HBSE Class 10 Hindi Question Paper 2023 Answer Key

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HBSE Class 10 Hindi Question Paper 2023 Answer Key (All Sets – A,B,C,D)


 

SET–A

1. निम्नलिखित प्रश्नों के यथानिर्दिष्ट उत्तर दीजिए :
(क) यण संधि की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर – जब संधि करते समय इ, ई के साथ कोई अन्य स्वर हो तो ‘य्’ बन जाता है, जब उ, ऊ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो ‘व्’ बन जाता है, जब ऋ के साथ कोई अन्य स्वर हो तो ‘र’ बन जाता है। उदाहरण- अधि + आय = अध्याय, इति + आदि = इत्यादि

(ख) चतुर, उद्यम (दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए)।
उत्तर : चतुर – चालाक, चालबाज, निपुण, होशियार
उद्यम – यत्न, प्रयत्न, प्रयास, कोशिश, मेहनत, उद्योग

(ग) सम्मान, उत्तम (उपसर्ग छाँटिए)।
उत्तर : सम्मान – सम्
उत्तम – उत

(घ) निम्न में से विकारी शब्दों को छाँटकर लिखिए :
खूब, मैं, आज, छात्र
उत्तर – खूब, आज, छात्र

(ङ) आविर्भाव, निंदा (विलोमार्थी शब्द लिखिए)।
उत्तर : आविर्भाव – तिरोभाव
निंदा – स्तुति

(च) रूपक अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर – जब गुण की अत्यंत समानता की वजह से उपमेय को ही उपमान बता दिया जाता है यानी उपमेय ओर उपमान में अभिन्नता दर्शायी जाए, तब वह रूपक अलंकार कहलाता है। उदाहरण- पायो जी मैंने राम रतन धन पायो

(छ) दोहा छंद की परिभाषा सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – यह मात्रिक अर्द्धसम छंद है। इसके विषम (प्रथम तथा तीसरे) चरणों में 13-13 मात्राएँ तथा सम (दूसरे व चौथे) चरणों में 11-11 मात्राएँ होती हैं।

(ज) ‘आँखें खुलना’ (मुहावरे का अर्थ लिखिए)।
उत्तर – होश आना

2. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए :
(क) पर्यावरण संरक्षण
(ख) युवाओं में बढ़ती हिंसक प्रवृत्ति
(ग) आदर्श विद्यार्थी के गुण
(घ) स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत
(ङ) त्योहारों का महत्त्व
उत्तर – खुद करे।

3. विद्यालय के पुस्तकालय में उपयोगी पुस्तकों की व्यवस्था के लिए अपने मुख्याध्यापक को एक प्रार्थना-पत्र लिखिए।
उत्तर –
सेवा में,
प्रधानाचार्य जी,
मॉडल संस्कृति स्कूल
चरखी दादरी
दिनांक : 25/02/2023
विषय : विद्यालय के पुस्तकालय में उपयोगी पुस्तकों की व्यवस्था के लिए प्रार्थना-पत्र
महोदय,
मैं आपके विद्यालय का कक्षा 10वी का छात्र हूँ और मुझे अपने पढ़ाई में उपयोगी पुस्तकों की आवश्यकता होती है। हालांकि, विद्यालय के पुस्तकालय में कुछ पुस्तकें उपलब्ध नहीं हैं जो मुझे आवश्यक हैं। मैं आपसे अनुरोध करना चाहूंगा कि विद्यालय के पुस्तकालय में उपयोगी पुस्तकों की व्यवस्था करने के लिए कुछ कदम उठाएं। मेरे सुझाव के अनुसार, हमें प्रत्येक वर्ग के लिए कम से कम 10-15 पुस्तकों की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, विद्यालय के पुस्तकालय में विभिन्न विषयों की अतिरिक्त पुस्तकें भी उपलब्ध होनी चाहिए।
मैं आशा करता हूं कि आप मेरे अनुरोध को समझेंगे और उचित कदम उठाएंगे। इससे हमारे विद्यालय के छात्रों को उनकी पढ़ाई में सहायता मिलेगी।
धन्यवाद,
आपका छात्र,
रोहित

अथवा

मोबाइल के अधिक प्रयोग के दुष्परिणाम बताते हुए अपनी छोटी बहन को एक पत्र लिखिए।
उत्तर –
19, प्रेम नगर
चरखी दादरी
25 फरवरी, 2023
प्रिय बहन भावना,
मैं तुम्हें एक महत्वपूर्ण बात बताना चाहता हूँ। मोबाइल फोन के अधिक प्रयोग से हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। इससे हमारी आंखों, कमर, दिमाग और अन्य शरीर के अंगों में दर्द हो सकता है। मुझे पता है कि तुम मोबाइल का इस्तेमाल करना पसंद करती हो, लेकिन इसे ज्यादा प्रयोग करने से सुनिश्चित होकर ही इसका इस्तेमाल करें। मेरा अनुरोध है कि तुम अपने मोबाइल का समय सीमित करें और उसे सिर्फ जरूरत के समय ही इस्तेमाल करें। इससे हमारे स्वास्थ्य को बचाने में मदद मिलेगी।
उम्मीद है कि तुम मेरी बात समझोगी और इसे अपनाओगी।
प्यार से,
अर्पित

4. काव्य के निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर उत्तर-पुस्तिका में लिखिए :
(क) चेतन-अचेतन अवस्था में गोपियाँ किसका नाम रटती हैं ?
(i) बलराम
(ii) उद्धव
(iii) श्रीकृष्ण
(iv) नंदबाबा
उत्तर – (iii) श्रीकृष्ण

(ख) ‘डार द्रुम पलना’ कवित्त में किस ऋतु का वर्णन किया गया है ?
(i) ग्रीष्म
(ii) बसंत
(iii) वर्षा
(iv) शरद
उत्तर – (ii) बसंत

(ग) परशुराम ने ‘सूर्यवंश का कलंक’ किसे कहा है ?
(i) श्रीराम को
(ii) जनक को
(iii) लक्ष्मण को
(iv) विश्वामित्र को
उत्तर – (iii) लक्ष्मण को

(घ) ‘उत्साह’ कविता में बादल के लिए क्या विशेषण प्रयुक्त हुए हैं ?
(i) ललित
(ii) घुंघराले
(iii) काले
(iv) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (iv) उपर्युक्त सभी

(ङ) जयशंकर प्रसाद ने भावहीन मन को क्या कहा है ?
(i) छिछला
(ii) कंथा
(iii) रीति गागर
(iv) शून्य
उत्तर – (iii) रीति गागर

(च) छोटे बच्चे के स्पर्श-मात्र से कौन-से फूल झड़ने लगे थे ?
(i) गुलाब
(ii) शेफालिका
(iii) कमल
(iv) चम्पा
उत्तर – (ii) शेफालिका

(छ) ‘कन्यादान’ कविता में चेहरे पर न रीझने की नसीहत किसे दी गई है ?
(i) बहन को
(ii) सास को
(iii) माता को
(iv) बेटी को
उत्तर – (iv) बेटी को

(ज) ‘चला जाता है भटकता हुआ एक अनहद में’ – यहाँ ‘अनहद’ का क्या अर्थ है ?
(i) अपार मस्ती
(ii) अपार दुःख
(iii) हताहत
(iv) सीमाहीन
उत्तर – (i) अपार मस्ती

5. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
यश है या न वैभव है, मान हैं न सरमाया;
जितना ही दौड़ा तू उतना ही भरमाया।
प्रभुता का शरण-बिम्ब केवल मृगतृष्णा है,
हर चंद्रिका में छिपी एक रात कृष्णा है।
प्रश्न :
(क) प्रस्तुत काव्यांश के कवि एवं कविता का नाम लिखिए।
उत्तर : कवि – श्री गिरिजा कुमार माथुर, कविता – छाया मत छूना

(ख) ‘मृगतृष्णा’ क्या है ?
उत्तर – गर्मी की चिलचिलाती धूप में जब रेगिस्तान में या दूर सड़क पर पानी के होने का अहसास होता है पर पास पहुंचने पर वहाँ कुछ भी दिखाई नहीं देता, उसे ‘मृगतृष्णा’ कहा जाता है।

(ग) किसमें एक काली रात छिपी होती है ?
उत्तर – चंद्रिका मे

(घ) मानव क्या पाने के लिए दौड़ता है ?
उत्तर – धन-दौलत, वैभव और मान-सम्मान

6. निम्नलिखित काव्यांश में निहित भाव एवं शिल्प सौन्दर्य को स्पष्ट कीजिए :
सूर समर करनी करहिं कहि न जनावहिं आपु।
बिद्यमान रन पाई रिपु कायर कथहिं प्रतापु ।।
उत्तर : भाव सौन्दर्य – तुलसी दास के अनुसार बहादुर व्यक्ति अपनी वीरता युद्ध के मैदान में शत्रु के सामने युद्ध लड़कर दिखाते हैं और कायर व्यक्ति लड़कर नहीं बल्कि अपनी बातों से ही वीरता दिखाते हैं।
शिल्प सौन्दर्य – कवि ने उच्च वर्णक्रम का चुनाव करते हुए शब्दों का प्रयोग किया है। सुन्दर और प्रभावी वर्णन से इस कविता का सौन्दर्य बढ़ाया गया है। वीर रस का सुंदर एवं सजीव वर्णन हुआ है। अनुप्रास, रूपक, मानवीकरण आदि अलंकारों का सहज एवं स्वाभाविक प्रयोग भी देखते ही बनता है।

7. ‘कन्यादान’ कविता का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – इस कविता में उस दृश्य का वर्णन है जब एक माँ अपनी बेटी का कन्यादान कर रही है। बेटियाँ ब्याह के बाद पराई हो जाती हैं। जिस बेटी को कोई भी माता पिता बड़े जतन से पाल पोसकर बड़ी करते हैं, वह शादी के बाद दूसरे घर की सदस्य हो जाती है। इसके बाद बेटी अपने माँ बाप के लिए एक मेहमान बन जाती है। इसलिए लड़की के लिए कन्यादान शब्द का प्रयोग किया जाता है। जाहिर है कि जिस संतान को किसी माँ ने इतने जतन से पाल पोस कर बड़ा किया हो, उसे किसी अन्य को सौंपने में गहरी पीड़ा होती है। बच्चे को पालने में माँ को कहीं अधिक दर्द का सामना करना पड़ता है, इसलिए उसे दान करते वक्त लगता है कि वह अपनी आखिरी जमा पूँजी किसी और को सौंप रही हो।

8. गद्य के निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर उत्तर-पुस्तिका में लिखिए :
(क) पान वाले ने पान पकड़े अपने हाथ को मुँह से कितनी दूर रोककर हालदार साहब को ध्यान से देखा ?
(i) एक इंच
(ii) डेढ़ इंच
(iii) दो इंच
(iv) ढाई इंच
उत्तर – (ii) डेढ़ इंच

(ख) भगत जी की गले में बाँधी हुई बेडोल माला किससे बनी थी ?
(i) मोतियों की
(ii) तुलसी की जड़ों की
(iii) फूलों की
(iv) धातु की
उत्तर – (ii) तुलसी की जड़ों की

(ग) फ़ादर कामिल बुल्के की अंतिम संस्कार की मसीही विधि से प्रार्थना किस भाषा में की गई ?
(i) हिन्दी
(ii) संस्कृत
(iii) अंग्रेजी
(iv) फ्रेंच
उत्तर – (i) हिन्दी

(घ) संसार के मजदूरों को सुखी देखने का स्वप्न किसने देखा ?
(i) न्यूटन
(ii) लेनिन
(iii) कार्ल मार्क्स
(iv) अरस्तू
उत्तर – (iii) कार्ल मार्क्स

(ङ) खाँ साहब की एक रीड कितने मिनटों में गीली हो जाती थी ?
(i) 10-15 मिनट
(ii) 12-15 मिनट
(iii) 15-20 मिनट
(iv) 16-20 मिनट
उत्तर – (iii) 15-20 मिनट

(च) हँसमुख बहिन सुशीला लेखिका से कितने साल बड़ी थी ?
(i) डेढ़ साल
(ii) दो साल
(iii) ढाई साल
(iv) तीन साल
उत्तर – (ii) दो साल

(छ) बौद्ध ग्रंथ ‘त्रिपिटक’ के अंतर्गत ‘थेरीगाथा’ में कितनी स्त्रियों की पद्य-रचना उद्धृत है ?
(i) सैकड़ों
(ii) हजारों
(iii) लाखों
(iv) करोड़ों
उत्तर – (i) सैकड़ों

(ज) ‘लखनवी अंदाज’ पाठ में किस पर व्यंग्य किया गया है ?
(i) लखनवी नवाब
(ii) सफेदपोश
(iii) उच्च वर्ग
(iv) पतनशील सामंती वर्ग
उत्तर – (iv) पतनशील सामंती वर्ग

9. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
‘शिक्षा’ बहुत व्यापक शब्द है। उसमें सीखने योग्य अनेक विषयों का समावेश हो सकता है। पढ़ना-लिखना भी उसी के अंतर्गत है। इस देश की वर्तमान शिक्षा-प्रणाली अच्छी नहीं। इस कारण यदि कोई स्त्रियों को पढ़ाना अनर्थकारी समझे तो उसे उस शिक्षा-प्रणाली का संशोधन करना या कराना चाहिए, खुद पढ़ने-लिखने का दोष न देना चाहिए।
प्रश्न :
(क) प्रस्तुत गद्यांश के लेखक एवं पाठ का नाम लिखिए।
उत्तर : कवि – महावीर प्रसाद द्विवेदी, पाठ – स्त्री शिक्षा के विरोधी कुतर्को का खंडन

(ख) शिक्षा जैसे शब्द में क्या समावेश हो सकता है ?
उत्तर – पढ़ना-लिखना

(ग) स्त्रियों को पढ़ाना अनर्थकारी समझने वालों को क्या करना चाहिए ?
उत्तर – यदि कोई स्त्रियों को पढ़ाना अनर्थकारी समझे तो उसे उस शिक्षा-प्रणाली का संशोधन करना या कराना चाहिए।

10. यशपाल अथवा मन्नू भंडारी का जीवन परिचय देते हुए उनकी साहित्यिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
उत्तर –

यशपाल

जन्म – यशपाल का जन्म सन् 1903 में पंजाब के फीरोज़पुर छावनी में हुआ।
शिक्षा – प्रारंभिक शिक्षा काँगड़ा में ग्रहण करने के बाद लाहौर के नेशनल कॉलेज से उन्होंने बी.ए. किया। वहाँ उनका परिचय भगत सिंह और सुखदेव से हुआ। स्वाधीनता संग्राम की क्रांतिकारी धारा से जुड़ाव के कारण वे जेल भी गए।
रचनाएं – यशपाल की रचनाओं में आम आदमी के सरोकारों की उपस्थिति है। सामाजिक विषमता, राजनैतिक पाखंड और रूढ़ियों के खिलाफ़ उनकी रचनाएँ मुखर हैं। उनके कहानी संग्रहों में ज्ञानदान, तर्क का तूफ़ान, पिंजरे की उड़ान, वा दुलिया, फूलो का कुर्ता उल्लेखनीय हैं। उनका ‘झूठा सच’ उपन्यास भारत विभाजन की त्रासदी का मार्मिक दस्तावेज़ है। अमिता, दिव्या, पार्टी कामरेड, दादा कामरेड, मेरी तेरी उसकी बात, उनके अन्य प्रमुख उपन्यास हैं।
भाषा शैली – भाषा की स्वाभाविकता और सजीवता उनकी रचनागत विशेषता है। वे यथार्थवादी शैली के विशिष्ट रचनाकार हैं।
मृत्यु – उनकी मृत्यु सन् 1976 में हुई।

अथवा

मन्नू भंडारी

जन्म – मन्नू भंडारी का जन्म सन् 1931 में गाँव भानपुरा, जिला मंदसौर (मध्य प्रदेश) में हुआ।
शिक्षा – उनकी इंटर तक की शिक्षा-दीक्षा हुई राजस्थान के अजमेर शहर में। उन्होंने हिंदी में एम.ए. किया। दिल्ली के मिरांडा हाउस कॉलिज में अध्यापन कार्य से अवकाश प्राप्ति के बाद दिल्ली में ही रहकर स्वतंत्र लेखन कर रही थी।
रचनाएं – मन्नू भंडारी की प्रमुख रचनाएँ हैं- एक प्लेट सैलाब, मैं हार गई, यही सच है, त्रिशंकु (कहानी-संग्रह); आपका बंटी, महाभोज मरू (उपन्यास)। इसके अलावा उन्होंने फ़िल्म एवं टेलीविज़न धारावाहिकों के लिए पटकथाएँ भी लिखी हैं। हाल ही में ‘एक कहानी यह भी’ नाम से आत्म कथ्य का प्रकाशन किया।
साहित्यिक विशेषताएं – उनकी साहित्यिक उपलब्धियों के लिए हिंदी अकादमी के शिखर सम्मान सहित उन्हें अनेक पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं जिनमें भारतीय भाषा परिषद्, कोलकाता, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के पुरस्कार शामिल हैं।
भाषा शैली – मन्नू भंडारी की कहानियाँ हों या उपन्यास, उनमें भाषा और शिल्प की सादगी तथा प्रामाणिक अनुभूति मिलती है। उनकी रचनाओं में स्त्री – मन से जुड़ी अनुभूतियों की अभिव्यक्ति भी देखी जा सकती है।
मृत्यु – मन्नू भंडारी की मृत्यु 15 नवंबर 2021 को 90 वर्ष की आयु में गुड़गांव, हरियाणा में हुई थी।

11. ‘नेताजी का चश्मा’ पाठ का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – ‘नेताजी का चश्मा’ पाठ के लेखक ‘स्वयंप्रकाश’ हैं। इस पाठ का उद्‌देश्य देश-प्रेम का वर्णन करना है। देश का निर्माण कोई अकेला नहीं कर सकता है। जब-जब देश का निर्माण होता है उसमें कुछ नाम प्रसिद्ध हो जाते हैं और कुछ नाम गुमनामी के अंधेरे में खो जाते हैं।
कैप्टन का नेताजी की मूर्ति पर बार-बार चश्मा लगाना, उसके दिल में नेताजी व अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सम्मान की भावना को प्रकट करता है और उसका अपने देश के प्रति प्रेम को भी दर्शाता हैं।

12. ‘कृतिका भाग-2’ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क) ‘माता का अंचल’ पाठ के संदर्भ में साँप से घबराए बच्चों को शांत करने के लिए माँ ने क्या-क्या किया ?
उत्तर – माँ का आँचल ‘प्रेम तथा शांति का चंदोव’ होने के कारण-विपदा में घबराए हुए बच्चे के लिए माँ का आँचल प्यार और शांति देने वाला चंदोवा है, जिसकी शीतल छाँव तले वह स्वयं को सुरक्षित महसूस करता है। सांप से घबराए बच्चों को शांत करने के लिए माँ ने अनेक कोशिशें की हैं। वह बच्चों को अपने आँचल में ले लिया था और उन्हें सशक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया था।

(ख) ‘साना-साना हाथ जोड़ि ……….’ प्रार्थना के भाव का वर्णन कीजिए।
उत्तर – साना साना हाथ जोड़ी का अर्थ है – छोटे छोटे हाथ जोड़कर प्रार्थना करती हूँ। इस प्रार्थना में एक व्यक्ति अपने हाथ जोड़ कर भगवान से अपनी विनती कर रहा है। यह प्रार्थना हमें ध्यान दिलाती है कि हम सब एक ही देवता के अधीन हैं और हमें अन्य लोगों के साथ सहयोग करना चाहिए। यह प्रार्थना हमें एक नम्र और समाधानपूर्ण भाव वाले व्यक्तित्व का विकास करने के लिए प्रोत्साहित करती है।

(ग) सिक्किम के अधिकतर लोगों की जीविका का साधन क्या है ?
उत्तर – सिक्किम के अधिकतर लोगों की जीविका का साधन वहाँ के चाय के बागान में काम करना है। वह सड़क निर्माण के कार्य में भी मजदूरी करके अपनी जीविका चलाते हैं। वह आलू की खेती करते हैं और आलू द्वारा अपना जीवकोपार्जन करते हैं। वह धान की भी खेती करते हैं।

(घ) टुन्नू और दुलारी का पहली बार परिचय कहाँ और किस रूप में हुआ ?
उत्तर – टुन्नू व दुलारी का परिचय भादों में तीज़ के अवसर पर खोजवाँ बाज़ार में हुआ था। जहाँ वह गाने के लिए बुलवाई गई थी। दुक्कड़ पर गानेवालियों में दुलारी का खासा नाम था। उससे पद्य में ही सवाल−जवाब करने की महारत हासिल थी।

(ङ) मूर्तिकार जॉर्ज के नाप की नाक की खोज में देश-दौरे पर किस-किस प्रांत पहुँचा ?
उत्तर – बम्बई, गुजरात, बंगाल, बिहार, उत्तर प्रदेश, केरल, पंजाब, दिल्ली

13. ‘नैतिक शिक्षा’ पुस्तक के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क)(i) गीता के तेरहवें अध्याय में कितने श्लोक हैं ?
उत्तर – 35 श्लोक

(ii) लक्ष्मीबाई का जन्म कब हुआ था ?
उत्तर – 19 नवम्बर 1828

(iii) सालिम अली के पिता का क्या नाम था ?
उत्तर – मोइज़ुद्दीन

(iv) मालवीय जी किस विश्वविद्यालय के कुलपति रहे ?
उत्तर – काशी हिन्दू विश्वविद्यालय। इसे प्रायः बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी (BHU) भी कहा जाता है।

(v) महात्मा बुद्ध का जन्म कहाँ हुआ था ?
उत्तर – लुम्बिनी (नेपाल) में

(ख) निम्नलिखित सूक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए :
मधुर वचन है औषधि, कटु वचन है तीरा।
सरवन द्वार हुवै संचरै सालै सकल सरीर।।
उत्तर – कबीरदास जी कहते हैं कि मीठे (प्रिय) वचन दवाई के समान प्राणरक्षक होते हैं; जबकि तीखे (कड़वे) वचन तीर के समान होते हैं और कानों से होते हुए सारे शरीर को छेद डालते हैं। आशय यह है कि मीठी वाणी बोलनी चाहिए।

(ग) राष्ट्रीयता के विकास के लिए अनिवार्य तत्त्वों को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – भौगोलिक संलग्नता, भाषा समुदाय, समान कुल, सामान्य राजनीतिक आकांक्षाएँ, समान धर्म, समान राजनीतिक व्यवस्था, आर्थिक कारक, एक समान अधिनस्तता


 

SET–B

1. निम्नलिखित प्रश्नों के यथानिर्दिष्ट उत्तर दीजिए :
(क) द्वंद्व समास की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर – जिस समास में प्रथम और द्वितीय दोनों पद प्रधान होते हैं उसे द्वन्द्व समास कहते हैं। उदाहरण- आजकल (आज और कल)

(ख) आशीर्वाद, कृषक (दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए)।
उत्तर : आशीर्वाद – अभिवादन करना, आराधना करना, शुभकामना
कृषक – किसान, भूमिपुत्र, खेतिहर, अन्नदाता

(ग) स्वभाव, न्याय (उपसर्ग छाँटिए)।
उत्तर : स्वभाव – स्व
न्याय – नि

(घ) निम्न में से अविकारी शब्दों को छाँटकर लिखिए :
योग, किन्तु, विद्यालय, अथवा
उत्तर – योग, विद्यालय

(ङ) उत्कृष्ट, हेय (विलोमार्थी शब्द लिखिए)।
उत्तर : उत्कृष्ट – निकृष्ट
हेय – सुल्य, ग्राह्य

(च) यमक अलंकार की परिभाषा सोदाहरण लिखिए।
उत्तर – जहाँ पर एक शब्द की एक से अधिक बार आवृत्ति होती है और सभी का अर्थ अलग-अलग हो वहां पर यमक अलंकार होता है। इसकी पहचान एक शब्द के बार बार दोहराए जाने से की जाती है। उदाहरण- कनक-कनक ते सौ गुनी, मादकता अधिकाय। या खाए बौराय जग, वा पाए बौराय।।

(छ) चौपाई छंद की सोदाहरण परिभाषा स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – यह मात्रिक समछंद है। इसके प्रत्येक चरण में 16-16 मात्राएँ होती हैं। अंत में प्रायः जगण-तगण नहीं होते।

(ज) ‘अंधेर नगरी चौपट राजा’ (लोकोक्ति का अर्थ लिखिए)
उत्तर – जहाँ मालिक मूर्ख हो वहाँ सद्गुणों का आदर नहीं होता।

2. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए :
(क) टैबलेट : सदुपयोग या दुरुपयोग
(ख) मतदान का महत्त्व
(ग) युवाओं में बढ़ती नशा प्रवृत्ति
(घ) मेरा प्रिय त्योहार
(ङ) भारतीय किसान की दशा
उत्तर – खुद करे।

3. विद्यालय में कम्प्यूटर-कक्ष को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त करने के लिए अपने मुख्याध्यापक को एक प्रार्थना पत्र लिखिए।
उत्तर –
सेवा में,
आदरणीय प्रधानाचार्य जी,
मॉडल संस्कृति स्कूल
बाढ़डा (चरखी दादरी)
विषय : विद्यालय में कम्प्यूटर-कक्ष को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त करने हेतु
महोदय,
मैं आपको इस पत्र के माध्यम से विद्यालय में कम्प्यूटर-कक्ष को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त करने की अपनी प्रार्थना पेश करना चाहता हूँ। जैसा कि आप जानते हैं, वर्तमान में तकनीक का उपयोग हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। इसलिए, हमें अपने विद्यालय में भी तकनीक को समर्थित करना चाहिए। मैं सुझाव देना चाहूँगा कि हमें कम्प्यूटर-कक्ष में समर्थित सुविधाओं के लिए संसाधनों को अद्यतन करने की आवश्यकता है। विद्यालय में एक शांत और सुखद माहौल बनाने के लिए हमें एक इंटरएक्टिव बोर्ड, प्रोजेक्टर, इंटरनेट कनेक्शन, और उपलब्ध सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है।
इसलिए, मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि आप हमारी प्रार्थना को संज्ञान में लेकर कम्प्यूटर-कक्ष को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त करने के लिए संसाधनों को अद्यतन करें।
धन्यवाद,
आपका छात्र,
मोनू कुमार
कक्षा – 10वी

अथवा

जीवन में खेलों का महत्त्व बताते हुए अपने छोटे भाई को एक पत्र लिखिए।
उत्तर –
10, प्रेम नगर
चरखी दादरी
25 फरवरी, 2023
प्रिय भाई कार्तिक,
मैं तुमसे खेलों के महत्व के बारे में बात करना चाहता हूँ। खेल न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण होते हैं। खेलों से हमारा शारीरिक फिटनेस बढ़ता है, हमारी मानसिक स्थिति सुधरती है और हमें सक्रिय रखने में मदद मिलती है। इसलिए, मैं तुमसे अनुरोध करता हूँ कि तुम खेलों को अपने जीवन में सम्मिलित करो। तुम्हें जो भी खेल पसंद हो, उसे खेलो। खेल से तुम्हारी शारीरिक फिटनेस बढ़ेगी और तुम्हारी मानसिक स्थिति सुधरेगी। इसके अलावा, खेल से तुम्हें नए दोस्तों का मौका भी मिलेगा। अपने खेल के साथ-साथ अपनी पढ़ाई को भी समय दो। खेल तुम्हारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन पढ़ाई भी तुम्हारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मैं उम्मीद करता हूँ कि तुम मेरी बातों को समझोगे और खेलों को अपने जीवन में सम्मिलित करोगे।
तुम्हारा बड़ा भाई
मोहित

4. काव्य के निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर उत्तर-पुस्तिका में लिखिए :
(क) परशुराम ने लक्ष्मण के लिए किन-किन शब्दों का प्रयोग किया है ?
(i) मूर्ख
(ii) उद्दण्ड
(iii) काल का ग्रास
(iv) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (iv) उपर्युक्त सभी

(ख) गोपियों के अनुसार योग-शिक्षा कैसे मन के लोगों के लिए उचित है ?
(i) स्थिर
(ii) चंचल
(iii) दृढ़
(iv) सबल
उत्तर – (ii) चंचल

(ग) कवि ‘देव’ ने प्रथम सवैये में किसकी सुंदरता का वर्णन किया है ?
(i) श्रीकृष्ण की
(ii) राधा की
(iii) बसन्त की
(iv) साधारण जन की
उत्तर – (i) श्रीकृष्ण की

(घ) ‘सीवन को उधेड़ कर देखोगे क्यों मेरी कंथा की’ – यहाँ ‘कथा’ का अर्थ है :
(i) अन्तर्मन
(ii) कविता
(iii) कर्म
(iv) उपन्यास
उत्तर – (i) अन्तर्मन

(ङ) ‘छाया मत छूना’ कविता में कवि किसका पूजन करने को कहता है ?
(i) कल्पना का
(ii) यथार्थ का
(iii) भगवान का
(iv) विज्ञान का
उत्तर – (ii) यथार्थ का

(च) ‘अट नहीं रही है’ कविता में किस मास की मादकता का वर्णन किया है ?
(i) चैत्र
(ii) फागुन
(iii) भादों
(iv) कार्तिक
उत्तर – (ii) फागुन

(छ) ‘कन्यादान’ कविता में ‘शाब्दिक भ्रम’ किसे कहा गया है ?
(i) धुंधले प्रकाश को
(ii) शब्दों के जाल को
(iii) वस्त्र और आभूषण
(iv) सौंदर्य को
उत्तर – (iii) वस्त्र और आभूषण

(ज) ‘संगतकार’ कविता में ‘स्थायी’ किसे कहा गया है ?
(i) पक्का को
(ii) गीत की मुख्य टेक को
(iii) स्थिर को
(iv) तारसप्तक को
उत्तर – (ii) गीत की मुख्य टेक को

5. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
कौसिक कहा छमिअ अपराधू बाल दोष गुन गनहिं न साधू।।
सर कुठार मैं अकरुन कोही । आगे अपराधी गुरुद्रोही।।
उतर देत छोड़ बिनु मारे । केवल कौसिक सील तुम्हारे।।
न त येहि काटि कुठार कठोरे । गुरहि उरिन होतेउँ श्रम थोरे।।
प्रश्न :
(क) प्रस्तुत काव्यांश के कवि एवं कविता का नाम लिखिए।
उत्तर : कवि – तुलसीदास, कविता – राम लक्ष्मण परशुराम संवाद

(ख) विश्वामित्र ने परशुराम को क्या कह कर समझाया ?
उत्तर – विश्वामित्र ने कहा, बालकों के गुण और दोष की गिनती साधु नहीं करते हैं।

(ग) परशुराम ने लक्ष्मण को न मारने का क्या उत्तर दिया ?
उत्तर – हे विश्वामित्र, मै केवल आपकी शीतलता के कारण इसे बिना मारे छोड़ रहा हू।

(घ) परशुराम गुरु के ऋण से कैसे मुक्त होना चाहते हैं ?
उत्तर – परशुराम अपने गुरु के अपराधी लक्ष्मण को मारकर गुरु ऋण से मुक्त होना चाहते हैं।

6. निम्नलिखित काव्यांश में निहित भाव एवं शिल्प सौन्दर्य को स्पष्ट कीजिए :
तुम्हारी यह दंतुरित मुस्कान
मृतक में भी डाल देगी जान
धूलि-धूसर तुम्हारे ये गात ……..
छोड़कर तालाब मेरी झोपड़ी में खिल रहे जलजात।
उत्तर : भाव सौन्दर्य – कवि नन्हें से बच्चे को सम्बोधित करता है कि तुम्हारे नन्हें-नन्हें निकलते दाँतों वाली मुस्कान इतनी मनमोहक है कि यह मरे हुए आदमी में भी जान डाल सकती है, कहने का आशय यह है कि यदि कोई निराश-उदास और यहाँ तक कि बेजान व्यक्ति भी तुम्हारी इस दंतुरित मुस्कान को देख ले तो वह भी एक बार प्रसन्नता से खिल उठे। कवि कहता है कि तुम्हारे इस धूल से सने हुए नन्हें तन को देखता हूँ तो ऐसा लगता है कि मानों कमल के फूल तालाब को छोङकर मेरी झोंपङी में खिल उठते हो।
शिल्प सौन्दर्य – कवि ने अपने कोमल भावों को कल्पना के सहयोग से अत्यंत मधुर वाणी में व्यक्त किया है। तद्भव एवं तत्सम शब्दावली के मिश्रित प्रयोग से भाषा अत्यंत रोचक एवं व्यावहारिक बन पड़ी है। प्रतीकों एवं बिंबों का सुंदर प्रयोग किया गया है। अनुप्रास एवं अतिशयोक्ति अलंकारों का प्रयोग हुआ है।

7. ‘उत्साह’ कविता का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – कवि उत्साह कविता के माध्यम से हम सबको संदेश देते हैं कि हमें अपने आलस्य को त्याग कर तथा दूसरों पर निर्भरता छोड़ कर स्वयं की मेहनत और कर्म पर विश्वास करना चाहिए। कभी हम सोने की चिड़िया कहलाते थे, यह सोचकर हमेशा खुश नहीं होते रहना चाहिए, बल्कि हमें वर्तमान की मेहनत और लगन पर भरोसा करना चाहिए।

8. गद्य के निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर उत्तर-पुस्तिका में लिखिए :
(क) भगत जी खेत में पैदा हुए अनाज को भेंट रूप जिस दरबार में रखते थे, वो उनके घर से कितना दूर था ?
(i) दो कोस
(ii) तीन कोस
(iii) चार कोस
(iv) पाँच कोस
उत्तर – (iii) चार कोस

(ख) नेता जी की प्रतिमा, टोपी की नोक से कोट के दूसरे बटन तक कितने फुट ऊँची थी ?
(i) एक फुट
(ii) डेढ़ फुट
(iii) दो फुट
(iv) ढाई फुट
उत्तर – (iii) दो फुट

(ग) नवाब साहब ने खीरे की सब फाँकों को खिड़की से बाहर फेंकते हुए लेखक को कैसी आँखों से देखा ?
(i) गुलाबी आँखों से
(ii) काली आँखों से
(iii) नीली आँखों से
(iv) लाल आँखों से
उत्तर – (i) गुलाबी आँखों से

(घ) पिता जी के किस अंतरंग व सम्मानित मित्र ने लेखिका का गर्मजोशी से स्वागत किया ?
(i) भगवती बाबू
(ii) डॉ० अंबालाल
(iii) यशपाल
(iv) जैनेन्द्र कुमार
उत्तर – (ii) डॉ० अंबालाल

(ङ) जिस समय नाट्यशास्त्र-संबंधी नियम बनाए गए थे उस समय कौन-सी भाषा सर्वसाधारण की नहीं थी ?
(i) संस्कृत
(ii) प्राकृत
(iii) अपभ्रंश
(iv) हिन्दी
उत्तर – (i) संस्कृत

(च) हनुमान जयंती के अवसर पर शास्त्रीय एवं उपशास्त्रीय गायन-वादन की सभा कितने दिनों तक होती है ?
(i) तीन दिनों तक
(ii) चार दिनों तक
(iii) पाँच दिनों तक
(iv) छः दिनों तक
उत्तर – (iii) पाँच दिनों तक

(छ) रूस का भाग्यविधाता किसे कहा जाता है ?
(i) कार्ल मार्क्स को
(ii) प्लेटो को
(iii) न्यूटन को
(iv) लेनिन को
उत्तर – (iv) लेनिन को

(ज) फादर बुल्के का ताबूत निकलसन कब्रगाह से किस रंग की गाड़ी से उतारा गया ?
(i) पीली
(ii) लाल
(iii) सफेद
(iv) नीली
उत्तर – (iv) नीली

9. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
इतनी ममता, इतना अपनत्व इस साधु में हर एक प्रियजन के लिए उमड़ता रहता था। मैं पैंतीस साल से इसका साक्षी था। तब भी जब वह इलाहाबाद में थे और तब भी जब वह दिल्ली आते थे। आज उन बाँहों का दबाव मैं अपनी छाती पर महसूस कर रहा हूँ। प्रश्न :
(क) प्रस्तुत गद्यांश के लेखक एवं पाठ का नाम लिखिए।
उत्तर : लेखक – सर्वेश्वर दयाल सक्सेना, पाठ – मानवीय करुणा की दिव्य चमक

(ख) लेखक पैंतीस साल से साधु के किस गुण का साक्षी था ?
उत्तर – ममता और अपनत्व का

(ग) किसकी बाँहों का दबाव लेखक अपनी छाती पर महसूस कर रहा है ?
उत्तर – फादर कामिल बुल्के की

10. स्वयं प्रकाश अथवा यतीन्द्र मिश्र का जीवन परिचय देते हुए उनकी साहित्यिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
उत्तर –

स्वयं प्रकाश

जन्म – स्वयं प्रकाश का जन्म सन् 1947 में इंदौर (मध्यप्रदेश) में हुआ।
शिक्षा – मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके एक औद्योगिक प्रतिष्ठान में नौकरी करने वाले स्वयं प्रकाश का बचपन और नौकरी का बड़ा हिस्सा राजस्थान में बीता। फ़िलहाल स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद वे भोपाल में रहते हैं और वसुधा पत्रिका के संपादन से जुड़े हैं।
रचनाएं – आठवें दशक में उभरे स्वयं प्रकाश आज समकालीन कहानी के महत्त्वपूर्ण हस्ताक्षर हैं। उनके तेरह कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं जिनमें सूरज कब निकलेगा, आएँगे अच्छे दिन भी, आदमी जात का आदमी और संधान उल्लेखनीय हैं। उनके बीच में विनय और ईंधन उपन्यास चर्चित रहे हैं। उन्हें पहल सम्मान, बनमाली पुरस्कार, राजस्थान साहित्य अकादेमी पुरस्कार आदि पुरस्कारों से पुरस्कृत किया जा चुका है।
साहित्यिक विशेषताएँ – स्वयं प्रकाश के साहित्य पर आदर्शवादी विचारधारा का काफी प्रभाव है। इनकी कृतियों में देश, समाज, नगर-गाँव की सुख-समृद्धि देखने की आकांक्षा प्रकट हुई है। भारतीय सांस्कृतिक जीवन-मूल्य उनमें प्रवाहित हुए हैं।
भाषा शैली – मध्यवर्गीय जीवन के कुशल चितेरे स्वयं प्रकाश की कहानियों में वर्ग-शोषण के विरुद्ध चेतना है तो हमारे सामाजिक जीवन में जाति, संप्रदाय और लिंग के आधार पर हो रहे भेदभाव के खिलाफ़ प्रतिकार का स्वर भी है। रोचक किस्सागोई शैली में लिखी गईं उनकी कहानियाँ हिंदी की वाचिक परंपरा को समृद्ध करती हैं।
मृत्यु – इनकी मृत्यु 7 दिसंबर 2019 को हुई।

अथवा

यतींद्र मिश्र

जन्म – यतींद्र मिश्र का जन्म सन् 1977 में अयोध्या (उत्तर प्रदेश) में हुआ।
शिक्षा – उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ से हिंदी में एम.ए. किया। वे आजकल स्वतंत्र लेखन के साथ अर्द्धवार्षिक सहित पत्रिका का संपादन कर रहे हैं। सन् 1999 में साहित्य और कलाओं के संवर्द्धन और अनुशीलन के लिए एक सांस्कृतिक न्यास ‘विमला देवी फाउंडेशन’ का संचालन भी कर रहे हैं।
रचनाएं – यतींद्र मिश्र के तीन काव्य-संग्रह प्रकाशित हुए हैं – यदा-कदा, अयोध्या तथा अन्य कविताएँ, ड्योढ़ी पर आलाप । इसके अलावा शास्त्रीय गायिका गिरिजा देवी के जीवन और संगीत साधना पर एक पुस्तक गिरिजा लिखी। रीतिकाल के अंतिम प्रतिनिधि कवि द्विजदेव की ग्रंथावली (2000) का सह-संपादन किया। कुँवर नारायण पर केंद्रित दो पुस्तकों के अलावा स्पिक मैके के लिए विरासत-2001 के कार्यक्रम के लिए रूपंकर कलाओं पर केंद्रित थाती का संपादन भी किया।
साहित्यिक विशेषताएं – यतींद्र मिश्र ने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज और संस्कृति के अनेक पहलुओं का चित्रण किया है। उन्होंने कविता, संगीत और अन्य ललित कलाओं को समाज के साथ जोड़ा है। उन्होंने समाज के अनेक भावुक प्रसंगों को बड़ी ही सहजता से शब्दों में पिरोया है। उनकी रचनाओं के माध्यम से समाज के निकटता से दर्शन होते हैं।
भाषा शैली – उनकी भाषा सहज, सरल, प्रवाहमयी, व्यावहारिक भाषा-शैली तथा प्रसंगों के अनुकूल है। उनकी रचनाओं में भावुकता और संवेदना का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। कृति को प्रभावशाली बनाने के लिए उन्होंने लोक प्रचलित शब्दों के साथ-साथ सूक्तियों का भी प्रयोग किया है।उर्दू-फारसी, तत्सम तथा उद्भव शब्दों का भरपूर प्रयोग किया गया है। 

11. बालगोबिन भगत की कोई दो चारित्रिक विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर – बालगोबिन भगत कबीर के पक्के भक्त थे। वे कभी झूठ नहीं बोलते थे और हमेशा खरा व्यवहार करते थे। वे किसी की चीज का उपयोग बिना अनुमति माँगे नहीं करते थे। उनकी इन्हीं विशेषताओं के कारण वे साधु कहलाते थे।

12. ‘कृतिका भाग-2’ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क) ‘माता का अंचल’ पाठ में माता भोलानाथ को ‘कन्हैया’ किस प्रकार बनाया करती थी ?
उत्तर – भोलानाथ जब अपने साथियों के साथ गली में खेल रहा होता तभी भोलानाथ की माँ उसे अचानक ही पकड़ लेती और भोलानाथ के लाख ना-नुकर करने पर भी चुल्लूभर कड़वा तेल सिर पर डालकर सराबोर कर देती। उसकी नाभि और लिलार पर काजल की बिंदी लगा देती। बालों में चोटी गूंथकर उसमें फूलदार लट्टू बाँधती और रंगीन कुरता-टोपी पहनाकर ‘कन्हैया’ बना देती थी।

(ख) जॉर्ज पंचम की नाक पर ध्यान जाने से पहले शाही दौरे की क्या-क्या तैयारियाँ की गई थीं ?
उत्तर – शाही दौरे की तैयारियों में संगीत, नृत्य, सुविधाएं, खानपान, सुरक्षा, सम्मान, वाहन, आदि की सुविधाएं शामिल थीं।

(ग) तिस्ता नदी के किनारे बने गेस्ट हाउस में सैलानियों के नृत्य-गान का वर्णन कीजिए।
उत्तर – सैलानियों के संगीत और नृत्य का माहौल अत्यंत प्रसन्न और रमणीय होता है। वे अपने सुंदर स्वरों में गीत गाते हैं और आश्चर्यजनक नृत्य करते हैं, जिससे हमारा मन सुख और शांति से भर जाता है। उनका प्रत्येक नृत्य अलग-अलग भावों को व्यक्त करता है और वे संगीत को पूर्णता के साथ समाहित करते हैं। गीतों में हिमालय की सुंदरता और उसके प्राकृतिक खूबसूरत दृश्यों को वर्णन में लाते हुए अपनी अदाकारी दिखाते हैं।

(घ) ‘दुलारी’ की कोई दो चारित्रिक विशेषताएँ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – प्रभावशाली गायिका, देश के प्रति समर्पित, निडर स्त्री, स्वाभिमानी स्त्री

(ङ) ‘मैं क्यों लिखता हूँ’ निबंध का उद्देश्य स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – लेखक इसलिए लिखता है ताकि अपनी आंतरिक उद्वेग को प्रकट कर सके। उसे लिखने के बाद ही लेखक इस स्थिति में पहुँचता है जहाँ से वह तटस्थ होकर उस आंतरिक विवशता का मूल्यांकन कर पाए।

13. ‘नैतिक शिक्षा’ पुस्तक के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क)(i) गीता के चौदहवें अध्याय में कितने श्लोक हैं ?
उत्तर – 27 श्लोक

(ii) लक्ष्मीबाई के पिता का क्या नाम था ?
उत्तर – मोरोपन्त ताम्बे

(iii) सालिम अली का जन्म कब हुआ था ?
उत्तर – 12 नवम्बर 1896

(iv) मालवीय जी को ‘भारत रत्न’ से कब ‘अलंकृत किया गया ?
उत्तर – 2015

(v) महात्मा बुद्ध की पत्नी का क्या नाम था ?
उत्तर – यशोधरा

(ख) निम्नलिखित सूक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए :
ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोय।
औरन को शीतल करे, आपहु शीतल होय।।
उत्तर – कबीर दास जी कहते हैं, कि प्रत्येक मनुष्य को ऐसी भाषा बोलनी चाहिए जो श्रोता के मन को आनंदित करे। ऐसी भाषा सुनने वालो को तो सुख का अनुभव कराती ही है, इसके साथ स्वयं का मन भी आनंद का अनुभव करता है। ऐसी ही मीठी वाणी के उपयोग से हम किसी भी व्यक्ति को उसके प्रति हमारे प्यार और आदर का एहसास करा सकते है।

(ग) सरोजिनी नायडू के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालिए।
उत्तर – सरोजिनीदेवी एक महान देशभक्त, राजनीतिज्ञ, वक्ता और प्रशासक थीं। उनका एक एकीकृत व्यक्तित्व था और वह अपनी ईमानदारी और देशभक्ति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर सकती थीं। वे आजीवन स्वतंत्रता सेनानी, समाजसेवी, आदर्श गृहिणी और कवयित्री रहीं। सरोजिनी नायडू पहली महिला थी जो इंडियन नेशनल कांग्रेस की पहली महिला अध्यक्ष बनी। सरोजिनी नायडू विशेष रूप से बच्चों के ऊपर कविता लिखा करती थी। उनकी हर कविता में एक अलग ही चुलबुलापन अंदाज होता था, जिसे पढ़कर ऐसा लगता था कि उनके अंदर आज भी बच्चा जीवित है और यही वजह है कि उन्हें “भारत की कोकिला” कहा जाता था। सरोजिनी नायडू भारत की महान सफल महिलाओं की लिस्ट में सबसे ऊपर में इनका नाम आता है।


 

SET–C

1. निम्नलिखित प्रश्नों के यथानिर्दिष्ट उत्तर दीजिए :
(क) गुण संधि की परिभाषा सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – जब संधि करते समय अ या आ के बाद इ या ई आए तो दोनों मिलकर ‘ए’ हो जाते हैं, अ या आ के बाद उ या ऊ आए तो दोनों मिलकर ‘ओ’ हो जाते हैं और अ या आ के बाद ऋ आए तो ‘अर्’ हो जाता है। इस प्रकार बनने वाले शब्दों को गुण संधि कहते हैं। उदाहरण: नर + इंद्र = नरेंद्र

(ख) कृतज्ञ, प्रशंसा (दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए)।
उत्तर : कृतज्ञ – आभारी, शुक्रगुज़ार, धन्यवादी
प्रशंसा – तारीफ, अभिनंदन, गुणगान

(ग) बिटिया, यशस्वी (प्रत्यय छाँटिए)।
उत्तर : बिटिया – इया
यशस्वी – वी

(घ) निम्न में से विकारी शब्दों को छाँटकर लिखिए।
कल, गाय, आप, तक
उत्तर – गाय, आप

(ङ) यथार्थ, तामसिक (विलोम शब्द लिखिए)|
उत्तर : यथार्थ – काल्पनिक
तामसिक – सात्विक

(च) श्लेष अलंकार की परिभाषा सोदाहरण लिखिए।
उत्तर – जहाँ एक शब्द अनेक अर्थों में प्रयुक्त होता है, वहाँ शब्द-श्लेष होता है। उदाहरण- रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून। या पानी गए न ऊबरे, मोती, मानुस, चून।।

(छ) दोहा छंद की परिभाषा सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – यह मात्रिक अर्द्धसम छंद है। इसके विषम (प्रथम तथा तीसरे) चरणों में 13-13 मात्राएँ तथा सम (दूसरे व चौथे) चरणों में 11-11 मात्राएँ होती हैं।

(ज) ‘खून-पसीना एक करना’ (मुहावरे का अर्थ लिखिए)।
उत्तर – कठिन परिश्रम करना

2. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए :
(क) जल संरक्षण
(ख) युवाओं में बढ़ती हिंसक प्रवृत्ति
(ग) आदर्श खिलाड़ी के गुण
(घ) टैबलेट : लाभ या हानि
(ङ) त्योहारों का महत्त्व
उत्तर – खुद करे।

3. विद्यालय में समाचार-पत्रों की व्यवस्था करने के लिए अपने मुख्याध्यापक को एक प्रार्थना पत्र लिखिए।
उत्तर –
सेवा में,
आदरणीय प्रधानाचार्य जी,
मॉडल संस्कृति स्कूल
बाढ़डा (चरखी दादरी)
विषय : विद्यालय में समाचार-पत्रों की व्यवस्था करने हेतु
महोदय,
सविनय नम्र निवेदन यह है कि मैं आपके विद्यालय का छात्रा हूं। मेरा नाम रोहित है और मैं 10वी कक्षा में पढ़ता हूं। मैं आपको एक महत्वपूर्ण विषय पर सूचित करना चाहता हूँ। देश विदेश की जानकारी के लिए हमारे विद्यालय में समाचार-पत्र आने चाहिए जिससे विद्यालय में उपस्थित छात्र-छात्राओं को देश की जानकारी मिल सके और उन्हें सभी घटनाओं का अता-पता चलता रहे है। मुझे लगता है कि विद्यालय में समाचार-पत्रों की व्यवस्था करनी चाहिए जो न्यूनतम खर्च में उपलब्ध हो और सभी छात्र-छात्राओं के लिए सुलभ हो।
मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि आप इस मुद्दे के बारे में सोचें और जल्द से जल्द इस विषय पर विचार विमर्श करे।
धन्यवाद,
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
रोहित
कक्षा 10वी

अथवा

जीवन में अनुशासन का महत्त्व बताते हुए अपने छोटे भाई को एक पत्र लिखिए।
उत्तर –
1916, न्यू कॉलोनी
चरखी दादरी
19 मार्च, 2023
प्रिय छोटे भाई कार्तिक,
मैं यहाँ कुशलपूर्वक हूँ और आशा करता हूँ कि, तुम भी स्वस्थ होंगे। तुम अब घर से दूर छात्रावास में रहते हो। इसलिए बड़े भाई होने के नाते मैं इस पत्र के माध्यम से तुम्हें अनुशासन का महत्व बताना चाहता हूँ। याद रखना जीवन में कुछ पाने के लिए अनुशासन होना बहुत जरूरी है। हर काम को समय पर करना और अनुशासन के साथ करना बहुत जरूरी है, अनुशासन मनुष्य की सफलता का अधिकांश भाग उसकी अनुशासित गतिविधियों पर निर्भर करता है। अनुशासन एक ऐसा गुण है जिसकी मनुष्य को जीवन के हर क्षेत्र में जरूरत पड़ती है। अपने अध्यापक की सारी बातों पर ध्यान देना।
मुझे पूरा विश्वास है कि तुम मेरी बात पर गौर करोगे और अनुशासन का ध्यान रखोगे।
तुम्हारा बड़ा भाई
अर्पित

4. काव्य के निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर उत्तर-पुस्तिका में लिखिए :
(क) तुलसीदास ने ‘भृगुकुलकेतू’ शब्द किसके लिए प्रयुक्त किया है ?
(i) राम
(ii) परशुराम
(iii) लक्ष्मण
(iv) विश्वामित्र
उत्तर – (ii) परशुराम

(ख) गोपियों द्वारा उद्धव को बड़भागी कहने में कौन-सा भाव है ?
(i) क्रोध का
(ii) प्रेम का
(iii) व्यंग्य का
(iv) प्रसंशा का
उत्तर – (iii) व्यंग्य का

(ग) किंकनि कहाँ पहनने वाला आभूषण होता है ?
(i) पाँननि में
(ii) कटि में
(iii) चेहरे पर
(iv) सिर में
उत्तर – (ii) कटि में

(घ) ‘आत्मकथ्य’ कविता में गुन-गुनाकर अपनी कहानी कौन कहता है ?
(i) कोकिल
(ii) मधुप
(iii) केकी
(iv) कवि
उत्तर – (ii) मधुप

(ङ) ‘अट नहीं रही है’ कविता में ‘मंद-गंद-पुष्प-माल’ का धारक किसे कहा गया है ?
(i) सावन
(ii) भादों
(iii) कार्तिक
(iv) फागुन
उत्तर – (iv) फागुन

(च) ‘यह दंतुरित मुस्कान’ कविता में तालाब छोड़कर जलजात के कहाँ छिपने की बात कही है ?
(i) गमले में
(ii) कीचड़ में
(iii) कवि की झोपड़ी में
(iv) उद्यान में
उत्तर – (iii) कवि की झोपड़ी में

(छ) ‘कन्यादान’ कविता में चेहरे पर न रीझने की नसीहत किसने दी है ?
(i) पिता ने
(ii) सास ने
(iii) माता ने
(iv) पति ने
उत्तर – (iii) माता ने

(ज) ‘संगतकार’ कविता में कवि ने मुख्य गायक के भारी स्वर की क्या उपमा दी है ?
(i) लोहा
(ii) मथुर
(iii) फौलाद
(iv) चट्टान
उत्तर – (iv) चट्टान

5. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
माँ ने कहा पानी में झाँककर
अपने चेहरे पर मत रीझना
आग रोटियाँ सेंकने के लिए हैं
जलने के लिए नहीं
वस्त्र और आभूषण शाब्दिक भ्रमों की तरह
बंधन हैं स्त्री जीवन के
प्रश्न :
(क) प्रस्तुत काव्यांश के कवि एवं कविता का नाम लिखिए।
उत्तर : कवि – ऋतुराज, कविता – कन्यादान

(ख) माँ ने लड़की से क्या कहा ?
उत्तर – माँ ने अपनी बेटी को समझते हुए कहा कि अपनी सुंदरता और कोमलता पर आकर्षित होकर मन-ही-मन प्रसन्न मत होना क्योकि इन सबके पीछे समाज स्त्री कि कमजोरी को देखता है।

(ग) माँ ने बेटी को आग के संदर्भ में क्या सीख दी है ?
उत्तर – आग रोटियाँ सेकने के लिए होती है, स्वयं को जलाने के लिए नहीं।

(घ) उपरोक्त काव्यांश में स्त्री जीवन के क्या-क्या बंधन हैं ?
उत्तर – वस्त्र और आभूषण

6. निम्नलिखित काव्यांश में निहित भाव एवं शिल्प सौन्दर्य को स्पष्ट कीजिए :
यश है या न वैभव है, मान है न सरमाया,
जितना ही दौड़ा तू, उतना ही भरमाया।
उत्तर : भाव सौन्दर्य – कवि यह कहना चाहता है कि यश, वैभव और मान-सम्मान, प्रतिष्ठा जैसा कुछ नहीं है। ये भौतिक वस्तुएँ छलावा मात्र हैं। इनको पाने के लिए व्यक्ति जितना ही भागता है उतना ही भ्रमित होता है क्योंकि उसके हाथ कुछ नहीं लगता है।
शिल्प सौन्दर्य – कवि ने जीवन से संबंधित सुख-दुःख की भावना को कलात्मकतापूर्ण अभिव्यक्त किया है। खड़ी बोली के साहित्यिक रूप का सफल प्रयोग किया गया है। अनुप्रास, रूपक आदि अलंकारों के प्रयोग से काव्य-सौंदर्य में वृद्धि हुई है। इसमें संजोगित शब्द और कवितापेटी के धाराप्रवाह से उत्पन्न ध्वनि के संयोजनों का उपयोग किया गया है।

7. ‘फसल’ कविता का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – ‘फसल’ कविता में, रचनाकार ने हमें फसल में निहित समस्याओं के बारे में बताया है। उन्होंने अपने अनुभवों के माध्यम से यह बताया है कि किसानों को जीते-जगते पूरे साल फसल को संभालना पड़ता है, परन्तु इसे मिलने वाले नुकसान कोई समझ नहीं पाता है। इस कविता में मूलभाव यह है कि हम सभी खेती से जुड़े लोगों का आभारी होना चाहिए जो हमें खाद्य प्रदान करते हैं। इस तरह से, हम सभी को समझना चाहिए कि हमारे खाद्य उत्पादों में निहित मेहनत और उनके संघर्ष का आभार हमें सबको सीखाना चाहिए।

8. गद्य के निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर उत्तर-पुस्तिका में लिखिए :
(क) पान वाले ने पान पकड़े अपने हाथ को मुँह से कितनी दूर रोककर हालदार साहब को ध्यान से देखा ?
(i) एक इंच
(ii) डेढ़ इंच
(iii) पौने दो इंच
(iv) दो इंच
उत्तर – (ii) डेढ़ इंच

(ख) बालगोबिन भगत हर वर्ष 30 कोस दूर स्नान करने किस नदी पर जाते थे ?
(i) यमुना
(ii) गोमती
(iii) गंगा
(iv) सरयू
उत्तर – (iii) गंगा

(ग) ताजे खीरे की पनियाती फाँके देखकर किसके मुँह में पानी आ रहा था ?
(i) नवाब साहब के
(ii) यात्रियों के
(iii) खीरे बेचने वाले के
(iv) लेखक के
उत्तर – (iv) लेखक के

(घ) फ़ादर बुल्के का ताबूत निकलसन कब्रगाह में गाड़ी से किस समय उतारा गया ?
(i) 8 बजे
(ii) 9 बजे
(iii) 10 बजे
(iv) 10:30 बजे
उत्तर – (iii) 10 बजे

(ङ) पिता जी के किस स्वभाव पर लेखिका भन्ना जाती थी ?
(i) शक्की
(ii) क्रोधी
(iii) चिड़चिड़ा
(iv) ज़िद्दी
उत्तर – (i) शक्की

(च) पुराणों में पढ़ी-लिखी स्त्रियों का हवाला माँगने वाले लोगों को श्रीमद्भागवत के उत्तरार्द्ध का कौन-सा अध्याय पढ़ना चाहिए ?
(i) पचासवाँ
(ii) इक्यावनवाँ
(iii) बावनवाँ
(iv) तिरपनवाँ
उत्तर – (iv) तिरपनवाँ

(छ) बिस्मिल्ला खाँ कितने वर्ष की आयु में इस संसार से विदा हुए ?
(i) नब्बे
(ii) बानवे
(iii) सत्तानवे
(iv) सौ
उत्तर – (i) नब्बे

(ज) संस्कृति का यदि कल्याण की भावना से नाता टूट जाएगा तो वह क्या होकर रह जाएगी ?
(i) विनाशकारी
(ii) असंस्कृति
(iii) असभ्यता
(iv) पतित
उत्तर – (ii) असंस्कृति

9. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
जो लोग यह कहते हैं कि पुराने जमाने में यहाँ स्त्रियाँ न पढ़ती थीं अथवा उन्हें पढ़ाने की मुमानियत थी वे या तो इतिहास से अभिज्ञता नहीं रखते या जान-बूझकर लोगों को धोखा देते हैं। समाज की दृष्टि में ऐसे लोग दंडनीय हैं। क्योंकि स्त्रियों को निरक्षर रखने का उपदेश देना समाज का अपकार और अपराध करना हैं – समाज की उन्नति में बाधा डालना है।
प्रश्न :
(क) प्रस्तुत गद्यांश के लेखक एवं पाठ का नाम लिखिए।
उत्तर : लेखक – महावीर प्रसाद द्विवेदी, पाठ – स्त्री शिक्षा के विरोधी कुतर्को का खंडन

(ख) समाज की दृष्टि में कैसे लोग दंडनीय हैं ?
उत्तर – जो जान-बूझकर लोगों को धोखा देते हैं।

(ग) स्त्रियों को निरक्षर रखने का उपदेश अपराध क्यों है ?
उत्तर – क्योंकि समाज की उन्नति में बाधा डालना है।

10. रामवृक्ष बेनीपुरी अथवा मन्नू भंडारी का जीवन परिचय देते हुए उनकी साहित्यिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
उत्तर  –

रामवृक्ष बेनीपुरी

जन्म – रामवृक्ष बेनीपुरी का जन्म बिहार के मुजफ़्फ़रपुर जिले के बेनीपुर गाँव में सन् 1899 में हुआ। माता-पिता का निधन बचपन में ही हो जाने के कारण जीवन के आरंभिक वर्ष अभावों कठिनाइयों और संघर्षों में बीते।
शिक्षा – दसवीं तक की शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे सन् 1920 में राष्ट्रीय स्वाधीनता आंदोलन से सक्रिय रूप से जुड़ गए। कई बार जेल भी गए। 15 वर्ष की अवस्था में बेनीपुरी जी की रचनाएँ पत्र-पत्रिकाओं में छपने लगीं। वे बेहद प्रतिभाशाली पत्रकार थे।
रचनाएं – उन्होंने अनेक दैनिक, साप्ताहिक एवं मासिक पत्र-पत्रिकाओं का संपादन किया, जिनमें तरुण भारत, किसान मित्र, बालक, युवक, योगी, जनता, जनवाणी और नयी धारा उल्लेखनीय हैं। उनका पूरा साहित्य बेनीपुरी रचनावली के आठ खंडों में प्रकाशित है। उनकी रचना – यात्रा के महत्त्वपूर्ण पड़ाव हैं- पतितों के देश में (उपन्यास); चिता के फूल (कहानी); अंबपाली (नाटक); माटी की मूरतें (रेखाचित्र); पैरों में पंख बाँधकर (यात्रा-वृत्तांत); ज़ंजीरें और दीवारें (संस्मरण) आदि।
साहित्यिक विशेषताएं – उनकी रचनाओं में स्वाधीनता की चेतना, मनुष्यता की चिंता और इतिहास की युगानुरूप व्याख्या है। विशिष्ट शैलीकार होने के कारण उन्हें ‘कलम का जादूगर’ कहा जाता है।
भाषा शैली – बेनीपुरी जी की भाषा सरल एवं व्यावहारिक है। उनके द्वारा प्रयुक्त खड़ी बोली में सरलता, सुबोधता, सजीवता विद्यमान है। उनकी भाषा में भावानुकूल शब्द चयन किया गया है। उनकी भाषा में संस्कृत के तत्सम शब्दों के साथ-साथ तद्भव, देशज तथा अंग्रेजी एवं उर्दू के शब्दों का भी प्रयोग किया गया है। उनकी भाषा में लोकोक्तियों एवं मुहावरों का भी प्रयोग किया गया है।
मृत्यु – उनका देहांत सन् 1968 में हुआ।

अथवा

मन्नू भंडारी

जन्म – मन्नू भंडारी का जन्म सन् 1931 में गाँव भानपुरा, जिला मंदसौर (मध्य प्रदेश) में हुआ।
शिक्षा – उनकी इंटर तक की शिक्षा-दीक्षा हुई राजस्थान के अजमेर शहर में। उन्होंने हिंदी में एम.ए. किया। दिल्ली के मिरांडा हाउस कॉलिज में अध्यापन कार्य से अवकाश प्राप्ति के बाद दिल्ली में ही रहकर स्वतंत्र लेखन कर रही थी।
रचनाएं – मन्नू भंडारी की प्रमुख रचनाएँ हैं- एक प्लेट सैलाब, मैं हार गई, यही सच है, त्रिशंकु (कहानी-संग्रह); आपका बंटी, महाभोज मरू (उपन्यास)। इसके अलावा उन्होंने फ़िल्म एवं टेलीविज़न धारावाहिकों के लिए पटकथाएँ भी लिखी हैं। हाल ही में ‘एक कहानी यह भी’ नाम से आत्म कथ्य का प्रकाशन किया।
साहित्यिक विशेषताएं – उनकी साहित्यिक उपलब्धियों के लिए हिंदी अकादमी के शिखर सम्मान सहित उन्हें अनेक पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं जिनमें भारतीय भाषा परिषद्, कोलकाता, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के पुरस्कार शामिल हैं।
भाषा शैली – मन्नू भंडारी की कहानियाँ हों या उपन्यास, उनमें भाषा और शिल्प की सादगी तथा प्रामाणिक अनुभूति मिलती है। उनकी रचनाओं में स्त्री – मन से जुड़ी अनुभूतियों की अभिव्यक्ति भी देखी जा सकती है।
मृत्यु – मन्नू भंडारी की मृत्यु 15 नवंबर 2021 को 90 वर्ष की आयु में गुड़गांव, हरियाणा में हुई थी।

11. फादर कामिल बुल्के के चरित्र की किन्हीं दो विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर – फादर कामिल बुल्के बड़े करुणामय, स्नेही, सहयोगी और आत्मीय व्यक्ति थे। उनका व्यक्तित्व दूसरों को तपती धूप में शीतलता प्रदान करने वाला था। उन्होंने सदैव सबके लिए एक बड़े भाई की भूमिका निभाई है। उनकी उपस्थिति में सभी कार्य बड़ी शांति और सरलता से संपन्न होते थे। उनका व्यक्तित्व संयम धारण किए हुए था।

12. ‘कृतिका भाग-2’ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क) ‘माता का अंचल’ पाठ में माता-पिता का जो वात्सल्य व्यक्त हुआ है उसे अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर – इसमें लेखक ने अपने शैशव काल का वर्णन किया है। भोलानाथ के पिता के दिन का आरम्भ ही भोलानाथ के साथ शुरू होता है। उसे नहलाकर पूजा पाठ कराना, उसको अपने साथ घूमाने ले जाना, उसके साथ खेलना व उसकी बालसुलभ क्रीड़ा से प्रसन्न होना, उनके स्नेह व प्रेम को व्यक्त करता है।

(ख) जॉर्ज पंचम की लाट की नाक को पुनः लगाने के लिए मूर्तिकार ने क्या-क्या यत्न किए ?
उत्तर – जॉर्ज पंचम की लाट की नाक को लगाने के लिए मूर्तिकार ने अनेक प्रयत्न किए। उसने सबसे पहले उस पत्थर को खोजने का प्रयत्न किया जिससे वह मूर्ति बनी थी। इसके लिए पहले उसने सरकारी फाइलें खोजी | फिर भारत के सभी पहाड़ों और पत्थर की खानों का दौरा किया।

(ग) प्रकृति ने जल संचय की व्यवस्था किस प्रकार की है ?
उत्तर – प्रकृति ने जल संचय की व्यवस्था नायाब ढंग से की है। प्रकृति सर्दियों में बर्फ के रूप में जल संग्रह कर लेती है और गर्मियों में पानी के लिए जब त्राहि-त्राहि मचती है, तो उस समय यही बर्फ शिलाएँ पिघलकर जलधारा बन के नदियों को भर देती है।

(घ) पठित पाठ के आधार पर ‘टुन्नू’ की कोई दो चारित्रिक विशेषताएँ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – टुन्नू का कण्ठ मधुर था। वह शायरी का शौकीन, कजली-रचना, पद्यात्मक प्रश्नोत्तरी की रचना में कुशल था। टुन्नू का प्रेम शारीरिक ना होकर आत्मिय प्रेम था।

(ङ) लेखक को विज्ञान के दुरुपयोग का ऐतिहासिक प्रमाण कब मिला ?
उत्तर – परमाणु बम, एटम बम, हाइड्रोजन बम, मिसाइल्स तथा अनेक ऐसे विनाशकारी अस्त्र-शस्त्र बनाकर मानव विज्ञान का दुरुपयोग कर रहा है। इन अस्त्र-शस्त्रों से संसार कभी भी नष्ट हो सकता है। आज एक से बढ़कर एक विषैली गैसें तैयार की जा रही हैं जिससे किसी भी देश का जलवायु विषाक्त किया जा सकता है। हिरोशिमा की घटना से लेखक को विज्ञान के दुरुपयोग का ऐतिहासिक प्रमाण कब मिला।

13. ‘नैतिक शिक्षा’ पुस्तक के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क)(i) गीता के पन्द्रहवें अध्याय में कितने श्लोक हैं ?
उत्तर – 20 श्लोक

(ii) लक्ष्मीबाई की माता का क्या नाम था ?
उत्तर – भागीरथी सापरे

(iii) सालिम अली ने दसवीं की परीक्षा कब पास की ?
उत्तर – 1913 में

(iv) आधुनिक समय का भीष्म पितामह किसे कहा गया है ?
उत्तर – मदनमोहन मालवीय

(v) बौद्ध धर्म की स्थापना किसने की ?
उत्तर – गौतम बुद्ध या महात्मा बुद्ध

(ख) निम्नलिखित सूक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए :
तुलसी मीठे वचन ते, सुख उपजत चहुँ ओर।
बसीकरण यह मंत्र है, परिहरु बचन कठोरा।।
उत्तर – तुलसीदासजी कहते हैं कि मीठे वचन सब ओर सुख फैलाते हैं। किसी को भी वश में करने का ये एक महत्त्वपूर्ण मंत्र है। इसलिए मानव को कठोर वचन छोड़कर मीठे बोलने का प्रयास करना चाहिए।

(ग) भगिनी निवेदिता के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालिए।
उत्तर – भगिनी निवेदिता आयरलैंड में जन्मी जरूर थीं लेकिन उनकी आत्मा विशुद्ध भारतीय थी। भारतीय संन्यासी स्वामी विवेकानन्द के आत्मज्ञान सम्बन्धी भाषण और दर्शन की सुन्दर व्याख्या सुनकर वे मन्त्रमुग्ध हो गईं। उनके अन्दर भारत को आत्मसात करने की प्रबल इच्छा जागृत हुई। भारत को जानने-समझने की यही जिज्ञासा, उन्हें यहाँ खींच लाई। वे स्वामी विवेकानन्द की शिष्या बनकर भारतीयों की सेवा के लिए समर्पित हो गई। कलकत्ता में प्लेग की महामारी फैलने पर भगिनी निवेदिता ने स्वच्छता सम्बन्धी सारा काम अपने हाथ में ले लिया। उनकी प्रेरणा से अनेक युवक-युवतियाँ प्लेग पीड़ितों की सहायता के लिए घरों से बाहर आ गए।


 

SET–D

1. निम्नलिखित प्रश्नों के यथानिर्दिष्ट उत्तर दीजिए :
(क) समास किसे कहते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – समास शब्द ‘सम्’ एवं ‘आस’ से मिलकर बना होता है। जिसका अर्थ होता है विस्तार से कहना। जब दो या दो से अधिक शब्दों के संयोग से किसी एक नए और सार्थक शब्द की रचना की जाती है, तो इस प्रक्रिया को समास कहते हैं। समास के द्वारा कम से कम शब्दों से अधिक से अधिक अर्थ व्यक्त करने की कोशिश की जाती है। समास रचना में दो पद होते हैं पहले पद को ‘पूर्वपद’ कहा जाता है और दूसरे पद को ‘उत्तरपद’ कहा जाता है। इन दोनों से जो नया शब्द बनता है वो समस्त पद कहलाता है। उदाहरण- देश भक्ति, चौराहा, महात्मा

(ख) बेटी, संकल्प (दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए)।
उत्तर : बेटी – पुत्री दुहिता, नंदिनी, कन्या
संकल्प – प्रतिज्ञा, निश्चय, इरादा

(ग) प्राध्यापिका, मधुरता (प्रत्यय छाँटिए)।
उत्तर : प्राध्यापक – अक
मधुरता – ता

(घ) निम्न में से अविकारी शब्दों को छाँटकर लिखिए।
नगर, कम, वह, किन्तु
उत्तर – कम, किंतु

(ङ) ऐच्छिक, प्रवृत्ति (विलोमार्थी शब्द लिखिए)।
उत्तर : ऐच्छिक – अनैच्छिक
प्रवृत्ति – निवृत्ति

(च) अनुप्रास अलंकार की परिभाषा सोदाहरण लिखिए।
उत्तर – जब काव्य में किसी वर्ण की आवृत्ति एक से अधिक बार होती है अर्थात् कोई वर्ण एक से अधिक बार आता है तो उसे अनुप्रास अलंकार कहते हैं। जैसे- “तरनि-तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाए।” यहाँ ‘त’ वर्ण की आवृत्ति एक से अधिक बार हुई है। अतः यहाँ अनुप्रास अलंकार है।

(छ) चौपाई छंद की परिभाषा सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – यह मात्रिक समछंद है। इसके प्रत्येक चरण में 16-16 मात्राएँ होती हैं। अंत में प्रायः जगण-तगण नहीं होते।

(ज) ‘नेकी कर दरिया में डाल’ (लोकोक्ति का अर्थ लिखिए)।
उत्तर – अच्छा कार्य निस्वार्थ भाव से करना

2. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए :
(क) मोबाइल फोन : सदुपयोग अथवा दुरुपयोग
(ख) भारतीय त्योहार
(ग) युवाओं में बढ़ती नशा प्रवृत्ति
(घ) विद्यार्थी और अनुशासन
(ङ) रक्तदान : महादान
उत्तर – खुद करे।

3. विद्यालय में स्वच्छ जल की व्यवस्था करवाने के लिए अपने मुख्याध्यापक को एक प्रार्थना पत्र लिखिए।
उत्तर –
सेवा में,
प्रधानाचार्य महोदय
अ ब स स्कूल भिवानी
10 मार्च, 2023
विषय – पीने के पानी की समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करने हेतु।
महोदय,
सविनय निवेदन है कि हमारे विद्यालय में पिछले कुछ दिनों से पीने का पानी स्वच्छ नहीं आ रहा है। पानी में छोटे-छोटे कीड़े भी आ रहे हैं व पानी में बदबू भी आती है। गंदा तथा दुर्गंध युक्त पानी पीने के कारण छात्र बीमार हो रहे हैं। इससे उनके शैक्षणिक प्रदर्शन और समग्र स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। हमारे विद्यालय में पीने के पानी की समुचित व्यवस्था होने से दूषित पानी से होने वाली बीमारियों में भी कमी आएगी। इसके अतिरिक्त, यह हमारे छात्रों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का एक प्रभावी तरीका होगा।
मुझे आशा है कि आप मेरे अनुरोध पर विचार करेंगे और कर्मचारियों से कहकर पानी की टंकी की सफाई हर सप्ताह करवाएंगे।
धन्यवाद
आपका आज्ञाकारी शिष्य
सुनील
कक्षा 10वी

अथवा

माता-पिता की आज्ञा का पालन करने पर बल देते हुए अपने मित्र को एक पत्र लिखिए।
उत्तर –
1916, मॉडल टाउन
चरखी दादरी
25 फरवरी 2023
प्रिय मित्र राकेश,
सदा खुश रहो, मैं यहाँ कुशल मंगल हूं आशा करता हूं की तुम्हारे घर पे भी सभी लोग ठीक होंगे। मुझे चाची जी का पत्र प्राप्त हुआ और मुझे यह सुनकर बहुत दुख हुआ की तुम अपने माता-पिता की बात नहीं मानते हो। यह अच्छे संस्कार नहीं हैं। वे तुम्हें बहुत प्यार करते हैं लेकिन इसका मतलब यह तो नहीं की तुम उनकी बात न मानो। बड़ो की सेवा करना हमारा परम कर्तव्य होता है। वह दिनों-रात तुम्हारे काम करते हैं तो क्या तुम उनके छोटे-छोटे काम भी नहीं कर सकते। उन्हें भी बहुत दुख होता है, जब तुम उनकी बात नहीं मानते हो। उन्हें तुमसे बहुत उम्मीद रहती है।
तो मुझे आशा है की तुम मेरी बात समझ गये होगे। अपना ख्याल रखना और अपने माता-पिता को मेरा प्रणाम देना।
तुम्हारा परम मित्र
साहिल

4. पद्य भाग के निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर उत्तर-पुस्तिका में लिखिए।
(क) श्रीकृष्ण की हारिल से तुलना किसने की है ?
(i) सूरदास ने
(ii) उद्धव ने
(iii) गोपियों ने
(iv) यशोदा ने
उत्तर – (iii) गोपियों ने

(ख) ‘कौसिक सुनहु मंद येहु बालकु’ ये शब्द किसने कहे हैं ?
(i) परशुराम
(ii) श्रीराम
(iii) लक्ष्मण
(iv) विश्वामित्र
उत्तर – (i) परशुराम

(ग) कवि ‘देव’ ने बसंत को किस रूप में चित्रित किया है ?
(i) युवक के रूप में
(ii) बालक के रूप में
(iii) युवती के रूप में
(iv) सैनिक के रूप में
उत्तर – (ii) बालक के रूप में

(घ) कवि ने फसल को सूरज की किरणों का क्या कहा है ?
(i) जादू
(ii) रूपांतर
(iii) महिमा
(iv) संकोच
उत्तर – (ii) रूपांतर

(ङ) जयशंकर प्रसाद के अनुसार आलिंगन में आते-आते मुस्कुराकर क्या भाग गया ?
(i) दुख
(ii) व्यथा
(iii) सुख
(iv) दुर्बलता
उत्तर – (iii) सुख

(च) ‘अट नहीं रही है’ कविता में हटाने पर भी क्यों नहीं हट रही है ?
(i) आभा
(ii) बादल
(iii) पत्तियाँ
(iv) आँख
उत्तर – (iv) आँख

(छ) ‘कन्यादान’ कविता में लड़की को क्या बाँचना नहीं आता था ?
(i) सुख
(ii) दुख
(iii) सामाजिकता
(iv) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (ii) दुख

(ज) ‘संगतकार’ कविता में ‘सप्तक’ शब्द व्यक्त करता है :
(i) संगीत को
(ii) संगीत के सात स्वर को
(iii) अंतरा को
(iv) सहयोगी को
उत्तर – (ii) संगीत के सात स्वर को

5. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
तुम्हारी यह दंतुरित मुस्कान
मृतक में भी डाल देगी जान
धूलि-धूसर तुम्हारे ये गात ……….
छोड़कर तालाब मेरी झोपड़ी में खिल रहे जलजात
परस पाकर तुम्हारा ही प्राण,
पिघलकर जल बन गया होगा कठिन पाषाण
प्रश्न :
(क) प्रस्तुत काव्यांश के कवि एवं कविता का नाम लिखिए।
उत्तर : कवि – नागार्जुन, कविता – दंतुरित मुस्कान

(ख) बच्चे का शरीर किससे भरा हुआ है ?
उत्तर – धूल से

(ग) बच्चे की मुस्कान किसमें जान डाल सकती है ?
उत्तर – मृत व्यक्ति में

(घ) ‘जलजात’ का क्या अर्थ है ?
उत्तर – कमल का फूल

6. निम्नलिखित काव्यांश में निहित भाव एवं शिल्प सौन्दर्य को स्पष्ट कीजिए :
ललित ललित, काले घुँघराले,
बाल कल्पना के-से पाले,
विद्युत-छबि उर में, कवि, नवजीवन वाले!
उत्तर : भाव सौन्दर्य – इस कविता में कवि ने बादल के बारे में लिखा है। कवि बादलों से गरजने का आह्वान करता है। कवि का कहना है कि बादलों की रचना में एक नवीनता है। काले-काले घुंघराले बादलों का अनगढ़ रूप ऐसे लगता है जैसे उनमें किसी बालक की कल्पना समाई हुई हो। उन्हीं बादलों से कवि कहता है कि वे पूरे आसमान को घेर कर घोर ढ़ंग से गर्जना करें। बादल के हृदय में किसी कवि की तरह असीम ऊर्जा भरी हुई है। इसलिए कवि बादलों से कहता है कि वे किसी नई कविता की रचना कर दें और उस रचना से सबको भर दें।
शिल्प सौन्दर्य – संस्कृतनिष्ठ शब्दावली का सार्थक प्रयोग किया गया है। लघु शब्दों की आवृत्ति के कारण जहाँ भाव प्रभावशाली बन पड़े हैं, वहीं कविता में प्रवाह का समावेश भी हुआ है। संबोधन शैली का प्रयोग किया गया है। अनुप्रास, उपमा अलंकार का प्रयोग हुआ है।

7. ‘छाया मत छूना’ कविता का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – ‘छाया मत छूना’ कविता के माध्यम से कवि यह कहना चाहते हैं कि हमारे जीवन में सुख और दुख दोनों ही रहते हैं। बीते हुए समय के सुख को याद कर, अपने वर्तमान के दुख को और अधिक गहरा करना किसी भी तरह से बुद्धिमानी नहीं है।

8. गद्य के निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उचित विकल्प चुनकर उत्तर-पुस्तिका में लिखिए :
(क) हालदार साहब किसकी देश-भक्ति के सामने नतमस्तक होते हुए जीप की तरफ चले ?
(i) पानवाला
(ii) चश्मेवाला
(iii) भूतपूर्व सिपाही
(iv) ड्राइवर
उत्तर – (ii) चश्मेवाला

(ख) ‘तू जा, नहीं तो मैं ही इस घर को छोड़कर चल दूँगा’ – पाठ में ये शब्द किसके लिए प्रयुक्त हुए हैं ?
(i) पतोहू के लिए
(ii) पतोहू के भाई के लिए
(iii) बालगोबिन भगत के लिए
(iv) भगत के बेटा के लिए
उत्तर – (i) पतोहू के लिए

(ग) ‘लखनवी अंदाज़’ नामक पाठ गद्य की किस विधा में लिखा गया है ?
(i) संस्मरण
(ii) रेखाचित्र
(iii) निबन्ध
(iv) व्यंग्य
उत्तर – (iv) व्यंग्य

(घ) फ़ादर बुल्के भारत में बसने के बाद कितनी बार परिवार से मिलने बेल्जियम गए ?
(i) दो या तीन बार
(ii) तीन या चार बार
(iii) चार या पाँच बार
(iv) पाँच या छः बार
उत्तर – (i) दो या तीन बार

(ङ) सबसे बड़ी बहिन की शादी के समय मन्नू भंडारी कितने वर्ष की थी ?
(i) पाँच वर्ष
(ii) सात वर्ष
(iii) नौ वर्ष
(iv) दस वर्ष
उत्तर – (ii) सात वर्ष

(च) बिस्मिल्ला खाँ के परदादा का क्या नाम था ?
(i) उस्ताद पैगंबरबख्श खाँ
(ii) अलीबख्श
(iii) उस्ताद सलार हुसैन ख़ाँ
(iv) शम्सुद्दीन
उत्तर – (iii) उस्ताद सलार हुसैन ख़ाँ

(छ) रुक्मिणी-हरण की कथा श्रीमद्भागवत के कौन-से स्कंद में है ?
(i) प्रथम
(ii) अष्टम
(iii) द्वादश
(iv) दशम्
उत्तर – (iv) दशम्

(ज) संसार के मजदूरों को सुखी बनाने का स्वप्न किसने देखा था ?
(i) लेनिन
(ii) कार्ल मार्क्स
(iii) न्यूटन
(iv) प्लेटो
उत्तर – (ii) कार्ल मार्क्स

9. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
नवाबी आदतें, अधूरी महत्त्वाकांक्षाएँ, हमेशा शीर्ष पर रहने के बाद हाशिए पर सरकते चले जाने की यातना क्रोध बनकर हमेशा माँ को कँपाती-थरथराती रहती थीं। अपनों के हाथों विश्वासघात की जाने कैसी गहरी चोटें होंगी वे जिन्होंने आँख मूँदकर सबका विश्वास करने वाले पिता को बाद के दिनों में इतना शक्की बना दिया था कि जब-तब हम लोग भी उसकी चपेट में आते ही रहते।
प्रश्न :
(क) प्रस्तुत गद्यांश के लेखक एवं पाठ का नाम लिखिए।
उत्तर : लेखक – मन्नू भंडारी, पाठ – एक कहानी यह भी

(ख) विश्वासी पिता का शक्की स्वभाव बनने का क्या कारण था ?
उत्तर – अपनों के हाथों से विश्वासघात किया जाना।

(ग) पिता के क्रोध का परिवार पर क्या प्रभाव पड़ा ?
उत्तर – इसका परिणाम यह हुआ कि वे परिवार के सदस्यों को भी शक की दृष्टि से देखते थे और उनके क्रोध का शिकार परिवार वालो को होना पड़ता था। उनके क्रोध से माँ हमेशा कँपाती-थरथराती रहती थीं।

10. स्वयं प्रकाश अथवा यशपाल का जीवन परिचय देते हुए उनकी साहित्यिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
उत्तर –

स्वयं प्रकाश

जन्म – स्वयं प्रकाश का जन्म सन् 1947 में इंदौर (मध्यप्रदेश) में हुआ।
शिक्षा – मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करके एक औद्योगिक प्रतिष्ठान में नौकरी करने वाले स्वयं प्रकाश का बचपन और नौकरी का बड़ा हिस्सा राजस्थान में बीता। फ़िलहाल स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के बाद वे भोपाल में रहते हैं और वसुधा पत्रिका के संपादन से जुड़े हैं।
रचनाएं – आठवें दशक में उभरे स्वयं प्रकाश आज समकालीन कहानी के महत्त्वपूर्ण हस्ताक्षर हैं। उनके तेरह कहानी संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं जिनमें सूरज कब निकलेगा, आएँगे अच्छे दिन भी, आदमी जात का आदमी और संधान उल्लेखनीय हैं। उनके बीच में विनय और ईंधन उपन्यास चर्चित रहे हैं। उन्हें पहल सम्मान, बनमाली पुरस्कार, राजस्थान साहित्य अकादेमी पुरस्कार आदि पुरस्कारों से पुरस्कृत किया जा चुका है।
साहित्यिक विशेषताएँ – स्वयं प्रकाश के साहित्य पर आदर्शवादी विचारधारा का काफी प्रभाव है। इनकी कृतियों में देश, समाज, नगर-गाँव की सुख-समृद्धि देखने की आकांक्षा प्रकट हुई है। भारतीय सांस्कृतिक जीवन-मूल्य उनमें प्रवाहित हुए हैं।
भाषा शैली – मध्यवर्गीय जीवन के कुशल चितेरे स्वयं प्रकाश की कहानियों में वर्ग-शोषण के विरुद्ध चेतना है तो हमारे सामाजिक जीवन में जाति, संप्रदाय और लिंग के आधार पर हो रहे भेदभाव के खिलाफ़ प्रतिकार का स्वर भी है। रोचक किस्सागोई शैली में लिखी गईं उनकी कहानियाँ हिंदी की वाचिक परंपरा को समृद्ध करती हैं।
मृत्यु – इनकी मृत्यु 7 दिसंबर 2019 को हुई। 

अथवा

यशपाल

जन्म – यशपाल का जन्म सन् 1903 में पंजाब के फीरोज़पुर छावनी में हुआ।
शिक्षा – प्रारंभिक शिक्षा काँगड़ा में ग्रहण करने के बाद लाहौर के नेशनल कॉलेज से उन्होंने बी.ए. किया। वहाँ उनका परिचय भगत सिंह और सुखदेव से हुआ। स्वाधीनता संग्राम की क्रांतिकारी धारा से जुड़ाव के कारण वे जेल भी गए।
रचनाएं – यशपाल की रचनाओं में आम आदमी के सरोकारों की उपस्थिति है। सामाजिक विषमता, राजनैतिक पाखंड और रूढ़ियों के खिलाफ़ उनकी रचनाएँ मुखर हैं। उनके कहानी संग्रहों में ज्ञानदान, तर्क का तूफ़ान, पिंजरे की उड़ान, वा दुलिया, फूलो का कुर्ता उल्लेखनीय हैं। उनका ‘झूठा सच’ उपन्यास भारत विभाजन की त्रासदी का मार्मिक दस्तावेज़ है। अमिता, दिव्या, पार्टी कामरेड, दादा कामरेड, मेरी तेरी उसकी बात, उनके अन्य प्रमुख उपन्यास हैं।
भाषा शैली – भाषा की स्वाभाविकता और सजीवता उनकी रचनागत विशेषता है। वे यथार्थवादी शैली के विशिष्ट रचनाकार हैं।
मृत्यु – उनकी मृत्यु सन् 1976 में हुई।

11. ‘संस्कृति’ पाठ का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – ‘संस्कृति’ पाठ से स्पष्ट होता है कि ज्ञानी एवं बुद्धिमान लोगों द्वारा नए-नए आविष्कार करने की प्रेरणा उसकी संस्कृति है जिससे मानवता का कल्याण होता है। इसी संस्कृति का परिणाम सभ्यता है। संस्कृति के मूल में कल्याण की भावना समाई होती है। मनुष्य को अपने कार्यों से कल्याण की भावना में कमी नहीं आने देना चाहिए। मनुष्य का सदा यही प्रयास होना चाहिए कि उसकी सभ्यता असभ्यता न बनने पाए।

12. ‘कृतिका भाग-2’ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क) ‘माता का अंचल’ पाठ में साँप निकलने की घटना से भोलानाथ एवं साथियों की क्या हालत हुई ?
उत्तर – चूहे के बिल से निकले सांप को देखकर भोलानाथ और उसके साथियों ही हालत डर कर बहुत बुरी हुई। भोलानाथ डर के मारे गिरता हुआ घर की ओर भागता है। उसे भागते रास्ते में बहुत चोट लगती है। वह अपने पिता के पास न जा कर सीधे अपने माँ के पास जाकर आंचल में छुप गया।

(ख) भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में टुन्नू और दुलारी ने किस प्रकार योगदान दिया ?
उत्तर – दुलारी प्रत्यक्ष रूप में आन्दोलन में भाग नहीं ले रही थी फिर भी अप्रत्यक्ष रूप से उसने अपना योगदान दिया था। विदेशी वस्त्रों के बाहिष्कार हेतु चलाए जा रहे आन्दोलन में दुलारी ने अपना योगदान रेशमी साड़ी व फेंकू द्वारा दिए गए रेशमी साड़ी के बंडल को देकर दिया।
टुन्नू ने स्वतन्त्रता संग्राम में एक सिपाही की तरह अपना योगदान दिया था। उसने रेशमी कुर्ता व टोपी के स्थान पर खादी के वस्त्र पहनना आरम्भ कर दिया। अंग्रेज विरोधी आन्दोलन में वह सक्रिय रूप से भाग लेने लग गया था और इसी सहभागिता के कारण उसे अपने प्राणों का बालिदान देना पड़ा।

(ग) जितेन नार्गे ने गुरु नानक देव जी से संबंधित किस प्रसंग का उल्लेख प्रस्तुत पाठ में किया है ?
उत्तर – जितेन ने बताया कि पहाड़ी इलाका होने के कारण वहाँ रास्ते दुर्गम थे। वहाँ के बच्चों की जिंदगी आरामदेह कतई नहीं थी। स्कूल से आने के बाद बच्चे लकड़ियाँ लाने और मवेशी चराने में अपने परिवार की मदद करते थे। उसने उन्हें बौद्ध धर्म में फहराए जाने वाली पताकाओं के बारे में बताया और धर्म चक्र के बारे में भी बताया।

(घ) ‘जॉर्ज पंचम की नाक’ पाठ का मूलभाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – ‘जार्ज पंचम की नाक’ पाठ में जिस सरकारी तंत्र की कार्यप्रणाली को दर्शाया गया है वह बड़ी ही संकीर्ण सोच को व्यक्त करती है। सरकारी तंत्र परतंत्रता की मानसिकता से ग्रस्त है। किसी भी कार्य के प्रति सरकारी तंत्र जागरूक नहीं है। अवसर आने पर ही उनकी निद्रा खुलती है। सरकारी कार्यप्रणाली में मीटिंगें प्रमुख हैं।

(ङ) लेखक को कौन-सी बातें लिखने के लिए प्रेरित करती हैं ?
उत्तर – लेखक अपनी आंतरिक विवशता के कारण लिखने के लिए प्रेरित होता है। उसकी अनुभूति उसे लिखने के लिए प्रेरित करती है व स्वयं को जानने के लिए भी वह लिखने के लिए प्रेरित होता है।

13. ‘नैतिक शिक्षा’ पुस्तक के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क)(i) गीता के पन्द्रहवें अध्याय का क्या नाम है ?
उत्तर – पुरूषोत्तम योग

(ii) लक्ष्मीबाई के बचपन का क्या नाम था ?
उत्तर – मणिकर्णिका

(iii) सालिम अली के चिड़ियों के पकड़ने के कितने तरीके थे ?
उत्तर – 100 से ज्‍यादा

(iv) मदनमोहन मालवीय की मृत्यु कब हुई ?
उत्तर – 12 नवंबर 1946

(v) महात्मा बुद्ध के पिता का क्या नाम था ?
उत्तर – शुद्धोधन

(ख) निम्नलिखित सूक्ति का भाव स्पष्ट कीजिए :
मधुर वचन ते जात मिट, उत्तम जन अभिमान।
तनिक सीत जल सों मिटै, जैसे दूध उफान।।
उत्तर – कवि कहते हैं कि मधुर वाणी के प्रभाव से बड़े-बड़ों का अभिमान भी मिट जाता है जिस प्रकार थोड़े से ठंडे पानी के छींटे देने से उबलता हुआ दूध भी शांत हो जाता है अर्थात् दुष्ट व्यक्ति के घमंड को मधुर वाणी से ही मिटाया जा सकता है, उससे लड़ने−झगड़ने से नहीं।

(ग) ईसा मसीह द्वारा दी गई शिक्षाओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर – ईसा मसीह ने शान्ति, प्रेम और पवित्रता से रहने का सन्देश दिया है। वह धन्य है, जिसका हृदय पवित्र है और उन्हीं का प्रभु से साक्षात्कार होगा। शान्ति चाहने वाले बनो क्योंकि वे परमात्मा के बालक हैं। तुम मेरी बातें सुनो और समझो। ऐसा कुछ नहीं है, जो बाहर से मनुष्य में प्रवेश करके उसे अशुद्ध करता है। व्यभिचार, चोरी, हत्या, परस्त्रीगमन, लोभ, विद्वेष, छल-कपट, लम्पटता, ईर्ष्या, झूठी निन्दा, अहंकार और धर्महीनता- ये सब बुराइयाँ मनुष्य के भीतर से निकलती हैं और उसको अशुद्ध कर देती हैं। अतः मन को शुद्ध रखना चाहिए ताकि बुरे विचार मन में प्रवेश ही न कर सके।

 

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