HBSE Class 10th Hindi Solved Question Paper 2019
1. निम्नलिखित प्रश्नों के यथानिर्दिष्ट उत्तर दीजिए :
(क) काला, धीरे, पुस्तक, परन्तु (विकारी शब्द छाँटिए)।
Ans. काला, पुस्तक
(ख) खिलौना, मिलाप (प्रत्यय छाँटकर लिखिए) ।
Ans. औना, आप
(ग) यथाशीघ्र, कार्यकुशल (विग्रह करके समास का नाम लिखिए)।
Ans. जितना शीघ्र हो (अव्ययीभाव समास), कार्य में कुशल (अधिकरण तत्पुरुष समास)
(घ) कर्तृवाच्य से क्या अभिप्राय है ? सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।
Ans. क्रिया के जिस रूप में कर्ता प्रधान हो तथा सकर्मक और अकर्मक दोनों क्रियाए हो, उसे कर्तृवाच्य कहते हैं। जैसे- रमेश केला खाता है तथा दिनेश पुस्तक नहीं पढता है। उक्त वाक्यों में कर्ता प्रधान है तथा उन्हीं के लिए ‘खाता है’ तथा ‘पढ़ता है’ क्रियाओं का विधान हुआ है, इसलिए यहाँ कर्तृवाच्य है।
(ङ) जागृति, उपकार (विलोम शब्द लिखिए) ।
Ans. सुषुप्ति, अपकार
(च) अतिथि, अमृत ( दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए)।
Ans. मेहमान,आगन्तुक, सुधा,पीयूष
(छ) विशेषण पदबंध की परिभाषा एवं उदाहरण दीजिए।
Ans. जब कोई पद समूह किसी संज्ञा, सर्वनाम की विशेषता बताए तो उसे विशेषण पदबंध कहते हैं। जैसे- शेर के सामने बलवान (आदमी)।
2. (क) अतिशयोक्ति अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण दीजिए।
Ans. जब किसी वस्तु, व्यक्ति आदि का वर्णन बहुत बढ़ा-चढ़ा कर किया जाए तब वहां अतिशयोक्ति अलंकार होता है। इस अलंकार में नामुमकिन तथ्य बोले जाते हैं। जैसे- हनुमान की पूंछ में लगन न पाई आग, लंका सिगरी जल गई गए निशाचर भाग।
(ख) दोहा छंद का लक्षण लिखिए।
Ans. दोहा : यह मात्रिक अर्द्धसम छंद है। इसके विषम (प्रथम तथा तीसरे) चरणों में 13 – 13 मात्राएँ तथा सम (दूसरे व चौथे) चरणों में 11-11 मात्राएँ होती हैं।
3. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए:
(क) मेरा प्रिय कवि ।
(ख) जीवन में खेलों का महत्त्व ।
(ग) मद्यपान के दुष्परिणाम ।
(घ) भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक एवं उनके आविष्कार ।
(ङ) ऋतुराज वसंत।
Ans. खुद करे।
4. नारी सशक्तिकरण का महत्त्व समझाते हुए अपने मित्र को एक पत्र लिखिए।
Ans.
प्रिय मित्र राजीव
सबसे पहले तो मैं तुम्हें बधाइयाँ देना चाहता हूँ, कि तुम इतना अच्छा कार्य अपने समाज के लिए कर रहे हो, नारी सशक्तिकरण का कार्य बहुत ही अच्छा कार्य है, इस प्रकार के कामों से एक तो महिलाओं को सहारा मिलेगा वहीँ दूसरी ओर इस पुरुष प्रधान समाज में उन्हें एक बहतरीन जिन्दगी मिलेगी।
मैं तुम्हारे इस कदम से बहुत प्रसन्न हूं अपनी माँ और पिता को मेरा सादर प्रणाम कहना और एक बार फिर से तुमको इस कार्य के लिए बहुत बहुत बधाई। तुम अपने जीवन में इसी तरह तरक्की करो।
तुम्हारा मित्र सोरव
अथवा
विद्यालय में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराने हेतु मुख्याध्यापक को एक प्रार्थना पत्र लिखिए।
Ans.
दिनाँक : 01 अप्रैल 2022
सेवा में,
श्रीमान प्रधानाचार्य महोदय,
भारती विद्यालय,
दिल्ली
विषय – विद्यालय में इंटरनेट की मांग हेतु प्रार्थना पत्र
आदरणीय सर,
मैं रंजन अरोरा कक्षा दस-B का छात्र हूँ। आज इंटरनेट का युग है और आनलाइन कक्षाओं का समय चल रहा है, लेकिन हमारे विद्यालय में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है। अक्सर हमें कंप्यूटर अवसर हमें कंप्यूटर प्रोजेक्ट प्रोजेक्ट संबंधी कार्य के लिए सूचनाओं की खोजबीन करनी पड़ती है और इंटरनेट के अभाव में हमें साइबर कैफे में जाना पड़ता है। हमारे कंप्यूटर विभाग में इंटरनेट नहीं है। इसलिए श्रीमान जी से अनुरोध है कि हमारे कंप्यूटर विद्यालय के कंप्यूटर विभाग में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराएं, ताकि छात्रों को इंटरनेट संबंधी कार्यों के लिए बाहर नहीं जाना पड़े। आपकी अति कृपा होगी।
धन्यवाद
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
रंजन अरोरा
कक्षा – 10-B
अनुक्रमांक – 43
भारती विद्यालय
दिल्ली
5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द अथवा वाक्य में दीजिए :
(क) ‘फसल’ कविता के रचयिता कौन हैं ?
Ans. नागार्जुन
(ख) ‘खर कुठार मैं अकरुन कोही’ यहाँ ‘कोही’ का क्या अर्थ है ?
Ans. क्रोधी
(ग) ‘आत्मकथ्य’ कविता में किसकी सीवन को उधेड़कर देखने की बात कही है ?
Ans. कंथा, गुदड़ी, अन्तर्मन
(घ) ‘कन्यादान’ कविता में लड़की को किसकी पाठिका कहा गया है ?
Ans. धुँधले प्रकाश की कुछ तर्कों और कुछ लयबद्ध पंक्तियों की
(ङ) संगतकार’ कविता में स्थायी किसे कहा गया है ?
Ans. टेक
6. निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर लिखिए :
(क) ‘उत्साह’ कविता में उर में किसकी छवि की बात कही है ?
(i) विद्युत
(ii) बाल
(iii) बादल
(iv) वज्र
Ans. (i) विद्युत
(ख) ‘छाया मत छूना’ कविता में प्रयुक्त ‘कुंतल’ शब्द का अर्थ है :
(i) कंचुकी
(ii) लम्बे केश
(iii) फूल
(iv) रेशमी वस्त्र
Ans. (ii) लम्बे केश
(ग) योग का संदेश गोपियों को कैसा लगा ?
(i) कड़वी ककड़ी
(ii) खीरा
(iii) करेला
(iv) सुहावना
Ans. (i) कड़वी ककड़ी
7. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
पुरइनि पात रहत जल भीतर, ता रस देह न दागी।
ज्यौं जल माह तेल की गगरि, बूँद न ताकौ लागी ।
प्रीति-नदी मैं पाउँ न बोर्यो दृष्टि न रूप परागी ।
‘सूरदास’ अबला हम भोरी, गुर चाँटी ज्यौं पागी ।।
प्रश्न :
(i) प्रस्तुत काव्यांश के कवि एवं कविता का नाम लिखिए।
Ans. सूरदास, पद
(ii) प्रस्तुत काव्यांश का प्रसंग स्पष्ट कीजिए।
Ans. कमल के फूल की पत्तियाँ जल में रहकर भी जल से ऊपर ही रहती है, जल में गलती मिलती नहीं हैं। उस पर जल की एक बूंद भी नहीं ठहरती है, जल का कोई दाग उस पर नहीं लगता है। तुम तो ऐसे ही हो जैसे तेल की मटकी को पानी में डुबो देने पर भी एक बूंद भी उसके ऊपर नहीं ठहरती है। तुमने प्रेम की नदी में अभी तक पांव नहीं रखा है। तुम्हारी द्रष्टि किसी को देख करके भी उसमे उलझी नहीं है, किसी से प्रेम स्थापित नहीं हुआ है। लेकिन हम अबलाएँ तो भोली भाली हैं हम तो जैसे गुड़ पर मक्खी बैठ कर चिपक जाती है (चिपक कर वह प्राण त्याग देती है) वैसे स्वभाव की हैं। इस पद में श्रृंगार और वात्सल्य रस की व्यंजना हुई है। इस पद्य में विरह का चित्रण भी प्राप्त होता है।
(iii) कमल के पत्ते के बारे में क्या कहा गया है ?
Ans. जल में रहकर भी जल के प्रभाव से मुक्त रहना।
(iv) ‘प्रीति नदी’ से कवि का क्या तात्पर्य है ?
Ans. श्री कृष्ण के प्रति प्रेम रूपी नदी।
(v) गोपियों ने उद्धव की दृष्टि पर क्या आरोप लगाए हैं ?
Ans. उद्धव की दृष्टि श्रीकृष्ण के रूप में आकृष्ट नहीं हुई।
8. निम्नलिखित काव्यांश में निहित भाव एवं शिल्प सौंदर्य स्पष्ट कीजिए :
नाथ संभुधनु भंजनिहारा । होइहि केउ एक दास तुम्हारा ।।
आयेसु काह कहिय किन मोही । सुनि रिसाइ बोले मुनि कोही ।।
सेवकु सो जो करै सेवकाई । अरि करनी करि करिअ लराई ।।
सुनहु राम जेहि सिवधनु तोरा । सहसबाहु सम सो रिपु मोरा ।।
Ans.
परशुराम जी से श्री राम जी कहते हैं की शिव जी का धनुष तोड़ने वाला कोई आपका ही दास होगा। आपका क्या आदेश है, आपको क्या कहना है मुससे कहिये। इस पर क्रोधित परशुराम जी कहने लगे की सेवक तो वह होता है जो सेवा का कार्य करे। धनुष तोड़कर तो उसने लड़ाई का कार्य किया है। यह तो शत्रुता का कार्य है। जिसने भी शिव जी का धनुष तोडा है वह मेरा ऐसे ही शत्रु है जैसे सहस्रबाहु मेरा शत्रु है। वह व्यक्ति जिसने शिव जी का धनुष तोडा है वह राजाओं के समूह को छोड़कर सामने आए अन्यथा समस्त राजा मेरे हाथों मारे जायेंगे।
9. ‘आत्मकथ्य’ कविता का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
Ans. ‘आत्मकथ्य’ कविता में जीवन के यथार्थ एवं अभाव पक्ष की मार्मिक अभिव्यक्ति है। कवि ने अपने जीवन की व्यथा को सामान्य व्यक्ति की कथा बताया है। यथार्थ की स्वीकृति एवं महान कवि की विनम्रता है।
अथवा
बच्चे की दंतुरित मुसकान का कवि के मन पर क्या प्रभाव पड़ता है ?
Ans. कवि के मन में प्रसन्नता एवं स्नेह। छविमान मुसकान से जीवन धन्य होना।
10. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द अथवा वाक्य में दीजिए :
(क) ‘नौबतखाने में इबादत’ पाठ के रचयिता कौन हैं ?
Ans. यतीन्द्र मिश्र
(ख) नेताजी की मूर्ति किस मूर्तिकार ने बनाई थी ?
Ans. मास्टर मोतीलाल
(ग) घर की पूरी प्रबंधिका बनकर बालगोबिन भगत को किसने दुनियादारी से मुक्त कर दिया था ?
Ans. पतोहू (पुत्र वधू) ने
(घ) फ़ादर बुल्के माँ की चिट्टियाँ किसको दिखाया करते थे ?
Ans. अपने अभिन्न मित्र डॉ० रघुवंश को
(ङ) मन्नू भण्डारी की माताजी किस कक्षा तक पढ़ी थी ?
Ans. अनपढ़
11. निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर लिखिए:
(क) भगवान शाक्य मुनि और उनके चेले किस भाषा में धर्मोपदेश देते थे ?
(i) अंग्रेजी
(ii) हिन्दी
(iii) संस्कृत
(iv) प्राकृत
Ans. (iv) प्राकृत
(ख) ‘नरकट’ नामक घास डुमराँव गाँव में किस नदी के पास पाई जाती है ?
(i) गंगा
(ii) नर्मदा
(iii) सोन
(iv) यमुना
Ans. (iii) सोन
(ग) सभ्यता को किसका परिणाम कहा गया है ?
(i) संस्कृति का
(ii) राष्ट्रीयता का
(iii) समाज का
(iv) विकास का
Ans. (i) संस्कृति का
12. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
जिस व्यक्ति की बुद्धि ने अथवा उसके विवेक ने किसी भी नए तथ्य का दर्शन किया, वह व्यक्ति ही वास्तविक संस्कृत व्यक्ति है और उसकी संतान जिसे अपने पूर्वज से वह वस्तु अनायास ही प्राप्त हो गई है, वह अपने पूर्वज की भाँति सभ्य भले ही बन जाए, संस्कृत नहीं कहला सकता। एक आधुनिक उदाहरण लें। न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण के सिद्धांत का आविष्कार किया। वह संस्कृत मानव था।
प्रश्न :
(i) प्रस्तुत गद्यावतरण के रचयिता एवं पाठ का नाम लिखिए।
Ans. संस्कृति (भदंत आनंद कौशल्यायन)
(ii) संस्कृत व्यक्ति किसे कहा जाता है ?
Ans. जो नई खोज करता है।
(iii) न्यूटन को ‘संस्कृत मानव’ क्यों कहा गया है ?
Ans. नये सिद्धान्त ( गुरुत्वाकृष्ण ) की खोज के कारण।
(iv) संस्कृत व्यक्ति की संतान को क्या कहा गया है ?
Ans. सभ्य है, संस्कृत नहीं।
13. यशपाल अथवा मन्नू भण्डारी का जीवन परिचय देते हुए उनकी साहित्यिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
Ans.
यशपाल– सन् 1903 में फिरोजपुर छावनी (पंजाब) में जन्म | प्रारम्भिक शिक्षा काँगड़ा उच्चतर लाहौर से । भगत सिंह एवं सुखदेव से परिचय। स्वाधीनता संग्राम से जुड़े। सन् 1976 में निधन।
कहानी संग्रह : ज्ञानदान तर्क का तूफान पिंजरे की उड़ान । उपन्यास : झूठा सच। अमिता पार्टी कामरेड। दादा कामरेड़।
साहित्यिक विशेषताएँ : सामाजिक विषमता, राजनीतिक पाखंड एवं रूढ़ियों के विरुद्ध । देश विभाजन की त्रासदी का चित्रण सजीव एवं स्वाभाविक भाषा । यथार्थवादी शैली।
अथवा
मन्नू भण्डारी– सन् 1931 में गाँव भानपुरा (जिला मंदसौर म० प्र०) में जन्म। इंटर तक की शिक्षा अजमेर में एम० ए० हिन्दी । दिल्ली के कॉलेज में अध्यापन कार्य । तत्पश्चात् स्वतंत्र लेखन । अनेक सम्मान।
रचनाएँ : ‘एक प्लेट सैलाब, मैं हार गई ‘यही सच है’, ‘त्रिशंकु’ (कहानी संग्रह ) । ‘आपका बंटी’, महाभोज (उपन्यास) ।
पात्रानुकूल एवं प्रसंगानुकूल भाषा सरल, सहज, सरस भाषा । स्त्री मन से जुड़ी अनुभूतियों की अभिव्यक्ति ।
14. ‘स्त्री-शिक्षा के विरोधी कुतर्कों का खण्डन’ पाठ का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
Ans. विरोधी लोगों के कुतकों का जोरदार खण्डन । सिद्ध करने का प्रयास किया कि प्राचीन काल में स्त्री-शिक्षा की व्यवस्था थी। अनेक नाम गिनवाए। विरोध उचित नहीं।
15. ‘कृतिका’ (भाग 2) के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क) रानी एलिज़ाबेथ द्वितीय के ऐश्वर्य का वर्णन कीजिए।
Ans. रानी एलिज़ाबेथ द्वितीय ने हिन्दुस्तान से रेशमी कपड़ा मंगवाकर नीले रंग का सूट बनवाया। इस सूट पर चार सौ पौण्ड खर्चा आया।
(ख) तिस्ता नदी के किनारे बने गेस्ट हाउस में सैलानियों के नृत्य-गान का वर्णन कीजिए।
Ans. तिस्ता नदी के किनारे लकड़ी के बने छोटे से गेस्ट हाउस में जितेन ने गाना गाया। सभी सैलानी गोल घेरा बनाकर पचास वर्षीय मणि के साथ जमकर नाचे। काली मनमोहक रात्रि मानो परियों के नृत्य की कहानी बन गई थी।
(ग) ‘माता का अँचल’ पाठ में चबूतरे पर खेती करने के नाटक का वर्णन कीजिए।
Ans. भोलानाथ और उसके साथी चबूतरे को खेत मानकर बाल खेल करते। दो बच्चे बैल बनते। चबूतरे के छोर पर घिरनी लगती। नीचे की गली कुओं का काम करती और सिंचाई सम्पन्न होती। जुताई, बुवाई और कटाई का नाटक होता था।
(घ) ‘एही ठैयाँ झुलनी हेरानी हो रामा’ पाठ का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
Ans. लेखक ने यहाँ तथाकथित समाज की मुख्यधारा से बहिष्कृत एवं उपेक्षित समझे जाने वाले वर्ग के अन्तर्मन में व्याप्त जन्मभूमि के प्रति असीम प्रेम, विदेशी शासन के प्रति क्षोभ और पराधीनता के जुएं को उतार कर फेंकने के उत्कट लालसा और आजादी की लड़ाई में उनके योगदान को रेखांकित किया है।
(ङ) अज्ञेय के अनुसार प्रत्यक्ष अनुभव की अपेक्षा अनुभूति उनके लेखन में कहीं अधिक मदद करती है। क्यों ?
Ans. प्रत्यक्ष अनुभव जब अनुभूति का रूप धारण करता है तभी रचना पैदा होती है। अनुभव के बिना अनुभूति नहीं होती, परंतु जरूरी नहीं कि हर अनुभव अनुभूति बने। अनुभव जब भाव जगत एवं संवेदना का हिस्सा बनता है तभी वह कलात्मक अनुभूति में रूपांतरित होता है।
SET-B
1. निम्नलिखित प्रश्नों के यथानिर्दिष्ट उत्तर दीजिए :
(क) इसलिए, पीना, अंत, अरे (विकारी शब्द छाँटिए)।
Ans. पीना, अंत
(ख) बिकाऊ, बिछौना (प्रत्यय छाँटकर लिखिए)।
Ans. आऊ, औना
(ग) प्रधानाध्यापक, अष्टाध्यायी (विग्रह करके समास का नाम लिखिए)।
Ans. प्रधान है जो अध्यापक (कर्मधारय समास), आठ अध्यायों का समाहार (द्विगु समास)
(घ) कर्मवाच्य से क्या अभिप्राय है ? सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।
Ans. जिस वाक्य में कर्म मुख्य हो तथा इसकी सकर्मक क्रिया के लिंग, वचन व पुरूष कर्म के अनुसार हो, उसे कर्मवाच्य कहते हैं। जैसे- लड़कियों द्वारा बाजार जाया जा रहा है।
(ङ) आभ्यंतर, उद्दण्ड (विलोम शब्द लिखिए)।
Ans. बाह्य, विनम्र
(च) कान, किरण (दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए)।
Ans. कर्ण,श्रवण, मयूख,अंशु
(छ) संज्ञा पदबंध की परिभाषा सोदाहरण दीजिए।
Ans. वह पदबंध जो वाक्य में संज्ञा का कार्य करे, संज्ञा पदबंध कहलाता है। दूसरे शब्दों में- पदबंध का अंतिम अथवा शीर्ष शब्द यदि संज्ञा हो और अन्य सभी पद उसी पर आश्रित हो तो वह ‘संज्ञा पदबंध’ कहलाता है। जैसे- चार ताकतवर मजदूर इस भारी चीज को उठा पाए।
2. (क) रूपक अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण दीजिए।
Ans. उपमेय और उपमान में जब अंतर दिखाई ना दे तो हम उसे रूपक अलंकार कहते हैं। रूप तथा गुण की समानता के कारण उपमेय (सादृश्य) को उपमान (प्रसिद्ध) का रूप मान लिया जाता है , वहां रूपक अलंकार होता है। ऐसा वाक्य जहां आपको उपमेय और उपमान में किसी भी प्रकार का अंतर स्पष्ट नहीं हो रहा तो आप उसे बिना किसी झिझक के रूपक कहेंगे। इस के अंतर्गत अर्थ निकालने पर ‘रूपी’ शब्द का प्रयोग होता है। जैसे- चंद्रमा रूपी खिलौना, कमल रूपी पैर, बसंत रूपी मेहमान आदि।
(ख) चौपाई छंद का लक्षण लिखिए।
Ans. चौपाई : यह मात्रिक समछंद है। इसके प्रत्येक चरण में 16-16 मात्राएँ होती हैं। अंत में प्रायः जगण-तगण नहीं होते।
3. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए:
(क) मेरा प्रिय खेल ।
(ख) समाचार पत्र का महत्त्व |
(ग) बेटा-बेटी एक समान, बेटी भी है वरदान।
(घ) पराली जलाने से उत्पन्न प्रदूषण ।
(ङ) विज्ञान के बढ़ते चरण ।
Ans. खुद करे।
4. पर्वतीय यात्रा का वर्णन करते हुए अपने मित्र को एक पत्र लिखिए।
Ans.
15, राजेंद्र नगर,
नई दिल्ली,
दिनांक : 3 फरवरी 2022
प्रिय रोहित,
सप्रेम नमस्ते।
आशा है तुम सकुशल एवं आनंद से होगे। मैं भी यहाँ अपने परिवारजनों सहित कुशलपूर्वक हूँ। मैं दो दिन पूर्व ही नैनीताल का भ्रमण कर वापस लौटा हूँ।
नैनीताल एक पर्वतीय स्थल है। पर्यटन की दृष्टि से यह भारत के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक है। चारों ओर हरे-भरे पहाड़ों व सुंदर प्राकृतिक दृश्यों से घिरा यह स्थल सभी का मन मोह लेता है। ग्रीष्म ऋतु में यहाँ की ठंडी हवाएँ सभी को ताजगी पहुँचाती हैं। यहाँ की झील में नौका विहार का आनंद ही कुछ और है।
पहाड़ी मार्ग के किनारे गहरी सुंदर घाटियों का दृश्य अद्भुत लगता है। रास्ते में पहाड़ों से निकलकर बहते झरनों का दृश्य तो इतना मनमोहक लगता है कि लोग मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। ऊँचाई पर एक जगह बादल हमारी बस की खिड़कियों से अंदर प्रवेश करने लगे। उस समय सचमुच ऐसा लग रहा था जैसे हम स्वर्ग का सुख प्राप्त कर रहे हैं।
तुम्हारी छुट्टियाँ कैसी बीतीं इसका उल्लेख अपने पत्र में अवश्य करना। अपने माता-पिता को मेरा सादर प्रणाम कहना।
सप्रेम,
तुम्हारा मित्र
राकेश
अथवा
विद्यालय में और अधिक कम्प्यूटर उपलब्ध करवाने हेतु मुख्याध्यापक को एक प्रार्थना पत्र लिखिए।
Ans.
सेवा में,
आदरणीय प्रधानाचार्य जी,
ABC स्कूल,
चरखी दादरी,
विषय – विद्यालय में और अधिक कम्प्यूटर उपलब्ध करवाने हेतु
महोदय,
विनम्र निवेदन इस प्रकार है कि वर्तमान युग कम्प्यूटर का युग है। आज हर क्षेत्र में कम्प्यूटर शिक्षा की मांग दिनों दिन बढ़ती जा रही है। जिसके चलते प्रत्येक छात्र को कम्प्यूटर का उचित ज्ञान होना आवश्यक हो गया है। महोदय, कम्प्यूटर शिक्षा के बढ़ते महत्व को देखते हुए आपके विद्यालय के कक्षा 10वी के हम सभी छात्र भी कम्प्यूटर की शिक्षा प्राप्त करने के लिए उत्सुक हैं। कम्प्यूटर का ज्ञान हमारे उज्ज्वल भविष्य के लिए भी अपरिहार्य हैं। कम्प्यूटर शिक्षा हेतु हम सभी छात्र अतिरिक्त शुल्क प्रदान करने के लिए भी प्रस्तुत हैं।
अतः आपसे अनुरोध है कि कृपया विद्यालय में हम छात्रों के लिए और अधिक कम्प्यूटर उपलब्ध करवाने का प्रबंध करने की कृपा करें। हम सभी आपके कृतार्थ रहेंगे।
सधन्यवाद।
आपका आज्ञाकारी शिष्य
राकेश
कक्षा- 10वी
दिनांक- 3 फरवरी 2022
5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द अथवा वाक्य में दीजिए:
(क) ‘छाया मत छूना’ कविता के रचयिता कौन हैं ?
Ans. गिरिजाकुमार माथुर
(ख) ‘गर्भन्ह के अर्भक दलन’ – यहाँ ‘अर्भक’ का क्या अर्थ है ?
Ans. बच्चा
(ग) ‘आत्मकथ्य’ कविता में किसकी उज्ज्वल गाथा गाने की बात कही है ?
Ans. मधुर चाँदनी रातों की
(घ) ‘यह दंतुरित मुसकान’ कविता में तालाब छोड़कर जलजात कहाँ खिलने की बात कही है ?
Ans. झोपड़ी
(ङ) ‘संगतकार’ से क्या तात्पर्य है ?
Ans. मुख्य गायक के साथ गायन करने वाला या कोई वाद्य बजाने वाला कलाकार, सहयोगी।
6. निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर लिखिए :
(क) ‘उत्साह’ कविता में अनंत के धन किस दिशा से आने की बात कही है ?
(i) उत्तर
(ii) पूर्व
(iii) अज्ञात
(iv) ज्ञात
Ans. (iii) अज्ञात
(ख) श्रीकृष्ण की हारिल से तुलना किसने की है ?
(i) सूरदास ने
(ii) उद्धव ने
(iii) गोपियों ने
(iv) यशोधा ने
Ans. (iii) गोपियों ने
(ग) श्रीकृष्ण ‘किंकिनि’ कहाँ पहने हैं ?
(i) पाँयनि में
(ii) कटि में
(iii) माथे पर
(iv) वक्षस्थल पर
Ans. (ii) कटि में
7. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
अवधि अधार आस आवन की, तन मन बिथा सही।
अब इन जोग सँदेसनि सुनि- सुनि, बिरहिनि बिरह दही ।
चाहति हुतौं गुहारि जितहिं तैं, उत तै धार बही।
‘सूरदास’ अब धीर धरहिं क्यौं, मरजादा न लही । ।
प्रश्न :
(i) प्रस्तुत काव्यांश के कवि एवं कविता का नाम लिखिए।
Ans. कविता-पद, कवि-सूरदास
(ii) प्रस्तुत काव्यांश का प्रसंग लिखिए।
Ans. प्रस्तुत पद भक्त सूरदास के द्वारा रचित ‘सूरसागर’ के भ्रमरगीत से लिया गया है जिसे हमारी पाठ्य-पुस्तक में संकलित किया गया है। श्रीकृष्ण के द्वारा भेजे गए उद्धव ने गोपियों को ब्रज में संदेश सुनाया था जिसे सुनकर वह हताश हो गई थीं। वे तो श्रीकृष्ण को ही अपना एकमात्र सहारा मानती थीं पर उन्हीं के द्वारा भेजा हुआ हृदय-विदारक संदेश सुन कर वे पीड़ा और निराशा से भर उठी थीं। उन्होंने कातर स्वर में उद्धव से कहा था।
(iii) योग संदेश सुनकर गोपियों की क्या हालत होती है ?
Ans. विरह में जल उठती हैं।
(iv) यहाँ ‘गुहारि’ का क्या अर्थ है ?
Ans. रक्षा के लिए पुकारना
(v) गोपियों का धैर्य खत्म क्यों हो रहा है ?
Ans. श्रीकृष्ण के अमर्यादित व्यवहार (प्रेम में धोखे) के कारण
8. निम्नलिखित काव्यांश में निहित भाव एवं शिल्प सौंदर्य स्पष्ट कीजिए :
फटिक सिलानि सुधा मंदिर,
उदधि दधि को सो अधिकार उमगे अमंद।
बाहर ते भीतर लौं भीति न दिखैए ‘देव’,
दूध को सो फेन फैल्यो आँगन फरसबंद।
Ans. पूर्णिमा की चाँदनी रात की उज्ज्वलता का मनोहरी चित्रण। कवित्त छंद। अनुप्रास तथा उपमा अलंकार। माधुर्य गुण।
9. जयशंकर प्रसाद आत्मकथा लिखने से क्यों बचना चाहते हैं ?
Ans. कवि की जीवन एक सामान्य व्यक्ति के जीवन की कथा है। उनके जीवन में ऐसा कुछ भी नहीं, जिसे लोग महान कहकर वाह-वाह करें।
अथवा
‘उत्साह’ कविता का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
Ans. ‘उत्साह’ एक आह्वान गीत है, जो बादल को संबोधित है। बादल पीड़ित-प्यासे जन की आकांक्षा को पूरा करने, नयी कल्पना और नए अंकुर के लिए विध्वंस, विप्लव और क्रांति चेतना को संभव करने वाला है।
10. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द अथवा वाक्य में दीजिए :
(क) ‘संस्कृति पाठ के रचयिता कौन है?
Ans. भदंत आनंद कौसल्यायन
(ख) नेताजी की मूर्ति पर बार-बार चश्मा कौन बदल रहा था ?
Ans. कैप्टन चश्में वाला
(ग) बालगोबिन भगत के कितने बेटे थे ?
Ans. एक
(घ) फ़ादर बुल्के के पिताजी का पेशा क्या था ?
Ans. व्यवसाय
(ङ) मन्नू भण्डारी को जैनेन्द्र कुमार का कौन-सा उपन्यास बहुत अच्छा लगा ?
Ans. सुनीता
11. निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर लिखिए :
(क) नवाब साहब ने खीरे को कैसी नजर से देखा ?
(i) लालची
(ii) नवाबी
(iii) खोई-खोई
(iv) सतृष्ण
Ans. (iv) सतृष्ण
(ख) संकटमोचन मंदिर काशी की किस दिशा में है ?
(i) उत्तर
(ii) पूर्व
(iii) पश्चिम
(iv) दक्षिण
Ans. (iv) दक्षिण
(ग) रूस का भाग्यविधाता किसे कहा गया है ?
(i) लेनिन
(ii) मार्क्स
(iii) सिद्धार्थ
(iv) उपर्युक्त सभी
Ans. (i) लेनिन
12. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
जो लोग यह कहते हैं कि पुराने जमाने में यहाँ स्त्रियाँ न पढ़ती थीं अथवा उन्हें पढ़ाने की मुमानियत थी वे या तो इतिहास से अभिज्ञता नहीं रखते या जान-बूझकर लोगों को धोखा देते हैं।
समाज की दृष्टि में ऐसे लोग दंडनीय हैं। क्योंकि स्त्रियों को निरक्षर रखने का उपदेश देना समाज का अपकार और अपराध करना है – समाज की उन्नति में बाधा डालना है।
प्रश्न :
(i) प्रस्तुत गद्यावतरण के रचयिता एवं पाठ का नाम लिखिए।
Ans. ‘स्त्री शिक्षा के विरोधी कुतर्कों का खण्डन’ (आ० महावीर प्रसाद द्विवेदी)
(ii) यहाँ प्रयुक्त ‘मुमानियत’ शब्द का क्या अर्थ है ?
Ans. रोक, मनाही
(iii) स्त्रियों को निरक्षर रखने का उपदेश अपराध क्यों है ?
Ans. उनकी उन्नति में बाधा डालने के कारण
(iv) यहाँ ‘अभिज्ञता’ शब्द का क्या अर्थ है ?
Ans. जानकारी, ज्ञान
13. रामवृक्ष बेनीपुरी अथवा यतीन्द्र मिश्र का जीवन परिचय देते हुए उनकी साहित्यिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
Ans.
रामवृक्ष बेनीपुरी– बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के बेनीपुर गाँव में 1899 में जन्म। स्वाधीनता आंदोलन से जुड़ना। सन् 1968 में निधन। ‘पतितों के देश में’ (उपन्यास), ‘चिता के फूल’ कहानी, ‘अंबपाली’ (नाटक), ‘माटी की मूरतें’, (रेखाचित्र), पैरों में पंख बाँधकर ‘ ( यात्रा वृतांत), ‘जंजीरें और दीवारें’ (संस्मरण)। स्वाधीनता की चेतना। मनुष्य की चिंता और इतिहास की युगानुरूप व्याख्या। विशिष्ट शैली।
अथवा
यतीन्द्र मिश्र– जन्म 1977 में अयोध्या में। लखनऊ वि० वि० से एम० ए०। स्वतंत्र लेखन एंव सम्पादन अनेक सम्मान। ‘यदा-कदा’, ‘अयोध्या’ तथा अन्य कविताएँ, ड्योढ़ी पर आलाप। सरल, सहज, व्यावहारिक भाषा-शैली। उर्दू-फारसी के शब्दों का भरपूर प्रयोग। तत्सम तथा उद्भव शब्द।
14. मन्नू भण्डारी के पिताजी ने रसोई को ‘भटियारखाना’ क्यों कहा है ?
Ans. रसोई को वे भटियारखाना कहते थे। यह शब्द भट्ठी से बना है। उनके अनुसार बच्चों को रसोई में रखना उनकी प्रतिभा और क्षमता को भट्ठी में झोंकना है।
15. ‘कृतिका’ (भाग-2) के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क) ‘साना-साना हाथ जोड़ि ……..’ प्रार्थना के भाव का वर्णन कीजिए।
Ans. छोटे-छोटे हाथों को जोड़कर अच्छाइयों को प्रार्थना द्वारा माँगा गया।
(ख) ‘माता का अँचल’ पाठ में लेखक का नाम तारकेश्वरनाथ से भोलानाथ कैसे पड़ा ?
Ans. पिता जी इन्हें नहला धुलाकर पूजा में बिठा लेते। भभूत का तिलक लगाते। डाँटकर एवं झुंझलाकर तिलक कर देते। लम्बी जटाएँ। ‘बम भोला बन जाते। पिताजी इन्हें भोलानाथ कहने लग जाते।
(ग) “नयी दिल्ली में सब कुछ था ……… सिर्फ नाक नहीं थी” – इस कथन के माध्यम से लेखक क्या कहना चाहता है ?
Ans. अंग्रेजी राज्य में जॉर्ज पंचम का अभिमान, मान-सम्मान, दबदबा था। पर स्वतंत्र भारत में सब सुख-सुविधाओं के बावजूद नयी दिल्ली में जॉर्ज की नाक (मान-सम्मान) नहीं थी।
(घ) लेखक को कौन-सी बातें लिखने के लिए प्रेरित करती हैं ?
Ans. भीतर की विवशता से मुक्त होने के लिए स्वयं को तटस्थ होकर उसे देखने और पहचानने के लिए।
(ङ) पठित पाठ के आधार पर ‘दुलारी’ का चारित्रिक वैशिष्ट्य स्पष्ट कीजिए।
Ans. कहानी की नायिका। गायिका। उपेक्षित प्रेमी हृदय। टुन्नू के प्रति प्रेम सच्ची देशभक्ति। नियमित व्यायाम। भावुक।
SET-C
1. निम्नलिखित प्रश्नों के यथानिर्दिष्ट उत्तर दीजिए :
(क) आज, इधर, नारी, मैं (विकारी शब्द छाँटिए)।
Ans. नारी, मैं
(ख) लुटेरा, मनौती (प्रत्यय छाँटकर लिखिए)।
Ans. ऐरा, औती
(ग) पथभ्रष्ट, प्रतिवर्ष (विग्रह करके समास का नाम लिखिए)।
Ans. पथ से भ्रष्ट (अपादान तत्पुरुष), प्रत्येक वर्ष (अव्ययीभाव समास)
(घ) भाव वाच्य से क्या अभिप्राय है ? सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।
Ans. क्रिया के उस रूपान्तर को भाववाच्य कहते हैं, जिससे वाक्य में क्रिया अथवा भाव की प्रधानता का बोध हो। दूसरे शब्दों में- क्रिया के जिस रूप में न तो कर्ता की प्रधानता हो न कर्म की, बल्कि क्रिया का भाव ही प्रधान हो, वहाँ भाववाच्य होता है। जैसे- मोहन से टहला भी नहीं जाता।
(ङ) उद्धत, घातक (विलोम शब्द लिखिए) ।
Ans. विनीत, रक्षक
(च) घोड़ा, थोड़ा (दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए) ।
Ans. अश्व,घोटक, अल्प,कुछ
(छ) क्रिया पदबंध की परिभाषा सोदाहरण दीजिए।
Ans. क्रिया विशेषण पदबंध में क्रियाविशेषण शीर्ष स्थान पर होता है और अन्य पद उस पर आश्रित होता है। जैसे- बहुत धीरे-धीरे उठा, में बहुत धीरे-धीरे क्रिया विशेषण पदबंध है। यहाँ धीरे-धीरे क्रिया विशेषण है और बहुत उसका प्रविशेषण।
2.(क) उत्प्रेक्षा अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण दीजिए।
Ans. जहाँ उपमेय में उपमान होने की संभावना या कल्पना की जाती है, वहाँ उत्प्रेक्षा अलंकार होता है। इसके लक्षण है- जनु, मनु, इव, मानो, मनो, मनहुँ, आदि। पहचान – मनो, मानो, मनु, मनुह, जानो, इव, जनु, जानहु, ज्यों आदि शब्द अगर किसी अलंकार में आते है तो वह उत्प्रेक्षा अलंकार होता है।
(ख) दोहा छंद का लक्षण लिखिए।
Ans. दोहा : यह मात्रिक अर्द्धसम छंद है। इसके विषम (प्रथम तथा तीसरे) चरणों में 13-13 मात्राएँ तथा सम (दूसरे व चौथे) चरणों में 11-11 मात्राएँ होती हैं।
3. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए:
(क) आदर्श गाँव ।
(ख) विज्ञान वरदान या अभिशाप ।
(ग) मेरे जीवन का लक्ष्य।
(घ) हाथ का चूका फिर मारे, समय का चूका सिर मारे ।
(ङ) राष्ट्रभाषा हिन्दी ।
Ans. खुद करे।
4. समाचार-पत्रों के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए अपने मित्र को एक पत्र लिखिए।
Ans.
प्रिय मोहित,
खुश रहो
मनुष्य के जीवन में पढ़ाई-लिखाई के साथ खेल-कूद और व्यायाम भी आवश्यक है। परंतु विद्यार्थी जीवन में सबसे जरूरी है समाचार-पत्र का नियमित अध्ययन करना। यह हमारे सामान्य ज्ञान को बढ़ाता है। साथ ही अपने शहर से लेकर राज्य, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक सभी से हमारा संपर्क कराता रहता है। इसके एक घंटा अध्ययन से हमारी मौखिक एवं लिखित भाषा समृद्ध होती है। अतः फुरसत के वक्त समाचार-पत्र पढ़ा करो। यह अत्यंत उपयोगी है।
तुम्हारा अग्रज
रोहित
अथवा
कक्षा-कक्ष को खुला और हवादार बनाने हेतु मुख्याध्यापक को एक प्रार्थना पत्र लिखिए।
Ans.
सेवा में,
मुख्याध्यापक महोदय,
गीता विद्या मंदिर स्कूल,
चरखी दादरी ।
विषय – कक्षा-कक्ष को खुला और हवादार बनाने हेतु ।
श्रीमान जी,
सविनय निवेदन यह है कि मैं आपके स्कूल में कक्षा 10 की छात्रा हूं। मैं और मेरी सहेलियां पिछले 5 वर्षों से इस स्कूल में पढ़ रहे हैं। पिछली सभी कक्षाओं के कक्ष बहुत बड़े, खुले और हवादार थे किंतु कक्षा 10 का कक्ष बहुत ही छोटा है और उसमें खिड़की भी नहीं लगी हुई है।
इसीलिए आपसे निवेदन है कि आप कक्षा कक्ष को खुला और हवादार बनाने का कष्ट करें या फिर हमारी कक्षा को किसी और दूसरे ऐसे कमरे में स्थानांतरित करें। मैं आपकी आभारी रहूंगी।
आपकी आज्ञाकारी शिष्या,
मुस्कान,
अनुक्रमांक – 25
कक्षा- 10 ख
दिनांक : 15 फरवरी 2022
5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द अथवा वाक्य में दीजिए :
(क) ‘कन्यादान’ कविता के रचयिता कौन हैं ?
Ans. ऋतुराज
(ख) ‘वीरव्रती तुम्ह धीर अछोभा’ – यहाँ ‘अछोभा’ का क्या अर्थ है ?
Ans. धीर, शांत, जो घबराया न हो।
(ग) ‘छाया मत छूना’ कविता में जो न मिला उसे भूलकर किसका वरण करने की बात कही है ?
Ans. भविष्य का
(घ) जागते, सोते एवं स्वप्न में रात-दिन गोपियों को क्या रट रहती है ?
Ans. कान्ह-कान्ह
(ङ) ‘श्रीब्रजदूलह’ शब्द किसके लिए प्रयुक्त हुआ है ?
Ans. श्रीकृष्ण
6. निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर लिखिए :
(क) ‘मुख्य गायक की गरज में’ – यहाँ ‘गरज’ का अर्थ है :
(i) गर्जन
(ii) गड़गड़ाहट
(iii) स्वार्थ
(iv) ऊँची गंभीर आवाज
Ans. (iv) ऊँची गंभीर आवाज
(ख) कवि ने फसल को सूरज की किरणों का क्या कहा है?
(i) जादू
(ii) रूपांतर
(iii) महिमा
(iv) संकोच
Ans. (ii) रूपांतर
(ग) ‘सीवन को उधेड़कर देखोगे क्यों मेरी कंथा की’ – यहां ‘कथा’ का अर्थ है :
(i) कथा
(ii) कविता
(iii) चद्दर
(iv) गुदड़ी
Ans. (iv) गुदड़ी
7. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
तुम्हारी यह दंतुरित मुसकान
मृतक में भी डाल देगी जान
धूलि धूसर तुम्हारे ये गात ……..
छोड़कर तालाब मेरी झोंपड़ी में खिल रहे जलजात
परस पाकर तुम्हारा ही प्राण,
पिघलकर जल बन गया होगा कठिन पाषाण।
प्रश्न :
(i) प्रस्तुत काव्यांश के कवि एवं कविता का नाम लिखिए।
Ans. कवि- नागार्जुन, कविता- यह दंतुरित मुसकान
(ii) प्रस्तुत काव्यांश का प्रसंग लिखिए।
Ans. इस कविता में कवि एक ऐसे बच्चे की सुंदरता का बखान करता है जिसके अभी एक-दो दाँत ही निकले हैं; अर्थात बच्चा छ: से आठ महीने का है। जब ऐसा बच्चा अपनी मुसकान बिखेरता है तो इससे मुर्दे में भी जान आ जाती है। बच्चे के गाल धूल से सने हुए ऐसे लग रहे हैं जैसे तालाब को छोड़कर कमल का फूल उस झोंपड़ी में खिल गया हो। कवि को लगता है कि बच्चे के स्पर्श को पाकर ही सख्त पत्थर भी पिघलकर पानी बन गया है।
(iii) मृतक में जान डालने से क्या अभिप्राय है ?
Ans. दुखी व्यक्ति के मन में भी उल्लास पैदा करना
(iv) ‘जलजात’ शब्द का प्रयोग कवि ने किस लिए किया है ?
Ans. नन्हें बच्चे के लिए
(v) पाषाण पिघलकर जल क्यों बन गया होगा ?
Ans. बच्चे की हँसी से पत्थर, जैसे कठोर हृदय वाले व्यक्ति भी स्नेहमय हो उठते हैं।
8. निम्नलिखित काव्यांश में निहित भाव एवं शिल्प सौंदर्य स्पष्ट कीजिए :
छोटे से जीवन की कैसे बड़ी कथाएँ आज कहूँ ?
क्या यह अच्छा नहीं कि औरों की सुनता मैं मौन रहूँ ?
सुनकर क्या तुम भला करोगे मेरी भोली आत्म कथा ?
अभी समय भी नहीं, थकी सोई है मेरी मौन व्यथा ।
Ans. कवि अपने जीवन को विशेष एवं महान नहीं मानता। अतः आत्मकथा नहीं लिखना चाहता। वह मौन होना ही श्रेयस्कर समझता है। खड़ी बोली। अमिधा शब्द शक्ति प्रसाद गुण, अनुप्रास, मानवीकरण। तत्सम शब्दावली युक्त भाषा लयात्मकता, पदावली।
9. ‘कन्यादान’ कविता का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
Ans. कन्यादान स्त्री जीवन के प्रति गहरी संवेदनशीलता की अभिव्यक्ति। परम्परागत आदर्श रूप से हटकर माँ अपनी बेटी को सीख दे रही है। माँ के संचित अनुभवों की पीड़ा की अभिव्यक्ति।
अथवा
‘प्रातहि जगावत गुलाब चटकारी दे’ – इस पंक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए।
Ans. गुलाब का मानवीकरण। प्रातः गुलाब चटू की आवाज (चटकारी) देकर मानो वसन्त रूपी बालक को जगाता है। कलियाँ खिलती हैं तो चट् की आवाज करती हैं।
10. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द अथवा वाक्य में दीजिए :
(क) ‘स्त्री-शिक्षा के विरोधी कुतर्कों का खण्डन’ पाठ के रचयिता कौन हैं ?
Ans. महावीर प्रसाद द्विवेदी
(ख) लेखक ने बालगोबिन भगत की आयु कितनी बताई है ?
Ans. साठ से ऊपर
(ग) संन्यास लेते समय धर्मगुरु के सामने फ़ादर बुल्के ने क्या शर्त रखी ?
Ans. भारत जाने की
(घ) अज्ञेय का कौन-सा उपन्यास मन्नू भण्डारी की समझ के सीमित दायरे में समा नहीं पाया ?
Ans. शेखर : एक जीवनी
(ङ) मण्डन मिश्र की सहधर्मचारिणी ने किसके छक्के छुड़ा दिए ?
Ans. शंकराचार्य के
11. निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर लिखिए :
(क) ‘लखनवी अंदाज’ पाठ में किस पर व्यंग्य किया गया है ?
(i) लखनवी नवाब पर
(ii) पतनशील सामंती वर्ग पर
(iii) सफेदपोश पर
(iv) उच्चवर्ग पर
Ans. (ii) पतनशील सामंती वर्ग पर
(ख) शहनाई बजाने के प्रयोग में आने वाली ‘रीड’ किससे बनाई जाती है ?
(i) बाँस से
(ii) स्टील से
(iii) नरकट से
(iv) तुम्बी से
Ans. (iii) नरकट से
(ग) ‘नेताजी का चश्मा’ पाठ में पान वाले के उदास होने का क्या कारण था ?
(i) मूर्ति पर चश्मा न होना
(ii) कैप्टन की मृत्यु
(iii) सच्चे देशभक्तों की कमी
(iv) पान की बिक्री न होना
Ans. (ii) कैप्टन की मृत्यु
12. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
नवाब साहब ने बहुत करीने से खीरे की फाँकों पर जीरा मिला नमक और लाल मिर्च की सुर्खी बुरक दी। उनकी प्रत्येक भाव-भंगिमा और जबड़ों के स्फुरण से स्पष्ट था कि उस प्रक्रिया में उनका मुख खीरे के रसास्वादन की कल्पना से प्लावित हो रहा था। हम कनखियों से देखकर सोच रहे थे, मियाँ रईस बनते हैं, लेकिन लोगों की नजरों से बच सकने के खयाल में अपनी असलियत पर उतर आए हैं।
प्रश्न :
(i) प्रस्तुत गद्यावतरण के रचयिता एवं पाठ का नाम लिखिए।
Ans. रचयिता- यशपाल, पाठ- लखनवी अंदाज
(ii) नवाब साहब की असलियत का वर्णन कीजिए।
Ans. रईस बनने का नाटक रचने वाले नवाब साहब केवल खीरा खाने की कल्पना से मुख में पानी आ जाने तक सीमित रह गए थे।
(iii) नवाब साहब की भाव-भंगिमा से क्या स्पष्ट था ?
Ans. नवाब साहब के जबड़े हिल रहे थे। आँखें खीरे की फाँकों पर लगी थीं। इससे स्पष्ट था कि खीरे को ही नवाबों की सभ्यता के अंदाज से खाने का ढोंग कर रहे थे।
(iv) नवाब साहब को कनखियों से कौन देख रहे थे ?
Ans. यशपाल (लेखक) एवं उनके साथ यात्रा करने वाले सज्जन नवाब साहब को कनखियों से देख रहे थे।
13. यशपाल अथवा मन्नू भण्डारी का जीवन परिचय देते हुए उनकी साहित्यिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
Ans.
यशपाल– सन् 1903 में फिरोजपुर छावनी (पंजाब) में जन्म | प्रारम्भिक शिक्षा काँगड़ा उच्चतर लाहौर से । भगत सिंह एवं सुखदेव से परिचय। स्वाधीनता संग्राम से जुड़े। सन् 1976 में निधन।
कहानी संग्रह : ज्ञानदान तर्क का तूफान पिंजरे की उड़ान । उपन्यास : झूठा सच। अमिता पार्टी कामरेड। दादा कामरेड़।
साहित्यिक विशेषताएँ : सामाजिक विषमता, राजनीतिक पाखंड एवं रूढ़ियों के विरुद्ध । देश विभाजन की त्रासदी का चित्रण सजीव एवं स्वाभाविक भाषा । यथार्थवादी शैली।
अथवा
मन्नू भण्डारी– सन् 1931 में गाँव भानपुरा (जिला मंदसौर म० प्र०) में जन्म। इंटर तक की शिक्षा अजमेर में एम० ए० हिन्दी । दिल्ली के कॉलेज में अध्यापन कार्य । तत्पश्चात् स्वतंत्र लेखन । अनेक सम्मान।
रचनाएँ : ‘एक प्लेट सैलाब, मैं हार गई ‘यही सच है’, ‘त्रिशंकु’ (कहानी संग्रह ) । ‘आपका बंटी’, महाभोज (उपन्यास) ।
पात्रानुकूल एवं प्रसंगानुकूल भाषा सरल, सहज, सरस भाषा । स्त्री मन से जुड़ी अनुभूतियों की अभिव्यक्ति।
14. ‘नेताजी का चश्मा’ पाठ के आधार पर पान वाले के चरित्र की किन्हीं दो विशेषताओं का उल्लेख कीजिए ।
Ans. सदा पान चबाना । इसी कारण उच्चारण ठीक नहीं। बार-बार पीक थूकना। बड़ी बड़ी दाढ़ी। घड़े जैसी तोंद, हंसने पर हिलती। रसिक। स्वार्थी। बातूनी। व्यंग्य भरी बातें
15. ‘कृतिका’ (भाग-2) के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
(क) ‘साना-साना हाथ जोड़ि ……’ पाठ में झरने के संगीत में विलीन आत्मा के संगीत पर प्रकाश डालिए
Ans. प्राकृतिक सौंदर्य का रस
(ख) ‘माता का अँचल’ पाठ में साँप निकलने की घटना से भोलानाथ एवं साथियों की हालत कैसी हुई ?
Ans. बिल में पानी भरने से साँप निकलना। रोते-चिल्लाते भोलानाथ और उसके साथी भाग चले। कोई औंधा गिरा, कोई अंटाचिट। किसी का सिर फूटा, किसी के दाँत टूटे। देह लहुलुहान। पैरों के तलवे काँटों से छलनी हो गए।
(ग) मूर्तिकार जॉर्ज के नाप की नाक की खोज में देश-दौरे पर किस-किस प्रांत में पहुँचा ?
Ans. बम्बई, गुजरात, बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, केरल, पंजाब, दिल्ली
(घ) ‘एही ठैयाँ झुलनी हेरानी हो रामा’ पाठ का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
Ans. लेखक ने यहाँ तथाकथित समाज की मुख्यधारा से बहिष्कृत एवं उपेक्षित समझे जाने वाले वर्ग के अन्तर्मन में व्याप्त जन्मभूमि के प्रति असीम प्रेम, विदेशी शासन के प्रति क्षोभ और पराधीनता के जुएं को उतार कर फेंकने के उत्कट लालसा और आजादी की लड़ाई में उनके योगदान को रेखांकित किया है।
(ङ) ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ निबंध का उद्देश्य स्पष्ट कीजिए ।
Ans. लेखन कार्य की प्रक्रिया एवं कारणों पर प्रकाश डालना। बाहरी दबाव एवं आन्तरिक अनुभूति भी लेखन का कारण। हिरोशिमा की घटना का उदाहरण।
SET-D
1. निम्नलिखित प्रश्नों के यथानिर्दिष्ट उत्तर दीजिए :
(क) खाना, पशु, कल, अतएव (विकारी शब्द छाँटिए)।
Ans. खाना, पशु
(ख) गवैया, भिक्षुक (प्रत्यय छाँटकर लिखिए) ।
Ans. ऐया, उक
(ग) अधपका, छोटा-बड़ा (विग्रह करके समास का नाम लिखिए)।
Ans. आधा है जो पका (कर्मधारय समास), छोटा और बड़ा (द्वन्द्व समास)
(घ) वाच्य के कितने भेद हैं ? किसी एक का सोदाहरण परिचय दीजिए।
Ans. तीन वाच्य होते हैं- कर्तवाच्य, कर्मवाच्य, भाववाच्य
(ङ) विरक्ति, प्रवृत्ति (विलोम शब्द लिखिए)।
Ans. आसक्ति, निवृत्ति
(च) धनुष, पक्षी (दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए)।
Ans. कमान,धनु, पंछी,परिन्दा
(छ) सर्वनाम पदबंध की सोदाहरण परिभाषा दीजिए।
Ans. वाक्य में सर्वनाम का कार्य करने वाले पदबंध को सर्वनाम पदबंध कहते हैं। जैसे- भाग्य का मारा मैं कहाँ आ पहुँचा।
2. (क) श्लेष अलंकार की परिभाषा एवं उदाहरण दीजिए।
Ans. श्लेष का अर्थ होता है चिपका हुआ या मिला हुआ। जब एक ही शब्द से हमें विभिन्न अर्थ मिलते हों तो उस समय श्लेष अलंकार होता है। यानी जब किसी शब्द का प्रयोग एक बार ही किया जाता है लेकिन उससे अर्थ कई निकलते हैं तो वह श्लेष अलंकार कहलाता है। जैसे- रहिमन पानी राखिये,बिन पानी सब सून। पानी गये न ऊबरै, मोती मानुष चून।।
(ख) चौपाई छंद का लक्षण लिखिए।
Ans. चौपाई : यह मात्रिक समछंद है। इसके प्रत्येक चरण में 16-16 मात्राएँ होती हैं। अंत में प्रायः जगण-तगण नहीं होते।
3. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए :
(क) छात्रसंघ के चुनाव।
(ख) बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ।
(ग) चरित्र बल।
(घ) पर्वतीय यात्रा।
(ङ) भारतीय किसान।
Ans. खुद करे।
4. इंटरनेट के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए अपने मित्र को एक पत्र लिखिए।
Ans.
22, प्रेम नगर,
चरखी दादरी,
दिनांक – 4 फरवरी 2022
निस्संदेह इंटरनेट हमारे जीवन का एक बड़ा हिस्सा बन गया है। आज की पीढ़ी के कई लोग इंटरनेट पर कई विभिन्न कार्य करने के लिए निर्भर हैं। वास्तव में, जहां भी आप इन दिनों जाते हैं, आप देख सकते हैं कि लोगों को कुछ प्रकार के गैजेट्स रखने और इंटरनेट का उपयोग करने के लिए खेल खेलें या उन चीजों की खोज करें जिन्हें वे चाहते हैं। लेकिन ज़ाहिर है, इंटरनेट सिर्फ मनोरंजन के बारे में नहीं है यह कई अन्य बातों में भी उपयोगी है आज, कई छात्र अनुसंधान करने के लिए इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं और अपने काम को पूरा कर सकते हैं। चूंकि इंटरनेट जानकारी से भरा है, इसलिए अधिकांश छात्र इसका उपयोग शिक्षा के स्रोत के रूप में करते हैं। वास्तव में, अब भी ऑनलाइन कार्यक्रम और पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जो लोग आसानी से अपने घरों के आराम के दौरान अन्य बातों का अध्ययन और सीख सकते हैं। साल पहले, अगर आपको कुछ पता लगाना है, तो आपको सार्वजनिक लाइब्रेरी पर चलना होगा और किताबों के ढेर को देखना होगा, जो बहुत थका और समय लेने वाली है। लेकिन अब, अपने माउस के कुछ ही क्लिक के साथ, आप पहले से ही किसी भी जानकारी की आवश्यकता कर सकते हैं।
तुम्हारा मित्र
राकेश
अथवा
विद्यालय में विज्ञान की प्रयोगशाला को अत्याधुनिक करने हेतु मुख्याध्यापक को एक प्रार्थना पत्र लिखिए।
Ans.
सेवा में,
प्रधानाचार्य महोदय,
मॉडल संस्कृत विधालय,
बाढ़डा (चरखी दादरी),
विषय – विज्ञान प्रयोगशाला का अत्याधुनिक बनाने की आवश्यकता महोदय जी, सविनय निवेदन है कि मै दशम कक्षा की छात्र हू। मेरी विज्ञान के विषय में बहुत रूचि है। मैं विद्यालय की प्रयोगशाला में कुशल प्रशिक्षण पाना चाहती हूँ । परंतु हमारी प्रयोगशाला में हमें न तो अधिक समय रहने दिया जाता है और न ही पर्याप्त उपकरण और साधन हैं जिनके आधार पर हम कुछ प्रयोग कर सके और कौशल प्रशिक्षण का गया ले सके । विज्ञान एक ऐसा विषय जो बिना प्रयोग के समझ नहीं आता। आप से प्राथ्रना है कि हमारी प्रयोगशाला को अत्याधुनिक बनाए। प्रयोग करने के लिए उपकरण रखे जाए। छात्र—छात्राओं को उचित प्रशिक्षण् प्रदान करने की व्यवस्था करें।
आपकी महान कृपा होगी।
धन्यवाद सहित
आपकी आग्ताकरिणी शिष्य
संजू
कक्षा- दशम ‘ए’
5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द अथवा वाक्य में दीजिए :
(क) ‘संगतकार’ कविता के रचयिता कौन हैं ?
Ans. मंगलेश डबराल
(ख) ‘हमारे हरि हारिल की लकरी’ – यह किसने किसको कहा है ?
Ans. गोपियों ने उद्धव को
(ग) ‘मंद हँसी मुखचंद जुन्हाई’ – यहाँ ‘जुन्हाई’ का क्या अर्थ है ?
Ans. चाँदनी
(घ) ‘कन्यादान’ कविता में वस्त्र और आभूषणों को कैसा बताया गया है ?
Ans. शाब्दिक भ्रमों की तरह स्त्री जीवन के बंधन
(ङ) श्रीब्रजदूलह के किरीट कहाँ शोभा देता है ?
Ans. माथे पर
6. निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर लिखिए :
(क) छोटे बच्चे के स्पर्श मात्र से कौन-से फूल झड़ने लगे थे ?
(i) गुलाब
(ii) कमल
(iii) चम्पा
(iv) शेफालिका
Ans. (iv) शेफालिका
(ख) ‘अयमय खाँड न ऊखमय’ – यहाँ ‘अयमय’ का अर्थ है :
(i) स्वयं
(ii) गन्ना
(iii) लोहे का बना हुआ
(iv) खाँड का बना हुआ
Ans. (iii) लोहे का बना हुआ
(ग) ‘आत्मकथ्य’ कविता में गुन-गुनाकर अपनी कहानी कौन कहता हैं ?
(i) कवि
(ii) मधुप
(iii) कोकिल
(iv) खिलते फूल
Ans. (ii) मधुप
7. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
विकल विकल, उन्मन थे उन्मन
विश्व के निदाघ के सकल जन,
आए अज्ञात दिशा से अनंत के घन !
तप्तधरा जल से फिर
शीतल कर दो –
बादल, गरजो !
प्रश्न :
(i) प्रस्तुत काव्यांश के कवि एवं कविता का नाम लिखिए।
Ans. कवि- उत्साह, कविता- सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
(ii) प्रस्तुत काव्यांश का प्रसंग लिखिए।
Ans. कवि बादलों को संसार का नया जीवन देने का आह्वान करते हुए कहता है कि तुम गरज कर मूसलाधार घनघोर वर्षा करो, जिससे यह जगत शीतल और तृप्त हो जाए तुम नई सृष्टि की रचना करने वाले हो और समस्त जगत को जल देकर नया जीवन प्रदान करते हो। तुम्हारे अंदर वज्रपात करने की असीम शक्ति समाई हुई है। कवि बादलों का आह्वान करते हुए कहता है कि तपती गर्मी से बेहाल लोगों का मन कहीं नहीं लग रहा है, वह गर्मी से व्याकुल हैं। ऐसे में जब चारों तरफ बादल घिर आए हैं तो हे बादल! तुम बरस जाओ और इस तपती धरती को अपने शीतल जल से तृप्त कर दो।
(iii) बादल से गरजने के लिए क्यों कहा गया है ?
Ans. गरजकर वर्षा करे तथा शीतलता प्रदान करें। मानव को सुख देने के लिए।
(iv) ‘निदाघ’ का क्या अर्थ है ?
Ans. गर्मी
(v) ‘तप्तधरा’ के माध्यम से कवि क्या कहना चाहता है ?
Ans. दुखों से पीड़ित संसार के लोग
8. निम्नलिखित काव्यांश में निहित भाव एवं शिल्प सौंदर्य स्पष्ट कीजिए:
अवधि अधार आस आवन की तन मन बिथा सही।
अब इन जोग सँदेसनि सुनि- सुनि, बिरहिनि बिरह दही।
चाहति हुतौं गुहारि जितहिं तैं, उत तैं धार बही।
‘सूरदास’ अब धीर धरहिं क्यौं, मरजादा न लही।।
Ans. श्री कृष्ण के वियोग में गोपियों का विलाप अनुप्रास एवं पुनरुक्ति प्रकाश अलंकार। गेयता। ब्रजभाषा। कोमलकांत पदावली। तद्भव शब्द।
9. ‘कन्यादान’ कविता में माँ को अपनी बेटी अंतिम पूँजी क्यों लग रही थी ?
Ans. एकमात्र सहारा होने, सबसे निकट एवं सुख-दुख की साथी होने के कारण माँ को अपनी बेटी एकमात्र पूँजी महसूस होती है।
अथवा
‘आत्मकथ्य’ कविता का केन्द्रीय भाव स्पष्ट कीजिए।
Ans. ‘आत्मकथ्य’ कविता में जीवन के यथार्थ एवं अभाव पक्ष की मार्मिक अभिव्यक्ति है। कवि ने अपने जीवन की व्यथा को सामान्य व्यक्ति की कथा बताया है। यथार्थ की स्वीकृति एवं महान कवि की विनम्रता है।
10. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक शब्द अथवा वाक्य में दीजिए :
(क) ‘लखनवी अंदाज ‘ पाठ के रचयिता कौन हैं ?
Ans. यशपाल
(ख) बालगोबिन भगत की संगीत-साधना का चरम उत्कर्ष किस दिन देखा गया ?
Ans. जिस दिन उसका बेटा मरा
(ग) हिन्दी को लेकर फ़ादर बुल्के की क्या चिंता थी ?
Ans. हिन्दी को राष्ट्र भाषा के रूप में देखना चाहते थे।
(घ) मन्नू भण्डारी का जन्म कहाँ हुआ ?
Ans. मध्य प्रदेश के भानपुरा गाँव में।
(ङ) शंकराचार्य के छक्के किसने छुड़ा दिए ?
Ans. मंडनमिश्र की सहधर्मचारिणी ने
11. निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर लिखिए :
(क) नेताजी की मूर्ति पर सरकण्डे का चश्मा देखकर हालदार साहब कैसे खड़े हो गए ?
(i) झुककर
(ii) अटेंशन
(iii) हतप्रभ
(iv) हाथ जोड़कर
Ans. (ii) अटेंशन
(ख) मानव संस्कृति को लेखक ने कैसी वस्तु कहा है ?
(i) सुंदर
(ii) प्राचीन
(iii) अविभाज्य
(iv) चिरनवीन
Ans. (iii) अविभाज्य
(ग) संकटमोचन मंदिर काशी की किस दिशा में स्थित है ?
(i) उत्तर
(ii) पूर्व
(iii) पश्चिम
(iv) दक्षिण
Ans. (iv) दक्षिण
12. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
आषाढ़ की रिमझिम है। समूचा गाँव खेतों में उतर पड़ा है। कहीं हल चल रहे हैं, कहीं रोपनी हो रही है। धान के पानी भरे खेतों में बच्चे उछल रहे हैं। औरतें कलेवा लेकर मेंड़ पर बैठी हैं। आसमान बादल से घिरा; धूप का नाम नहीं। ठंडी पुरवाई चल रही। ऐसे ही समय आपके कानों में एक स्वर – तरंग झंकार-सी कर उठी।
प्रश्न :
(i) प्रस्तुत गद्यावतरण के रचयिता एवं पाठ का नाम लिखिए।
Ans. पाठ- बालगोबिन भगत, रचयिता- रामवृक्ष बेनीपुरी
(ii) इस गद्यांश में किस ऋतु का वर्णन हुआ है ?
Ans. वर्षा ऋतु
(iii) ‘रोपनी’ शब्द का अर्थ लिखिए।
Ans. धान की पौध लगाना रोपनी कहलाता है।
(iv) झंकार से किसका सम्बंध बताया गया है ?
Ans. बाल गोबिन भगत के कंठ से स्वरात्मक तरंग झंकार के समान फूटी।
13. रामवृक्ष बेनीपुरी अथवा यतीन्द्र मिश्र का जीवन परिचय देते हुए उनकी साहित्यिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
Ans.
रामवृक्ष बेनीपुरी– बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के बेनीपुर गाँव में 1899 में जन्म। स्वाधीनता आंदोलन से जुड़ना। सन् 1968 में निधन। ‘पतितों के देश में’ (उपन्यास), ‘चिता के फूल’ कहानी, ‘अंबपाली’ (नाटक), ‘माटी की मूरतें’, (रेखाचित्र), पैरों में पंख बाँधकर ‘ ( यात्रा वृतांत), ‘जंजीरें और दीवारें’ (संस्मरण)। स्वाधीनता की चेतना। मनुष्य की चिंता और इतिहास की युगानुरूप व्याख्या। विशिष्ट शैली।
अथवा
यतीन्द्र मिश्र– जन्म 1977 में अयोध्या में। लखनऊ वि० वि० से एम० ए०। स्वतंत्र लेखन एंव सम्पादन अनेक सम्मान। ‘यदा-कदा’, ‘अयोध्या’ तथा अन्य कविताएँ, ड्योढ़ी पर आलाप। सरल, सहज, व्यावहारिक भाषा-शैली। उर्दू-फारसी के शब्दों का भरपूर प्रयोग। तत्सम तथा उद्भव शब्द।
14. ‘लखनवी अंदाज पाठ में निहित व्यंग्य स्पष्ट कीजिए।
Ans. उस पतनशील सामंती वर्ग पर कटाक्ष किया है तो वास्तविकता से बेखबर एवं बनावटी जीवन शैली का आदी है। परजीवी संस्कृति का भण्डाफोड़ किया है।
15. ‘कृतिका’ (भाग-2) के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क) जॉर्ज की मूर्ति के नाप की नाक खोजते हुए मूर्तिकार गुजरात पहुँचा तो किस-किस महापुरुष की मूर्ति की नाक को परखा ?
Ans. गाँधी जी, सरदार वल्लभ भाई पटेल, सरदार विट्ठल भाई पटेल, महादेव देसाई।
(ख) ‘साना-साना हाथ जोड़ि ……..’ पाठ के माध्यम से लेखिका क्या दर्शाना चाहती है ?
Ans. पूर्वोत्तर भारत के सिक्किम राज्य की राजधानी टोक और उसके आगे के हिमालय का अनंत एवं अद्भुत सौंदर्य। वहाँ के लोगों की मेहनत, अभाव और गरीबी। पीड़ा और सौंदर्य का अद्भुत मेल।
(ग) ‘माता का अँचल’ पाठ में लेखक का नाम तारकेश्वरनाथ से भोलानाथ कैसे पड़ा ?
Ans. पिता जी इन्हें नहला धुलाकर पूजा में बिठा लेते। भभूत का तिलक लगाते। डाँटकर एवं झुंझलाकर तिलक कर देते। लम्बी जटाएँ। ‘बम भोला बन जाते। पिताजी इन्हें भोलानाथ कहने लग जाते।
(घ) टुन्नू और दुलारी का पहली बार परिचय कहाँ और किस रूप में हुआ ?
Ans. भादो में तीज के अवसर पर खोजवाँ बाजार में कजली – दंगल में दुलारी का टुन्नू से परिचय हुआ। दोनों प्रतिद्वन्द्वी गायक थे।
(ङ) लेखक को कौन-सी बातें लिखने के लिए प्रेरित करती हैं ?
Ans. भीतर की विवशता से मुक्त होने के लिए स्वयं को तटस्थ होकर उसे देखने और पहचानने के लिए।