Haryana Board (HBSE) Class 10 Music Question Paper 2024 Answer Key. HBSE Class 10 Music Solved Paper 2024. HBSE (Haryana Board of School Education). HBSE Class 10 Music Paper Solution.
HBSE Class 10 Music Question Paper 2024 Answer Key
1. जिन रागों में किसी अन्य त्याग की छाया नहीं आती है :
(a) शुद्ध राग
(b) छायालग राग
(c) संकीर्ण राग
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर – (a) शुद्ध राग
2. जिन रागों में कई अन्य रागों का मिश्रण होता है :
(a) शुद्ध राग
(b) छायालग राग
(c) संकीर्ण राग
(d) उपरोक्त सभी
उत्तर – (c) संकीर्ण राग
3. सरगम गीत में …………. नहीं होते।
उत्तर – बोल
4. राग की प्रमुख लक्षणों की जानकारी ………… में मिलती हैं।
उत्तर – आरोह-अवरोह
5. अभिकथन (A) : ताल में सम (x) के अतिरिक्त अन्य तालियों को 2, 3, 4 आदि क्रमांक द्वारा अंकित किया जाता है।
कारण (R) : क्योंकि ताल में सम (x) को पहली ताली माना गया है।
(a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सत्य है तथा कारण (R), अभिकथन (A) की सही व्याख्या है।
(b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सत्य है तथा कारण (R), अभिकथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) अभिकथन (A) सत्य है, परन्तु कारण (R) असत्य है।
(d) अभिकथन (A) असत्य है, परन्तु कारण (R) सत्य है।
उत्तर – (a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सत्य है तथा कारण (R), अभिकथन (A) की सही व्याख्या है।
6. अभिकथन (A) : चौताल में 12 मात्राएँ होती हैं।
कारण (R) : चौताल में 6 विभाग होते हैं।
(a) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सत्य हैं तथा कारण (R), अभिकथन (A) की सही व्याख्या है।
(b) अभिकथन (A) और कारण (R) दोनों सत्य हैं तथा कारण (IR), अभिकथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) अभिकथन (A) सत्य है, परन्तु कारण (R) असत्य है।
(d) अभिकथन (A) असत्य है, परन्तु कारण (R) सत्य है।
उत्तर – (c) अभिकथन (A) सत्य है, परन्तु कारण (R) असत्य है।
7. कॉलम-1 का कॉलम-2 से सही मिलान करें :
कॉलम-1 | कॉलम-2 |
(i) तानपूरा का पहला तार मिलाते हैं | 1. मंद्र स |
(ii) तानपूरा का दूसरा तार मिलाते हैं | 2. मध्य स |
(iii) तानपूरा का तीसरा तार मिलाते हैं | 3. मध्य स |
(iv) तानपूरा का चौथा तार मिलाते हैं | 4. मंद्र प |
(a) (i)→2, (ii)→3, (iii)→4, (iv)→1
(b) (i)→4, (ii)→3, (iii)→2, (iv)→1
(c) (i)→3, (ii)→2, (iii)→1, (iv)→4
(d) (i)→4, (ii)→3, (iii)→1, (iv)→2
उत्तर – (b) (i)→4, (ii)→3, (iii)→2, (iv)→1
8. कॉलम-1 का कॉलम-2 से सही मिलान करें :
कॉलम-1 | कॉलम-2 |
(i) एकताल में मात्राएँ | 1. 01 |
(ii) चौताल में विभाग | 2. 07 |
(iii) रूपक ताल में मात्राएँ | 3. 06 |
(iv) एकताल में सम | 4. 12 |
(a) (i)→4, (ii)→3, (iii)→2, (iv)→1
(b) (i)→4, (ii)→3, (iii)→1, (iv)→2
(c) (i)→3, (ii)→4, (iii)→2, (iv)→1
(d) (i)→1, (ii)→2, (iii)→3, (iv)→4
उत्तर – (a) (i)→4, (ii)→3, (iii)→2, (iv)→1
9. तानपूरा में सात तारें होती हैं। (सही / गलत)
उत्तर – गलत
10. उत्तर भारतीय संगीत लिपि का श्रेय पं. विष्णु दिगंबर पलुस्कर को जाता है। (सही / गलत)
उत्तर – सही
11. राग भीमपलासी का थाट बताएं।
उत्तर – खमाज
12. चौताल में खाली कौन-सी मात्रा पर आती है?
उत्तर – 9वीं
13. राग खमाज का थाट बताएं।
उत्तर – खमाज
14. एकताल में कितनी मात्राएँ होती हैं?
उत्तर – 12
15. चौताल में कितने विभाग हैं?
उत्तर – 6
16. ताल में ‘खाली’ को कैसे अर्थात कौन से चिह्न द्वारा लिखा जाता है?
उत्तर – शून्य
17. उत्तरी भारतीय संगीत में तार सप्तक के स्वरों के क्या चिह्न हैं?
उत्तर – स्वर के ऊपर बिंदी (●)
18. उत्तरी भारतीय संगीत में तीव्र स्वर को कैसे लिखा जाता है?
उत्तर – स्वर के ऊपर रेखा (ˉ)
19. पं. जसराज अथवा किशोरी अमोनकर में से किसी एक कलाकार के जीवन परिचय के बारे में लिखें।
उत्तर – पं. जसराज भारत के महान शास्त्रीय गायक थे। इनका जन्म 28 जनवरी 1930 को हरियाणा के हिसार जिले में हुआ था। वे मेवाती घराने से संबंधित थे और ख्याल गायन शैली में निपुण थे। उनकी गायकी में भक्ति, भाव और गहराई का सुंदर समन्वय देखने को मिलता है। उन्होंने ठुमरी, भजन और ख्याल में विशेष योगदान दिया। पं. जसराज ने भारतीय शास्त्रीय संगीत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाई। उन्हें पद्मश्री, पद्मभूषण और पद्मविभूषण जैसे अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। उनका निधन 17 अगस्त 2020 को हुआ।
अथवा
किशोरी अमोनकर भारत की प्रसिद्ध शास्त्रीय गायिका थीं। इनका जन्म 10 अप्रैल 1932 को मुंबई में हुआ था। वे जयपुर-अतरौली घराने से थीं और उन्होंने अपनी माता मोहनीबाई के साथ संगीत की शिक्षा प्रारंभ की। वे राग की शुद्धता के साथ-साथ उसमें भावनाओं की गहराई जोड़ने के लिए प्रसिद्ध थीं। उन्होंने ख्याल गायन के साथ ठुमरी, भजन और फिल्मों में भी गायन किया। किशोरी अमोनकर को पद्मभूषण, पद्मविभूषण जैसे कई राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हुए। उनका देहांत 3 अप्रैल 2017 को हुआ।
20. संगीत ग्रन्थ ‘नाट्यशास्त्र’ विषय पर नोट लिखें।
उत्तर – ‘नाट्यशास्त्र’ भरतमुनि द्वारा रचित प्राचीन ग्रंथ है, जिसमें संगीत, नृत्य और नाट्य कला का विस्तृत वर्णन मिलता है। इसे भारतीय शास्त्रीय संगीत का मूल ग्रंथ माना जाता है। इसमें राग, ताल, भाव, अभिनय आदि का वर्णन है।
21. तानपूरा का चित्र बनाकर उसके अंगों का वर्णन करें।
उत्तर –
22. अपने पाठ्यक्रम में से किसी एक राग का शास्त्रीय परिचय लिखें तथा उसी राग में छोटे ख्याल को स्वरलिपिबद्ध करें।
उत्तर – राग: भीमपलासी
ठाट: खमाज
जाति: औड़व-सम्पूर्ण
वादी: म
संवादी: सा
समय: अपराह्न (दोपहर बाद)
स्वभाव: शांत, करुण
आरोह: नि सा ग म प नि सां
अवरोह: सां नि ध प म ग रे सा
पकड़: ग म प, नि ध प, म ग रे सा
छोटा ख्याल बंदिश: “अब मोरे रामवा को नाहीं भरोसा”