HBSE Class 10 Hindi Question Paper 2021 Answer Key

HBSE Class 10 Hindi Question Paper 2021 Answer Key

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Subjective Questions 

1. चौपाई छंद का लक्षण लिखिए। 

Ans. चौपाई : यह मात्रिक समछंद है। इसके प्रत्येक चरण में 16-16 मात्राएँ होती हैं। अंत में प्रायः जगण-तगण नहीं होते। 

 

2. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर निबंध लिखिए :
(क) मेरा प्रिय कवि
(ख) स्वच्छता और स्वास्थ्य
(ग) कम्प्यूटर का महत्त्व
(घ) जल संरक्षण
(ङ) विद्यार्थी और अनुशासन 

Ans. खुद करे। 

 

3. विद्यालय में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए मुख्याध्यापक को पत्र लिखिए। 

Ans. 

दिनाँक : 01 अप्रेल 2022
सेवा में,
श्रीमान प्रधानाचार्य महोदय,
मॉडल संस्कृत विद्यालय,
बाढ़डा (चरखी दादरी),
विषय – विद्यालय में इंटरनेट की मांग हेतु प्रार्थना पत्र
आदरणीय सर,
मैं हिमांशु कुमार कक्षा दस-B का छात्र हूँ। आज इंटरनेट का युग है और आनलाइन कक्षाओं का समय चल रहा है, लेकिन हमारे विद्यालय में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है। अक्सर हमें कंप्यूटर अवसर हमें कंप्यूटर प्रोजेक्ट प्रोजेक्ट संबंधी कार्य के लिए सूचनाओं की खोजबीन करनी पड़ती है और इंटरनेट के अभाव में हमें साइबर कैफे में जाना पड़ता है। हमारे कंप्यूटर विभाग में इंटरनेट नहीं है। इसलिए श्रीमान जी से अनुरोध है कि हमारे कंप्यूटर विद्यालय के कंप्यूटर विभाग में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराएं, ताकि छात्रों को इंटरनेट संबंधी कार्यों के लिए बाहर नहीं जाना पड़े। आपकी अति कृपा होगी।
धन्यवाद
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
हिमांशु कुमार
कक्षा – 10-B
अनुक्रमांक – 43
मॉडल संस्कृत विद्यालय
बाढ़डा (चरखी दादरी) 


अथवा
परोपकार का महत्त्व बताते हुए मित्र को पत्र लिखिए। 

Ans. 

20, प्रेम नगर
चरखी दादरी,
दिनांक – 
01 मार्च 2022
प्रिय मित्र सुरेश,
सप्रेम नमस्ते I
आपका पिछले पत्र मिला जिसमें आपने अपनी संपूर्ण दिनचर्या का वर्णन किया था। प्रिय मित्र मैं आपको बताना चाहता हूं कि हमें अपने दैनिक कार्यों के साथ-साथ परोपकार के कार्य भी करते रहना चाहिए इससे हमारे मन को बड़ा सुकून मिलता है और दूसरों की मदद भी हो जाती है। मुश्किल घड़ी में फंसे दूसरों की सहायता करना ही परोपकार कहलाता है। हमारे शास्त्रों में भी परोपकार का वर्णन किया गया है। परोपकार के लिए ही पेड़ों पर फल आते हैं परोपकार के लिए ही नदियों का जल होता है अर्थात यह सारा काम दूसरों के लिए करते हैं उसी प्रकार सज्जन व्यक्ति भी परोपकार के लिए ही धन का संचय करते हैं और मुसीबत में फंसे व्यक्ति की सहायता करते हैं।
यदि मनुष्य के जीवन में कोई सार है तो वह परहित ही है। जो मनुष्य केवल अच्छा खाना अच्छा वस्त्र पहनना ही जीवन का लक्ष्य समझता है उसमें और पशु में फिर क्या अंतर है? मानव जीवन के सफलता इसी में है कि हम जहां अपने लिए जिएँ वहां परहित का भी ध्यान रखें।
पूज्य मातापिता जी को चरण-बंदना कहना I
आपका प्रिय मित्र,
नवीन कुमार 

 

4. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
लखन कहेउ मुनि सुजस तुम्हारा। तुम्हहि अछत को बरनै पारा।।
अपने मुहु तुम्ह आपनि करनी। बार अनेक भाँति बहु बरनी।।
नहि संतोष त पुनि कछु कहहू। जनि रिस रोकि दुसह दुख सहहु।।
बीरव्रती तुम्ह धीर अछोभा। गारी देत न पावहु सोभा ।।
प्रश्न :
(i) प्रस्तुत काव्यांश के कवि एवं कविता का नाम लिखिए। 

Ans. प्रस्तुत पद हमारी पाठ्‌य पुस्तक क्षितिज (भाग-2) में संकलित पद्‌य खंड से लिया गया है जिसे मूल रूप से तुलसीदास जी द्वारा रचित महाकाव्य ‘रामचरितमानस’ के बालकांड से लिया गया है।


(ii) प्रस्तुत काव्यांश में निहित भाव सौंदर्य स्पष्ट कीजिए।

Ans. लक्ष्मण ने तब कहा-हे मुनि! आप का सुयश आपके रहते और कौन वर्णन कर सकता है? आप ने पहले ही अनेक बार अपने मुँह से अपनी करनी-का कई तरह से वर्णन किया है। यदि इतने पर भी आप को संतोष न हुआ हो तो फिर कुछ कह डालिए। क्रोध रोक कर असहय दुःख मत सहो। आप वीरता का व्रत धारण करने वाले, धैर्यवान् और क्षोभ रहित हैं। गाली देते हुए आप शोभा नहीं देते। 

 

5. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
(क) ‘उत्साह’ कविता का मूलभाव लिखिए। 

Ans. उत्साह कविता में कवि कहता है की संसार के सभी लोग गर्मी के कारण व्याकुल और अनमने हो रहे थे। संसार के संपूर्ण मानव-समुदाय में बदलाव के परिणामस्वरूप व्याकुलता और अनमनी परिस्थितियों का वातावरण बना हुआ था। साहित्य के द्वारा ही समाज में चेतना का भाव आने का भरोसा बना है। हे कभी न समाप्त होने बादल! 


(ख) ‘अट नहीं रही है’ कविता के आधार पर प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन कीजिए।

Ans. ‘अट नहीं रही है’ कविता में फागुन महीने के सौंदर्य का वर्णन है। फागुन का सौंदर्य अन्य ऋतुओं और महीनों से बढ़कर होता है। इस समय चारों ओर हरियाली छा जाती है। खेतों में कुछ फसलें पकने को तैयार होती हैं। सरसों के पीले फूलों की चादर बिछ जाती है। लताएँ और डालियाँ रंग-बिरंगे फूलों से सज जाती हैं। प्राणियों का मन उल्लासमय हुआ जाता है। ऐसा लगता है कि इस महीने में प्राकृतिक सौंदर्य छलक उठा है।


(ग) ‘कन्यादान’ कविता के केन्द्रीय भाव को स्पष्ट कीजिए।

Ans. ‘कन्यादान’ कविता में माँ द्वारा बेटी को स्त्री के परंपरागत ‘आदर्श’ रूप से हटकर सीख दी गई है। कवि का मानना है। कि सामाजिक-व्यवस्था द्वारा स्त्रियों के आचरण संबंधी जो प्रतिमान गढ़ लिए जाते हैं वे आदर्श होकर भी बंधन होते हैं। कोमलता’ में कमजोरी का उपहास, लड़की जैसा न दिखाई देने में आदर्श का प्रतिकार है।

 

6. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे लिखे प्रश्न का उत्तर दीजिए :
बालगोबिन भगत मँझोले कद के गोरे चिट्टे आदमी थे। साठ से ऊपर के ही होंगे। बाल पक गए थे। लंबी दाढ़ी या जटाजूट तो नहीं रखते थे, किन्तु हमेशा उनका चेहरा सफेद बालों से ही जगमग किए रहता। कपड़े बिल्कुल कम पहनते। कमर में एक लंगोटी मात्र और सिर में कबीरपंथियों की सी कनफटी टोपी। जब जाड़ा आता, एक काली कमली ऊपर से ओढ़े रहते।
प्रश्न : 

प्रस्तुत गद्यांश के रचयिता एवं पाठ का नाम बताते हुए गद्यांश की व्याख्या कीजिए। 

Ans. रचयिता- रामवृक्ष बेनीपुरी, पाठ- बालगोबिन भगत

व्याख्या- बालगोबिन भगत मंझले कद का व्यक्ति था। उनका रंग गोरा था। उनकी उम्र साठ वर्ष की थी। बाल पक गए थे। वे दाढ़ी या जटा नहीं रखते थे। उनका चेहरा सदा सफेद बालों में चमकता रहता था। वे शरीर पर उतने ही कपड़े पहनते थे जितने शरीर को ढकने के लिए आवश्यक थे। कमर में एक लंगोटी बांधते थे और सिर कबीर पंथी कनफटी टोपी पहनते थे। सर्दियों में एक काली कंबली ओढ़ते थे। माथे पर रामानंदी चंदन का टीका होता था जिसे वह नाक से शुरू करके ऊपर तक लगाते थे। गले में तुलसी की जड़ों की माला पहनते थे। उनके साधारण पहनावे में भी लोगों को आकर्षित करने की शक्ति थी।

 

7. रामवृक्ष बेनीपुरी अथवा यशपाल का जीवन परिचय देते हुए उनकी साहित्यिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए। 

Ans. रामवृक्ष बेनीपुरी– बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के बेनीपुर गाँव में 1899 में जन्म। स्वाधीनता आंदोलन से जुड़ना। सन् 1968 में निधन। ‘पतितों के देश में’ (उपन्यास), ‘चिता के फूल’ कहानी, ‘अंबपाली’ (नाटक), ‘माटी की मूरतें’, (रेखाचित्र), ‘पैरों में पंख बाँधकर’ (यात्रा वृतांत), ‘जंजीरें और दीवारें’ (संस्मरण)। स्वाधीनता की चेतना। मनुष्य की चिंता और इतिहास की युगानुरूप व्याख्या। विशिष्ट शैली। 


अथवा
यशपाल– सन् 1903 में फिरोजपुर छावनी (पंजाब) में जन्म | प्रारम्भिक शिक्षा काँगड़ा उच्चतर लाहौर से । भगत सिंह एवं सुखदेव से परिचय। स्वाधीनता संग्राम से जुड़े। सन् 1976 में निधन।
कहानी संग्रह : ज्ञानदान तर्क का तूफान पिंजरे की उड़ान । उपन्यास : झूठा सच। अमिता पार्टी कामरेड। दादा कामरेड़।
साहित्यिक विशेषताएँ : सामाजिक विषमता, राजनीतिक पाखंड एवं रूढ़ियों के विरुद्ध । देश विभाजन की त्रासदी का चित्रण सजीव एवं स्वाभाविक भाषा । यथार्थवादी शैली। 

                                     

8. ‘नेता जी का चश्मा’ नामक पाठ में निहित संदेश स्पष्ट कीजिए। 

Ans. ‘नेता जी का चश्मा’ नामक पाठ के माध्यम से लेखक ने देशवासियों विशेषकर युवा पीढ़ी को राष्ट्र प्रेम एवं देशभक्ति की भावना मजबूत बनाए रखने के साथ-साथ शहीदों का सम्मान करने का भी संदेश दिया है। देशभक्ति का प्रदर्शन देश के सभी नागरिक अपने-अपने ढंग से कार्य-व्यवहार से कर सकते हैं। 


अथवा
फादर कामिल बुल्के की चारित्रिक विशेषताओं पर प्रकाश डालिए। 

Ans. उनका व्यक्तित्व दूसरों को तपती धूप में शीतलता प्रदान करने वाला था। उन्होंने सदैव सबके लिए एक बड़े भाई की भूमिका निभाई है। उनकी उपस्थिति में सभी कार्य बड़ी शांति और सरलता से संपन्न होते थे। उनका व्यक्तित्व संयम धारण किए हुए था। किसी ने भी उन्हें कभी क्रोध में नहीं देखा था। वे सबके साथ प्यार, ममता से मिलते थे। जिससे एक बार मिलते थे उससे रिश्ता बना लेते थे फिर वे संबंध कभी नहीं तोड़ते थे।

 

9. ‘कृतिका’ (भाग-2) के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
(क) ‘माता के अँचल’ पाठ में लेखक का नाम तारकेश्वरनाथ से भोलानाथ कैसे पड़ा ? 

Ans. पिता जी इन्हें नहला धुलाकर पूजा में बिठा लेते। भभूत का तिलक लगाते। डाँटकर एवं झुंझलाकर तिलक कर देते। लम्बी जटाएँ। ‘बम भोला बन जाते। पिताजी इन्हें भोलानाथ कहने लग जाते। 


(ख) ‘साना-साना हाथ जोड़ी ………..’ पाठ के माध्यम से लेखिका क्या दर्शाना चाहती है ? 

Ans. पूर्वोत्तर भारत के सिक्किम राज्य की राजधानी टोक और उसके आगे के हिमालय का अनंत एवं अद्भुत सौंदर्य। वहाँ के लोगों की मेहनत, अभाव और गरीबी। पीड़ा और सौंदर्य का अद्भुत मेल।


(ग) ‘माता का अँचल’ पाठ में भोलानाथ अपने साथियों को देखकर सिसकना क्यों भूल जाता है ?

Ans. भोलानाथ भी बच्चे की स्वाभाविक आदत के अनुसार अपनी उम्र के बच्चों के साथ खेलने में रूचि लेता है। उसे अपनी मित्र मंडली के साथ तरह-तरह की क्रीड़ा करना अच्छा लगता है। वे उसके हर खेल के साथी हैं। अपने मित्रों को मजा करते देख वह स्वयं को रोक नहीं पाता। इसलिए रोना भूलकर वह दुबारा अपनी मित्र मंडली में खेल का मजा उठाने लगता है। उसी मग्नावस्था में वह सिसकना भी भूल जाता है।


(घ) ‘कटाओ’ के अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन कीजिए।

Ans. कटाओ, सिक्किम का अत्यंत खूबसूरत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थान है। यह अत्यंत ऊँचाई पर बसा दुर्गम स्थान है, जहाँ बरफ़ मिलने की संभावना सर्वाधिक रहती है। लेखिका जब कटाओ पहुँची तो उसे घुटने भर बरफ़ मिली। वह बरफ़ पर लेटना चाहती थी, पर वहाँ कोई दुकान न थी। यहां स्कीइंग, स्नोबोर्डिंग और स्टोन ट्यूबिंग जैसी गतिविधियों में भाग ले सकते हैं। माउंट कटाओ की यात्रा का सबसे अच्छा समय मार्च से जून के बीच है लेकिन दिसंबर से फरवरी के बीच बर्फ का आनंद लेने के लिए आदर्श है।


(ङ) “नयी दिल्ली में सब कुछ था ……… सिर्फ नाक नहीं थी” – इस कथन के माध्यम से लेखक क्या कहना चाहता है ?

Ans. इस कथन के माध्यम से लेखक ब्रिटिश सरकार का भारत में सम्मान को प्रदर्शित करता है। उसने इस कथन में ब्रिटिश सरकार पर ताना कसा है। बेशक भारतीय समाज उनकी चमक से नहाया हुआ हो पर उनके लिए भारतीयों के मन में सम्मान ज़रा भी नहीं है। वे सिर्फ़ दिखावे के लिए चाटूकारिता करते हों पर मन में अब भी वही गुसा भरा  है। अंग्रेजी राज्य में जॉर्ज पंचम का अभिमान, मान-सम्मान, दबदबा था। पर स्वतंत्र भारत में सब सुख-सुविधाओं के बावजूद नयी दिल्ली में जॉर्ज की नाक (मान-सम्मान) नहीं थी। 

 

 

Objective Questions 

Q1. उपमा अलंकार का उदाहरण दीजिए । 

Ans. हरि पद कोमल कमल, कर कमल-सा कोमल है 

 

Q2. ‘कालिंदी कूल कदंब की डारन’ – में कौन-सा अलंकार है ? 

Ans. अनुप्रास अलंकार 

 

Q3. त्रिलोचन (विग्रह करके समास का नाम लिखिए) ।

Ans. वह जिनके नेत्र तीन है – शिव, बहुव्रीहि समास 

 

Q4. यथासमय (विग्रह करके समास का नाम लिखिए) । 

Ans. समय के अनुसार, अव्ययीभाव समास

 

Q5. अश्व (पर्यायवाची शब्द लिखिए) ।

Ans. घोड़ा, तुरंग, घोटक, हय

 

Q6. सूर्य (पर्यायवाची शब्द लिखिए) ।

Ans. रवि, दिनकर, भास्कर, सूरज 

 

Q7. उल्टी गंगा बहाना – मुहावरे का अर्थ बताइए । 

Ans. असंभव काम करना, अनहोनी हो जाना 

 

Q8. संधि किसे कहते हैं ?  

Ans. दो निकटवर्ती वर्णों के परस्पर मेल से जो विकार (परिवर्तन) होता है, संधि कहलाता है 

 

Q9. प्रत्युत्तर (संधि विच्छेद कीजिए) । 

Ans. प्रति + उत्तर, यण संधि 

 

Q10. महा + ऋषि (संधि कीजिए) । 

Ans. महर्षि 

 

Q11. निर्गुण (विलोम शब्द लिखिए) । 

Ans. सगुण 

 

Q12. ह्रस्व (विलोम शब्द लिखिए) ।

Ans. दीर्घ 

 

Q13. अधि – उपसर्ग लगाकर शब्द रचना कीजिए । 

Ans. स्वराज हमारा अधिकार है 

 

Q14. निस्संदेह – उपसर्ग छांटिए । 

Ans. निस्  (निस् + सम + देह)

 

Q15. आई – प्रत्यय लगाकर शब्द रचना कीजिए । 

Ans. हमे किसी की बुराई नही करनी चाहिए 

 

Q16. मोटापा – प्रत्यय छांटिए । 

Ans. आपा  (मोटा + आपा) 

 

Q17. योग का संदेश गोपियों को कैसा लगा ? 

(A)  मनभावन 

(B)  रुचिकर 

(C)  कड़वी ककड़ी 

(D)  मिठाई 

Ans. (C)  कड़वी ककड़ी

 

Q18. सूरदास ने हरि की तुलना किससे की है ? 

(A)  गरुड़ के पंख से 

(B)  बाज के पंजे से 

(C)  तोते की चोंच से 

(D)  हारिल की लकड़ी से 

 

Ans. (D)  हारिल की लकड़ी से 

 

Q19. गोपियाँ सपने में, सोते-जागते, दिन-रात क्या करती है ? 

(A)  कान्ह-कान्ह 

(B)  शिव-शिव 

(C)  राम-राम 

(D)  पिय-पिय 

 

Ans. (A)  कान्ह-कान्ह 

 

Q20. गर्भन्ह के अर्भक दलन – में ‘अर्भक’ का क्या अर्थ है ?

(A)  अबीर  

(B)  बालक 

(C)  नामो निशान 

(D)  समाप्त 

 

Ans. (B)  बालक 

 

Q21. तुलसी के आराध्य कौन हैं ? 

(A)  श्रीकृष्ण 

(B)  श्रीराम 

(C)  महादेव 

(D)  शक्ति  

Ans. (B)  श्रीराम 

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