सी समस्याएँ पैदा हुई ?
Ans. 19वीं शताब्दी के इंग्लैण्ड के घरों और कारखानों के बड़े पैमाने पर इस्तेमाल से गम्भीर समस्याएँ पैदा हो गई थी। लीड्स, ब्रैड फोर्ड और मैनचेस्टर जैसे औद्योगिक शहरों में कारखानों की सैकड़ों चिमनियाँ बेहिसाब काला धुआँ फेकती रहती थी। लोग मजाक में कहने लगे थे कि थोड़े दिन बाद इन शहरों के लोग यही मानने लगेंगे कि आसमान मटमैला होता है और पेड़-पौधे काले होते हैं। दुकानदार, मकानमालिक और तमाम लोग इस बात से परेशान रहने लगे थे कि उनके शहरों पर स्याह कोहरा छाया रहता है जिससे लोगों को जल्दी गुस्सा आ जाता है। धुएँ से जुड़ी बीमारियाँ फैलती हैं और कपड़े सदा गंदे रहते हैं।
Q8. दिए गए भारत के रेखा मानचित्र पर निम्नलिखित स्थानों को दर्शाइए :
(i) सपनों का शहर (मुम्बई)
(ii) भारत की आर्थिक राजधानी (मुम्बई)
(iii) वह स्थान जहाँ भारत में पहला लौह इस्पात संयंत्र स्थापित हुआ (मशेदपुर)
(iv) वह स्थान जहाँ 1820 ई0 में सर्वोच्च न्यायालय था (कलकत्ता)
Q9. दुनिया के कितने देशों में संघीय शासन व्यवस्था है ?
(A) 22
(B) 25
(C) 20
(D) 30
Ans. (B) 25
Q10. राज्य पुनर्गठन आयोग रिपोर्ट को कब लागू किया गया ?
(A) 1 नवम्बर, 1951
(B) 1 नवम्बर, 1956
(C) 1 नवम्बर, 1957
(D) 1 नवम्बर, 1966
Ans. (B) 1 नवम्बर, 1956
Q11. मेवात विकास सभा की स्थापना कब हुई ?
Ans. 2000 ई0 में मेवात विकास सभा की स्थापना हुई।
Q12. 1947 के तीन राज्यों के नाम बताइए जो आज बदल गए हैं।
Ans. संयुक्त प्रान्त, मध्य प्रान्त, बम्बई, मैसूर
Q13. भारत की संघीय व्यवस्था में बेल्जियम से मिलती-जुलती एक विशेषता, और उससे अलग एक विशेषता बताइए।
Ans. भारत की संघीय व्यवस्था में बेल्जियम के समान विशेषता – भारत एवं बेल्जियम दोनों देशों की संघीय व्यवस्था में केन्द्र एवं राज्यों के स्तर पर सरकार के कार्यों एवं शक्तियों का स्पष्ट विभाजन किया गया है।
भिन्न विशेषता – बेल्जियम की संघी व्यवस्था में सभी राज्यों को समान अधिकार हैं। किसी भी राज्य के पास विशेषाधिकार नहीं है जबकि भारत में जम्मू-कश्मीर में राज्य अलग विशेषाधिकार दिए हैं जिसमें उसका अपना अलग संविधान है।
Q14. राजनीति में साम्प्रदायिकता का क्या योगदान है ?
Ans. साम्प्रदायिकता की सबसे आम अभिव्यक्ति दैनिक जीवन में ही दिखती है। इनमें धार्मिक पूर्वाग्रह, धार्मिक समुदायों के बारे में बनी बनाई धारणाएँ। साम्प्रदायिक सोच अक्सर अपने धार्मिक समुदाय का राजनीतिक प्रभुत्व स्थापित करने की फिराक में रहती हैं। साम्प्रदायिक आधार पर राजनीतिक गोलबन्दी साम्प्रदायिकता का दूसरा रूप है। कई बार साम्प्रदायिकता सबसे गन्दा रूप लेकर सम्प्रदाय के आधार पर हिंसा, दंगा और नरसंहार कराती हैं।
Q15. महिला संगठनों और कार्यकर्ताओं की माँग का वर्णन कीजिए।
Ans. महिला संगठनों और कार्यकर्ताओं की माँग है कि लोकसभा और राज्य विधान सभाओं की भी एक-तिहाई सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित कर देनी चाहिए। संसद में इस आशय का एक विधेयक पेश भी किया गया था। पर दस वर्षों से ज्यादा अवधि से वह लटका पड़ा है। सभी राजनीतिक पार्टियाँ इस विधेयक को लेकर एकमत नहीं हैं और यह पास नहीं हो सका।
Q16. दबाव समूहों की गतिविधियाँ लोकतान्त्रिक सरकार के कामकाज में कैसे उपयोगी होती है ? व्याख्या करें।
Ans. जनता का समर्थन और सहानुभूति हासिल करना। ऐसे समूह, अक्सर हड़ताल अथवा सरकारी-काम काज में बाधा पहुँचाते हैं। व्यवसाय – समूह अक्सर पेशेवर लाविस्ट नियुक्त करते हैं अथवा महँगे विज्ञापन को प्रायोजित करते हैं। दबाव-समूह राजनीतिक दलों द्वारा बनाए गए होते हैं। कभी-कभी आन्दोलन राजनीतिक दल का रूप अख्तियार कर लेते हैं। अधिकांश तथा दबाव-समूह और आन्दोलन का राजनीतिक दलों से प्रत्यक्ष सम्बन्ध नहीं होता है।
Q17. राजनीतिक दलों की चुनौतियों का वर्णन कीजिए।
Ans. पहली चुनौती है पार्टी के भीतर आन्तरिक लोकतन्त्र का न होना। दूसरी चुनौती पहली चुनौती से जुड़ी है यह है वंशवाद की चुनौती। तीसरी चुनौती दलों में (खासकर चुनाव के समय) पैसा और अपराधी तत्वों की बढ़ती घुसपैठ की है। चौथी चुनौती पार्टियों के बीच विकल्पहीनता की स्थिति की हैं।
Q18. औरतों के साथ अभी भी कई तरह के भेदभाव होते हैं। उनका दमन होता है। व्याख्या करें।
Ans. महिलाओं में साक्षरता की दर अब भी मात्र 54% है जबकि पुरुषों में 76% है। अब भी ऊँची तनख्वाह वाले ऊँचे पदों पर पहुँचने वाली महिलाओं की संख्या बहुत ही कम है। समान काम के समान मजदूरी, पुरुषों की तुलना में कम मजदूरी मिलती है। भारत के अनेक हिस्सों में माँ-बाप को सिर्फ लड़के की चाह होती है। लड़की को जन्म लेने से पहले ही खत्म कर देने के तरीके इसी मानसिकता से पनपते हैं।
Q19. आधुनिक लोकतान्त्रिक व्यवस्थाओं में सत्ता की साझेदारी के अलगअलग तरीके क्या हैं ? प्रत्येक का एक उदाहरण दीजिए।
Ans. शासन के विभिन्न अंग, जैसे विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच सत्ता का बंटवारा। सरकार के बीच विभिन्न स्तरों पर सत्ता का बंटवारा हो सकता है। सत्ता का बंटवारा विभिन्न सामाजिक समूहों, मसलन भाषायी और धार्मिक समूहों के बीच भी हो सकता है। सत्ता के बंटवारे का एक रूप हम विभिन्न प्रकार के दबाव समूह और आन्दोलनों द्वारा शासन के प्रभावित और नियंत्रित करने के तरीके में भी लक्ष्य कर सकते हैं।
अथवा
राजनीतिक दल क्या करते हैं ? उल्लेख कीजिए।
Ans. दल चुनाव लड़ते हैं। दल अलग-अलग नीतियों और कार्यक्रमों को मतदाताओं के सामने रखते हैं। पार्टियाँ देश के कानून निर्माण में निर्णायक भूमिका निभाती हैं। कानूनों पर औपचारिक बहस होती है। चुनाव हारने वाले दल शासक दल के विरोधी दल की भूमिका निभाते हैं। विपक्षी दल सरकार के खिलाफ जनता को गोलबन्द करते हैं। नीतियों और बड़े फैसलों में निर्णय राजनेता ही लेते हैं और ये नेता विभिन्न दलों के होते हैं। जनमत निर्माण में दल महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। दल ही सरकारी मशीनरी और सरकार द्वारा चलाए जाने वाले कल्याण कार्यक्रमों तक लोगों को पहुँचाते हैं।
Q20. इनमें से किस राज्य में काली मिट्टी पायी जाती है ?
(A) राजस्थान
(B) असम
(C) महाराष्ट्र
(D) हरियाणा
Ans. (C) महाराष्ट्र
Q21. निम्न में से किस राज्य में मैंगनीज का अधिकतम उत्पादन होता है ?
(A) उड़ीसा
(B) राजस्थान
(C) तमिलनाडु
(D) गुजरात
Ans. (A) उड़ीसा
Q22. एल्यूमिनियम के कोई दो उपयोग लिखें।
Ans. बिजली में काम आता है। हवाई जहाज/वायुयान बनाने के काम आता है। बर्तन बनाने के काम आता है।
Q23. सतत पोषणीय विकास से आप क्या समझते हैं ?
Ans. विकास जो पर्यावरण को नुकसान न पहुँचाए और वर्तमान विकास की प्रक्रिया भविष्य की पीढ़ियों की आवश्यकता की अवहेलना ना करे।
Q24. चावल की खेती के लिए उपयुक्त कोई दो भौगोलिक परिस्थितियाँ लिखें।
Ans. उच्च ताप एवं उच्च आर्द्रता। अधिक वर्षा कम से कम 100 सेमी0। चिकनी दोमट मिट्टी।
Q25. जैव विविधता से आप क्या समझते हैं ?
Ans. वन्य जीवन तथा उगाए जाने वाले पेड़-पौधों प्रजातियों तथा कार्यों में विविधता पाई जाती है फिर भी एक-दूसरे पर निर्भरता के कारण निकट का सम्बन्ध है। इसे जैव विविधता कहते हैं।
Q26. सड़क परिवहन, रेल परिवहन की अपेक्षा अधिक प्रभावी है। संक्षेप में लिखें।
Ans. सड़क परिवहन, रेल परिवहन की अपेक्षाकृत अधिक प्रभावी है – सड़क बनाना सरल है। हर क्षेत्र में सड़क का निर्माण किया जा सकता है। सड़क बनाना कम खर्चीला है। थोड़ी दूरी के लिए बहुत प्रभावी है। जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं को जल्दी पहुँचाया जा सकता है।
Q27. जल दुर्लभता क्या है ? इसके कारणों का संक्षिप्त में वर्णन करें।
Ans. जब जल की उपलब्धता उसकी आवश्यकता से कम हो तो उसे जल दुर्लभता कहते हैं। एक कथन के अनुसार जब जल की उपलब्धता प्रतिव्यक्ति प्रतिदिन 1000 घन मीटर से कम हो तो वह भी जल दुर्लभता कहलाती है। इसके मुख्य कारण इस प्रकार हैं – वर्षा की कमी, अधिक जनसंख्या, भौम जल का स्तर अधिक प्रयोग के कारण नीचे गिरना, जल प्रदूषण, जल प्रबन्धन की कमी, अतिशोषण।
Q28. दिये गये स्थानों को भारत के मानचित्र में दर्शाएँ :
(i) भिलाई इस्पात संयंत्र (छत्तीसगढ़)
(ii) नरौरा परमाणु संयंत्र (उत्तर प्रदेश)
(iii) सुन्दरबन राष्ट्रीय उद्यान (पश्चिम बंगाल)
Q29. निम्न में से कौन-सा शब्द चिन्ह (लोगो) कृषि उत्पादों के मानकीकरण के लिए प्रयोग किया जाता है ?
(A) ISI
(B) ISO
(C) हाॅलमार्क
(D) एगमार्क
Ans. (D) एगमार्क
Q30. विश्व के देशों में बहुराष्ट्रीय कम्पनियों द्वारा निवेश का सबसे अधिक सामान्य मार्ग है :
(A) नये कारखानों की स्थापना
(B) स्थानीय कम्पनियों से साझेदारी करना
(C) स्थानीय कम्पनियों को खरीद लेना
(D) स्थानीय कम्पनियों पर कर लगाना
Ans. (C) स्थानीय कम्पनियों को खरीद लेना
Q31. HDI का पूर्ण रूप लिखिए।
Ans. Human Development Index (मानव विकास सूचकांक)
Q32. विषम की पहचान करें और बताइए क्यों ?
एम0 टी0 एन0 एल0, भारतीय रेल, एयर इण्डिया, जेट एयरवेज, ऑल इण्डिया रेडियो
Ans. जेट एयरवेज (Private Sector)
Q33. ऐसे दो तरीके लिखें, जिनके द्वारा बाजार में उपभोक्ताओं का शोषण हो सकता है।
Ans. कभी-कभी व्यापारी अनुचित व्यापार करने लग जाते हैं, कम तौलने लगते हैं या मिलावटी वस्तुएँ बेचने लगते हैं। उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए समय-समय पर मीडिया और अन्य स्रोतों से गलत सूचना देते हैं।
Q34. संगठित और असंगठित क्षेत्रकों में अन्तर स्पष्ट करें।
Ans. संगठित क्षेत्र– जिस क्षेत्र में रोजगार की शर्तें तय की जाती है और कम कर्मचारियों ने काम का आश्वासन दिया है वह असंगठित क्षेत्र। यहां सरकारी नियम का सख्ती से पालन किया जाता है ।यहां नौकरी की सुरक्षा होती है।
असंगठित क्षेत्र– वह सेक्टर जिसमें छोटे पैमाने या यूनिट शामिल है और सरकार के साथ पंजीकृत नहीं है ।यहां सरकारी नियम का पालन नहीं किया जाता होती है।इसमें नौकरी की कोई सुरक्षा नहीं होती।
Q35. माँग जमा क्या है ? माँग जमा की कोई दो विशेषताओं का वर्णन करें।
Ans. बैंकों में चालू खाते (Current Account) तथा बचत खाते (Saving Account) में बैंक ग्राहकों की जमा राशिया मांग जमा (Demand Deposit) के अंतर्गत आती हैं। जमाओं के तहत उन समस्त जमा राशियों को शामिल किया जाता है, जो जमाकर्त्ता जब चाहे अपनी इच्छा अनुसार वापस मांग सकता है। इसको किसीको भुगतान करने के काम मे लाया जाता है। इसकी खासियत यह है कि इस मांग जमा की जो अंकित मूल्य है वह राशि बैंक के पास सुरक्षित है। आप अगर इस दस्तावेज को बैंक के समक्ष पेश करेंगे तो बैंक आपके खाते मे इस राशि को हस्तांतरित कर देगा बिना किसी शर्त के।
अथवा
वैश्वीकरण क्या है ? वैश्वीकरण के कोई चार फायदे संक्षेप में लिखें।
Ans. वैश्वीकरण का अर्थ है दुनिया भर में वस्तुओं और सेवाओं, प्रौद्योगिकियों और सांस्कृतिक प्रथाओं का त्वरित आदान-प्रदान। वैश्वीकरण को भूमंडलीकरण के नाम से भी जाना जाता है।
वैश्वीकरण के फायदे (गुण) :
निवेश– वैश्वीकरण के कारण अंतर्राष्ट्रीय निवेश बढ़ा है, जो किसी भी देश के आर्थिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अगर हम इसे निवेशकों के दृष्टिकोण से देखें, तो यह उनके लिए भी लाभदायक है, जिसके कारण निवेशक अपने निवेश में विविधता ला सकते हैं।
युद्ध की संभावना कम हो गई– आज हर देश आपूर्ति श्रृंखला के माध्यम से जुड़ा हुआ है। आपूर्ति श्रृंखला से जुड़े होने के कारण, हर देश का हित दूसरे देश में है। परिणामस्वरूप, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग में वृद्धि हुई और आपूर्ति-श्रृंखला लिंकेज के कारण युद्ध की संभावना भी कम हो गई।
विश्व एकल बाजार के रूप में– वैश्वीकरण के पीछे विचार यह था कि दुनिया को एकल बाजार के रूप में कार्य करना चाहिए। दुनिया में आयात शुल्क कम किया जाना चाहिए और व्यापार को बढ़ावा दिया जाए ताकि व्यापार करना आसान हो और माल और सेवाएं एक स्थान से दूसरे स्थान तक आसानी से पहुंच सकें।
उपभोक्ताओं को लाभ– वैश्वीकरण के कारण, दुनियां एक एकल बाजार की तरह है, जहां न केवल घरेलू कंपनियां बल्कि कई विदेशी कंपनियां भी हैं। आज, यदि आप एक उत्पाद खरीदना चाहते हैं, तो आपके पास बहुत सारे विकल्प हैं, आप किसी विदेशी कंपनी का भी उत्पाद खरीद सकते हैं। प्रतिस्पर्धा के कारण उत्पाद सस्ते होने के साथ-साथ उनकी गुणवत्ता भी अधिक है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि वैश्वीकरण से उपभोक्ताओं को सबसे अधिक लाभ हुआ है।
रोजगार के अधिक अवसर– उदाहरण के लिए, भारत आज प्रेषण (Remittances) का सबसे बड़ा रिसीवर है। विदेशो में काम करने वाले भारतीयों द्वारा भारत मे भेजा गया पैसा जिसे हम प्रेषण (Remittances) कहते है। 1991 में, 2.1 बिलियन डॉलर का रेमिटेंस भारत में आया था, लेकिन 2017 के आंकड़ों के अनुसार, भारत में रेमिटेंस, 68 बिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है।
यात्रा– वैश्वीकरण के कारण, एक देश से दूसरे देश की यात्रा करना आसान हो गया, जिसके कारण पर्यटन में वृद्धि हुई, आज कई छोटे देशों की अर्थव्यवस्था काफी हद तक पर्यटन पर निर्भर करती है।
जीवन स्तर में वृद्धि – वैश्वीकरण के कारण, लोगों के जीवन स्तर में भी वृद्धि हुई है।