Class 12 Hindi Half Yearly Question Paper 2025 Answer Key

Class 12 Hindi Half Yearly Question Paper 2025 Answer Key (NCERT Based)

प्रश्न 1 और 2 में से किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए।

1. निम्नलिखित अपठित गद्यांश को पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (1 × 5 = 5 अंक)
जल जीवन का आधार है। मनुष्य बिना भोजन के कुछ दिन, बिना जल के कुछ घंटे तथा बिना वायु के कुछ मिनटों तक ही जीवित रह सकता है। मनुष्य के जीवन में जल का विशेष महत्त्व है। जल की उपयोगिता अनेक हैं – घरेलू कामों, सिंचाई और औद्योगिक कामों में इसकी विशेष भूमिका रहती है। जल प्रदूषित न हो इसके प्रति हम सभी को कठोरता से सचेत और जागरुक रहना चाहिए। प्रदूषित जल में अनेक प्रकार के स्वास्थ्यरोधक जीवाणु होते हैं जो प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से शारीरिक रोग के कारण बनते हैं। जल का कभी भी अपव्यय नहीं होना चाहिए। जल अपने में स्वयं एक पोषक पदार्थ है। साथ ही यह अनेक पोषक तत्त्वों का वाहक भी है। जल की उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए, उसकी साफ-सफाई तथा उसके दुरुपयोग को रोकना हम सभी का नैतिक कर्त्तव्य हो जाता है।
(i) किसके बिना मनुष्य कुछ मिनट ही जीवित रह सकता है?
(क) भोजन
(ख) जल
(ग) वायु
(घ) समाज
उत्तर – (ग) वायु

(ii) जल की उपयोगिता कहाँ-कहाँ होती है?
(क) गृहकार्य में
(ख) खेती-बाड़े में
(ग) उद्योग धन्धों में
(घ) उपर्युक्त सभी में
उत्तर – (घ) उपर्युक्त सभी में

(iii) यहाँ ‘अपव्यय’ का क्या अर्थ है?
(क) खर्च करना
(ख) बचाना
(ग) आवश्यकता से अधिक खर्च करना
(घ) खरीदना
उत्तर – (ग) आवश्यकता से अधिक खर्च करना

(iv) जल की उपयोगिता के लिए क्या करें?
(क) दुरुपयोग रोकें
(ख) सदुपयोग रोकें
(ग) अपव्यय करें
(घ) प्रयोग न करें
उत्तर – (क) दुरुपयोग रोकें

(v) जल अपने आप में एक पोषक पदार्थ है :
(क) सत्य है
(ख) असत्य है
(ग) अर्द्ध सत्य है
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (क) सत्य है

2. निम्नलिखित अपठित काव्यांश को पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (1 × 5 = 5 अंक)
धारण करना धैर्य विपद में, अरु उन्नति में क्षमा प्रदान।
और सभा में वाक्-चातुरी, समरांगण में शौर्य महान।।
गुरु-पद-नति शिर की शोभा है, और हाथ की शोभा दान।
सत्य वचन मुख की शोभा है, भुज दण्डों की शौर्य महान।।
उर की शोभा स्वच्छ वृत्ति है, शास्त्र श्रवण कानों की दिव्य।
सुजनों के ऐश्वर्य बिना भी हैं ये प्रिय ! आभूषण भव्य।।
(i) विपत्ति में क्या करना चाहिए?
(क) धैर्य धारण करना
(ख) मुकाबला
(ग) भागना
(घ) चिंतन
उत्तर – (क) धैर्य धारण करना

(ii) वाक्-चातुर्य की कहाँ आवश्यकता है?
(क) युद्ध में
(ख) शास्त्रों में
(ग) सभा में
(घ) महापुरुषों में
उत्तर – (ग) सभा में

(iii) शीश की शोभा किसमें है?
(क) समर्पण में
(ख) ऊँचा उठाने में
(ग) गुरु के चरणों में झुकने में
(घ) मुकुट धारण करने में
उत्तर – (ग) गुरु के चरणों में झुकने में

(iv) हृदय की शोभा किसमें है?
(क) शास्त्र श्रवण में
(ख) स्वच्छ वृत्ति में
(जी) महान शौर्य में
(घ) भव्य आभूषणों में
उत्तर – (ख) स्वच्छ वृत्ति में

(v) दान देना किसकी शोभा है?
(क) राजा की
(ख) दानी की
(ग) हृदय की
(घ) हस्त की
उत्तर – (घ) हस्त की

3. आरोह भाग-2 (गद्य खंड) पर आधारित निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (1 × 2 = 2 अंक)
(i) पहलवान ने ‘चांद सिंह’ को कहां के दंगल में हराया?
(क) जामनगर
(ख) श्यामनगर
(ग) भावनगर
(घ) चांदनगर
उत्तर – (ख) श्यामनगर

(ii) भक्तिन का गौना किस आयु में हुआ?
(क) नौ वर्ष
(ख) दस वर्ष
(ग) ग्यारह वर्ष
(घ) बारह वर्ष
उत्तर – (क) नौ वर्ष

4. आरोह भाग-2 (पद्य खंड) पर आधारित निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (1 × 3 = 3 अंक)
(i) परदे पर कीमती चीज क्या है?
(क) चित्र
(ख) वक्त
(ग) अभिनय
(घ) शिक्षा
उत्तर – (ख) वक्त

(ii) उषा का जादू किससे टूटने की बात कही गई है?
(क) लाल केशर से
(ख) भोर के नभ से
(ग) सूर्योदय से
(घ) उपर्युक्त सभी से
उत्तर – (ग) सूर्योदय से

(iii) दिन ढलने के साथ ही बच्चे कहीं से झांकने लगे होंगे?
(क) दरवाजे से
(ख) पेड़ों से
(ग) खिड़की से
(घ) नीड़ों से
उत्तर – (घ) नीड़ों से

5. ‘अभिव्यक्ति एवं माध्यम’ पर आधारित निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (1 × 2 = 2 अंक)
(i) किसी समाचार संगठन के लिए एक निश्चित मानदेय पर काम करने वाले पत्रकार को क्या कहते हैं?
(क) पूर्णकालिक
(ख) अंशकालिक
(ग) फ्रीलांसर
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (ख) अंशकालिक

(ii) छह ककारों में क्या आता है?
(क) क्या-कब
(ख) कौन-कहाँ
(ग) क्यों-कैसे
(घ) उपर्युक्त सभी
उत्तर – (घ) उपर्युक्त सभी

6. व्याकरण पर आधारित निम्नलिखित बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (1 × 3 = 3 अंक)
(i) वाक्य शुद्ध है :
(क) कृपया करके शांत रहिए।
(ख) कृपा शांत रहिए।
(ग) कृप्या शांत रहिए।
(घ) कृपया शांत रहिए।
उत्तर – (घ) कृपया शांत रहिए।

(ii) दीर्घ, गुण, वृद्धि तथा अयादि किस संधि के भेद हैं?
(क) विसर्ग संधि
(ख) व्यंजन संधि
(ग) स्वर संधि
(घ) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – (ग) स्वर संधि

(iii) ‘एकैक’ का संधि-विच्छेद है :
(क) एक + ऐक
(ख) एक + इक
(ग) एक + एक
(घ) एकै + एक
उत्तर – (ग) एक + एक (वृद्धि संधि)

प्रश्न 7 और 8 में से किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए।

7. निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर नीचे पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए : (1 × 5 = 5 अंक)
बच्चे प्रत्याशा में होंगे,
नीड़ों से झांक रहे होंगे
यह ध्यान परों में चिड़ियों के भरता कितनी चंचलता है।
दिन जल्दी-जल्दी ढलता है।
प्रश्न :
(क) कवि और कविता का नाम लिखिए।
उत्तर – कवि : हरिवंशराय बच्चन, कविता : दिन जल्दी-जल्दी ढलता है

(ख) बच्चे किस आशा से नीड़ों से बाहर झांक रहे होगे?
उत्तर – प्रत्याशा में

(ग) चिड़ियों के घोंसलों से किस दृश्य की कल्पना की गई है?
उत्तर – उतावलेपन के दृश्य की

(घ) चिड़ियों के पंखों में चंचलता क्यों उत्पन्न हो जाती है?
उत्तर – माता के इंतजार में

(ङ) चिड़ियों को क्यों लगता है कि दिन जल्दी-जल्दी ढल रहा है?
उत्तर – बहुत देर हो गई है, मां नहीं आई।

8. काव्य-खण्ड पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दिए गए अंकों के अनुसार उपयुक्त शब्दों में दीजिए :
(क) पतंग कविता का मूल भाव स्पष्ट कीजिए। (3 अंक)
उत्तर – ‘पतंग’ आलोक धन्वा द्वारा रचित कविता है, जिसमें कवि ने बाल-सुलभ इच्छाओं एवं उमंगों का सुंदर एवं सजीव चित्रण किया है। उन्होंने बाल क्रियाकलापों एवं प्रकृति में आए परिवर्तनों को सहज भाव से अभिव्यक्त किया है। पतंग बच्चों की उमंगों का रंग-बिरंगा सपना है जो आसमान में उड़ता है, जिसे बालमन छूना चाहता है। बच्चे उमंग में झूमकर आसमान को पार कर जाना चाहते हैं।

(ख) ‘कैमरे में बंद अपाहिज’ करुणा के मुखौटे में ‘छिपी क्रूरता की कविता है’ स्पष्ट कीजिए। (2 अंक)
उत्तर – दूरदर्शन पर एक अपाहिज का साक्षात्कार‚ व्यावसायिक उद्देश्यों को पूरा करने के लिए दिखाया जाता है। दूरदर्शन पर एक अपाहिज व्यक्ति को प्रदर्शन की वस्तु मान कर उसके मन की पीड़ा को कुरेदा जाता है‚ साक्षात्कारकर्ता को उसके निजी सुख दुख से कुछ लेना-देना नहीं होता है। यहाँ पर कवि के कहने का तात्पर्य यह है कि दूरदर्शन पर दिखाए जाने वाले इस प्रकार के अधिकतर कार्यक्रम केवल संवेदनशीलता का दिखावा करते हैं।

प्रश्न 9 और 10 में से किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए।

9. निम्नलिखित ग‌द्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीजिए : (5 अंक)
पर उसे जादू की जकड़ से बचने का एक सीधा-सा उपाय है। वह यह है कि बाजार जाओ तो खाली मन न हो। मन खाली हो, तब बाजार न जाओ। कहते हैं लू में जाना हो तो पानी पीकर जाना चाहिए। पानी भीतर हो, लू का लूपन व्यर्थ हो जाता है। मन लक्ष्य से भरा हो तो बाजार भी फैला-का-फैला ही रह जाएगा। तब वह घाव बिल्कुल नहीं दे सकेगा, बल्कि कुछ आनंद ही देगा। तब बाजार तुमसे कृतार्थ होगा, क्योंकि तुम कुछ-न-कुछ सच्चा लाभ उसे दोगे। बाजार की असली कृतार्थता है। आवश्यकता के समय काम आना।
उत्तर : प्रसंग – यह गद्यांश जैनेन्द्र कुमार के प्रसिद्ध निबंध ‘बाजार दर्शन’ से लिया गया है। इसमें लेखक ने बाजार के आकर्षण या जादू से बचने का सरल और व्यावहारिक उपाय बताया है।
• व्याख्या – लेखक कहते हैं कि बाजार के जादू से बचने का सबसे सरल उपाय यह है कि जब आप बाजार जाएँ तो आपका मन किसी निश्चित आवश्यकता या लक्ष्य से भरा हो। जैसे गर्मी में लू से बचने के लिए पानी पी लिया जाए, वैसे ही मन उद्देश्य और आवश्यकता से भरा हो तो बाजार की चकाचौंध असर नहीं डाल सकती। इस स्थिति में बाजार से हमें हानि नहीं होगी, बल्कि संतोष और आनंद मिलेगा। लेखक आगे बताते हैं कि आवश्यकता के अनुसार ही खरीदारी करने पर बाजार आपसे कृतार्थ होता है और इसका असली उद्देश्य पूरा होता है।

10. आरोह भाग-2 (गद्य खंड) पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दिए गए अंकों के अनुसार उपयुक्त शब्दों में दीजिए :
(क) ‘शिरीष के फूल’ पाठ का मूलभाव स्पष्ट कीजिए। (3 अंक)
उत्तर – ‘शिरीष के फूल’ पाठ यह सिखाता है कि मनुष्य को किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में धैर्य, स्थिरता और संघर्ष बनाए रखना चाहिए। शिरीष का फूल भयंकर गर्मी, आँधी-तूफान और कठिन परिस्थितियों में भी सौंदर्य और कोमलता बनाए रखता है। कवि ने शिरीष के फूल को एक “अवधूत” के रूप में प्रस्तुत किया है, जो जीवन की कठिनाइयों से अप्रभावित रहता है और अपने कर्तव्यों तथा लोकहित के प्रति समर्पित और निष्ठावान रहता है। यह पाठ हमें यह संदेश देता है कि जीवन में सहनशीलता, धैर्य और निस्वार्थ भावना ही मनुष्य को महान बनाती है।

(ख) जीजी ने इंद्र सेना पर पानी फेंके जाने को किस तरह सही ठहराया? (2 अंक)
उत्तर – जीजी ने इंद्र सेना पर पानी फेंके जाने का समर्थन इस प्रकार किया कि किसी से कुछ पाने के लिए पहले चढ़ावा देना पड़ता है, जैसे इंद्र को पानी का अर्घ्य देने से वे वर्षा करेंगे। त्याग भावना से दिया गया दान ही फलदायी होता है, और जिस वस्तु की सबसे अधिक आवश्यकता हो उसका दान अधिक लाभदायक होता है। उन्होंने इसे किसान की उदाहरण से भी समझाया कि जैसे किसान पहले खेत में कुछ बीज बोता है और बाद में अच्छी फसल पाता है, उसी तरह पानी फेंकने से बादलों की अच्छी फसल और पर्याप्त वर्षा होती है।

प्रश्न 11 और 12 में से किसी एक प्रश्न का उत्तर दीजिए।

‘अभिव्यक्ति एवं माध्यम’ पाठ्य पुस्तक पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए।

11. कहानी के नाट्य रूपांतरण में किस प्रकार की मुख्य समस्या का सामना करना पड़ता है? (5 अंक)
उत्तर – कहानी के नाट्य रूपांतरण में मुख्य समस्याएँ :
(i) पात्रों के मनोभावों का नाटकीय रूपांतरण – कहानी में पात्रों के विचार और भावनाएँ विवरण से समझाए जाते हैं, जबकि नाटक में इन्हें अभिनय, हाव-भाव और संवाद के माध्यम से दर्शाना पड़ता है।
(ii) समय और स्थान की सीमा – कहानी में समय और स्थान असीमित हो सकते हैं, लेकिन नाटक में मंच और समय सीमित होने के कारण घटनाओं को संक्षिप्त और स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करना चुनौतीपूर्ण होता है।
(iii) संवादों का नाटकीयकरण – कहानी के संवाद अक्सर विस्तृत या वर्णनात्मक होते हैं। नाटक में इन्हें छोटे, स्वाभाविक और अभिनय अनुकूल बनाना पड़ता है, साथ ही मूल भाव बनाए रखना आवश्यक होता है।
(iv) अनावश्यक दृश्यों का चयन – कहानी में कई दृश्य और घटनाएँ होती हैं जो नाटक के लिए जरूरी नहीं होतीं। इन्हें हटाकर नाटक को रोचक और संगठित बनाना पड़ता है।

12. (क) विशेष लेखन से क्या अभिप्राय है? यह क्यों लिखा जाता है? (3 अंक)
उत्तर – सामान्य लेखन से हटकर किसी खास विषय पर लिखा गया लेख विशेष लेखन कहलाता है। इसमें अखबारों के लिए समाचारों के अलावा खेल, अर्थ-व्यापार, सिनेमा या मनोरंजन आदि विभिन्न क्षेत्रों और विषयों संबंधित घटनाएँ, समस्याएँ आदि से संबंधित लेख लिखा है। इसमें विषय की गहराई, विस्तार और विशेषता को समझाया जाता है। इसलिए, विशेष लेखन को ज्यादातर संबोधन, भाषण, रिपोर्ट, लेख, आलेख, संक्षेपण, आदि में उपयोग किया जाता है। विशेष लेखन का प्रयोजन होता है कि पाठकों को समझ में आने वाली चुनौतियों, समस्याओं, संदेहों, सम्प्रेषणों, आदि का समाधान प्रस्तुत किया जाए।

(ख) अंशकालिक पत्रकार किसे कहते हैं? (2 अंक)
उत्तर – अंशकालिक पत्रकार वह व्यक्ति होता है जो किसी समाचार संगठन के लिए निश्चित मानदेय पर सीमित समय के लिए कार्य करता है। वह पूर्णकालिक कर्मचारी नहीं होता और किए गए कार्य के आधार पर भुगतान प्राप्त करता है।

13. ‘वितान भाग-2’ के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
(क) सिल्वर वैडिंग पाठ के यशोधर बाबू समय के साथ ढल सकने में असफल रहते हैं, ऐसा क्यों? (2 अंक)
उत्तर – यशोधर बाबू समय के साथ इसलिए ढल नहीं पाते क्योंकि वे पुराने विचारों वाले सिद्धांतवादी हैं और आधुनिकता व नए मूल्यों को अपनाने में असमर्थ हैं। उनका बचपन संयुक्त परिवार और पुरानी परंपराओं के बीच बीता, और उन्होंने अपने आदर्श किशनदा को उसी तरह से देखा। जबकि उनकी पत्नी और बच्चे नई पीढ़ी के विचारों को अपनाते हैं, यशोधर बाबू समय के अनुसार अपने दृष्टिकोण को बदलने में असफल रहते हैं।

(ख) ‘जूझ’ पाठ में बचपन में लेखक के मन में पढ़ने के प्रति क्या विचार थे? (2 अंक)
उत्तर – लेखक की पाठशाला में मराठी भाषा के अध्यापक सौंदलगेकर, कविता के अच्छे रसिक व मर्मज्ञ थे। वे कक्षा में सस्वर कविता-पाठ करते थे तथा लय, छद, गति-यति, आरोह-अवरोह आदि का ज्ञान कराते थे। लेखक इनको देखकर बहुत प्रभावित हुआ। इस प्रकार उसके मन में स्वयं कविता रच लेने का आत्मविश्वास पैदा हुआ।

14. व्याकरण पर आधारित प्रश्न का उत्तर दिए गए अंकों के अनुसार उपयुक्त शब्दों में दीजिए। (2 अंक)
अव्ययीभाव समास की परिभाषा सोदाहरण दीजिए।
उत्तर – अव्ययीभाव समास वह समास है जिसमें प्रथम पद अव्यय होता है और समस्त पद क्रिया विशेषण के रूप में कार्य करता है। अर्थात्, दो या दो से अधिक शब्दों के मेल से बना वह नया शब्द, जिसका पहला पद अव्यय हो और पूरा शब्द क्रिया की विशेषता दर्शाए, उसे अव्ययीभाव समास कहते हैं। उदाहरण : प्रतिदिन (प्रति + दिन) = प्रत्येक दिन, यथाशक्ति (यथा + शक्ति) = शक्ति के अनुसार

15. आदर्श जीवन मूल्य (उत्तरा) पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दिए गए अंकों के अनुसार उपयुक्त शब्दों में दीजिए :
(क) आत्म-अनुशासन के द्वारा मनुष्य अपने जीवन को किस प्रकार सफल बना सकता है? (2 अंक)
उत्तर – ‘आत्म-अनुशासन’ शब्द का अर्थ है- स्वयं पर अनुशासन या नियंत्रण। यदि मनुष्य अपने मन एवं अन्य इन्द्रियों का केवल सदुपयोग करता है और बुराई की दशा में उन पर नियंत्रण रखता है, तब इसे आत्म-अनुशासन कहा जाता है। आत्म-अनुशासन के बल पर ही मनुष्य कुसंगति से बच सकता है, हानिकारक पदार्थों का सेवन करने से बच सकता है। वह अपने मन को एकाग्र करके अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपनी पूरी शक्ति व ऊर्जा लगा देता है। इस प्रकार आत्म-अनुशासन के द्वारा मनुष्य अपने जीवन को सफल बना सकता है।

(ख) ‘सन्तुलित जीवन’ पाठ में जीवन की विभिन्न परिस्थितियों में किस प्रकार का भाव रखने की प्रेरणा दी गई है? (2 अंक)
उत्तर – ‘सन्तुलित जीवन’ पाठ में जीवन की विभिन्न परिस्थितियों में सम रहने का भाव रखने की प्रेरणा दी गई है। जीवन में चाहे सफलता मिले या असफलता, अनुकूल परिस्थिति हो या प्रतिकूल परिस्थिति हो हमें अपना धैर्य बनाए रखना चाहिए; हमें अपना उत्साह को नहीं छोड़ना चाहिए और आत्मविश्वास को टूटने नहीं देना चाहिए।