HBSE 10th Physical Education Solved Sample Paper 2023
Q1. स्वस्थ वातावरण किसे कहते हैं? स्वस्थ रहने के लिए व्यक्ति को किन नियमों का पालन करना चाहिए।
स्वस्थ वातावरण का अर्थ (Meaning of Healthy Environment) यह व्यक्ति का वह ज्ञान है जो उसको अपनी अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए और आस-पास की सफाई आदि का ज्ञान प्रदान करता है जिससे व्यक्ति तंदुरुस्त व खुशियों से भरपूर जीवन का आनंद उठा सके। व्यक्ति स्वच्छ वातावरण में रहकर ही स्वस्थ रह सकता है। यदि हम आस- पास की सफाई; जैसे घर, गली, मोहल्ला, गाँव, कस्बा और शहर आदि को साफ रखें तो हम स्वास्थ्यवर्द्धक वातावरण बनाए रखने में सफल होंगे। यदि कोई देश अपने देशवासियों के स्वास्थ्य को उत्तम बनाना चाहता है तो उसे स्वस्थ वातावरण रखना पड़ेगा। स्वस्थ वातावरण में ही हम अपने स्वास्थ्य को सेहतमंद और नीरोग बना सकते हैं।
स्वस्थ रहने के आवश्यक नियम –
(i) शारीरिक संस्थानों या अंगों का ज्ञान – हमें अपने शरीर के संस्थानों या अंगों; जैसे दिल, आमाशय, फेफड़े, गुर्दे, कंकाल संस्थान, माँसपेशी संस्थान, उत्सर्जन संस्थान आदि का ज्ञान होना चाहिए।
(ii) डॉक्टरी जाँच – समय-समय पर हमें अपने शरीर की डॉक्टरी जाँच अवश्य करवानी चाहिए। इससे हमें अपने स्वास्थ्य के बारे में जानकारी रहती है।
(iii) निद्रा व विश्राम – रात को समय पर सोना चाहिए और शरीर को पूरा विश्राम देना चाहिए।
(iv) व्यायाम – प्रतिदिन नियमित व्यायाम या सैर आदि करनी चाहिए। हमें नियमित योग एवं आसन आदि भी।
(v) साँस – हमें हमेशा नाक द्वारा साँस लेनी चाहिए। नाक से साँस लेने से हमारे शरीर को शुद्ध हवा प्राप्त होती है, क्योंकि नाक के बाल हवा में उपस्थित धल-कणों को शरीर के अंदर जाने से रोक लेते है।
(vi) साफ वस्त्र – हमें हमेशा साफ-सुथरे और ऋतु के अनुसार कपड़े पहनने चाहिए।
(vii) शुद्ध एव स्वच्छ वातावरण – हमें हमेशा शुद्ध एवं स्वच्छ वातावरण में रहना चाहिए।
अथवा
भूमि प्रदूषण से क्या अभिप्राय है? भूमि प्रदूषण के प्रभावो व रोकथाम के उपायों का वर्णन कीजिए।
भूमि प्रदूषण या मृदा प्रदूषण – भूमि के भौतिकी, रासायनिक या जैविक गुणों में ऐसा अवांछनीय परिवर्तन जिसका प्रभाव मानव, जीवों या पेंड़-पौधों पर पड़ता हो तथा जिससे भूमि की उपयोगिता नष्ट हो, भूमि प्रदूषण कहलाता है। भूमि पर कचरा, खाद और अन्य विषाक्त पदार्थ फेंकने से प्रदूषण होता है, इससे भूमि का निम्नीकरण होता है तथा मिट्टी की गुणवत्ता प्रभावित होती है। लोगों की भूमि के प्रति बढ़ती लापरवाही के कारण भूमि प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है।
भूमि प्रदूषण के प्रभाव –
(i) जलवायु परिवर्तन – भूमि प्रदूषण, जैसे कि खनन, खेती और कारखानों के कारण होता है, हानिकारक रसायनों को मिट्टी और पानी में प्रवेश करने की अनुमति दे सकता है। इन रसायनों में खाद्य श्रृंखला को नष्ट करने, जानवरों और पौधों को मारने की क्षमता होती है।
(ii) अम्ल वर्षा – अम्लीय वर्षा से वनों को नुकसान पहुंचता हैं। एसिड, कैल्शियम जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को कम कर देता है और एल्यूमीनियम को मिट्टी में छोड़ देता है, जिससे पेड़ों के लिए पानी को अवशोषित करना मुश्किल हो जाता है। अम्ल पेड़ों की पत्तियों को भी नुकसान पहुँचाते हैं।
(iii) खेतों की गिरावट – मिट्टी के प्रदूषण के परिणामस्वरूप एक चेन रिएक्शन होता है। यह मिट्टी की जैव विविधता को बदल देता है, मिट्टी के कार्बनिक पदार्थ को कम कर देता है और मिट्टी की छानने की क्षमता को कम कर देता है। यह मिट्टी और भूजल में निहित पानी को भी दूषित करता है, जिसके परिणामस्वरूप मिट्टी में पोषक तत्वों का असंतुलन होता है।
भूमि प्रदूषण रोकने के उपाय –
(i) फसलों पर छिड़कने वाली विषैली दवाओं के प्रयोग पर प्रतिबंध।
(ii) गांव तथा नगरों में गंदगी को एकत्रित करने के उचित स्थान।
(iii) खेतों में पानी की उचित व्यवस्था।
(iv) कृत्रिम उर्वरकों के स्थान पर परंपरागत खाद का प्रयोग ।
(v) वनों के विनाश पर प्रतिबंध तथा अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने।
(vi) पॉलिथीन का उपयोग नहीं करना चाहिए।
Q2. प्राचीन ओलम्पिक खेलों पर विस्तारपूर्वक नोट लिखें।
प्राचीन ओलम्पिक खेलों की शुरुआत 776 ईसा पूर्व में हुई थी। ये खेल यूनान के ओलम्पिया नगर में आयोजित किए गए थे। इन खेलों का आयोजन प्रत्येक चार साल बाद हुआ था। ये खेल यूनानियों की देन थी जो उनके देवी-देवताओं के बजाय जीयस देवता के सम्मान में आयोजित किए गए थे। प्राचीन ओलम्पिक खेल पांच दिनों तक चलते थे, जिनमें केवल यूनानी ही भाग लेते थे।
प्राचीन ओलम्पिक खेलों का उद्देश्य – जिस महीने या वर्ष में इन खेलों का आयोजन होता था, उसे यूनानी पवित्र मानते थे। यूनान के राज्यों के बीच आपसी झिझक समाप्त हो जाती है। वे वैर-भावना को त्यागकर ओलम्पिक खेल देखते थे। ग्रीक लोग खुशी-खुशी इन खेलों में हिस्सा लेते थे। इसलिए इन खेलों का मुख्य उद्देश्य यूनान के नगर-राज्यों में आपसी लड़ाई और वैर-भावना को समाप्त करके उनमें एकता, मित्रता और सद्भावना स्थापित करना था।
प्राचीन ओलंपिक खेलों के नियम – ओलम्पिक खेलों में केवल यूनान के नागरिक ही भाग ले सकते थे। ओलम्पिक खेलों में भाग लेने वाले खिलाडी को 10 मास का प्रशिक्षण प्राप्त करना आवश्यक था और इन खेलों में भाग लेते समय उसे सौगंध लेनी पड़ती थी कि उसने प्रशिक्षण प्राप्त किया है। खिलाड़ियों को खेल आरंभ होने से एक मास पूर्व ओलम्पिया शहर में पहुँचना होता था। सभी खिलाड़ियों को खेलों में शांतिपूर्वक भाग लेने की सौगंध लेनी पड़ती थी। महिलाएँ इन खेलों में भाग नहीं ले सकती थीं तथा उन्हें खेलें देखने की भी आज्ञा नहीं थी।
प्राचीन ओलम्पिक खेलों के पुरस्कार – प्राचीन ओलम्पिक खेलों के विजेता खिलाड़ियों को बहुत मान-सम्मान दिया जाता था। विजेता खिलाड़ियों को जीयस देवता के मंदिर में पवित्र जैतून वृक्ष की तानियों का समूह बनाकर रखा जाता था। लोग जीविकोपार्जन को धन दौलत और पशु उपहार के रूप में देते थे। कवि लोग उनके नाम से गीत गाते थे। शहर की दीवारें और दरवाज़े उनके स्वागत के लिए सजाए जाते थे। वे देश के हीरो थे। प्रत्येक यूनानवासी की इच्छा इन मैचों में विजेता बनने की थी।
प्राचीन ओलंपिक खेलों का महत्त्व – प्राचीन ओलंपिक खेलों को ग्रीक लोग एक धार्मिक उत्सव की भान्ति मना रहे थे। जब ये खुले होते थे तो सारे देश में लड़ाई-झगड़े बन्द कर दिए जाते थे। ओलम्पिया के मैदान में शत्रु मित्रों की भान्ति विद्यमान थे। प्रत्येक ओर शान्ति, घनिष्ठता, मित्रता वाला वातावरण पैदा हुआ था। ये मुआवजा और मित्रता के संदेश देते थे।
अथवा
अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति क्या है? इसके कार्य व उद्देश्य का उल्लेख फीजिए ।
अंतरराष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (International Olympic Committee – IOC) की स्थापना 23 जून 1894 को पियरे डी कौबर्टिन ने की थी। यह एक गैर-सरकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन है।
23 जून को हर साल ओलंपिक दिवस के रूप में मनाया जाता है। IOC दुनिया भर में आधुनिक ओलंपिक आंदोलन का सर्वोच्च शासी निकाय है। IOC हर चार साल में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों, शीतकालीन ओलंपिक खेलों और युवा ओलंपिक खेलों का आयोजन करता है । IOC द्वारा आयोजित पहला ग्रीष्मकालीन ओलंपिक 1896 में एथेंस और 1924 में फ्रांस में पहला शीतकालीन ओलंपिक आयोजित किया गया था। 1992 तक, ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन ओलंपिक दोनों एक ही वर्ष में आयोजित किए गए थे।
कार्य – अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) का मुख्य कार्य ओलंपिक आंदोलन को बढ़ावा देना और ओलंपिक आंदोलन का नेतृत्व करना है। खेल और खेल प्रतियोगिताओं के संगठन, विकास और समन्वय को प्रोत्साहित करने और समर्थन करने के लिए; ओलंपिक खेलों का नियमित आयोजन सुनिश्चित करना; सक्षम सार्वजनिक या निजी संगठनों और अधिकारियों के साथ सहयोग करने का प्रयास करें ताकि खेल मानवता की सेवा करे और शांति को बढ़ावा दे; ओलंपिक आंदोलन को प्रभावित करने वाले किसी भी प्रकार के भेदभाव के खिलाफ कार्य करना; पुरुषों और महिलाओं की समानता के सिद्धांत को लागू करने की दृष्टि से सभी स्तरों पर और सभी संरचनाओं में खेलों में महिलाओं को बढ़ावा देने और बढ़ावा देने के लिए।
उद्देश्य – ओलम्पिक आंदोलन का लक्ष्य है- ओलम्पिक भावना, जिसके लिये पारस्परिक समझदारी के साथ-साथ मित्रता, एकजुटता और ईमानदारी की भावना आवश्यक है तथा भेदभावरहित खेलों के माध्यम से युवाओं को शिक्षित करके शांतिपूर्ण और सुखी संसार के सृजन में योगदान देना। ओलम्पिकवाद एक जीवन दर्शन है, जो शरीर, इच्छा और मन के गुणों को संतुलित रूप से संघटित और विकसित करता है। खेल को संस्कृति और शिक्षा से जोड़कर ओलम्पिकवाद एक ऐसी जीवनशैली विकसित करने का प्रयास करता है, जो प्रयत्नों, अच्छे उदाहरणों के शैक्षणिक मूल्यों तथा सार्वभौमिक मौलिक नैतिक सिद्धांतों से आनंदित होने पर आधारित होती है।
Q3. संक्रामक रोगों का क्या अर्थ है? संक्रामक रोगों के बचावात्मक उपायों का वर्णन करें।
संक्रामक रोग का तात्पर्य ऐसे रोगों से है जो एक इंसान या जीव से दूसरे इंसान या जीव में फैलते हैं। इस प्रकार के रोग किसी ना किसी रोगजनित कारकों (रोगाणुओं) जैसे प्रोटोज़ोआ, यीस्ट, बैक्टीरिया, वाइरस इत्यादि के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलकर उसे संक्रमित कर सकते हैं। मलेरिया, टायफायड, चेचक, इन्फ्लुएन्जा इत्यादि संक्रामक रोगों के उदाहरण हैं।
संक्रामक रोगों के बचावात्मक उपाय –
(i) खाना खाने से पहले और बाद में अपने हाथों को नियमित रूप से धोएं, ऐसी किसी भी सतह को छूने से जो दूषित हो सकती है, या किसी ऐसे व्यक्ति के साथ शारीरिक संपर्क में आना जो संक्रमित या बीमार हो सकता है। बैक्टीरिया-मारने वाले हैंडवॉश का उपयोग करने की आदत विकसित करने से आपको सुरक्षित रहने में मदद मिल सकती है।
(ii) यौन संचारित रोगों से बचने के लिए सुरक्षित यौन संबंध का प्रयोग करें और गर्भ निरोधकों का उपयोग करें।
(iii) ऐसे भोजन का सेवन न करें जो खराब हो सकता है, जम सकता है या लंबे समय तक बाहर रखा हो।
(iv) बैक्टीरिया के निर्माण से बचने के लिए समय-समय पर अपने घर की सतहों को साफ करें। इस अभ्यास को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए आप एंटी-बैक्टीरियल सरफेस क्लीनर का भी उपयोग कर सकते हैं।
(v) अपने बिस्तर को साफ और सूखा रखें और अपनी चादरों को बार-बार बदलें। आपको अपने बेडरूम में उचित वेंटिलेशन भी सुनिश्चित करना चाहिए। बैक्टीरिया अक्सर कम वेंटिलेशन और नमी या आर्द्रता वाले क्षेत्रों में बनते हैं।
(vi) समय-समय पर पीने के पानी का ध्यान रखना जरूरी है। पीने के पानी के द्वारा होने वाले संक्रामक यौगिकों से बचने के लिए क्लोरीन और लाल दवाई युक्त ही पानी पीने का उपयोग करने के लिए लाना चाहिए। इसके अलावा पानी पीने योग्य बनाने के लिए आधुनिक यंत्रों या उपकरणों का भी प्रयोग किया जा सकता है। ऐसा करने से पानी के खतरनाक कीटाणु नष्ट हो जाते हैं।
(vii) रोगी को घर के शेष लोग से अलग रखना चाहिए, इससे कम-से-कम व्यक्ति का संपर्क हो सके। केवल एक या दो व्यक्ति ही उसकी देखभाल के लिए होने चाहिए। अस्पताल में किसी भी संक्रामक रोग से प्रभावित व्यक्ति को अलग कमरे में रखना चाहिए।
अथवा
चेचक रोग के फैलने के कारण, लक्षण और इसके बचाव के उपाए बताइए।
चेचक जिसे आप चिकनपॉक्स के नाम से भी जानते हैं। चिकन पॉक्स मुख्यतः वैरिसेला नामक वायरस से फैलता है। ये बीमारी दो तरह की होती हैं। पहली छोटी माता यानी छोटी चेचक और दूसरी बड़ी माता यानी बड़ी चेचक। इस बीमारी में शरीर के ऊपर लाल रंग के दाने निकल आते हैं।
कारण – सांस की बूंदों के माध्यम से खांसना या छींकना। भोजन साझा करने से भी यह रोग फैलता है। फफोले या त्वचा पर तरल पदार्थ के संपर्क में आने से हाथ मिलाना या गले लगना, दूषित सतहों जैसे दरवाज़े के हैंडल या टेबल आदि को छुने से भी यह रोग फैलता है।
लक्षण – इसमें रोगी को काफी तेज बुखार आता है, जिसके बाद धीरे-धीरे शरीर पर लाल दाने होने लगते हैं। सिर दर्द होता है, गला बैठ जाता है, नाक बहने लगती है, शरीर में दर्द होता है, मन मचलाता है, शरीर पर जो दाने निकले होते हैं उन पर खुजली होती है, दानों के चारों और लाल घेरे बन जाते हैं और उन पर सूजन आने लगती है। इन लक्षणों से चेचक की बीमारी को पहचाना जा सकता है।
बचाव के उपाए – जितना हो सके बच्चो का कमरा ठंडा रखें और उन्हें सूती कपडे पहनायें। फोड़ों और फुंसियों पर एंटीबायोटिक क्रीम लगायें। रोगी को स्वस्थ संतुलित आहार दे। नीम को नहाने वाले पानी में डालकर उबाल लें, और फिर इस पानी से रोगी को नहालाएं। रोगी के कपड़े और तौलिये आदि को रोज नीम के पानी, अथवा डिटॉल मिले पानी से धोएं।
Q4. दूध एक सम्पूर्ण भोजन है। इस कथन पर अपने विचार प्रकट कीजिए।
दूध को एक संपूर्ण पौष्टिक आहार के रूप में माना जाता है जिसे शाकाहारी हो या मांसाहारी, बच्चा हो या बुजुर्ग सभी वर्ग के लोग सेवन कर सकते हैं। दूध में कैल्शियम, मैगनीशियम, जिंक, फॉस्फोरस, ऑयोडीन, आयरन, पोटेशियम, फोलेट्स, विटामिन ए, विटामिन डी, राइबोफ्लेविन, विटामिन बी 12, प्रोटीन और स्वस्थ फैट मौजूद होता है। दूध में सभी तत्व पर्याप्त मात्रा में होने के साथ-साथ ही उनमें आपस में उचित अनुपात अथवा संतुलन रहता है जिससे शरीर द्वारा उनका उपयोग अधिकतम होता है। दूध में ऐसी प्रोटीन भी अच्छी मात्रा में पाई जाती है जिनसे शरीर को बीमारियों से लड़ने की क्षमता मौजूद होती है। दूध एक स्वादिष्ट तथा रुचिकर खाद्य पदार्थ है। इसमें 80% से अधिक जल होने के कारण पेट भरने से भूख शांत करता है। रिपोर्ट के मुताबिक यह बात साबित हो चुकी है कि जो लोग रोजाना कम से कम एक ग्लास दूध पीते हैं, वे हमेशा मानसिक और बौद्धिक तौर पर बेहतर स्थिति में होते हैं।
Q5. गणतंत्र दिवस पर एक नोट लिखे।
भारत के संविधान को 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा अपनाया गया था और 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। जिसके पश्चात हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भारतीय अधिनियम एक्ट को हटा कर भारतीय संविधान को लागू किया गया था व लोकतान्त्रिक प्रणाली के साथ भारतीय संविधान को जोड़ा गया था। 26 जनवरी के दिन नई दिल्ली में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। जिसमे भारत के राष्ट्रपति द्वारा ध्वजारोहण किया जाता है। इस दिन स्कूल कॉलेजों व सरकारी संस्थानों में भी तिरंगा फहराया जाता है, रैलियां निकाल कर नारे लगाए जाते हैं और वीर सपूतो को याद किया जाता है। छात्रों द्वारा स्कूलों में अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस, प्रत्येक भारतीय नागरिक के लिए राष्ट्रीय गौरव और सम्मान का दिन है।
Q6. ऐच्छिक व अनैच्छिक मांसपेशियों में अंतर स्पष्ट कीजिए।
ऐच्छिक तथा अनैच्छिक पेशियों में अंतर निम्नलिखित हैं –
ऐच्छिक मांसपेशिया –
(i) ये बहुकेंद्रीय होती हैं।
(ii) ये दंड के आकार की होती हैं।
(iii) ये आशाखित होती हैं।
(iv) ये धारी युक्त होती हैं।
उदाहरण- हाथ-पैर, मुख और कंकाल की पेशियां।
अनैच्छिक मांसपेशिया –
(i) ये एकल केंद्रीय होती है।
(ii) ये बेलन के आकार की होती है।
(iii) इनके मध्य भाग में फूले हुए स्थल पर केंद्रक होता है।
(iv) ये धारियों से रहित होती है।
उदाहरण- हृदय, रक्त पेशियां।
Q7. नॉक आउट प्रणाली का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
इन टूर्नामेंट्स में अगर कोई टीम एक बार हार जाए तो वह सीधा बाहर कर दी जाती है उसे खेलने का दूसरा मौका नहीं मिलता, केवल जीतने वाली टीमें ही प्रतियोगिता में बनी रहती है। बाहर होने के डर से हर टीम अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन देती है। इन टूर्नामेंट्स से समय और पैसे की काफी बचत होती है क्योंकि इनमे मैंचों की संख्या काफी कम होती है इसलिए मैच जल्दी समाप्त हो जाते हैं।
Q8. महिलाओं के लिए शारीरिक शिक्षा का क्या महत्व है?
शरीर के विभिन्न अंगों की सरंचना व उनकी कार्य विधी की शिक्षा को शारीरिक शिक्षा कहते हैं। शारीरिक शिक्षा शब्द का प्रयोग शारीरिक क्रियाओं के लिये किया जाता रहा है क्योकि शारीरिक शिक्षा परमात्मा की सर्वोतम रचना मनुष्यों के लिये अत्यावश्यक है। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। स्वस्थ शरीर कैसे रहे इस हेतु शारीरिक शिक्षा के ज्ञान की जानकारी प्रत्येक इंसान के लिये जरुरी है। महिलाओं के खेलों में भाग लेने से उनके संवेगों का निकास हो जाता है, जिससे वे राहत महसूस करती हैं। संवेगों पर नियंत्रण ही सफल और सुखी जीवन व्यतीत करने की पहली सीढ़ी है। शारीरिक शिक्षा का एक महत्त्वपूर्ण उद्देश्य महिलाओं या छात्राओं के चरित्र का निर्माण करना है।
Q9. ओलम्पिक पुरस्कारों पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखो।
ओलम्पिक खेल, प्रतियोगिताओं में अग्रणी खेल प्रतियोगिता है जिसमे हजारों एथलीट कई प्रकार के खेलों में भाग लेते हैं। ओलम्पिक की शीतकालीन एवं ग्रीष्मकालीन प्रतियोगिताओं में 200 से ज्यादा देश प्रतिभाग के रूप में शामिल होते हैं। ओलम्पिक खेल प्रत्येक चार वर्ष के अंतराल में खेला जाता है।
ओलम्पिक खेलों में पहले तीन स्थानों पर आने वाले खिलाड़ियों या टीमों को पदक या तमगे (Medals) दिए जाते हैं। पहले स्थान प्राप्तकर्ता को स्वर्ण पदक (Gold Medal), दूसरे स्थान प्राप्तकर्ता को रजत पदक (Silver Medal) और तीसरे स्थान प्राप्तकर्ता को काँस्य पदक (Bronze Medal) दिया जाता है। इसके अतिरिक्त जीतने वाले खिलाड़ी को प्रमाण-पत्र भी दिया जाता है।
Q10. हमें भोजन की आवश्यकता क्यों होती है?
भोजन किसी प्राणी को पर्याप्त पोषण प्रदान करने के लिए ग्रहण की जाने वाली कोई भी सामग्री है। भोजन महत्वपूर्ण घटकों से बना होता है जिसमें कार्बोहाइड्रेट, लिपिड, प्रोटीन, खनिज और विटामिन शामिल होते हैं जो पौधों, जानवरों या कवक से आते हैं। शरीर की वृद्धि के लिए, कार्य करने की ऊर्जा के लिए, विभिन्न रोगों से बचाव तथा जीवित रहने के लिए हमें भोजन की आवश्यकता होती है। यदि हम घायल या अस्वस्थ हैं, तो हम जो भी भोजन करते हैं वह हमारे शरीर को विकसित होने और ठीक होने के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्रदान करता है।
Q11. राष्ट्रीय ध्वज किन-किन अवसरों पर फहराया जाता है?
हर साल 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) और 26 जनवरी गणतंत्र दिवस (Republic Day) को फहराया जाता है।
Q12. एड्स से आपका क्या तात्पर्य है?
AIDS को Acquired Immuno Deficiency Syndrome के रूप में भी जाना जाता है। यह रोग एक HIV (Human Immunodeficiency Virus) विषाणु द्वारा होता है जो शरीर के प्रतिरक्षी संस्थान को निष्क्रिय कर देता है तथा शरीर किसी भी प्रकार के संक्रमण से शीघ्र ही ग्रस्त हो जाता है। इस रोग के विषाणु तीव्र गति से श्वेत रुधिर कोशिकाओं (White Blood Cell) में वृद्धि तथा विभाजन करते हैं। श्वेत रुधिर कोशिकाएँ हमारे शरीर की संक्रमण से प्रतिरक्षा करती हैं। इनके प्रभावित होने पर संक्रमण सरल तथा शीघ्र हो जाता है। एड्स संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संपर्क, रक्त आधान तथा संक्रमित सूई या ब्लेड के साझे उपयोग से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।
Q13. पाचन संस्थान के मुख्य अंगो के नाम बताए।
पाचन संस्थान के मुख्य अंग निम्नलिखित हैं –
(i) मुख (Mouth)
(ii) ग्रसनी (Pharynx)
(iii) ग्रासनली (Oesophagus)
(iv) आमाशय (Stomuch)
(v) छोटी आंत (Small Intestine)
(vi) बड़ी आंत (Large Intesine)
(vii) मलाशय (Rectum)
(viii) गुदा (Anus)
सहायक पाचन ग्रंथियों में लार ग्रंथि, यकृत, पित्ताशय और अग्नाशय हैं।
Q14. रोगी को अलग रखने से क्या अभिप्राय है?
रोगी को अलग रखने से अभिप्राय यह होता है कि उसे विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है, क्योंकि जब भी कोई यदि रोगी होता है तो उसका शरीर कमजोर हो जाता है। ऐसी स्थिति में उसे विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। रोगी का शरीर कमजोर हो जाने के कारण उसकी प्रतिरोधक क्षमता भी कम हो जाती है और उस पर कोई भी संक्रमण आसानी से पकड़ कर जाएगा। इसलिए उसे अलग ऐसी जगह पर रखा जाता है, जहाँ पर कोई संक्रमण ना हो सके।
Q15. खेलों में भाग लेने से महिलाओं में किन गुणों का विकास होता है?
खेलों में भाग लेने से महिलाओं में निम्नलिखित गुणों का विकास होता है –
(i) आत्म-विश्वास (Self-confidence)
(ii) आज्ञा पालन की भावना (Spirit of Obedience)
(iii) उत्तरदायित्व की भावना (Feeling of Responsibility)
(iv) त्याग की भावना (Feeling of Sucrifice)
(v) दृढ़ संकल्प की भावना (Feeling at Resolution)
(vi) समय का पाबंद (Punctuality)
(vii) अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की भावना (Feeling of International Co-operation)
(viii) आदर्श खेल की भावना (Spirit of Fair Play)
(ix) अनुशासन (Discipline )
(x) सहनशीलता एवं धैर्य की भावना (Feeling of Tolerance and Patience)
Q16. खेल भावना से आपका क्या अभिप्राय है?
खेल को जीत या हार की भावना से नहीं बल्कि खेल के नियमों का पालन करते हुए एकाग्रता व दूसरी टीम के प्रति सदभावना रखते हुए खेलना चाहिए। खेल में बेईमानी करना खेल की भावना के विपरीत है अतः सदैव ईमानदारी से खेलें तथा अच्छे खिलाड़ी व अच्छे खेल की सराहना करें चाहें वो विपक्षी टीम क्यों ना हो। खिलाडियों को चाहिए कि वो सट्टेबाजी जैसी गतिविधियों से बचें जिससे दर्शकों में खेल व खिलाडियों के प्रति आदरभाव बना रहे।
Q17.(i) नींबू में कौन-सा विटामिन होता है?
विटामिन C
(ii) ओलम्पिक खेल कितने वर्षो के अन्तराल में करवाए जाते हैं?
4 वर्ष
(iii) राष्ट्रीय गान के रचयिता कौन है?
रवीन्द्रनाथ टैगोर
(iv) एड्स दिवस प्रतिवर्ष किस दिन मनाया जाता है?
1 दिसंबर
(v) एम. सी. मेरीकॉम किस खेल से संबंधित है?
बॉक्सिंग
(vi) ओलम्पिक खेलों में किस अंतर्राष्ट्रीय महिला खिलाड़ी ने पदक जीता?
(A) एम०सी० मेरीकान MC Mary Kom
(B) साइना नेहवाल Saina Nehwal
(C) साक्षी मलिक Sakshi Malik
(D) उपर्युक्त सभी All of these
(vii) दस एथलेटिक इवेंट्स के समूह को क्या कहते है?
(A) डेकथलॉन Decathlon
(B) हण्टेबलोन Heptathlon
(C) पेटलॉन Pentathlon
(D) इनमें से कोई नहीं
(viii) एथलेटिक्स में स्टार्ट कितने प्रकार का होता है?
(A) 3
(B) 2
(C) 5
(D) 4
(ix) हृदय में कितने आलिंद होते हैं?
(A) 4
(B) 3
(C) 2
(D) 6
(x) एक व्यस्क व्यक्ति का हृदय एक मिनट में कितनी बार धड़कता है?
(A) 72 से 80 बार
(B) 80 से 90 बार
(C) 52 से 72 बार
(D) इनमें से कोई नहीं
(xi) ओलम्पिक खेलों को पुनः आरम्भ करवाने का श्रेय किसे जाता है?
(A) थियोडोसियस की
(B) फादर डिडोन को
(C) बैरन पियरे डी कोवर्टन को
(D) यूनान की जनता को
(xii) हमारा राष्ट्रीय पर्व कौन-सा नहीं है?
(A) 15 अगस्त
(B) 26 जनवरी
(C) 14 नवम्बर
(D) 14 सितम्बर